अच्छी teenage बेटी कैसे बनें – How to be a Good Teenage Daughter – चाहे भ्रूण हत्या female feticide की बात हो या बेटी पढाओ की… समाज में लडकियों को बहुत importance दी जाती है इसलिए बेटी का फर्ज भी होना चाहिए कि वो अच्छी बेटी बनें. देखिए बचपन में वो लाडली और पापा की चमची, करछी या परी बन कर अपनी सारी बातें मनवा लेती हैं और जब वो बड़ी होती जाती है यानी teenage में आती है तो उसका अपना सर्कल बनने लग जाता है और वो उसमे बिजी हो जाती है. कई बार वो अपने पेरेंटस के सामने ऊंचा भी बोल जाती है और कई बार झूठ भी… क्या ये सही है… अगर सही नही है तो इसे किन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि उसके पेरेंटस उससे खुश रहें. चलिए आज मैं बताती हूं कि एक अच्छी teenage बेटी कैसे बनें.
अच्छी teenage बेटी कैसे बनें – How to be a Good Teenage Daughter
Responsible हों
सबसे पहले तो छोटे छोटे कामों में मम्मी की मदद करना. अक्सर मम्मी लोग को गुस्सा आता ही इसी बात पर है कि बच्चे सुनते नही मदद नही करवाते तो उन्हें ये मौका दीजिए ही नही… बिना उनकी आवाज लगाए उनके काम में उनकी हेल्प कीजिए जैसाकि मान लीजिए कोई मेहमान आए हैं उन्हें कभी पानी सर्व करना है तो कभी खाना आप रसोई में रहिए और खाना सर्व में सलाद काटने में मम्मी की मदद कीजिए … हालाकि काम बहुत छोटे होते हैं पर इससे मम्मी की एनर्जी बहुत बच जाती है…
Help with younger siblings
अपने भाई बहन की मदद करना … आमतौर पर हम बाते कम और लडते ज्यादा है इससे मम्मी को गुसा आता है वो पापा से शिकायत करती हैं और पापा गुस्सा करते हैं इससे घर में टेंशन का माहौल बन जाता है इसलिए अपने छोटे भाई बहन को प्यार से हैंडल करें. लडाई झगडा कम से कम करें .
Keep room organized
अपना कमरा साफ रखएं. आप बताईए कि मम्मी को गुस्सा किस बात पर आता है इस बात पर आता हि कमरा फैला हुआ है. सारा कमरा फैला दिया …इसलिए कमरा नही फैलाए कोशिश करें कि जो चीज जहां से उठाई है वही रख दे. चादर में अगर सल्ल पडे हैं तो उसे ठीक कर दें… Respect Parents Decisions
अगर वो हमें कहते हैं कि सहेली के घर जा रही हो तो जाओ पर 7 बजे तक आ जाना .. तो इसका मतलब है कि अंधेरा होने से पहले आ जाना चाहिए … मम्मी से बहस नही कि 7 बजे ही वापिस आना है तो क्या करुंगी जाकर और मुंह बना कर कमरा बंद कर बैठ जाओ… बोलना चाहिए कि 7 बजे घर आ जाऊगी .. उनसे बहस नही करनी चाहिए वो कुछ सोच समझ कर ही बोलते हैं…
Listen to Parents
इसलिए उनकी सुननी चाहिए और कहना भी मानना चाहिए. जैसाकि वो बोलते हैं स्कूटी आराम से चलाना तेज नही चलाना या स्कूटी चलाते समय हेलमेट जरुर पहन कर रखना तो उनकी बात माननी चाहिएहेयर स्टाईल खराब हो जाएगा ये नही सोचना चाहिए…
Offer Extra Help. जैसे मान लीजिए आज मम्मी को काम ज्यादा था बैंक भी जाना था और फिर मार्किट भी जाना तो घर लौटने पर मम्मी को पानी भी देना और फिर चाय बना कर पिलाना … उससे उन्हें बहुत स्पोर्ट मिलती है… काम छोटे छोटे होते हैं बहुत अच्छा लगता है
Introduce your friends
अपने दोस्तों से मिलवाना चाहिए पेरेंटस के लिए बहुत जरुरी होता है ये जानना कि दोस्त कौन हैं किसके साथ वो ज्यादा समय बीताती है इसलिए अपने दोस्तों से जरुर मिलवाना चाहिए ताकि वो भी निश्चिंत हो जाएं. या फिर कहीं बाहर धूमने का प्लान कर रहे हैं तो घर पर बताईए कि कौन कौन जा रहा है
Send sweet texts and cards
मम्मी पापा अगर वटसप पर हैं या फेसबुक मैसेनजर पर हैं तो जैसे अपने दोस्त्तों को मैसेज करते हैं वैसे ही कभी कभी मम्मी को भी मैसेज भेजना चाहिए … इससे अच्छा लगता है और प्यार बना रहता है… missing you .. अगर शादी की सालगिरह है या जन्मदिन है तो आप बोलिए कि आप और पाप धूम कर आओ movie देख कर आओ मैं घर पर अपने भाई बहन का ध्यान रखूंगीं तो उन्हें बहुत अच्छा लगेगा … भले ही वो जाए न पर उन्हें ये सुननना बहुत अच्छा लगेगा
Express gratitude समय समय पर जब भी chance मिले धन्यवाद करना appreciate करते रहना चाहिए … मान लीजिए आपकी दोस्त किसी बात पर आपकी praise कर रही है तो आप मम्मी का धन्यवाद करें या पापा का धन्यवद करें कि आज जो मैं जो भी हूं उन्हीं की वजह से हूं इतनी अच्छी शिक्षा दी है …
Be honest with your parents पैरेंटस के सामने कभी झूठ या चलाकी नही दिखानी चाहिए अगर कभी गलती हो गई तो सारी बात सच सच बता कर माफी मांग लेनी चाहिए
Personal Hygiene अपने शरीर की सफाई का ख्याल रखना रखना भी बहुत जरुरी है. हम स्वच्छ रहेंगें तो स्वस्थ रहेंगें
तो ये कुछ बातें हैं वैसे आप क्या सोचती हैं अगर आपके पास भी टिप्स हो तो जरुर बताईएगा ..
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