स्लोगन स्वच्छ भारत अभियान
सफाई अभियान पर नारे – स्लोगन स्वच्छ भारत अभियान – खुले में शौच मुक्त भारत
मोदी जी के निर्देशन में आज पूरे भारत में देश में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान , जन आंदोलन के रुप में चला हुआ है जहां लोगो ने इसकी महत्ता को समझ रहें हैं वहां स्वच्छता आ भी रही है…
अभियान पर नारे,
मेरा, स्वच्छता अभियान से जुडना एक यादगार अनुभव रहा. बात 2008 की है तब मैंं ज़ी न्यूज की सिरसा (हरियाणा) से सम्वाददाता थी और जब पता चला कि सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के अंतर्गत सिरसा 3 महीने में स्वच्छ बन जाएगा यानि गांव के लोग बाहर शौच जाना छोड देंगें और घर में ही शौचालय और कुई बनवाएगें तो तुरंत न्यूज आईडिया भेज दिया… और जिला प्रशासन के साथ गांव जा पहुंची न्यूज कवर करने … सोच कर तो ये ही गई थी कि ये तो असम्भव है हो ही नही सकता … पर जैसे जैसे अभियान आगे बढता रहा गांव वाले जिले के एडीसी डाक्टर युद्दबीर सिह ख्यालिया से प्रेरित होते रहे और स्वच्छता आने लगी …
गांव गांव मे अपना गांव स्वच्छ बनाने की होड सी लग गई… जय स्वच्छता के नारे गूंजने लगे और पूरा का पूरा गांव एक परिवार बन कर स्वच्छ करने में जुट गया …
और इतनी उर्जा देख कर मुझे लगा कि मुझे इसे किताब का रुप देना चाहिए और मैने लिख डाली किताब … स्वच्छता एक अहसास !!
पेश है उसका एक छोटा सा अंश
Slogans on cleanliness
स्वच्छता पर नारे
गाँव वालों ने तो अभियान को नई दिशा देने के लिए ढ़ेरों नारे बना दिए….
आँखों से हटाओ पट्टी, खुले में न जाओ टट्टी
हम सब का है एक ही नारा, साफ और सुथरा हो देश हमारा
मूँगफली में गोटा, छोड़ दो लोटा।
ना जिलें में, न स्टेट में, सफाई सारे देश में
1-2-3-4, कुई खुदवा लो मेरे यार
सफाई करना मेरा काम, स्वच्छ रहें हमारा गाँव।
सुन ले सरपंच, सुन ले मैम्बर, कुई खुदवा लें घर के अंदर
बच्चें, बूढ़े और जवान, सफाई का रखो ध्यान
खुले में शौच, जल्दी मौत
सफाई है जहाँ, पढ़ाई है वहाँ
गाँव-2 में जाना है, गंदगी को दूर भगाना है।
नक्क तै मक्खी बैन नी देनी, खुल्ले में टट्टी रहन नी देनी
लोटा बोतल बंद करो, शौचालय का प्रबन्ध करों।
मेरी बहना मेरी माँ, खुले में जाना ना ना ना….
