Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

  • About Me
  • Blog
  • Contact
  • Home
  • Blog
  • Articles
    • Poems
    • Stories
  • Blogging
    • Blogging Tips
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Kids n Teens
  • Contact
You are here: Home / Archives for Videos

November 3, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

बिजली की बचत कैसे करे – बिजली बचाओ उन्नति लाओ

बिजली की बचत कैसे करे

बिजली की बचत कैसे करे- बिजली बचाओ उन्नति लाओ – हम सभी यही सोचते हैं कि बिजली की बचत कैसे की जाए क्योकि बिजली बचाएगें तो देश की तरक्की भी होगी … मेरे विचार से अगर हम बिजली न होने के यानि बिजली कट की महत्ता या उपयोगिता  बताएगें तो शायद ज्यादा असर पडेगा और हम बिजली बचा पाएगें  उन्नति ला पाएगें

बिजली की बचत कैसे करे – बिजली बचाओ उन्नति लाओ

कुछ भी जानने से पूर्व हमें ये जानना होगा कि बिजली जाने का सुख क्या क्या है ..

थोडी देर पहले मेरी सहेली का फोन आया बोली लाईट नही है कट लगा है पता नही कब तक आएगी … तो मैने कहा कोई बात नही दुखी किसलिए हो रही हो … वैसे बिजली जाने के तो बहुत सुख है … सच में … सबसे पहले तो बिजली कम रहेगी तो बिल भी कम आएगा नही तो कितना बिल आता है … यानि पैसे की बचत और उन पैसे से हम शापिंग कर सकते है …

बिजली की बचत कैसे करे

बिजली की बचत कैसे करे

घर पर बडे बूढे बिजली न होने पर हाथ का पखां करेगें तो कन्धों के जोडो की अकडन खुल जाएगी.

घरो मे चोरी कम होगी कैसे ? अरे भई, बिजली ना होने की वजह से नींद ही नही आएगी जब सोएगें नही तो चोर आएगा कैसे..

बिजली ना रहने से सास बहू के आपसी झगडे कम होगें नही झगडे तो होंगे पर दूसरी टाईप के होगें दोनो बजाय एक दूसरे को कोसने के बिजली विभाग को कोसेगीं हैं इससे मन की भडास भी निकल जाएगी और मन को अभूतपूर्व शांति भी मिलेगी.

कई बार जब घर मे झगडा होता है जोर से रेडियो चला दिया जाता है जिससे आवाज बाहर नही जाती पर जब लाईट नही होगी तो शांति से काम चलाना पडेगा …

बिजली न होने से दोस्ती भी होती है लाईट नही होगी तो हम अपने पडोस में पूछेगे आवाज देकर कि लाईट है क्या

अब बिजली ना होने पर आप घर से बाहर निकलेगे अडोस पडोस मे पूछेगे लाईट के बारे में. फिर धीरे धीरे  जान पहचान होगी  और दोस्ती हो जाएगी.

बिजली न होने की वजह से आप श्रृंगार  और वीर रस के  कवि या लेखक बन सकते हैं. ऐसे ऐसे लेख दिल से निकलेगें आपकी कलम से कि बस पूछिए ही मत.और तो और आप जोशीले भी बन सकते है बिजली घर मे ताला लगाना, तोड फोड , जलूस की अगवाई में महारथ हासिल हो सकती है.

बातें तो और भी है ….और देखिए हमारे यहां भी लाईट नही है तभी तो मैं आपसे बात कर रही हूं लाईट होती तो मैं भी इस समय चैट , कमेंट लाईक ही कर रही होती … ओह लाईट आ गई अब मैं चलती हूं…..

क्योकि लाईट न होने की वजह से बहुत सारा काम पैंडिग पडा है वैसे आपकी नजर में कोई और फायदा हो तो जरुर बताईएगा … तब तक अपना ख्याल रखिए  पोज़िटिव सोचिए खुश रहिए …

अगर बिजली का महत्व है तो उसके न रहने का और भी ज्यादा महत्व है… बिजली की बचत करिए और खुश रहिए

आपको मेरी बात कैसी लगी … ??? जरुर बताईएगा !!!

