Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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April 27, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न स्क्रीन राईटर – अमित आर्यन – Versatile Screen Writer – Amit Aryan

Versatile Screen Writer - Amit Aryan

बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न स्क्रीन राईटर – अमित आर्यन – Versatile Screen Writer – Amit Aryan – एक ऐसे लेखक जिनका सीरियल F.I.R. लगातार 9 साल चला. 1000 एपिसोड पूरे किए और 5000 से भी ज्यादा तकिया कलाम सीरियल में इस्तेमाल किए गए इस पर जल्द ही उनकी एक किताब प्रकाशित होने वाली है और इन दिनों लंदन के  production house  मे एक सीरियल के लेखन में व्यस्त हैं

बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न स्क्रीन राईटर – अमित आर्यन

पुलिस की बात करते ही या पुलिस स्टेशन जाने के नाम से ही हमें टेंशन हो जाती है पर एक पुलिस स्टेशन ऐसा है जहां जाने में या F.I.R लिखवाने में हमारा भरपूर मनोरंजन होता है और मन करता कि सारा समय इस पुलिस स्टेशन को ही देखते रहें …

ह ह हा … ज्यादा हैरान  होने की जरुरत नही … मैं बात कर रही हूं टेलिविजन के एक जाने माने धारावाहिक F.I.R की .. खुशकिस्मती से मुझे मौका मिला F.I.R के स्क्रीन राईटर श्री अमित आर्यन जी से बात करने का …

 

“आईए आईए” तकिया कलाम से  शुरु हुआ हमारी बातों का सिलसिला..

अमित जी का जन्म 14 मई 1977 को यूपी के बांदा जिले की अतरा तहसील में हुआ ( अगर आप F.I.R देखते रहें हैं  तो अत्तरा के नाम से आप चिरपरिचित होंगें बहुत एपिसोड में इसका जिक्र हुआ है. )

अमित जी के पापा वहां हिंदी के प्रोफेसर थे और मम्मी गृहणी. इनकी दो बहनें हैं और ये सबसे छोटे और इकलौते भाई हैं. अमित जी ने बताया कि बचपन से ही पढने का शौक था क्योकि घर का माहौल ही ऐसा था.

पिता बहुत बार कवि सम्मेलन में जाते. वही उनकी मौसी जी का साहित्य जगत में बहुत नाम था. जहां बचपन में चंपक, लोटपोट पढी वहीं घर पर सरिता, मुक्ता व अन्य साहित्य से जुडी पत्रिकाएं भी आती थीं इसलिए मन के भीतर छिपा लेखक जागने लगा.

इतना ही  नही, बचपन से वो अमिताभ बच्चन साहब के बहुत बडे प्रशंसक रहे और जब पांचवी क्लास में थे तब से स्कूल में उन्हीं के गानों पर perform करना शुरु कर दिया था और इसी वजह से बचपन से ही उनकी पहचान पूरे यूपी में होती चली गई और उन्हें स्टेट लेवल पर बहुत एवार्ड, सम्मान भी मिलने लगे..

अपने बचपन का एक किस्सा शेयर करते हुए उन्होनें बताया कि जब वो 6 -7 साल के थे तब घर में रंग रोगन हुआ. बैठक का रंग हलका गुलाबी करवाया गया था और वो रंग सूखा भी नही था कि उन्होनें दीवार पर नीली स्याही से बडा बडा “फिल्म” लिख दिया …

इस हरकत से बेशक, डांट बहुत पडी पर पापा समझ गए थे कि इस लडके का कुछ नही हो सकता इस पर  फिल्मों  का भूत सवार है बस फिर उन्हें रोका नही गया …

मैं सोचने लगी कि फिर “जा अमित जा,  जी ले अपनी जिंदगी टाईप कुछ हुआ होगा और उनकी राह आसान हो गई होगी ….

तभी अमित जी की बातो से मैं ख्यालों की दुनिया से लौट आई …उन्होनें बताया कि बात सन 1995 की है वो मुम्बई चले आए और डायरेक्शन में किस्मत आजमाने लगे पर हमेशा से ये लगता कि ज्यादा रुझान लेखन की ओर है …

और इसी बीच अलग अलग विज्ञापनों में, आईफा या अन्य अवार्ड कार्यक्रमों की या फिर जिंगल की स्क्रिप्ट लिखने लगे पर इस पर भी आत्मसंतुष्टि नही हो रही थी और फिर मौका मिला सोप राईटिंग का और शुरुआत हुई सोनी टीवी के “ थोडी खुशी थोडे गम”, , ज़ी टीवी के “जब लव हुआ”, सहारा टीवी के “जारा “ सीरियल  से

और फिर 2006 में मिला सीरियल F.I.R  .. जिसने रिकार्ड कायम कर दिया. लोगो के दिलों में इस कदर छा गया कि लगातार 9 साल चला और इतिहास बना दिया.

F.I.R. की ना सिर्फ स्क्रिप्ट मजेदार थी बल्कि तकिया कलामों के इस्तेमाल से इसे एक नया ही रुप मिल गया… इसमे कुल मिलाकर 5000 से भी ज्यादा तकिया कलाम बोले गए और एक अच्छी बात ये भी है कि इन तकिया कलामों पर अब एक किताब बहुत जल्द आने वाली है …

तकिया कलाम का आईडिया आया कैसे के बारे में अमित जी ने बताया कि वो कुछ नया करना चाहते  थे इसलिए शुरु के दो तीन एपिसोड पर इसे ट्राई किया गया और दर्शकों ने इसे बहुत ही ज्यादा पसंद किया तो फिर इसे कहानी का अहम हिस्सा ही बना लिया और जब भी कोई तकिया कलाम लिखते पात्र को ध्यान में रखते हुए लिखते कि  ये तकिया कलाम फलां पात्र पर कितना सूट करेगा…

Versatile Screen Writer

इसी बीच लेखन में और भी बहुत कुछ चलता रहा जैसा कि “लापता गंज”, “यारो का टशन”, और फिल्मों में “एबीसीडी”ABCD (Any Body Can Dance) , डू नॉट डिस्टर्ब , की कहानी भी बहुत पसंद की गई.

अमित जी ने बताया कि हाल ही में विदेश में एक नए प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है .. लंदन में एक प्रोडेक्शन हाउस में काम चल रहा है .एक लव स्टोरी है भारतीय और ब्रिटिश परिवार की जिसमे कॉमेडी भी भरपूर है.

लेखन की बात चली तो मैंने पूछा कि क्या आपको लिखते समय एक दम चुप्पी चाहिए होती है या … इस पर वो बोले कि ऐसा कुछ नही है उन्होने कितनी बार रेलवे प्लेटफार्म पर बैठ कर कहानी लिखी है.

फिर मैने पूछा कि कई बार हम विचार शून्य भी हो जाते हैं लगता है कि कोई आईडिया ही नही आरहा … क्या ऐसा कुछ आपके साथ भी होता है कभी … उन्होनें बताया कि बहुत बार ऐसा होता है कि कोई आईडिया ही नही आ रहा होता … दिमाग परेशान हो जाता है कि क्या लिखें ? ऐसे में सबसे ज्यादा जरुरी होता है मन में प्रैशर नही डालना … बस रिलेक्स हो जाना चाहिए और देखिए फटाफट आने शुरु हो जाएगें.

ऐसे में बस कही बाहर निकल जाना चाहिए और फिर देखिए.. !!

. कहने का मतलब यही है कि जितना प्रेशर दिमाग पर डालेगें उतना ही आईडिया दूर भागेगें  पर जब मन को रिलेक्स छोड देंगें तो आईडिया आने शुरु हो जाएग़ें और हां,  आईडिया आते ही उसे नोट कर लेना बहुत जरुरी होता है क्योकि हमें लगता है कि ये तो हमें भूलेगा नही पर अक्सर आईडिया दिमाग से गायब हो जाता है इसलिए मोबाइल पर नोट करना या या पेपर पैन हमेशा पास ही रखना सही रहता है

अमित जी ने बताया कि उनकी पत्नी जस आर्यन भी डायरेक्टर हैं और शार्ट फिल्म डायरेक्ट करती हैं और दो बच्चें हैं और कई बार बच्चे भी बहुत आईडिया दे देते हैं … उन्हें बहुत खुशी होती है जब स्कूल में उनके बेटे के दोस्त फिल्म की या सीरियल की तारीफ करते हैं तो बच्चों के चेहरे पर गर्व के भाव देखकर बहुत खुशी मिलती है..

