दीदी की चिठ्ठी
दैनिक नवज्योति , जयपुर से दीदी की चिठ्ठी
हैलो नन्हें दोस्तो,
कैसे हो! पता है मैं दो दिन पहले सागर के घर गई. बहुत प्यारा और खूबसूरत घर है उसका. एक से एक बढ कर कीमती और आलीशान चीजो से घर सजाया हुआ था.पर अचानक मेरा ध्यान गया बैठक मे लगे कैलेंडर पर. अब तो साल 2013 शुरु हो गया है और उसका भी दूसरा महीना चल रहा है पर सागर के घर 2012 का ही कैलेंडर शोभा बढा रहा था. जरा भी अच्छा नही लगा देख कर. बल्कि कुछ बच्चो के घर मे दीवार घडी टंगी होती है और वो भी बंद. अब जिस घर मे समय की ही कद्र नही होगी तो वो सफल कैसे होंगे.जिंदगी मे आगे बढने के लिए समय की कद्र करनी बहुत जरुरी है क्योकि अगर हम समय की कद्र नही करेगें तो वो हमारी कद्र किसलिए करेगा. सागर ने तो मेरी बात समझ आकर अपने घर का कैलेंडर बदल लिया और कुछ बच्चो ने दीवार घडी मे नया सैल डाल कर उसे भी सही कर दिया पर क्या आपने भी ठीक कर लिया. अगर आपके घर ऐसा नही है तो बहुत खुशी की बात है और अगर ऐसा है तो इंतजार किस बात का उसे तुरंत ठीक कर लीजिए. और वैसे भी कहते हैं ना कि “इंतजार करने वालो को उतना ही मिलता है जितना कोशिश करने वाले छोड देते हैं.”
आपकी दीदी
मोनिका गुप्ता