November 2, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

कामयाब होने के तरीके – जिंदगी में कामयाब होने का एक सीक्रेट

कामयाब होने के तरीके

कामयाब होने के तरीके – जिंदगी में कामयाब होने का एक सीक्रेट – सफलता के उपाय – कैसे मिलेगी सफलता . हम सभी जिंदगी में सफल होना चाहते हैं और उसके लिए अलग अलग रास्ते खोजते हैं…

कामयाब होने के तरीके – जिंदगी में कामयाब होने का एक सीक्रेट

सफलता के उपाय – कैसे मिलेगी सफलता…. मैं भी पहले बडा परेशान रहती थी कुछ करना चाह्ती थी तो  फिर मुझे किसी ने बताया कि हर रोज अपना भविष्यफल या बोले तारे देखा या कोई भी ऐसा प्रोग्राम जिसमें पंडित जी बताए कि हम को आज क्या करना चाहिए और क्या नही करना चाहिए क्या और कौन सा रंग पहनना चाहिए और उस के कहे अनुसार चलो फर्क पडेगा कामयाबी मिलेगी… मैने देखना शुरु किया.

मैने उसका अनुसरण भी करना शुरु किया पर नतीजा शून्य ….

 

फिर एक दिन मैने पान मसाले का विज्ञापन देखा कि कामयाब लोगो की पसंद है पान मसाला … कि उसके दाने दाने में दम है कामयाबी की पहचान है…. पहचान तो अलबत्ता नही मिली दांतो के डाक्टर जरुर कामयाब हो गया क्योकि मुझसे भारी फीस जो वसूली …
मैं फिर परेशान रहने लगी किसी ने बताया कि नेट पर देवी देवताओं की फोटोशेयर करो तो कामयाबी आ जाएगी मैने कम से कम 50 फोटो शेयर की पर … नतीजा … क्योकि उसमे लिखा होता था … इंतजार की बहुत इंतजार की पर कामयाबी नही आई …
फिर मैं बडा परेशान रहती थी किसी ने सुझाया कि स्कीम के कूपन खरीदो तो कामयाबी जरुर मिलेगी… कार भी आ सकती है … हालाकि मेरे पास कार खडी करने तक को जगह नही पर सोचा जब भगवान कार देगा तो कार खडी करने की जगह भी बनवा ही देगा पर पर पर … मेरे बजाय दुकानदार को कामयाबी मिली क्योकि मेरी वजह से उसकी खरीद दुगुनी जो हो गई थी …

आज कल तो पल भर में सफल हो सकते हैं कि टविटर आदि पर कुछ भी अंट शंट , गलत सलत लिखो किसी नेता को लेकर उसकी खूब बुराईयां करो … खैर ये जरा मुश्किल सा काम था और मैं ठहरी कमजोर दिल इसलिए ये आईडिया तो ड्राप ही कर दिया …

क्या करना चाहिए फिर

मैं अब भी परेशान हूं क्या करुं सोच रही हूं वैसे किसी ने सुझाया है  कि लोगो की बातो मे न आओ जो अपने दिल को अच्छा लगे वो काम करो और पूरी डेडीकेशन के साथ करो जुट जाओ बहरे बन जाओ … अगर लोग टोके … ताना दे व्यंग्य करे .. तुम से न हो पाएगा … बस लगातार… खुद पर विश्वास रखो…  पोजीटिव रहो जुटे रहो … सफलता जरुर मिलेगी कामयाबी मिल जाएगी …
अगर मोबाईल का भी कुछ समय तक त्याग करना पडे तो कर दो . अगर कोई आपको डिसकरेज करे .. तो उस तरफ ध्यान ही मत दो …

वैसे मैने भी कहा पढा

आखें भी खोलनी पडती हैं रोशनी के लिए

सिर्फ सूरज निकलने से अंधेरा नही जाता

वैसे आपने क्या किया कामयाब होने केलिए … जरुर बताईगा

कामयाब होने के तरीके

कामयाब होने के तरीके

असफलता एक चुनौती – Monica Gupta

“मंजिल मिले ना मिले, ये तो मुकदर की बात है हम कोशिश भी ना करे ये तो गलत बात है..”