 

उनका प्रयास भी यही है कि वो ऐसी साफ सुथरे फिल्म या धारावाहिक बनाते रहेंगे जिसे सपरिवार देखा जा सके …

जो इस फील्ड में आना चाहते हैं उनके लिए यही मैसेज है कि लेखन ऐसी कला है जो सिखाई नही जा सकती ये हमारे भीतर होती है.  हां,  पर इस कला में निखार जरुर लाया जा सकता है.

एक अच्छा लेखक बनने के लिए observer होना पडेगा … एक लेखक का observer होना बहुत जरुरी होता है अपने आस पास नजर उठा कर देखेगें तो पाएगें कि कितने तरह तरह के पात्र बिखरे पडे हैं … उन्हें देखो महसूस करो और फिर लिखो …

आज,  बेशक,  समय बहुत बदल गया है हमारे पास बहुत अवसर है पर उतनी ही प्रतिस्पर्धा भी बढ गई है .. बहुत होड हो गई है इसलिए पूरी तरह से तैयार होकर ही इस मैदान में उतरिए …

ताकि आपका समय और पैसा खराब न हो बेशक इसके लिए समय लग जाए कोई दिक्कत नही .. पर एक बार आईए तो बस ऐसे आईए की छा जाएं  …

अपने प्रशंसकों को बहुत बहुत धन्यवाद करते हुए कहा कि ऐसे ही देखते रहिए और हंसते रहिए. यही प्रयास यही रहेगा कि वो healthy comedy बनाते रहेंगें जिसे सभी परिवार के साथ मिल बैठ कर देख सकें …

हालाकि बातें तो और भी बहुत थी पर उनकी व्यस्तता देखते हुए मैने उन्हें ढेर सारी शुभकामनाऎ  देते हुए उनसे विदा ली और एक ही बात जहन में आ रही थी कि …

जो सफर की शुरुआत करते हैं , वो ही मंजिलों को पार करते हैं,  एक बार चलने का हौंसला रखो, मुसाफिर का तो रास्ते भी इंतजार करते हैं …

 

April 26, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Parenting Mistakes to Avoid – बातें जो बच्चों को अच्छी नहीं लगती – Parenting Mistakes

Parenting Mistakes to Avoid – बातें जो बच्चों को अच्छी नहीं लगती – Parenting Mistakes बच्चों को पसंद नही होती पेरेंट्स की ये बातें..  What Parents should not Do – Things Parents should not Do Role of Parents – Parenting Mistakes in Hindi – 11 common parenting mistakes we should avoid as parents.. जहां  पेरेंटस को बच्चों की बहुत सारी बातें पसंद नही होती तो वही बच्चों को भी अपने पेरेंटस की बहुत सारी बातें पसंद नही होती… फर्क इतना ही होता है पेरेंट्स तो बोल देते हैं पर बच्चे सामने नही बोल पाते… ऐसी ही बच्चों की कुछ बातें आज मैं पेरेंट्स  से शेयर कर रही हूं इन पर जरुर विचार कीजिएगा

Parenting Mistakes to Avoid – बातें जो बच्चों को अच्छी नहीं लगती – 11 बातें

1. आपस में झगडना.. बात बात आपस में झगडा करना जब इस तरह का झगडा करते हैं तो बहुत तनाव हो जाता है और किसी काम में मन नही लगता… दिल की धडकन बढ जाती है

2. बात बात तुलना करना

चाहे घर मे भाई बहन को लेकर हो या कजिन या दोस्त को लेकर हो… बात बात तुलना करके इतना डिमोटिवेट कर देते हैं कि बहुत गुस्सा आता है और लगता है कि जब इतनी कमी है मुझमें तो भगवान ने मुझे जन्म ही क्यों दिया..  बहुत हर्ट होती है ये बात..

3. कुछ नया करने लगे तो अभी बच्चे हो तुमसे नही हो पाएगा… कुछ नया करने पर गुस्सा करना

हममे कोफ़िडेंस कैसे आएगा… जब करने ही नही देंगें तो… और जब नही करते तो भी कुछ कर ही नही सकते तुम.. करने भी नही देते फिर उम्म्मीद भी करते हैं कि करें… करते क्यो नही…

4.  बात बात पर अहसास करवाना कि जब मैं तुम्हारे जितना था तो ऐसा था.. ये कर देता था… पढाई में ऐसा था. बडो का आदर करता था…

5.  हमेशा शक की निगाह से देखना.. कमरे में अकेले हैं तो क्या कर रहे थे अकेले बैठ कर कमरे में… या कुछ मोबाइल कर रहे हैं तो उसे चैक करना या बार बार पूछना.. इससे बहुत बुरा लगता है कि क्या हम पर इतना भी विश्वास नही…

6. पेरेंटस हर समय मोबाइल पर लगे रहते हैं हमें समय नही देते कुछ पूछो तो अभी ठहरों बाद में बताता हूं… देख नही रहे काम कर रहा हूं..

7.  पैसे पेड़ पर नही लगते..

बार बार जताना की महंगाई बहुत बढ गई.. और हमारे ऊपर बहुत खर्चा कर रहे हैं.. एक हीन भावना को जन्म देता है जिस वजह से बहुत बार अपनी इच्छाई मारनी पडती हैं… चाह कर भी कुछ बता नही पाते कि फिर सुनना पडेगा…

8.  कोई जरा सी गलती होने पर अक्ल नही है, दिखाई नही देता, समझ नही आता क्या… बिल्कुल बेवकूफ ही रहेगा.. सुधर नही सकता…

9.  धमकी देना कि आने दो तेरे पापा को या मम्मी को आने दे वही सीधा करेगी तुझे… या घर चल वहां चल कर बताए हैं वही सीधा करते हैं…

10. जो कहते हैं वो करते नही.. खुद उदाहरण नही बनते.. बोलते है झूठ नही बोलना चाहिए..  खुद झूठ बोलते हैं.. झगडा नही करना चाहिए खुद कितनी बार आस पडोस मे झगडते हैं बोलते है सैर पर चलेगें तो बोलते हैं कल से चलेगें आफिस में बहुत काम है… कल कभी नही आता .. या अगले महीने पिकनिक पर चलेगें पर कभी नही जाते.. नशा करना बुरी बात है नही करना चाहिए खुद नशा करते हैं..

11. हमेशा बस पढाई पढाई और पढाई..

April 24, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Teach Your Child Time Management – बच्चों को सिखाएं – Time को कैसे करें Manage

Teach Your Child Time Management

Teach Your Child Time Management – बच्चों को सिखाएं – Time को कैसे करें Manage – how to teach your child time management skills – बच्चों को सिखाएं Time Manage करना… इसे सीख कर  बच्चा हर फील्ड में स्मार्ट बन सकता है..  पर  कैसे ?? तो चलिए आज इसी बारे में बात करती हूं…

Teach Your Child Time Management

सबसे पहले तो इस बात का ध्यान रखिए कि बच्चा छोटा हो यानि बचपन से ही सीखा देंगें तो बहुत अच्छा रहेगा.. Teens से पहले का समय बेस्ट रहता है..

 

और फिर पेरेंटस को खुद रोल मॉडल बनना पडेगा.. जो बच्चों को सीखा रहे हैं पहले उसे खुद फ़ोलो करें .. बच्चे ज्यादा जल्दी सीखेंगें… खुद सुबह उठते नही … तो बच्चे क्या सीखेंगें.. दो मिनट में तैयार हो रही हूं और तैयार होने में आधा घंटा लगा दें तो बच्चे कैसे सीखेंगें..

