Monica Gupta

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October 30, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

Never Underestimate Yourself – खुद को पहचानें – खुद को कभी कम ना समझें -Personal Development Tips

Never Underestimate Yourself – खुद को पहचानें – खुद को कभी कम ना समझें -Personal Development Tips – हममे कोई खास बात नही.. कोई प्रतिभा नही… कुछ नही… आज मेरी बात उनसे है जो ये सोच लिए हैं… हममे कोई टेलेंट नही..

Never Underestimate Yourself – खुद को पहचानें – खुद को कभी कम ना समझें –

असल में,  कुछ दिन पहले मैंनें वीडियो बनाई थी जिसमें मैंनें बताया था कि लेडीज का आत्मनिर्भर होना किसलिए जरुरी है और अगर हम आत्म निभर्र बनाना चाहतें हैं तो सबसे पहले खुद के अंदर झाकंना होगा और हममे क्या खास बात है उसे खोजना होगा…

 

 

इस बात पर बहुत मैसेज आए कि हममे तो कोई खास बात है ही नही … आप बताईए कि हममे क्या खास बात है .. ?? ये बात पढ कर बहुत दुख हुआ दुख इस बात का हुआ कि हम अपने आप को बहुत ज्यादा अंडर एस्टीमेट करते हैं… अपने आपको जानते ही नही कि हममे भी बहुत खास और अच्छी बातें हैं…

चलिए मान लीजिए मैं आपको बोलती हूं कि आप तो बिल्कुल बुदू हो … जरा भी समझ नही … तो आपका रिएक्शन क्या होगा .. कि हां आपने सही पहचाना … मैं बूदू हूं या आप ये कहेंगें … तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे बूदू कहने की … क्या समझती हो तो तुमसे तो सौ गुणा अच्छा हूं … सौ गुणा अच्छा … तो आ गई न बात सामने …अपनी अच्छाई सामने … जबकि हम क्या करते हैं कि खुद को कुछ समझते नही और  फिर जिंदगी में आगे नही बढ पाते और जहां हैं वही बैठे रह जाते हैं.. हमें भगवान ने किसी खास प्रायोजन के लिए भेजा है … कुछ तो करके जाएगे ही जाएंगें…

वैसे इस बारे में मुझे एक कहानी याद आ रही है…

बहुत बार सुनाती भी हूं  एक कौवा होता है. उसे कोई दुख नही था परेशानी नही थी मस्त और संतुष्ट रहता था. एक दिन उड़ते हुए वह एक नदी के किनारे पहुँचा. वहाँ उसने एक उजले सफ़ेद हंस को तैरते हुए देखा. उसे देखकर वह सोचने लगा..

अरे वाह  “यह हंस कितना सौभाग्यशाली है, जो इतना सफेद और सुंदर है. मुझे तो देखो, मैं कितना काला और बदसूरत हूँ. ये हंस अवश्य इस दुनिया का सबसे खुशकिस्मत पक्षी होगा.”वह हंस के पास गया और अपने मन की बात उसे बता दी. सुनकर हंस बोला, “नहीं ऐसा नहीं है. पहले मैं भी सोचा करता था कि मैं इस दुनिया का सबसे सुंदर पक्षी हूँ. इसलिए बहुत सुखी और खुश था. लेकिन एक दिन मैंने तोते को देखा, जिसके पास दो रंगों की अनोखी छटा है. उसके बाद से मुझे पक्का यकीन है कि वो ही दुनिया का सबसे सुंदर और खुशकिस्मत पक्षी है.

हंस की बात सुनने के बाद कौवा तोते के पास गया और उससे पूछा कि क्या वह दुनिया का सबसे खुश पक्षी है. तोते ने उत्तर दिया, यस  ये सच है कि मैं बहुत खुश था “पर मेरी खुशी तब तक ही रही जब तक मैंने मोर को नहीं देखा. कितना खूबसूरत है वो … उससे सुंदर तो कोई और हो ही नहीं सकता. इसलिये वही दुनिया का सबसे सुखी और खुशकिस्मत पक्षी है.

इसके बाद कौवा मोर की खोज में निकला. उड़ते-उड़ते वह एक चिड़ियाघर पहुँचा. वहाँ उसने देखा कि मोर एक पिंजरे में बंद है और उसे देखने के लिए बहुत सारे लोग जमा हैं. सभी मोर की बहुत सराहना कर रहे थे. सबके जाने के बाद कौवा मोर के पास गया और उससे बोला, “तुम कितने सौभाग्यशाली हो, जो तुम्हारी सुंदरता के कारण हर रोज़ हजारों लोग तुम्हें देखने आते है. मुझे तो लोग अपने आस-पास भी फटकने नहीं देते और देखते ही भगा देते है.

तुम इस दुनिया के सबसे खुश पक्षी हो ना?”कौवे की बात सुनकर मोर उदास हो गया और बोला, “दोस्त! मुझे भी अपनी सुंदरता पर बड़ा घमंड था. मैं सोचा करता था कि मैं इस दुनिया का क्या, बल्कि इस पूरे जगत का सबसे सुंदर पक्षी हूँ इसलिए खुश भी बहुत था. लेकिन मेरी यही सुंदरता मेरी शत्रु बन गई है और मैं इस चिड़ियाघर में बंद हूँ.

यहाँ आने के बाद इस पूरे चिड़ियाघर का अच्छी तरह मुआयना करने के बाद मैं इस नतीजे पर पहुँचा हूँ कि तुम बहुत अच्छे पक्षी हो… किसी की कैद में नही … जब मन हुआ उड गए जब मन आया बैठ गए … पिछले कुछ दिनों से मैं सोचने लगा हूँ कि काश मैं कौवा होता, तो कम से कम आज़ादी से बाहर घूम सकता और तब मैं इस दुनिया का सबसे सुखी और खुश पक्षी होता.

अब कौआ चुपचाप वहां से उड गया.. और उडते उडते वो यही सोच रहा था… कि मैं कितना गलत था… खास बात तो मुझमे भी है… जब दुनिया का सबसे खूबसूरत पक्षी मेरे जैसा बनना चाहता है तो कुछ न कुछ तो है मुझमे भी …

और मैं खुद को कितना अंडर एसटीमेट कर रहा था… तो उस कौए ने तो समझ लिया अब आप क्या सोच रहे हैं भगवान ने सबको अलग बनाया है और अलग गुण दिए हैं. हम उसका महत्व नहीं समझते… और दूसरों के पास जो है, उसे देखकर सोचते हैं कि हमारे पास ये नही हमारे पास वो नही… बजाय महसूस करने के हमारे पास जो है, उसके साथ खुश रहना सीखना चाहिए जबकि ईश्वर का शुक्र अदा करते हुए हमें खुश रहना चाहिए… अपने आप को कभी कम नही आकंना चाहिए…

अपने अंदर छिपी प्रतिभा को खोज कर उसे हमेशा आगे बढाना चाहिए और हमेशा खुश रहना चाहिए… तो खोजिए और मुझे जरूर बताईगा

Never Underestimate Yourself – खुद को पहचानें – खुद को कभी कम ना समझें -Personal Development Tips

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