 असफलता एक चुनौती है. सहजता और मजबूत इरादों से हमें इस चुनौती का डट कर मुकाबला करना चाहिए . पहले परीक्षा और अब नतीजों का महीना आया. बहुत छात्र पास हुए बहुत अच्छे अंक से पास हुए तो वही बहुत छात्र फेल भी हुए. सफलता और असफलता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं जहां सफलता हमें बहुत कुछ सीखा जाती हैं वही असफलता भी हमे उससे भी कही ज्यादा सीखा कर जाती है बशर्ते हम दिल छोटा न करे और अपनी सोच नकारात्मक न रखें. एकाग्रता बढाए और सबसे ज्यादा जरुरी समय के मह्त्व को समझना है. कार्य करते रहें और जी जान से करते रहें. हाल ही मैं मैने अपनी बात आप तक रखने के लिए नेट पर बहुत सर्च किया और ऐसी ऐसी बाते पता चली जो आपका मनोबल बढाएगी आप खुद भी मान जाएगें कि फिर हम क्यो नही … कम भी किसी से कम नही read more at monicagupta.info

 

 

 

November 1, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

साफ सफाई का महत्व – क्या आपने सफाई की

रक्तदान सोशल मीडिया और हमारे दायित्व

साफ सफाई का महत्व – क्या आपने सफाई की-  कहिए कैसे हैं आप …  सफाई हो गई … हां हा सफाई … क्या हुआ … कही आप ये तो नही सोच रहे कि दीपावली तो चली गई अब कौन सी सफाई … पर सच में यकीन मानिए असली सफाई तो अब होती है … फर्क इतना है कि सफाई दूसरी तरह की हो जाती है…

साफ सफाई का महत्व – क्या आपने सफाई की

लाईट हो लडिया हो या दीयो को समेटना हो वो भी दिवाली के बाद बहुत बडा काम होता है …

फिर  मेहमानो का आना जान लगा रहता है तो घर और पूजा घर  बहुत फैल जाता है उसकी सफाई  और फिर जो घर में मिठाई आई है उसकी सफई यानि उसका निबटाना क्योकि कई मिठाई ऐसी होती है जो नही निबटाई गई तो खराब होने के पूरे चांंस रहते है .और वैसे भी  मिठाईयों का समय पर निबटाया न जाए तो चींटियों की भेट चढ जाती है ..

साफ सफाई का महत्व

और एक बात और कि दीवाली के दो तीन दिन बाद किसी को मिठाई देने जाएगें तो वो भी शक की निगाह से देखेंगें कि कही पुरानी मिठाई तो देने तो  नही आ गए …

और फिर बारी आती है फ्रिज की सफाई … अब दीवाली पर हो हमने आलू, पूरी, हलवा बनाया और जो एक दो दिन पहले का सामान था वो फ्रिज मे जरा सा पीछे सरका दिया जाता है …

अब जब आलू पूरी खत्म हो गया तो बारी आती है उस खाने के  पुराने सामान की और हम महिलाए इस मामले  मे कुछ ज्यादा ही स्मार्ट होती हैं और वो नही चाह्ती कि कोई चीज वेस्ट हो इसलिए सोचती है कि उसी की सफाई कर ली जाए यानि उसे ही खा लिया जाए …

ज्यादा बासी खाना बहुत नुकसान करता है अगर  खाएगें तो डाक्टर के भगाना पडेगा …  ये भी न करें कि पुरानी या बासी  मिठाई काम वाली बाई या माली आदि को दे दें कि उन्हें क्या फर्क पडेगा ,,अ गर मिठाई सही है तभी दे नही तो कही लेने के देने ही न पड जाए … इसलिए सफाई जरुर कीजिए पर सफाई सफाई से कीजिए …

और सबसे जरुरी बात … मोबाईल मे से मैसेज, वीडियो, फोटो की सफाई यानि डिलीट करना … दीवाली पर इतने संदेश आते हैं कि बस पूछिए ही मत … उसका सफाया होना बहुत जरुरी है … वो भी बहुत ज्यादा जरुरी है वरना मोबाईल हैंग हो जाएगा … काम करना बंद कर देगा

तो हुई आपकी सफई ??? कर लीजिए 🙂

 