Time Management  –

फिर इसे लेकर तनाव नही बनाए Fun बनाएं … आराम से सीखाएं…

बच्चों को उदाहरण दें.. जैसे सुबह सूरज निकलता है रात को चांद और सितारे ..ये सब समय पर होता है अगर नही हो तो सब उलट पुल्ट हो जाएगा… या फिर स्कूल में हर क्लास का टाईम फिक्स है स्कूल में घंटी समय से बजती है..छुट्टी समय से होती है… अगर पांच मिनट भी देर हो जाए तो क्या होता है … अच्छा नही लगता है ना … तो हर काम समय पर ही होना चाहिए… तो ये सब हुआ कि उसने समय को मैनेंज किया.. सारा काम समय पर किया तो देर होने का सवाल ही नही…

फिर बात आती है कि बच्चों को उसकी  महत्ता और  फायदे बताए जाए… ताकि बच्चे समझे.. महत्ता मैं कुछ ऐसी कहानी सुनाई जाए जिसे सुनकर बच्चे का भी मन करे कि उसने भी समय पर काम करना है… जैसे एक बच्चा हमेशा स्कूल के लिए लेट हो जाता है हमेशा टीचर सजा देती है.. और एक बच्चा हर रोज समय पर स्कूल पहुंचता है उसे शाबाशी मिलती है टीचर उसके लिए क्लेपिंग करवाती है…

तो हम सुपर हीरो बन सकते हैं.. समय पर काम करके… सफलता की कहानी सुनाई जा सकती है.. प्रेरक प्रसंग सुनाए जा सकते हैं..

Time Management  में अलग अलग Tools लिए जा सकते हैं…

जैसा कि रिस्ट वॉच बच्चे के हाथ में घडी होगी तो उसे बहुत अच्छा लगेगा सारा समय घडी देख कर काम करने में…

अलार्म क्लॉक – इसके जरिए भी उसे समय बताया जा सकता है मान लीजिए शाम को 5 से 6 बजे का समय पढाई का है 6 बजे का अलार्म लगा दिया कि 6 तक होम वर्क खत्म करना है… क्योकि फिर खेलने जाना है और खेलने का समय 6 से 7 बजे तक का है…  तो बच्चा करेगा ही खत्म.. या फिर कार्टून देखनी है..

कैलेंडर

कैलेंडर बना कर हर रोज उस पर टिक मार्क करें.. जैसे जो महीना चल रहा है उसका कैलेंडर बना कर उसने जो काम समय पर किया उस पर टिक कर देना है.. जैसा कि लिखा है कि सुबह 6.30 पर उठे.. 7 बजे तक नहाए 7. 15 तक नाश्ता किया और 7. 30 पर बस स्टॉप पर

To Do List  Daily Priorities फिक्स करनी है कि क्या चीज ज्यादा जरुरी है… जैसे बच्चे के लिखे खेल ज्यादा जरुरी है तब बताईए कि पढाई भी उतनी ही जरुरी है… सोना भी उतना ही जरुरी है…

जो भी हम  Routine बनाएं उस पर Stick भी रहें..

जैसे मान लीजिए होमवर्क का टाईम 5 से 6 है और खेलने का 6 से 7 … और कभी बच्चा सो रहा है कभी आप गप्पे मार रहे हो.. कभी आप टीवी देख रहे हो.. नही ऐसा नही… जो लिखा हि उसी हिसाब से चलना भी है… सोना अगर 8 बजे है तो मतलब 8 बजे सोबना है.. कभी कभार हो जाए तो अलग बात है पर अगर हम Stick ही नही रहेंगें तो बात नही बनेगी…

फिर एक बात और कि Expectations Reasonable रखिए.. पेरेंटस सोचते हैं कि बस जो लिख दिया वही होना ही चाहिए और नही किया जिस दिन फ़ॉलो पिटाई भी हो जाती है तो ऐसा नही करना चाहिए… कभी कभार थोडा बहुत हो जाता है तो सब्र रखना चाहिए..

और इसी में थोडा फ्री टाईम भी होना चाहिए

ये नही कि इतना टाईट शेड यूल हो कि बच्चे को सिर तक उठाने की फुर्सत न मिले.. ऐसे वो किसी काम को आराम से नही कर पाएगा..

और सबसे जरुरी कि बच्चा अगर हर रोज अच्छा कर रहा है सारी बातें फ़ोलो कर रहा है तो उसे Rewards भी देना है ताकि उसका मनोबल बना रहे…

Teach Your Child Time Management

April 23, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Truth of Life in Hindi – जीवन का सच – एक प्रेरक कहानी – Inspirational Story

Truth of Life in Hindi

Truth of Life in Hindi – जीवन का सच – एक प्रेरक कहानी – Inspirational Story  – जीवन का सच क्या है… जीवन का सार क्या है… कई बार जब लोगो को हम ये कहें कि अच्छे काम करते रहो.. सच्चाई की राह पर चलते रहो तो ऐसे समझ नही आता और एक तरह का भाषण लगता है पर अगर हम इसे कहानी के रुप मे बताए तो समझ आ जाता है… मैंनें भी एक ऐसी ही प्रेरक कहानी पढी.. वो ही शेयर कर रही हूं..

Truth of Life in Hindi – जीवन का सच – एक प्रेरक कहानी – Inspirational Story

एक आदमी को मरने से बहुत डर लगता था. एक दिन उसे चतुराई सूझी और काल को अपना दोस्त बना लिया.

उसने अपने मित्र काल से कहा- मित्र, तुम किसी को भी नहीं छोड़ते हो, किसी दिन मुझे भी ले जाओगे..धर लोगे! काल ने कहा- ये मृत्यु लोक है. जो आया है उसे मरना ही है. सृष्टि का यह शाश्वत नियम है इस लिए मैं मजबूर हूं. पर तुम दोस्त  हो इसलिए मैं जितनी रियायत कर सकता हूं, करूंगा ही. मुझ से क्या आशा रखते हो साफ-साफ कहो.

व्यक्ति ने कहा- मित्र मैं इतना ही चाहता हूं कि आप मुझे अपने लोक ले जाने के लिए आने से कुछ दिन पहले मैसेज कर देना ..  अवश्य लिख देना ताकि मैं अपने बाल- बच्चों को कारोबार की सभी बातें अच्छी तरह से समझा दूं और स्वयं भी भगवान भजन में लग जाऊं. अच्छे काम करने लग जाऊं

काल ने प्रेम से कहा- यह कौन सी बड़ी बात है, मैं एक नहीं आपको चार मैसेज भेज दूंगा. चिंता मत करो. चारों मैसेज के बीच समय भी अच्छा खासा दूंगा ताकि तुम सचेत होकर काम निपटा लो.

मनुष्य बड़ा प्रसन्न हुआ सोचने लगा कि आज से मेरे मन से काल का भय भी निकल गया, मैं जाने से पूर्व अपने सभी कार्य पूर्ण करके जाऊंगा तो देवता भी मेरा स्वागत करेंगे. उन्ही गलत सलत कामों में लग गया..

दिन बीतते गये एक दिन काल सीधा आकर खडा हो गया कि चलो . मित्र अब समय पूरा हुआ. मेरे साथ चलिए. मैं सत्यता और दृढ़तापूर्वक अपने स्वामी की आज्ञा का पालन करते हुए एक क्षण भी तुम्हें और यहां नहीं छोड़ूंगा.

मनुष्य के माथे पर बल पड़ गए, भृकुटी तन गयी और कहने लगा- धिक्कार है तुम्हारे जैसे मित्रों पर. मेरे साथ विश्वासघात करते हुए तुम्हें लज्जा नहीं आती?

तुमने मुझे वचन दिया था कि लेने आने से पहले पत्र लिखूंगा. मुझे बड़ा दुःख है कि तुम बिना किसी सूचना के अचानक दूतों सहित मेरे ऊपर चढ़ आए. मित्रता तो दूर रही तुमने अपने वचनों को भी नहीं निभाया.

काल हंसा और बोला- मित्र इतना झूठ तो न बोलो. मेरे सामने ही मुझे झूठा सिद्ध कर रहे हो. मैंने आपको एक नहीं चार पत्र भेजे. आपने एक भी उत्तर नहीं दिया.

मनुष्य ने चौंककर पूछा – कौन से पत्र? कोई प्रमाण है? काल ने कहा – मित्र, घबराओ नहीं, मेरे चारों पत्र इस समय आपके पास मौजूद हैं.

मेरा पहला पत्र आपके सिर पर चढ़कर बोला, आपके काले सुन्दर बालों को पकड़ कर उन्हें सफ़ेद कर दिया और यह भी कहा कि सावधान हो जाओ, जो करना है कर डालो.

नाम, दिखावे और धन-संग्रह के झंझटो को छोड़कर भजन में लग जाओ पर मेरे पत्र का आपके ऊपर जरा भी असर नहीं हुआ.

बनावटी रंग लगा कर आपने अपने बालों को फिर से काला कर लिया और पुनः जवान बनने के सपनों में खो गए. आज तक मेरे श्वेत अक्षर आपके सिर पर लिखे हुए हैं.

