Social sites – Unsocial activities – सोशल साईटस बनाम अनसोशल ऐक्टिविटीज .. सोचने की बात है कि सोशल नेट वर्किंग पर हम कितने सोशल … छेडखानी, पीछा करना, अश्लीलता, तंग करना, अपशब्द बोलना ,अस्वच्छता , गंदगी सिर्फ असल जिंदगी मे ही नही सोशल मीडिया पर भी होता है और जिसकी वजह से सोशल अनसोशल बन जाता है.
Social sites – Unsocial activities
एक सहेली का birth day था सोचा फेसबुक पर बधाई दे दूं तो देखा कि उसके पिछ्ले साल के जन्मदिन की पोस्ट सबसे उपर थी यानि पूरे साल कुछ नही किया … ऐसी बात नही है कि उसने फेसबुक चैक नही किया इक्का दुक्का पोस्ट लाईक की है पर अपना प्रोफाईल अपडेट नही किया… ये सोशल साईट पर अनसोशल ही माना जाएगा.
एक अन्य उदाहरण मे एक महाशय फेसबुक पर खुद को सोशल और बेहद सभ्य दिखाने के चक्कर में महिलाओं को मैसेज पर लगातार गुड मार्निग और गुड नाईट भेजते हैं पर इसे सोशल होने की केटेगिरी में नही रखा जा सकता.
एक महिला जानकार poke बहुत करती है जब भी ऑन लाईन हो उसका पोक सबसे पहले आता ये भी सोशल होना नही माना जाएगा …
कोई लोग मैसेज के माध्यम से पैसे की मांग करने लगते हैं या नौकरी दिलवाने की … ये भी अनसोशल ही माना जाएगा… जान पहचान हो बातचीत हो तो आगे बढना चाहिए बिना जाने पहचाने …
कई लोग पोस्ट कोई भी अपना कमेंट जरुर पोस्ट करेंगें … अब आप सोच रहे होंगें कि ये तो अच्छी बात है पर असल में, वो पोस्ट से सम्बंधित कमेंट नही करते बल्कि अपनी संस्था की प्रोमोशन ही करते हैं जहां कही मौका मिला उसे पोस्ट कर दिया ये भी अनसोशल है कुछ लोग एक दूसरे की बात काटते है और मजाक बनाते हैं.. इसे अभी सही नही माना जाएगा.
कई बार तो पोस्ट में दूसरों को अपमानित तक कर देते हैं.
कुछ लोग ज्यादा ही सोशल होकर अपने घर की सारी बात इस प्लेटफार्म पर शेयर कर लेते हैं .. चाहे शादी पर जाना हो या घूमने जाना हो सारी जानकारी दे देते हैंं और ये भूल जातें है कि एंटी सोशल लोग भी हैं और वो हर बात पर नजर रखे हैं!! हर बात को फेसबुक करना सोशल मीडिया पर सांझा करना सही नही है…
कुछ् लोग बिना सोचे समझे दूसरे की पोस्ट शेयर कर लेते हैं बिना पडताल किए कि कितना सही या गलत है … दूसरे शब्दों में भेड चाल कही जाती है और कई लोग अफवाह भी उडा देते हैं… ये भी अनसोशल ही माना जाएगा.
कुछ लोग महिला बन जाते हैं और लडकी की फोटो लगा कर लडकियों से बात करते हैं जान पहचान बढाते हैं ये बिल्कुल ही अनसोशल है…
अलग अलग पार्टी के गुट भी बन जाते हैं … गुट बने कोई दिक्कत नही पर दूसरे की पार्टी पर अपशब्द, गाली गलौच करना बिल्कुल अनसोशल माना जाएगा ..
सोशल मीडिया तो एक साधन भर है. इसका इस्तेमाल कैसे और किस रूप में करें ये हम पर निर्भर करता है. ये हमें अर्श पर पहुंचा सकता है तो फर्श पर भी पटक सकता है अगर हमें एक माध्यम मिला है अपनी बात रखने का तो हमें इसे गम्भीरता से, सोच समझ कर पूरे विश्वास के साथ चलना चाहिए.
सोशल मीडिया का ये कैसा अनसोशल चेहरा..!– IBN Khabar
चांदनी ने फेसबुक पोस्ट पर जो लिखा है, उसने समाज में खलबली मचा दी है। बहुत से लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि कोई लड़की अपनी बोली लगाने का ऐसा इश्तेहार कैसे दे सकती है। 31 साल की चांदनी पेशे से मॉडल है, गुजराती फिल्मों-सीरियलों और विज्ञापनों में छोटे-मोटे किरदार निभाती है। लेकिन जब उसके अपने जानने वालों ने उसकी मजबूरियों का फायदा उठा कर उसका शोषण करने की कोशिश की, तो उसने अपने तरीके से समाज को आईना दिखाने की कोशिश की। Read more…
सोशल मीडिया सोशल ही बना रहे तो ही अच्छा … अन्यथा !!!
वैसे आपके क्या विचार हैंं इस बारे में … जरुर बताईएगा !!
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