छेड़छाड़ करना मना है.. रानी पद्मावती पर जंग जारी है.. मेरे विचार से अगर हम कोई फिल्म किसी ऐतिहासिक पात्र को लेकर बनाते हैं तो उसके साथ छेड़छाड़ न करें तो ज्यादा ठीक होगा.. उसे ठीक वैसा ही रखें जैसा अभी तक वो हमारे जहन में हैं या हमने उसे पढ़ा है और अगर बनाना ही है तो उस पात्र को कोई दूसरा नाम लेकर फिल्म बनाए ताकि किसी की भावनाएं आहत ही न हो..
छेड़छाड़ करना मना है
वैसे फिल्में ही नही आजकल तो टीवी सीरियल में पौराणिक कथाओं को लेकर भी बहुत छेड़छाड़ देखने को मिल रही है..
कई बार तो कुछ बातें गले से नीचे नही उतरती… इसका कोई फायदा नही वो इसलिए भी कि जो उनके प्रति हमारा सम्मान है वो कम या खत्म भी हो सकता है या वो मजाक का कारण भी बन सकते हैं … तो छेड़छाड़ होनी ही नही चाहिए.. जो दिखाना है सही दिखाईए !!
आजकल सोशल मीडिया जितना प्रभावशाली हो रहा है अगर उसमे कोई अच्छा संकेत जाए तो अच्छा है अन्यथा नाम खराब होते ज्यादा समय नही लगता… पहले समय में किसी को पता ही नही चलता था कुछ भी किए जाओ पर आज नेट की भूमिका बहुत सशक्त हो गई है.. इसलिए जो भी करें सोच समझ कर ..
और वैसे भी हमारी संस्कृति ही तो हमारी विरासत है… इसे बनाए रखना हमारा फर्ज है..
छेड़छाड़ करना मना है
Leave a Reply