कुछ दिन बाद मैंने दूसरा पत्र आपके नेत्रों के प्रति भेजा. नेत्रों की ज्योति मंद होने लगी.

फिर भी आंखों पर मोटे शीशे चढ़ा कर आप जगत को देखने का प्रयत्न करने लगे. दो मिनट भी संसार की ओर से आंखे बंद करके,  प्रभु का ध्यान मनन में नहीं किया.

इतने पर भी सावधान नहीं हुए तो मुझे आपकी दीनदशा पर बहुत तरस आया और मित्रता के नाते मैंने तीसरा पत्र भी भेजा.

इस पत्र ने आपके दांतो को छुआ, हिलाया और तोड़ दिया. आपने इस पत्र का भी जवाब न दिया बल्कि नकली दांत लगवाये और जबरदस्ती संसार के भौतिक पदार्थों का स्वाद लेने लगे.

मुझे बहुत दुःख हुआ कि मैं सदा इसके भले की सोचता हूँ और यह हर बात एक नया, बनावटी रास्ता अपनाने को तैयार रहता है.

अपने अन्तिम पत्र के रूप में मैंने रोग – क्लेश तथा पीड़ाओं को भेजा परन्तु आपने अहंकार वश सब अनसुना कर दिया.

जब मनुष्य ने काल के भेजे हुए पत्रों को समझा तो फूट-फूट कर रोने लगा और अपने विपरीत कर्मो पर पश्चाताप करने लगा. उसने स्वीकार किया कि मैंने गफलत में शुभ चेतावनी भरे इन मैसेज को नहीं पढ़ा.

मैं सदा यही सोचता रहा कि कल से भगवान का भजन करूंगा. अपनी कमाई अच्छे शुभ कार्यो में लगाऊंगा, पर वह कल नहीं आया.काल ने कहा – आज तक तुमने जो कुछ भी किया, राग-रंग, स्वार्थ और भोगों के लिए किया.

जान-बूझकर ईश्वरीय नियमों को तोड़कर जो काम करता है, वह अक्षम्य है.

मनुष्य को जब अपनी बातों से काम बनता नज़र नहीं आया तो, उसने काल को करोड़ों की सम्पत्ति का लोभ दिखाया.

काल ने हंसकर कहा- मित्र यह मेरे लिए धूल से अधिक कुछ भी नहीं है संसारी लोगो को वश में कर सकता है, मुझे नहीं.

आदमी ने पूछा कि क्या कोई ऐसी वस्तु नहीं जो तुम्हें भी प्रिय हो, जिससे तुम्हें लुभाया जा सके. ऐसा कैसे हो सकता है!

काल ने उत्तर दिया- यदि तुम मुझे लुभाना ही चाहते थे तो सच्चाई और शुभ कर्मो का धन संग्रह करते.

यह ऐसा धन है जिसके आगे मैं विवश हो सकता था. अपने निर्णय पर पुनर्विचार को बाध्य हो सकता था.

पर तुम्हारे पास तो यह धन धेले भर का भी नहीं है. तो काल कभी भी दस्तक दे सक्ता है समय के साथ उम्र की निशानियों को देख कर तो कम से कम हमें इस सच को भी नही भूलना चाहिए कि एक न एक दिन हमें भी उपर जाना है इसलिए अच्छे काम करते रहना चाहिए  और प्रभु की याद में रहने का अभ्यास करना चाहिए और सच्चाई और शुभ कर्मो का धन संग्रह करते रहना चाहिए…

इस बनावट में दिखावट में कुछ नही रखा…

धनवान बनने के लिए
एक-एक कण का
संग्रह करना पडता है,
औऱ
गुणवान बनने के लिए
एक-एक क्षण का
सदुपयोग करना पडता है..!
इस जीवन का पैसा
अगले जन्म में काम नहीं आता
मगर इस जीवन का पुण्य
जन्मो जन्म तक काम आता है

Truth of Life in Hindi

April 22, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Share Your Thoughts and Feelings – 4 – Thinking that will Change Your Life – मुझे कुछ कहना है

Share Your Thoughts and Feelings

Share Your Thoughts and Feelings – 4 – Thinking that will Change Your Life – मुझे कुछ कहना है  #ShareYourThoughtsAndFeelings -Episode #4 – http://https://www.youtube.com/@MonicaGupta/ – Motivational Videos in Hindi – Thinking that will Change Your Life – सोच जो बदल दे – जिंदगी – पहले समय में घड़ी किसी के पास नही होती थी पर समय सभी के पास था… और आज घड़ी हर किसी के हाथ में है पर समय किसी के पास नही… और आप सब अपना कीमती बहूमूल्य समय निकाल कर न सिर्फ मेरी वीडियोज देख रहे हैं बल्कि कमेंट,  मैसेज भी कर रहे हैं जिसके लिए मैं बस निशब्द हूं और तहे दिल से आपका धन्यवाद करती हूं..

Share Your Thoughts and Feelings – 4 – Thinking that will Change Your Life

तो आज फिर लाई हूं मुझे कुछ कहना है कि आपके लिखे कमेंटस और मैसेज और आपके विचार… चलिए फिर बिना समय वेस्ट किए

तो सबसे पहले आपके मैसेज जो आप अलग अलग वीडियो पर लिखते हैं..

Pritam Kumar  की तरफ से  कविता सोनी जी ने how to save money  वीडियो पर लिखा है

मैंने अपने घर खर्चे के पैसे से थोड़े थोड़े पैसे बचा कर छह महीने में सात हजार रुपए इकट्ठा कर लिए थे जब मेरे पति को पता चला तो उन्होंने कहा कि बीवी हो तो ऐसी☺☺☺☺☺☺☺☺☺

नंदा जी ने बच्चों को अच्छा इंसान कैसे बनाएं वीडियो में लिखा है

मैं ये सब बातें अपने बेटे के साथ करती हूं… और वो खुशी खुशी सब करता है… 2 फिश रखी हुई है और डॉग को रोज रोटी देता है दोनो टाईम…  दीया बाती पूजा करता है बहुत अच्छा है मेरा बेटा .. अभी 8 साल का है…

Reena Reena  बचत कैसे करें

आपके वीडियो बहुत अच्छे हैं बहुत अच्छा लगता है आपको सुनकर … पर मैं बचत नही करती बिल्कुल भी… और जो पैसे मेरे पास होते हैं सारे खर्च कर देती हूं कपडे लेने में.. कुछ भी ले लेती हूं पर अब जिस की जरुरत होगी वही लूंगी..

विनीता श्रीवास्तव..  बच्चों को दें अच्छे संस्कार

Hello Monica hi,इन्होनें लिखा है कि ये Washington DC  में अपने पति और 1 साल के बच्चे के साथ रहती हैं कई बार अकेलेपन से बोर हो जाती हूं उस समय आपके वीडियोज देखना शुरु कर देती हूं जिसमे आप लाईफ से या daily routine से related Choti Choti बातें बताती हैं.daily routine ki problems भी कोई कम नही..

पर आपकी वीडियो देखने के बाद मैंनें हैंडल करना सीख लिया है अब मैं अपने टाईम को लाईफ को relationship को अच्छे से मैंनेंज कर रही हूं  इन सभी छोटी छोटी बातों को आप बताती हैं तो ऐसा लगता है जैसे मम्मी या बडी दीदी समझा रही हो.. यू टयूब पर बहुत सारी वीडियोज हैं टाईम पास के लिए पर आपकी बातों से हमेशा कुछ positive  सीखने को मिलता है thanks a lot k aapne ye shuruwat ki thank you Dil se…☺

Heena JB हिना लिखती है कि मुझे थोडा सा art n craft का शौक है बेटी को घर पर ही इसे सीखाती हूं जो समझ नही आता वो नेट से सीख लेती हूं इसी के साथ साथ recipes भी सीख लेती हूं

ताकि बाहर ना जाना पडे और घर मे ही Restaurant का taste मिल जाए

बहुत change लाया है मैंने खुद में और ये सब आपकी वीडियोज से  motivate हो कर सीखी हूं Thank u so much from bottom of my heart..lv u mam

Noor Noor  लिखती हैं कि आपका हर topic/video itna informative होता है कि हमें हमारी गलतियों का भी अहसास होता है सीखने को भी मिलता है. confusions doubts  दूर होते हैं Life में बहुत improvement आ रही है You are such a nice person full of life and positivity. I admire you.