साफ सफाई का महत्व – क्या आपने सफाई की …

छठ पूजा की कहानी – क्यो मनाया जाता है छ्ठ पर्व – Monica Gupta

छठ पूजा की कहानी – क्यो मनाया जाता है छ्ठ पर्व और इस पर्व का क्या महत्व है .. छ्ठ पर्व 2016 – 6 नवंबर (रविवार) – छठ पूजा है छठ पूजा की हार्दिक शुभकामनाए read more at monicagupta.info

 

October 31, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

जरा सोचिये – अपनी सेहत को लेकर कितने जागरुक हैं हम

जरा सोचिये - अपनी सेहत को लेकर कितने जागरुक हैं हम -

जरा सोचिये – अपनी सेहत को लेकर कितने जागरुक हैं हम – शायद बिल्कुल भी नही … बहुत लापरवाह है बात चाहे खाने की हो , सिग्रेट पीने की हो या शराब पीने की … अगर हमें कोई टोकता या समझाता  है तो हमे वो बहुत बुरा लगता है …

जरा सोचिये – अपनी सेहत को लेकर कितने जागरुक हैं हम –

क्या वाकई जो होता है अच्छा होता है ?? या ???
आज मैं अपनी एक सहेली से मिलने गई तो उदास थी मैने कारण पूछा तो और उदास हो गई … बार बार पूछ्ने पर उसने बताय कि वजन बहुत बढ रहा है घर वाले डाईटिंग के पीछे पडे है और वो टरकाती आ रही है अब उसने दीवाली के बात की थी और आज दीवाली भी चली गई … कैसे करुंगी डाईटिंग … कैसे हो पाएगी डाईटिंग ….वैसे पता नही हम लोग अपनी हैल्थ के प्रति इतने लापरवाह किसलिए है …सेहत का ध्यान ही नही रखना चाहते … सेहत पर ही मुझे एक बात और याद आई … क्लिक करिए और सुनिए पूरी बात…

 

स्वच्छता का महत्व – ऐसे ही लाई जा सकती है स्वच्छता – Monica Gupta

स्वच्छता का महत्व – ऐसे ही लाई जा सकती है स्वच्छता – जब तक स्वच्छता अभियान जन आंदोलन रुप नही ले लेगा .लोग इसे दिल से नही अपना लेंगें स्वच्छता नही आ सकती . स्वच्छता का महत्व – ऐसे ही लाई जा सकती है स्वच्छता – Monica Gupta

Happiness looks gorgeous on you … जरा सोचिए … अपने आप   को कुछ समय तो दीजिए … दूसरो जो समझाते हैं उस पर एक बार विचार जरुर कीजिएगा …

 

 

October 29, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

दीवाली से जुडी कुछ रोचक बातें – दीपावली पर जरुरी है सफाई

दिवाली की तैयारी

दीवाली से जुडी कुछ रोचक बातें – दीपावली पर जरुरी है सफाई  – दिवाली या दीपावली त्योहार है खुशियों का … आईए इससे जुडी हमारी आपकी आम जिंदगी से जुडी कुछ रोचक बातॆ सुनें

दिवाली की तैयारी – दीवाली से जुडी कुछ रोचक बातें

दीपावली का नाम आते ही हमारे जहन में सबसे पहले सफाई ही आती है … प्रश्न ये उठता है कि इस त्योहार पर इतनी सफाई किसलिए की जाती है असल में,  ये फेस्टिवल धन धान्य की देवी मां लक्ष्मी का  है मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी सभी के घर आती है और जिस भक्त घर सबसे साफ सुथरा होता है वो वही विराज,मान हो जाती है..

मां लक्ष्मी के साथ साथ गणेश जी का भी पूजन किया जाता है उनके साथ रिद्दी सिद्दी का भी अगमन होता है. इसीलिए घर का कोना कोना चमकाया जाता है. मान्यता है कि सफाई के साथ साथ  टूटे-फूटे बेकार चीजो को भी बाहर का रास्ता दिखा देने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आ जाती है और वातावरण  भी स्वच्छ हो जाता है…घर में गरीबी का वास नहीं हो पाता। इस बात को उपदेश मे कहने की बजाय देवी लक्ष्मी के आगमन से जोड़ दिया गया ताकि इसी बहाने लोग घर में साल में एक बार तो कोने-कोने की सफाई करें…..

