Let Kids Learn from their Mistakes -क्या करें जब बच्चे गलती करें – बच्चों को गलतियों से सीखने दें – Mistakes Improve Children’s Learning – Everyone makes mistakes and children are no exception क्या करें जब बच्चा गलती करे… तो जवाब होगा. गुस्सा करना, पिटाई करना और क्या … पर उसे गलती करने दीजिए.. तभी तो सीखेगा.. बच्चे को गलती करने दीजिए… learn and grow with your mistakes – let your child make mistakes and learn…
Let Kids Learn from their Mistakes – क्या करें जब बच्चे गलती करें – बच्चों को गलतियों से सीखने दें
बच्चों को गलती करने दीजिए तभी तो सबक सीखेंगें … . कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता फिर चाहे वो बड़ा हो या छोटा, आदमी हो या औरत हर कोई गलतियां कर ही बैठता है. गलतियों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है इसलिए गलती करते रहना चाहिए…
पर बच्चा जब गलती करे तो हम उसे गुस्सा होते हैं ये किसलिए किया क्यो किया… ऐसा नही करना चाहिए था जबकि बच्चे को भी गलती करने देना चाहिए..
गलती करेंगे तभी समझेंगे उस बात की महत्ता.. गलती करने से Self-confidence आता है, difficult situations से कैसे निकला जाता है ये समझ आता है responsibility की भावना आती है जोकि मारने से तो बिल्कुल समझ नही आएगी जरुरत होती है खुद महसूस करने की … समझ नही आएगी पर जब तक उसे खुद रिएलाईज नही करेंगे .., तब तक समझ नही आएगी… तभी तो स्ट्रांग बनेगें
फैला हुआ कमरा
जैसे मान लीजिए एक बच्चा है उसका कमरा फैला हुआ है.. आप रोज समझाते हैं कमरा मत फैलाओ … कई बार तो पिटाई भी कर देते हैं और ठीक भी कर देते हैं.. एक बार गुस्सा भी मत करिए और कमरा भी ठीक मत करिए..
एक समय ऐसा आएगा जब न उसे टाई मिलेगी न जुराब… न कॉपी … स्कूल के लिए देर हो रही होगी. बस मिस हो जाएगी… तो खुद परेशान हो जाएगें और खुद ही समझ आ जाएगी कि कमरा साफ रखना किसलिए जरुरी है.. पर मारना बहुत नाराज हो जाना ये भी सही नही है… और उस समय कि चल मैं तुझे कार में छोड आती हूं क्लास न मिस हो जाए तो बच्चा नही सीखेगा.. इसे कमरा साफ करने की महत्ता नही पता चलेगी… responsibल कैसे बनेगा..
खेलते हुए गिरना
बच्चे खेलते हैं तो चोट भी लगेगी, कपडे गंदे भी होंगें.. तो क्या आप इस वजह से खेलने ही नही देंगें कि नही खेलना चोट लग जाएगी.. कपडे खराब हो जाएगें बल्कि इसी बहाने उन्हें बोल्ड बनाना चाहिए कि गिर गए तो कोई बात नही खेलो.. कपडे तो धुल ही जाएगें… इसी बहाने आप फर्स्ट एड का भी बता सकते हैं कैसे दवाई लगती है कैसे बैडडेड लगाई जाती है.. बोल्ड
फेल हो जाने दीजिए..
हम हमेशा उम्मीद रखते हैं कि बच्चा क्लास सबसे ज्यादा नम्बर आएं… बच्चे के अगर कम नम्बर आए तो हम मारते हैं गुस्सा करते हैं .. आने दीजिए बच्चे के कम नम्बर… बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.. पता चलेगा कि जिंदगी में उतार चढाव आते रहते हैं… पर उसमे तनाव नही बना कर उससे सीखना है.. गुस्सा करेगें तो एक तरह के भय मे जीने लगेगा .. झूठ भी बोलना शुरु कर देगा… खुद साईन करके ले जाएगा कि घर से मार पडेगी… जिंदगी का सच
भूल जाने दीजिए ..
टिफिन रख लिया, कॉपी रख ली ?? ये सारा काम मम्मी का होता है… कभी कभी स्कूल में टिफिन ले जाना भूल गया, कभी अपनी कॉपी ले जाना भूल गया… तभी उसे उसकी महत्ता पता चलेगी.. सब बच्चे खा रहे होंगें या क्लास में टीचर गुस्सा करेगी कि कॉपी किसलिए नही लाए… तभी सीखेगा
Confidence आएगा..
खुद करेगें सबक लेगें तो दूसरो के लिए प्रेरणा बन जाएगें कि मैं दूध नही पीता था ग्रीन वेजिटेबल नही खाता था … इसलिए स्ट्रांग नही हूं खानी चाहिए, कमरा साफ रखना चाहिए.. तो करने दीजिए बच्चों को गलतियां…
मीठी याद होती हैं कुछ गलतियां
कई बार हमारे बोलने का विषय ही यही होता है चाहे हमारे बचपन की बातें हो या बच्चे के बचपन की… पता एक बार जब ये छोटा था तो क्या हुआ था… इसने क्या शरारत की थी… कितना अच्छा लगता है बताना एक मीठी याद ही तो होती है तो करने दीजिए कोई मासूम गलती…
Let Kids Learn from their Mistakes – क्या करें जब बच्चे गलती करें – बच्चों को गलतियों से सीखने दें
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