 

पिछ्ले वीक मैंनें आप से जानना चाहा था कि घर पर सास बहू  ननद भाभी, देवरानी जिठानी के रिश्ते  कैसे सुधारे तो बहुत सारी प्रतिक्रिया आई है.. कुछ एक मैं शेयर कर रही हूं..

राजीव वत्स जी लिखते हैं कि – ये कटु सत्य है। ईर्ष्या या असुरक्षित होने की प्रबलता के कारण ऐसा होता है। जब तक निर्भीक नहीं होंगी महिला तब तक ऐसा होगा। सम्मान पाने को मान देना ज़रूरी है। जिस दिन ये बात व्यवहार में आने लगेगी। उसी दिन से धुंधलका छंटना शुरू!

पूजा सिह लिखती हैं कि – घर के माहौल और परवरिश में शुमार होना चाहिए रिश्तो के लिए सम्मान और स्नेह… I

वंदना जैन जी  Vasudhaiv kutumbukam ki bhavna rakho

समर शर्मा – जिस तरह अंधेरे को अंधेरा नही सिर्फ उजाला मिटा सकता है उसी तरह नफरत को नफरत नही बल्कि प्रेम मिटा सकता है.. हमेशा ससच्चे और सही मार्ग पर चलें चाहे कितने ही कांटे क्यो न मिलें देखना एक दिन वो कांटे भी फूल बन जाएगें..

नितुल तिवारी – स्त्री को आपसी सौहार्द बनाए रखने के लिये सास को माँ, देवरानी या जेठानी को सगी बहन और ननद को भी सगी बहन, बेटी और भाभी को माँ या बहन के तौर पर अपनाना चाहिए ।यहाँ निष्कर्ष यह है कि सभी को अपने स्तर पर सक्रियता एवं प्रेमपूर्ण बर्ताव करना होगा ।

साहिब दास –  रिश्ते और सफलता के लिए अपनी गलती स्वीकारने की क्षमता स्वय को लानी पडेगी…

रोहिणी लिखती हैं….

Thanks mam.  मेरे घर में कभी लडाई नही होती.. मेरी जेठानी और मैं हर बात एक दूसरे को शेयर करते हैं लडाई का कारण है पैसा और घर का काम.. अगर इस बात को clear करके अपना अपना काम करें तो कभी झगडा नही होगा ये मेरा सोचना है.. ap bahut hi achchi ho bilkul ma jese samjhati ho thanks

तो कुल मिलाकर यही बात सामने आती है कि

प्यार से रहना चाहिए और ठंडे दिमाग से काम लेना चाहिए…

किसी ने घड़े से पूछा कि तुम इतने ठंडे कैसे हो.. तो घड़े ने बोला कि मेरा अतीत भी मिट्टी, वर्तमान भी मिट्टी और भविष्य भी मिट्टी तो गर्मी किस पर बात होगी…

क्रोध आने पर चिल्लाने में ताकत नही बल्कि क्रोध आने पर चुप रहना ही सबसे बडी ताकत है .. जरुर सोचिएगा.. कल फिर मिलूगी…

अब मुझे इंतजार है आपके पसंदीदा  अच्छे अच्छे विचारों जो आपको बहुत पसंद हैं… जो अक्सर आप दूसरों के साथ शेयर भी करते हैं…

April 20, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Ways to Invest in Yourself – जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं – Ways to Improve Your Life

Ways to Invest in Yourself

Ways to Invest in Yourself – जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं – Ways to Improve Your Life – Invest in Yourself – अपने आप में निवेश करो – How to Invest in Yourself –  हम अलग अलग चीजों में जैसाकि Business, property, shares में Invest करते रहते हैं और ये सोच कर करते हैं कि return  अच्छा मिले और फायदा हो..पर क्या कभी हमनें अपने ऊपर Invest करने का सोचा है ? जबकि अपने ऊपर Invest करने से बहुत ज्यादा फायदा होगा सफलता और खुशी जैसे रिट्रन ऐसे मिलगें जिसका आप सोच भी नही सकते..

Ways to Invest in Yourself – जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं – Ways to Improve Your Life

तो बेहतर जिंदगी बनाने के लिए अपने ऊपर Invest करना बहुत जरुरी है अब बात आती है कि कैसे ?? चलिए मैं आपको बताती हूं 11 बातें कि कैसे अपने ऊपर Invest करें..

1 Sweat –  खूब पसीना बनाएं.. Move your body every day यानि खूब व्यायाम करे.. इसे करने से हमारा मन और शरीर दोनो हैल्दी रहेगा.. रिट्रन में मिलेगा कि हम बीमार नही होंगे, शरीर स्वस्थ रहेगा, वजन ठीक रहेगा, अच्छी नींद आएगी और एनर्जी बढेगी… आप योगा करे, मैटिटेशन करें.. जो ठीक लगे पर करें.. इस में Invest करे..

2 Healthy Activities  और  Hobbies की

अपने पर invest करने का एक तरीका ये भी है कि indoors या outdoors activities में खुद को engage कर लीजिए देखिए options endless हैं ये आपके शौक और इच्छा पर है कि आपको क्या पसंद है… पर इससे ये फायदा होगा कि ये activities आपको health बनाएगी आपकी नई skills निखरेंगी… आपको एक बहुत अच्छा इंसान बनने में मदद करेग़ी

3 फिर बात आती है हैल्दी खाने की Eat Healthier
अपने शरीर को संतुलित मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाईडेर्ट फाईबर, हरी सब्जी दीजिए जिससे आप एक्टिव बने रहेंगें और हर काम बहुत अच्छे से कर पाएगें.. हैल्दी खाना आपके दिल और दिमाग पर बहुत गहरा असर छोडता है जिसका सीधा असर हमारी जिंदगी पर पडता है..

4 TV कम देखिए और पॉजिटिव शो Positive Shows ज्यादा देखिए… ह्म मे से बहुत लोग बहुत ज्यादा टीवी देख कर अपना कीमती समय waste करते हैं इसलिए कुछ ऐसा देखिए जो पॉजिटिव हो जिससे हमें सीखने को मिले हमारी क्रिएटिविटी बढे.. Positive Websites देख सकते हैं या ई बुक्स पढ स्कते हैं या मोटिवेशनल वीडियोज यू टयूब पर देख सकते हैं.. इसमे इंवेसट करेंगें तो हमारी जानकरी बढेगी.. सीखेने को मिलेगा..

5 जरुरत है अपने  Time को Manage करने की..

आपका समय बहुत कीमती है.. इसकी वेल्यू समझिए जिस काम की पहले जरुरत है वो पहले कीजिए यानि प्राथमिकता के हिसाब से काम लीजिए… अगर आप इस चीज पर ध्यान देंगें तो इसके नतीजे बहुत शानदार मिलेगे हम बार बार कभी फेसबुक पर status देखना या इधर उधर बैठ कर गप्पे मार रहे हैं या नशा कर रहे हैं  समय बर्बाद करना है जबकि समय को मैनेज करके चलेगें तो आपकी जिंदगी में बदलाव आ सकता है.. .

6.. नई नई चीजे करिए.. Commit to trying new things… एक हमारी जिंदगी है कि जो चला आ रहा है बस चला आ रहा है एक होता है कि नई चीज सीखना.. नई भाषा सीखना, नई नई रेसीपी सीखना, नया कोई वाद्य सीखना.. जिसे आपको लगता हो नही मुझसे नही हो पाएगा.. वो करना है.. अपने comfort zone से बाहर निकलना.. जिस चीज को करने की हिम्मत नही है उसे करना… इसे करने से आपका जिंदगी के प्रति नजरिया ही बदल जाएगा.. इससे फर्क से पडेगा कि आपका नकारात्मक सोच बदल जाएगी.. क्योकि अब आप वो काम कर रहे हैं..

  1. Challenge Yourself and Do Things That Are Difficult तो खुद को Challenge देना है..

खुद को मोटिवेट करना है कि ये चीज मुश्किल नही है.. एक बार तो आप uncomfortable भी होंगें पर जब उसे जीत लेंगें तो आप खुद में बदलाव पाएगें और दूसरे भी आपसे प्रेरणा लेंगें..