दिवाली की तैयारी

कैसे करें दीपावली की  सफाई

सफाई मात्र जाले उतारना या झाडू लगाना ही नही बल्कि कुछ ऐसी चीजे जिनसे नकारात्मक उर्जा आती है उसे भी निकाल देना चाहिए जैसा कि टूटा हुआ दर्पण हो रुकी या खराब घडी हो बेशक कितनी भी कीमती क्यो न हो … नकारात्मक ऊर्जा का प्रमुख कारण होती है … या फिर बहुत पुराना पर टूटा फूटा  समान जिसके प्रति हमारा मोह बरकरार रहता है और हम उसे सहेजे ही जाते है … उसे निकाल देना चहैए या फिर अगर किसी के काम आए तो उसे उसे दे देना चाहिए

ये तो बात हुई सफाई की अब क्योकि दीवाली आ गई है तो हमें ऐसे क्या काम है जो इस दिन नही करने चाहिए जो दीवाली वाले दिन

दीवाली के दिन लडाई झगडा नही करना चाहिए और .. खुशी खुशी इस त्योहार को मनाना चाहिए  दीए जलाते समय या पटाखे जलाते समय विशेष सावधानी रखनी जरुरी है .. कई बार हम पूजा घर में दीए रख देते हैं ऐसे में कई बार और अनहोनी भी हो जाती है इसलिए दीए प्लेट या थाली में ही रखे. परदे या कपडो से दूर ही रखें और घर के भीतर दीए जला रखे हैं और आप बाहर हैं तो बीच बीच मे अंदर का चक्कर लगा कर चैक करते रहना जरुरी हो जाता है .. जरुरी बात ये कि भी है कि किसी भी तरह का नशा न करें …

अब बात आती है उपहारों की … उपहारो का लेन देन होता है यकीनन अच्छा भी लगता है आमतौर पर एक उपहार आया और हम वो उपहार एज इट इज दूसरे को दे देते हैं  पर घर आया उपहार दूसरे को देने से पहले चैक करना बहुत जरुरी है  कई बार कोई अपना विटिंग कार्ड अंदर रख देता है या  खोए आदि की मिठाई फुई लग जाती है … जो भी उपहार दें बस देने से पहले चैक जरुर कर लें …

जो करेंं दिल से करें दिखावा नही करें … 

सबसे सबसे जरुरी बात की दिखावा नही करें जो करें सिर्फ और सिर्फ दिल से करें.. देवता भी उन्ही की प्रार्थना सुनते हैं जो दिल से करते हैं … इसी सिलसिले मे एक बहुत प्यारी सी कहानी भी है कि एक बार भगवान नारद से कहते हैं कि मैं पहाड पर रहता हूं तो भक्त वहां आ जाते हैं समुद्र की गहराई में जाता हो तो भक्त वहां भी आजाते हैं … मैं विश्राम् कहां करुं … इस पर नारद कहते हैं कि प्रभु आप लोगो के दिल में बस जाओ … वही वही एक जगह है जहा लोग नही खोजते … तो अगर प्रभु को पाना हो तो सिर्फ दिल से… दिखाने की कोई जगह नही होनी चाहिए

जाते जाते एक और एक जरुरी बात दीवाली एक बहुत अच्छा मौका है अगर किसी से नाराजगी या झगडा है तो उन्हें बधाई दीजिए शुभकामनाएं दीजिए और मिटा दीजिए आपसी झग़डा …

दीपावली आपके जिंदगी में ढेर सारी खुशिया लेकर आए इसी शुभकामनाओ  के साथ … हैप्पी दीपावली …

दीपावली की कहानी – पांच पर्वों का प्रतीक है दीवाली – Monica Gupta

दूसरे दिन चतुर्दशी को नरक-चौदस मनाया जाता है। इसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है। इस दिन एक पुराने दीपक में सरसों का तेल व पाँच अन्न के दाने डाल कर इसे घर की नाली ओर जलाकर रखा जाता है। यह दीपक यम दीपक कहलाता है। एक अन्य दंत-कथा के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन नरकासुर राक्षस का वध कर उसके कारागार से 16,000 कन्याओं को मुक्त कराया था। read more at monicagupta.info

