दिल की बात
पिछ्ले सप्ताह मेरी सहेली मणि के अंकल की अचानक तबियत खराब हो गई शायद हार्ट अटैक था. उन्हें तुरंत दिल्ली लेकर जाना पडा. मैं, जब मणि के घर मिलने गई तो वो बेहद उदास थी. मैनें समझाया चिंता मत कर. इस पर वो मुझे बोली कि तू हमेशा कहती है कि जो कुछ होता है अच्छे के लिए होता है अब उनकी अचानक तबियत खराब हुई इसमें अच्छा क्या हुआ. मैं चुप ही रही क्योकि वो मुझे पता था कि इस समय वो बहुत उदास है मेरे कुछ भी कहने का कोई फायदा नही होगा.
अभी कुछ देर पहले ही वो आई और बहुत खुश थी क्योकि उसके अंकल का आप्रेशन सफल रहा और वो वापिस लौट आए हैं. आज उसने मुझे बोला कि तूने सही कहा था कि जो होता है अच्छे के लिए होता है. मेरे पूछ्ने पर कि आखिर हुआ क्या. इस पर वो बोली कि तबियत खराब के बाद से अंकल ने सिग्रेट पीना हमेशा के लिए छोड दिया है वो दिन में तीन तो कभी चार पैकेट सिग्रेट पीते थे. तो हुआ न अच्छा.
मैं भी मुस्कुरा दी. वैसे कई बार जिंदगी में मौके ऐसे आते है कि हमारा मन चाहा नही होता ऐसे मे यही सोचना चाहिए कि मन का हो तो अच्छा और मन का ना हो तो और भी अच्छा क्योकिं अब वो होगा जो भगवान को सही लगता है.. इसलिए हर हाल में बस खुश रहिए और सकारात्मक सोचिए.
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