8.  Relationships बनाने भी हैं और उसे maintain भी रखना है

रिश्ते बनाना है और निभाना भी है.. चाहे हमारा घर हो परिवार हो हमारा ऑफिस हो या समाज में.. ये बहुत जरुरी है.. इसमे जितना इंवेसट करेंगे उतने ही रिज्ल्ट अच्छे मिलेगें.. पर ध्यान इस बात का भी रखना है कि Quality   friends हो ना कि क्वांटिटी  friends.. अच्छे लोगो का साथ कभी नही छोडना.. और घर परिवार में अपने बडे बुजुर्गो का आदर करना है..

9 एक हथियार अपने साथ रखना चाहिए और वो है  Forgive माफ कर देना

इससे रिश्तें तो सुधरते ही हैं और हमारी सेहत भी ठीक रहती है… मान लीजिए किसी से नाराजगी हो गई.. गुस्सा आ रहा है तो क्या होगा हमारी ही एनर्जी वेस्ट होगी ..और रिश्ते भी खराब होगे.. तो बेहतर यही है कि माफ कर देना चाहिए..

  1. Love Yourself खुद से प्यार करना … खुद में इण्वेसट करने में अहम भूमिका निभाता है.. It is not selfish नही है कि हम खुद से ही प्यार कर रहे हैं.. जो व्यक्ति खुद से प्यार करता है वो अच्छे decisions लेता है तो वो करन अचाहिए जो हमारे लिए सही है.. चाहें  हम खुद को नशे जैसी चीजो से दूर रखे… या negative लोगो से खुद को दूर रखें और हमेशा thankful रहें.. आभारी रहें..
  2. Mentorऔर इसके लिए अगर आप कोई गुरु बनाएं तो बहुत ही अच्छा होगा… मान लीजिए जिस भी फील्ड में आपका शौक है उसी फील्ड में आपको ऐसे मिले जो आपको सही से गाईड कर सकें.. आपको गलत करने से रोक सके नई चीजे सीखा सके… आपकी प्रेरणा बन सके… जिनसे आप सीख सकें.. invaluable inspiration.

तो ये हैं जरुरी 11 बातें अगर आप इन मे इंवेसट  करेंगें तो जो बदलाव जो खुशी जो सफलता आपको मिलेगी आप सोच भी नही पाएगें

Ways to Invest in Yourself – जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं – Ways to Improve Your Life

April 19, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Get Children Up in the Morning – बच्चों को सुबह जल्दी कैसे उठाएं

How to Get Children Up in the Morning

How to Get Children Up in the Morning – बच्चों को सुबह जल्दी कैसे उठाएं – how to wake up your child for school – सारा दिन जहां सडको पर खूब भीड़ भाड़ और ट्रैफिक होता है वही सुबह सवेरे 7 और 8 बजे के बीच लगभग सड़कें खाली होती है और वहां दिखाई देती हैं स्कूल बस, ऑटो और बच्चे.. और बहुत बार बच्चे भागते दिखाई देतें हैं कि लेट हो गए तो बहुत बार मम्मी भागती दिखाई देती है कि  टिफिन भूल गए… कॉपी भूल गए…  ये आमतौर पर इसलिए होता है कि बच्चे समय से उठे नही… बहुत बार ये होता है कि बच्चे समय से उठते ही नही तो क्या करें…

How to Get Children Up in the Morning – बच्चों को सुबह जल्दी कैसे उठाएं

चलिए आज यही बात करते हैं कि बच्चे समय से उठे उसके लिए क्या करें…

 

पहली बात की बच्चे ने अच्छी नींद ली हो… उसके लिए हमे अपनी बात रात से शुरु करनी पडेगी…

छोटे बच्चों की नींद 12 घंटे की होती है और 12 साल तक के बच्चों की नींद 9 से 10 घंटे तक की होनी चाहिए…  National Sleep Foundation, के अनुसार

Sleep Time…  तो क्या और कैसे करना चाहिए

रात को सोने का मतलब सोना ये नही होना चाहिए की टीवी चल रहा है कि लेट तो गए पर टीवी चल रहा है… या वीडियो गेम लेट कर खेल रहे हैं.. सोना मतलब सोना.. आखं बंद कमरे की लाईट बंद हो.. बेशक, हम ज़ीरो वॉट का बल्ब लगा सकते हैं आप कहानी भी सुना सकते हैं… कि बच्चे सुनते सुनते सो जाएं…

Organized रखें

सोने से पहले अगर बच्चे अपना स्कूल बैग और यूनिफ्राम भी रेडी रख कर सोएगें तो सुबह सुबह तनाव नही होगा.. भाग दौड या भूकम्प जैसा कुछ नही होगा.. और टाईमटेबल के हिसाब से काम करें

एक सोने से पहले बच्चे की डायरी चैक कर लेनी चाहिए… कई बार जब बच्चा होमवर्क नही करता तो उसका मन नही होता स्कूल जाने का फिर वो कभी पेट दर्द कभी गला दर्द की शिकायत करता है अगर होम वर्क और लर्न वर्क या टेस्ट की तैयारी होगी तो सुबह बच्चा खुद ही उठ जाएगा..

Natural  तरीके से उठने दें

अब बात आती है सुबह की तो उन्हें स्वाभाविक रुप से उठने दे… जैसा कि होता है सुबह सुबह बाहे से रोशनी आती है बाहर से या फिर चिडिया की आवाज या सडक पर आवाज… इस तरह से स्वाभाविक रुप से उठने दें…

Be Happy खुश रहिए

सुबह सुबह का समय बहुत ताजगी भरा और खूबसूरत होता है तो अगर बच्चा ऊठने में चिड़चिड़ करे तो हमें नार्मल रहना है और बच्चे की प्रेज करनी है उसे हग देना है.. बहुत प्यार से गुड मॉर्निंग बोलना है बच्चे को ये भी बोलते रहिए कि अभी बाथरुम खाली है अभी आपके पापा या भईया को मैंनें उठाया नही है जल्दी भागो…

अलार्म – इसके लिए कुछ और बातें भी कर सकते हैं जैसा कि  अलार्म लगा दीजिए और वो बच्चे ही बंद करे.. इतनी दूर हो कि उठ कर बंद करना पडे… या म्यूजिक – हर सुबह एक म्यूजिक चला दीजिए कि जब तक म्यूजिक चलता है आपने उठ जाना है पलंग से … अगर एक महीना ऐसा किया तो जो भी उसे चाहिए मान लीजिए साईकिल चाहिए या गिटार खरीदना है या कुछ भी  वो पक्का दिया जाएगा..

पसंद का खाना सुबह हम कुछ ऐसे भी उठा सकते हैं कि रसोई में उनकी पसंद का कुछ बन रहा हो… उसकी खुश्बू आ जाए या फिर हम बच्चे के पास आकर कहें कि आज तो हम राजमा चावल बना रहे हैं.. आज तो ब्रेक फास्ट में पाव भाजी है.. तो भी कई बार खुशी से बच्चे उछ्ल पडते हैं…

रिश्वत – थोडी बहुत रिश्वत वाली बात कर ली जाए तो भी कोई दिक्कत नही,.. क्योकि अगर एक बार रात को सही समय पर सोने की आदत हो गई और सुबह समय से उठने की आदत हो गई फिर कभी दिक्कत नही आएगी…

अच्छी नींद की महत्ता – बच्चों को जल्दी उठाने के लिए हम अच्छी नींद की महत्ता भी बता सकते हैं कि हमारी सेहत के लिए सारा दिना खूब एनर्जी रहे इसके लिए अच्छी नींद किसलिए जरुरी है…

बच्चे के सामने Goals रख देने चाहिए…

फिर बात आती है कि तैयार कैसे हो.. एक दीवार पर चार्ट बना कर लगा देना चाहिए कि सात बजे उठे 7.30 पर नहाए और आठ बजे तैयार और चार्ट पर हर रोज टिक मार्क .. इससे महीने के एंड में हम इस जगह चल्गे.. जो भी प्लॉनिंग है वो कर सकते है पहले से ही ताकि बच्चे में उत्साह बना रहे…

और सबसे ज्यादा जरुरी Parents  रोल मॉडल बने..