दिवाली पटाखे – पटाखों से होने वाले नुकसान- दीवाली है तो पटाखे  है पटाखें है तो  पर्यावरण को नुकसान है पर ये ईको फ्रेंडली पटाखें हैं इनसे नुकसान नही होगा बल्कि दोस्ती और बढेगी दिवाली पटाखे – पटाखों से होने वाले नुकसान बेशक कुछ पटाखे प्रदूषण फैला सकते हैं पर ये पटाखे दोस्ती और मित्रता […] Read more…

 

दिवाली की तैयारी कैसी चल रही है आपकी … ??

 

October 26, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

एक कहानी ऐसी भी – हिन्दी लघु कहानी

स्वच्छता का महत्व - स्वच्छ भारत अभियान में हमारा योगदान

एक कहानी ऐसी भी – हिन्दी लघु कहानी-ये कहानी सुमन और कुसुम दो महिलाओं की है…. जिंदगी में बस दिन भर चैट, लाईक और कमेंट करना ही काफी नहीं इसके आगे भी बहुत कुछ है पर क्या ??? जानने के लिए आपको सुननी पडेगी – एक कहानी ऐसी भी- हिन्दी लघु कहानी

एक कहानी ऐसी भी – हिन्दी लघु कहानी

वो दो सहेलियां थी, बिल्कुल पक्की वाली. नाम था कुसुम और सुमन. दोनो की पढाई एक ही स्कूल मे हुई  और फिर एक ही कालिज में दाखिला हुआ और फिर दोनों की शादी भी एक ही शहर में हुई. दोनो लडकियों को उनके परिवार वाले और दोस्त बहनें ही बुलाते थे और कहते कि पिछ्ले जन्म में दोनो सगी बहनें ही होगी तभी तो इस जन्म में इतनी पक्की दोस्ती है.

शादी के बाद दोनो अपना अपना घर सम्भालने में व्यस्त हो गई. दोनो के एक एक बच्चा भी हो गया और दोनों अपनी अपने गृहस्थी में मस्त हो गई. एक शहर में रहने के बाद भी दोनों जल्दी से मिल नही पाती थीं. एक दिन अचानक मार्किट में दोनो का सामना सामना हो गया. कुसुम सुमन को देख कर और सुमन कुसुम को देख कर हैरान रह गई. कुसुम जहां हमेशा की तरह एक्टिव और स्मार्ट थी वही सुमन बिल्कुल बदल गई थी.

थोडी ज्यादा ही मोटी भी हो गई थी  बिल्कुल घरेलू टाईप महिला बन गई थी… सुमन ने कुसुम से पूछा कि तुमने तो जरुर नौकरी ज्वाईन कर रखी होगी तभी तो इतनी स्मार्ट लग रही हो… इस पर कुसुम बोली … अरे नही बिल्कुल नही … घर पर बाबूजी हैं और बेटा भी बहुत छोटा है उनकी देखभाल करनी होती है ऐसे में नौकरी का तो सोच भी नही सकती… सुमन ने उसका नम्बर लिया और पूछा कि वो वटसअप पर या फेसबुक पर तो होगी तुम ?? चैट किया करेंगें…

कुसुम भी खुश हो गई और अपना नम्बर देते हुए बोली अरे वाह … फिर तो मैं भी तुम्हें फ्रेंड रिक्वेट भेजूगी … कुछ देर बात करके दोनो सहेलिया अपने अपने घर चली गई..

शाम को कुसुम ने देखा उसके वटस अप पर सुमन ने ढेर सारे मैसेज भेजे हुए थे और फेसबुक पर भी वो दूसरो पर खूब कमेंट करती रहती. दो चार बार तो कुसुम ने जवाब दिया पर वो ज्यादा समय चैट पर नही रहती थी. उसका कारण था कि कुसुम को जब भी घर के काम से समय मिलता वो ब्लॉगिंग करती उसने एक ब्लॉग बनाया हुआ था और घर के काम से फुर्सत मिलते ही उसी पर व्यस्त रह्ती.