सफाई का रखो पूरा ध्यान
गाँव को बना लो निर्मल ग्राम
स्वच्छता है जहाँ, जिन्दगी है वहाँ
खुले में शौच नही जाना है
गाँव को निर्मल बनाना है
सफाई है जहाँ, खुदाई है वहाँ
ताऊ बोला ताई से, सबसे बड़ी सफाई सै
साफ पानी पीऐंगे
सुरक्षित जीवन जीऐंगें
बच्चें, बूढ़े और जवान
खुले में शौच से सब परेशान
जब गंदगी को जड़ से मिटाऐगें
तभी अच्छे नागरिक को कहलाऐगें
मिल जुल कर छोडो़ चिंगारी
स्वच्छ हो जाए दुनिया सारी
खुले में शौच, पिछड़ी हुई सोच
हर गाँव में ज्योति जगाऐंगें
देश को स्वच्छ बनाऐंगें
धरती माता करे पुकार, आस-पास को कर लो साफ
पिछला जमाना बीत गया, अब नया सवेरा आया है
हर घर में शौचालय हो यही समझ अब लाया हैं
स्वच्छता को लेकर महात्मा गाँधी कहते थे
स्वच्छता स्वतंत्रता से भी महत्वपूर्ण है
स्वच्छता में ही ईश्वर का वास होता है
पं0 जवाहर लाल नेहरू का स्वच्छता के बारे में कहना था कि …
जिस दिन हम सबके पास अपने प्रयोग के लिए एक शौचालय होगा मुझे पूर्ण विश्वास है कि उस दिन देश अपनी प्रगति की चरम सीमा पर पहुँच चुका होगा।
नया साल नया सवेरा
1 जनवरी सन् 2008 को सूरज की पहली किरण ने दस्तक दी। लोग जागे और घरों के बाहर, खेत-खलिहानों का नजारा लेने लगे। ओस की बूँदे फसलों से अठखेलिया कर रही थी। पक्षी मधुर कंठ से अपने राग अलाप रहे थेे। मानों उन्हें भी पता चल गया था कि नया साल, नया सवेरा लेकर आया है। आज के बाद से कोई भी, कभी भी खेतों में शौच के लिए ना जाकर घरों में ही बनें शौचालय का ही इस्तेमाल करेगा ताकि एक नए समाज को बनाने का सपना हकीकत में बन जाए। पहले जो लोग खेतों की ओर जाते नाक पर कपड़ा रख लेते, आज वही लोग बाहर खेतों में घूमते हुए खुली हवा में फेफड़ो में ताजी और स्वच्छ हवा भर रहें हैं।
जि़ला सिरसा के सभी 333 गाँवों की काया पलट होने में सिर्फ तीन महीने यानि 2 अक्तूबर, 2007 से 31 दिसंबर 2007 तक का समय लगा और आज नतीजा यह निकला कि सभी गाँव खुले में शौच से मुक्त्त और निर्मल है।
अगर इस कार्य को जिला ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा युद्ध स्तर पर व्यापक रूप से ना चलाया जाता तो सवाल ही पैदा नही होता कि लोगों को स्वच्छता के बारे में ज़रा सी भी जानकारी मिल पाती।
लेकिन इस अभियान को यानि सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान को इतने सुनियोजित ढ़ंग से चलाया गया कि सिर्फ गाँव-गाँव ही नही बल्कि हर गाँव की हर गली, हर घर में जाया गया। स्कूलों में जाकर उन्हें स्वच्छता की जानकारी दी गई। अभियान में बच्चें-बूढ़े, महिला, पुरूष हर वर्ग को जोड़ा गया और अभियान ने इस कदर रंग दिखाया कि वो लोगों की सोच बदलने में कामयाब रहा।
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के साथ ’जय स्वच्छता समिति’ ने जुड़कर उन्हें ट्रेंनिग दी और गाँव-गाँव में जागरूकता फैलाने के लिए भेज दिया। गाँव वालों ने भी माना कि उनके समझाने से पहले तो मानो वो गहरी नींद में थे। टीम के आने के बाद ही वो उस नींद से जागे हैं और ऐसे जागे हैं कि आज पूरे भारत में सिरसा जिला सूरज बन कर चमक रहा है और अन्य जिलों तथा प्रदेशों को भी अपनी किरणों के माध्यम से संदेश दे रहा है कि स्वच्छता रखो। सदियों पुरानी चली आ रही परम्परा को आज के बच्चों ने पूरी तरह से समझ लिया है और अपने बड़े-बुर्जुगों की सोच बदल कर स्वच्छता का स्वागत दोनों बाहें फैलाए कर रहें हैं।
सभी गाँव वालों के प्रयासों से उन्होंने असम्भव काम को सम्भव कर दिखाया है। आज उन्हें स्वच्छता मिल गई मानों दूसरा जन्म मिल गया हो, इसी खुशी में हर गाँव वासी खुद को नाचने गाने से रोक नही पा रहा और एक ही बात उनके दिल से निकल रही है। और वो है……………
जय स्वच्छता जय स्वच्छता जय स्वच्छता
Andy Gomes says
Nice step taken by Shri Modi ji.
#safaiAbhiyaan
Umesh chand says
Thats good
Sushil kumar says
हिन्दु मुस्लिम और इसाई. सब मिलकर करो सफाई Sushil kumar patel (CHITRAKOOT M.P.)