वो खुद ही देर से उठेगें.. खुद ही आलसी रहेंगें कि चलो बस मिस हो गई तो आज छुट्टी कर लो या चलो मैं कार से छोड दूंगी.. तो बच्चे स्मार्ट नही बनेगें.. खुद ही उदाहरण बनना होगा ताकि बच्चे उसे फॉलो करें.. बहुत बार बहुत सारी मदर्स के मैसेज आते हैं कि सुबह आखं ही नही खुलती…

How to Get Children Up in the Morning – बच्चों को सुबह जल्दी कैसे उठाएं

April 18, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Benefits of Smiling – मुस्कुराने के फायदे – Why We Should Smile – Monica Gupta

Benefits of Smiling

Benefits of Smiling – मुस्कुराने के फायदे – Why We Should Smile –  दुनिया में एक चीज हम सभी के पास है.. जिसे देने में न पैसा लगता है न मेहनत और effort फिर भी ज्यादातर लोग देते ही नही… जबकि जितना देंगें उतना ही फायदा है… क्या है वो.. ?? छोटा सा 5 लैटर का शब्द है… हम सभी के पास है और और उसका नाम है स्माईल…

Benefits of Smiling – मुस्कुराने के फायदे

कल शाम को जब मैं पार्क मे थी तो कुछ बच्चे ग्रुप मे सैल्फी ले रहे थे और जैसे ही क्लिक करते बोलते Say Cheese

और सब हंसने लगते… और फिर पहले जैसा गम्भीर चेहरा बना लेते.. अब बताईए कि स्माईल लाने के लिए भी Cheese बोलना पड रहा है…

कसूर बच्चों का नही हम सभी ऐसे हैं

जबकि कहने को इस छोटे से शब्द के बैनिफिट अनगिनत है… चलिए आज यही बात करती हूं

Attractive लगते हैं

Pleasing personality लगने लगती हैं

वैसे दुनिया में ऐसा कोई चेहरा नही जो मुस्कुराने के बाद खूबसूरत न लगता हो… 

अपनेपन का अहसास होता है – A smile is a window on your face to show your heart is at home.

पॉजिटिविटी आती है

तनाव कम होता है

मूड अच्छा होता है.. Endorphins chemical release होता है ये वो कैमिकल  है है जो भागने से release होता है पर Smile से भी release होता है

रिश्तों में सुधार होता है…

मुस्कुराहट ऐसी वक्र रेखा है जो सारे मुद्दों  को सीधा कर देती है… 

Approachable बन जाते हैं
Comfortable महसूस करते हैं
Trustworthy बन सकते हैं…

अच्छा लीडर बन सकते हैं

गुस्सा शांत कर देती है स्माईल

मुस्कुराहट में इतनी शक्ति होती है कि इससे दुःख दर्द तो क्या बड़ी बीमारियाँ भी ठीक हो जाती हैं..

स्माईल एक तरह का संंक्रमण है 50 % लोग स्माईल का जवाब स्माईल से देते हैं..

तो स्माईल करते रहिए जाता कुछ नही पर मिलता बहुत कुछ है…

तो मुस्कुराईए क्योकि आपकी मुस्कान किसी की खुशी का कारण बन सकती है  Be the reason someone smiles today.

मुस्कुराहट जिन्दगी का आधार हैं. जिन्दगी को मुस्कुरातें हुए जीना चाहिए तभी हम जीवन में  आगे बढ़ सकते हैं.

जानना जरुरी है…

Silence and smile: those are two powerful tools.

Use your smile to change this world, but don’t let this world to change your smile.

Benefits of Smiling – मुस्कुराने के फायदे – Why We Should Smile – Monica Gupta

April 17, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Raise Good Children – कैसे बनाएं बच्चों को अच्छा इंसान – Role of Parents

How to Raise Good Children

How to Raise Good Children – कैसे बनाएं बच्चों को अच्छा इंसान – Role of Parents –  How to help your child grow up as a good human being ? हम बात करते हैं समाज में बहुत बुराई बढ गई.. सब गलत और बुरा हो रहा है पर हम बच्चों को कितना अच्छा बने रहने के लिए सीखाते हैं… कल शाम को एक बच्चा और एक महिला सामने से बाते करते हुए जा रहे थे.. बच्चा 10 – 12 साल से ज्यादा का लग रहा था वो किसी का नाम ले कर बोल रहा था कि मम्मी जब मैं cheating कर रहा था तो मॉनिटर ने मेरी कॉपी खींच ली और  शिकायत टीचर से लगा दी तो मम्मी ने बोला पागल है वो .. न खुद नकल करता न दूसरे को नकल करने देता ..

How to Raise Good Children – कैसे बनाएं बच्चों को अच्छा इंसान

बस यही बात है…

हम चाहते हैं कि समाज अच्छा बने पर हम अच्छा बनाने में पहल नही करते…  खुद कदम नही उठाते…

बच्चों की सही परवरिश में पेरेंटस का बहुत अहम रोल होता है.. एक बच्चा बडा होकर कैसा इंसान बनें ये उसकी नींव पर निर्भर करता है.. अच्छे संस्कारों दिए होंगें तो नींव भी मजबूत होगी.. नही तो… !! तो मन में बात ये आती है कि आज के समय में बच्चों की कैसे परवरिश करें.. How to raise  kids in a tough समय में world – हर तरफ बुराई है नेगेटिविटी है कैसे अच्छा बनाएं…

तो कुछ बातों है जिनका ख्याल रखना होगा…

पहली बात तो पेरेंटस संयम रखें और खुद अच्छा बनें… खुद बच्चे को उकसाएगें कि तू भी मार…  गाली गलौच से बात करेंगें.. या स्कूल में कभी नकल मारने की बात होगी कि सभी कर रहे हैं तो तू भी कर ले.. ये सही नही है… भले ही दूसरे बच्चे गलत कर रहे हो… हमें भेडचाल का हिस्सा नही बनना.. हमें खुद अच्छा रह कर बच्चे को अच्छा बनना सीखाना है… अपमी गलती की माफी मांग लेना.

Gratitude  का attitude  हो ये सीखाना चाहिए..

हमेशा दयालु हो और दूसरे की मदद के लिए आगे आए… चाहे घर हो या बाहर…स्कूल में हैं तो सिर्फ टीचर से ही नही बल्कि चौकीदार से,  बस driver से respect से बात करनी है या जिस पार्क में जाते हो वहां माली ले friendly और grateful  होंकर बात करनी है.. ..और अगर  घर पर हैं तो काम वाली बाई से भी आदर से बात करनी है… तू तडाक करने नही बोलना…

आत्म सम्मान हर किसी का होता है और हम वो सम्मान दें ये बात सीखानी चाहिए..

बच्चे को अच्छा बनाने के लिए अलग अलग तरह से मौका देना चाहिए..

मान लीजिए बच्चे का एक दोस्त बीमार था इसलिए स्कूल नही गया और जब वो बच्चे के पास आता है ये पूछने की स्कूल में क्या करवाया तो बच्चा उसकी हैल्प करे… खाना खाने से पहले या सोने से पहले या सुबह उठने के बाद भगवान को थक्यू बोले…

बच्चे को समय समय पर  EMPATHY समानुभूति के बारे में समझाए…

कि अगर हम किसी के साथ गलत करेगें तो उसे भी वैसा ही दुख होगा… कोई बुरा करता है हमें अच्छा नही लगता तो दूसरे को भी वैसा ही लगता है… एक जैसी फीलिंग्स होती है

Misbehav करे तो उसे सुधारना चाहिए..

मान लीजिए स्कूल में झगडा हो गया या घर भाई बहन की लडाई हो गई तो.. चलो माफी मागों…

Say sorry.. कभी हाथ नही उठाते.. चाहिए बडा हो या छोटा… बिल्कुल भी नही… आपको अच्छा इंसान बने रहना है  भले ही कोई ऐसा करे या न करे… भाई हो या बहन सामान रुप से आदर करना है..

घर पर एक जॉर बना दीजिए.. उसमे कुछ पर्चियां बना कर रख लीजिए… और बच्चे से वो उठाने को बोलिए उसमे कुछ ऐसा लिखा हो जिससे वो सॉरी भी बोल दे.. तनाव भी कम हो और चेहरे पर स्माईल भी आ जाए…  

स्कूल में भी टीचर को बोलिए कि इस बात का ध्यान रखें कि बच्चा अच्छे बच्चों की संगत में रहे…

घर पर पालतू रख कर बच्चे को वेल्यू सीखाई जा सकती है.. या फिर पेड पौधो को पानी देकर उन्हें प्यार की भाषा सीखाई जा सकती है..