असल में, उसे शुरु से ही प्रकृति नेचर  बहुत पसंद थी इसलिए उसी पर अलग अलग फोटो क्लिक करती और उस पर डालती और उस पर कुछ न कुछ लिखती रहती.

उसने सुमन को भी फेसबुक पर लगातार एक्टिव रहते हुए देख कर बहुत बार बोला कि तुम भी कुछ करो पर हमेशा समय कहां है सारा दिन तो घर का काम ही खत्म नही होता और कामों की लम्बी चौडी लिस्ट बता देती और बात टाल जाती पर कुसुम समझ गई थी कि वो करना ही नही चाह्ती इसलिए बहाना बना रही है क्योकि घर परिवार का जितना काम कुसुम को होता उतना ही सुमन को रहता … दोनो का छोटा बच्चा और बाबूजी थे यानि काम एक जैसा सा ही था पर सुमन घर के काम से फारिक होकर वटसअप या फेसबुक पर चैटिंग और मैसेजिंग में जुट जाती.

वही कुसुम अपने समय का सही उपयोग कर रही थी. वटस अप हो या फेसबुक समय सभी को देती पर कुछ थोडा ज्यादा समय अपने शौक को देती. और आज ना सिर्फ वो बहुत क्रिएटिव हो गई बल्कि उसमें आत्मविश्वास भी बहुत आ गया अपने सर्कल में उसका नाम के साथ साथ मान सम्मान  और पहचान बनने लगी  बहुत लोग जानने लगे  और उस से टिप्स भी लेने लगे.

वही दूसरी ओर सुमन थी … दिनभर बस चैट, लाईक और कमेंट करती वो किसी भी मुकाम पर नही पहुंच पाई थी और ना ही अपनी पहचान बना पाई थी.

हो सकता है उसके मन में एक दर्द, एक टीस सी तो उठती हो पर उसे ज्यादा न सोच कर गर्दन झटकती उस बात से ध्यान हटाती वो फिर जुट जाती किसी की पोस्ट लाईक करने, किसी पर ताना कसने में …

एक दिन जब सुमन किसी पर कमेंट कर रही थी एक जानकार महिला का उसके पास मैसेज आया उस पर लिखा था कि कि आपकी फ्रेंड लिस्ट में कुसुम जी है जरा मेरी उनसे जान पहचान करवा दीजिए प्लीज …वो बहुत क्रिएटिव है और उन्ही की तरह बनना चाहती हूं इसलिए उनसे मिलना चाहती हूं …

सुमन ने कल मिलवाने  की बात कही और अगले दिन सुबह ही वो कुसुम के घर जा रहे थे. कुसुम ने दोनो को चाय सर्व की और सुमन के साथ आई महिला से मिलकर बहुत खुश हुई कि वो भी कुछ करना चाह्ती है क्योकि आमतौर पर कुछ महिलाएं नेट पर रहती तो सारा समय है पर कुछ क्रिएटिव करना हो या कुछ अलग करना हो तो समय न होने का बहाना बना देती हैं जबकि घर बैठे बैठे अपनी एक अलग पहचान बनाने का ये सबसे अच्छा माध्यम है…

कुसुम ने अपने बारे में बताया कि उसे प्रकृति की फोटो लेने का बहुत शौक था बस इसी शौक को कोनटिन्यू रखा और अपनी एक सहेली मणि से ब्लॉग बनवाया  उसमे आर्टिकल फोटो पोस्ट करती रही …और सोचा भी न था कि इसके शौक को इस कदर पसंद किया जाएगा… उस महिला ने बताया कि उसे कुकिंग का बहुत शौक है … इस पर कुसुम ने कहा कि फिर तो वो बहुत कुछ कर सकती है… नई नई डिश सीखाए … और नेट से और भी नई नई डिश बनाना सीखे … अपने अनुभव शेयर करे … बहुत कुछ है कर दिखाने को बस मन में लग्न होनी चाहिए और एक दिन ऐसा भी आएगा जब अपने शौक के साथ साथ ये करियर भी बन जाएगा और सोर्स ऑफ इंकम भी …