अच्छे लोगो की जीवनी जिनसे हमें प्रेरणा मिलती है.. उनके बारे में बताए या वीडियो के माध्यम से दिखाएं ताकि बच्चों का मनोबल बढे..

कि देखो उन्हें बचपन मे कितना तंग करते थे पर उन्होनें सच्चाई और अच्छाई का रास्ता नही छोडा इसलिए आज   उनकी ईमानदारी से हमें कितना कुछ सीखने को मिलता है… हमें भी सच्चे और ईमानदार बने रहना है..

इसका मतलब ये भी नही है कि हम डरपोक हो गए या सामना नही कर सकते.. हम सामना करते हैं पर हमारा तरीका अलग है.. हर बार मार पिटाई ही हल नही होता हर बात का… इग्नोर करके चुप रह कर भी बहुत मसले सुलझाए जा सकते हैं.. यही बात तो सीखानी है.. बात बात पर लडाई झगडा, गाली गलौच कहां तक सही है..

ये बात बचपन से ही सीखाएंगें तभी बडे होकर वो अच्छा इंसान बनेगा…  बच्चे को पूरा समय दीजिए.. उनके पास बहुत सारे प्रश्न  हैं सभी को सुनिए और जवाब दीजिए…

माना बुरी है दुनिया हर तरफ धोखा है हम तो अच्छे बनें हमें किसने रोका है..

How to Raise Good Children – कैसे बनाएं बच्चों को अच्छा इंसान – Role of Parents

April 16, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Save Money in Hindi – पैसे कैसे बचाएं – Money Management Tips – बचत करने के तरीके

How to Save Money in Hindi – पैसे कैसे बचाएं – Money Management Tips – बचत करने के तरीके – Tips for Women in Hindi – Monica Gupta Videos- Tips for Housewives – बचत करने के तरीके – बचत करने के तरीके – धन की बचत कैसे करे – पैसे बचाने के उपाय क्या क्या हैं – कल जब मैं ये बात अपनी एक सहेली से पूछ रही थी तो बोली…  बुरे हाल हैं… कैसे.. बोली.. महंगाई कितनी हो गई…  कोई हाल है क्या… ऐसे में समझ नही आता कैसे करें Savings … खर्चा कैसे कम करे… वैसे बात तो ठीक है… मंहगाई बहुत हो गई और हमे सोच समझ कर चल्ने की जरुरत है… कुछ एक बातें तो मैं भी बता सकती हूं… और चाहूगी कि आप भी बताईए कि कैसे खर्चे पर लगाम लगा सकते है… जो खर्चा होना है वो तो होना ही है पर फालतू न हो उससे कैसे बचा जाए…

How to Save Money in Hindi – पैसे कैसे बचाएं –

सबसे पहले तो एक डायरी बना लेनी चाहिए  और महीने का हिसाब किताब लिखना चाहिए…

 

एक अनुमान  बना कर चलना चाहिए कि इतना खर्च करना है …

फिर जरुरी बात ये है कि  एक दूसरे से तुलना नही करे.. अपनी जेब देखें और उसके हिसाब से चादर से  पैर निकाले.. बहुत बार दिखावे के चक्कर में हम बहुत खर्चा कर देते है…

इसके लिए हमें अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रखना पडेगा… कभी किसी चीज को देख कर मन में लालच आए तो मन पर काबू रखना पडेगा… अगर बहुत ज्यादा जरुरत है तो लेनी ही है पर अगर जरुरत नही है तो हट जाईए वहां से..

Quantity की बजाय  quality पर ध्यान देना चाहिए… जैसे मार्किट गए कोई चीज सस्ती मिल रही है थोक के भाव खरीद ली.. बाद में दुखी होते हैं कि  quality  ही नही थी.. जैसा कि हम मार्किट गए.. खरबूजे वाला है बहुत सस्ते दे रहा है.. एक चखाया भी है… सस्ते के चक्कर में आठ दस पीस ले लिए… घर जाकर जब छीला तो फीका .. फीका फीका… अब क्या कर सकते हैं स्वाद भी नही आया… पैसा भी गया और जो डांट पडेगी वो अलग…  इसीलिए ज्यादा इस चक्कर मे न पड कर जितनी जरुरत हो उतना ही लें..

जरुरत इस बात की है कि जब मार्किट गए तो लिस्ट बना कर ले गए… कई बार होता है कि मार्किट दूर है और आप सब कुछ तो ले आए चीनी लाना भूल गए.. फिर जाएगे मार्किट फिर होगा खर्चा.. इसलिए एक बार लिस्ट बना लीजिए ताकि बार बार चक्कर लगाने से बच जाए…

अपने आप को काम में बिजी रखें.. खासकर महिलाए.. बहुत महिलाओ की बहुत आदत होती है सारा दिन बाजार में शापिंग करती रहती है… अगर मार्किट कम जाएगी तो खर्चा भी कम होगा… तो किसी न किसी काम में खुद को बिजी रखे…

और इसी के साथ साथ बहुत लेडीज ब्यूटी पार्लर जाती है.. छोटी छोटी बातें होती हैं… जो घर पर कर सकती है जैसा कि थ्रैडिंग.. सीख लीजिए… मैंनीक्योर, पैडीक्योर.. खुद घर पर करने में कितनी देर लगती है .. पार्लर जाएगी.. समय भी लगेगा पैसा भी लगेगा… देखिए ये अलग टॉपिक है… इसलिए इस बारे में दूसरी वीडियो बनानी पडेगी.. पर फिलहाल तो  learn DIY  करिए .. अच्छा लगेगा…

कुछ कभी gift भी देने हो तो खुद बनाईए.. आप creative भी रहेगी और आपकी पहचान भी बनेगी… बहुत चीजे हैं चाहे वो मिठाई हो, डेकोरेटिव आईटम हो या कार्ड.. खर्चा भी बचेगा और पहचान भी बनेगी…

बेशक On Line शापिंग बहुत आसान हो गई है पर पैसा भी तो लगता है… तो क्लिक करने से पहले दस बार सोच ले कि चाहिए या नही … इसके बिन अभी आराम से काम चल जाएगा…

कई बार हम किसी club या gym  जैसी जगह पर member तो बन जाते हैं पर जाते नही.. अगर हम नियमित जाते हैं तो तो है अलग बात पर अगर जाते ही नही फिर पैसे waste करने का भी क्या फायदा… दिखावा करने का कोई फायदा नही क्योकि नुकसान आपका ही हो रहा है.. सोशल बने रहने के और भी बहुत तरीके हैं पर ये सही नही…

एक बात और जो हमे पता ही नही होती वो है हमारा cable या डिश.. बहुत सारे चैनल ऐसे होते हैं जो हम देखते ही नही फिर भी उनके पैसे लगते हैं तो एक बार सारे चैक कर लीजिए.. जो कभी देखे ही नही उनके पैसे किसलिए देने.. उन्हें कट कर दीजिए..

बिजली पंखा भी खाली कमरे में न चलने दें.. जहां चल रहा हो बंद कर दीजिए.. ऐसे ही टीवी भी कुछ घरो में सारा दिन चलता रहता है तो अपनी पसंद का देखिए.. फालतू चैनल बदलने से आपका समय भी वेस्ट हो रहा है और बिजली भी…

एक हमारा सोशल सर्किल होता है तो घूमना फिरना या खाना पीना चलता रहता है तो ऐसे में ऐसे मान लीजिए पाचं कपल का सर्कल है और एक के घर पार्टी है तो सभी  एक एक डिश बना कर ले जाए.. बजाय होटल में करने के.. किसी एक के घर करे.. जगह के पैसे भी बचेंगे और खाना ज्यादा मिर्च मसाले दार और घी तेल वाला  नही होगा जैसा की होटल्स मे होता है.. पेट भी सही रहेगा और खर्चा भी बचेगा…

पूल कार वाला सिस्टम भी बहुत अच्छा है जहां मिल कर एक ही जगह जान आना है.. बहुत बचत हो सकती है…

एक कोशिश ये भी कीजिए जो भी लोन है उसे उतरने की कोशिश कीजिए… अच्छा तो लगता है पर बहुत पैसा लग जाता है उसमे…

ये थी कुछ टिप्स…

How to Save Money in Hindi – पैसे कैसे बचाएं – Money Management Tips – बचत करने के तरीके

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