वही सुमन उन दोनों की बातों में खो सी गई सच … ये सब कितना आसान था … और वो बस अपना समय ही वेस्ट करती रही …और दो साल में उसे मिला क्या… कुछ नही न अपनी पहचान बनी और न वो क्रिएटिव… अब उसे भी जिंदगी में कुछ बनना है घर बैठे बैठे ही वो बहुत कुछ करके दिखाएगी

कुसुम के घर से बाहर निकलते निकलते वो सोच रही थी कि वो भी अपने भीतर छिपे  इंटर्स्ट को खोज कर जल्द ही कुसुम के पास आएगी और वो भी अपनी पहचान जरुर बनाएगी..

और मन बना लिया कि कल ही वो कुसुम के पास जाकर अपनी जिंदगी को नई पहचान देगी… वो भी कुछ कर के दिखाएगी…

वैसे आपने क्या सोचा घर पर रहते हुए भी क्या आप भी अपनी पहचान बनाना चाहती हैं …एक कहानी ऐसी भी – हिन्दी लघु कहानी-

वैसे अगर आप  भी जिंदगी में कुछ करना चाहते हैं तो प्लीज सोचिए मत कर डालिए … आप भी किसी के लिए आदर्श या प्रेरणा बन सकते हैं

बच्चों की छोटी कहानियाँ – Monica Gupta

दीदी की चिठ्ठी नियमित स्तम्भ बच्चों की छोटी कहानियाँ हो या बडी कहानियां बाल लेखन ने हमेशा मुझे प्रेरित किया है.नेशनल बुक ट्र्स्ट , हरियाणा साहित्य अकादमी read more at monicagupta.info

एक कहानी की मौत – Monica Gupta

संदीप घर से हंसता मुस्कुराता निकला। उसकी पत्नी बेबी ने बाहर आकर उसे बाय-बाय किया और अपनी पड़ोसन नीलम से बतियाने लगी। संदीप दफ्तर के सौ कामों के बीच छोटी बहन रीना के बारे में सोचता मोटरसाइकिल दौड़ाए चला जा रहा था। कल रीना को लड़के वाले भी देखने आ रहे हैं। उसकी छोटी-सी प्यारी बहन दुल्हन बनकर घर से विदा हो जाएगी और एक नया संसार उसका घर होगा जहां वो किसी की चाची, ताई, आंटी, जेठानी, बड़ी बहू या फिर रीनू बनकर रम जाएगी। read more at monicagupta.info

 

एक कहानी ऐसी भी – हिन्दी लघु कहानी – आपको कैसी लगी… जरुर बताईगा .. !!

 

  • « Previous Page
  • 1
  • …
  • 29
  • 30
  • 31
  • 32
  • 33
  • …
  • 41
  • Next Page »

Stay Connected

  • Facebook
  • Instagram
  • Pinterest
  • Twitter
  • YouTube

Categories

छोटे बच्चों की सारी जिद मान लेना सही नही

Blogging Tips in Hindi

Blogging Tips in Hindi Blogging यानि आज के समय में अपनी feeling अपने experience, अपने thoughts को शेयर करने के साथ साथ Source of Income का सबसे सशक्त माध्यम है  जिसे आज लोग अपना करियर बनाने में गर्व का अनुभव करने लगे हैं कि मैं हूं ब्लागर. बहुत लोग ऐसे हैं जो लम्बें समय से […]

GST बोले तो

GST बोले तो

GST बोले तो –  चाहे मीडिया हो या समाचार पत्र जीएसटी की खबरे ही खबरें सुनाई देती हैं पर हर कोई कंफ्यूज है कि आखिर होगा क्या  ?  क्या ये सही कदम है या  देशवासी दुखी ही रहें …  GST बोले तो Goods and Service Tax.  The full form of GST is Goods and Services Tax. […]

डर के आगे ही जीत है - डर दूर करने के तरीका ये भी

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing –  Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]

  • Home
  • Blog
  • Articles
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Poems
  • Stories
  • Kids n Teens
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Disclaimer
  • Anti Spam Policy
  • Copyright Act Notice

© Copyright 2024-25 · Monica gupta · All Rights Reserved