Monica Gupta

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July 13, 2015 By Monica Gupta

एक पाती प्यार भरी- बेटे का पत्र मां के नाम

एक पाती प्यार भरी – बेटे का पत्र मां के नाम – एक खूबसूरत रिश्ता , रिश्ता प्यार भरा , एक अच्छी किताब 100 दोस्तो के बराबर होती है पर एक उत्साहित करने वाला दोस्त तो पूरी की पूरी लाईब्रेरी होता है
और आप मेरे बहुत अच्छे दोस्त हो ….. (एक पाती प्यार भरी)
पिछ्ले संडे हमारे पडोसी की बिटिया की शादी थी… वैसे तो इतना आना जाना नही था पर पर जब भी मिलते स्माईल एक्सेंज होती और उसके जाने के बाद एक खामोशी सी है….

एक पाती प्यार भरी – बेटे का पत्र मां के नाम

ऐसा ही होता है और यही है जिंदगी … हर माता पिता की जिंदगी मॆं ये लम्हा जरुर आता है जब बच्चा पढने के लिए या नौकरी के लिए उनकी आखों से ओझल होता है … हम सभी को उसे सकारात्मक लेना है और बच्चॉं के सामने कमजोर नही पडना ….मुझे याद आया एक आर्टिकल जो इसी बारे मे मैने लिखा था और आज आपसे शेयर कर रही हूं ये उन मममियों को समर्पित है जो बच्चो को याद करके सारा समय रोती रहती है  ये एक बेटे ने लिखा है अपने मम्मी पापा के नाम …  जब उसने पहली बार अकेले घर से बाहर कदम रखा

 

paper and pen photo

एक पाती प्यार भरी- बेटे का पत्र मां के नाम

प्यारी सी माँ,

कैसी हो? कल मैने पहली बार 17 साल के बाद घर से बाहर होस्टल मे जाने के लिए कदम निकाला है. मां, मै चोरी चोरी निगाहो से आपकी आँखे देख रहा था जब आप अपने आंसूओ को मुस्कान मे छिपाने की नाकाम कोशिश कर रही थी. पता है, मै भी बहुत ज्यादा उदास था पर मैने खुद को पक्का किया हुआ था कि कुछ भी हो जाए आपके सामने कमजोर नही दिखूगा. आपका राजा बेटा हू ना और आपने ही तो कहा था कि जो राजा बेटा होता है वो कभी नही रोता.

माँ, आप बैग से सामान निकाल कर मेरे होस्टल की अलमारी मे लगा रही थी और मै सोच रहा था कि आपके जाने के बाद मैं  कैसे रहूगां.कौन मुझे सुबह सुबह बालों में हाथ फेरते हुए उठाएगा. कौन मेरे लिए नाश्ते पर इंतजार करेगा. मेरे तैयार होने के बाद और वापिस लौटने पर कौन गेट पर खडा रहेगा.

 

 

 

 

मेरे लिए यह मुश्किल होगा पर मुझे विश्वास है कि आपका राजा बेटा सब कर लेगा. बस आप मेरी चिंता मत करना. पिछ्ले दस दिनो से देख रहा था जब से आप मेरे लिए पैंकिग कर रही थी कि बात बात पर आप उदास हो जाती थी. मेरा सामान पैक करते करते दस मिनट बाथरुम मे लगाती और वहाँ से ऐसे बाहर निकलती मानो कुछ हुआ ही ना हो. मै सब देखता रहता था. कई बार आपकी और पापा की बाते भी सुनता जब पापा आपको समझाते हुए कई बार नाराज भी हो जाते थे.

मैने पापा की हिम्मत को देखा है और मै आज आप दोनो के प्यार और विश्वास से जिंदगी मे बडा आदमी बन कर दिखाउगाँ. आपने जो संस्कार मुझे दिए है वो अब बहुत काम आएगें. हो सकता है शुरु शुरु मे मेरा मन ना लगे. ये भी हो सकता है कि मै जल्दी जल्दी घर के चक्कर लगाऊ या ये भी हो सकता है कि कई बार आप मेरा मोबाईल मिलाओ और वो बंद आए. आप किसी भी हालत मे फिक्र नही करना. आपका राजा बेटा खुद को मजबूत बनाएगा ताकि हर हालात का सामना कर सके और पढाई के साथ साथ अन्य गतिविधियो मे भी अव्वल आए जैसे स्कूल मे आया करता था.

बस, चार साल की तो बात है इंजीनियरिंग की पढाई तो पलक झपकते पूरी हो जाएगी और फिर तो हमने हमेशा ही साथ रहना है .. है ना माँ.

आप अब मेरी चिंता छोड कर अपना और पापा का ख्याल रखना. आप अपनी दवाई और कैलशियम हर रोज लेना और दूध पीना तो बिल्कुल मत भूलना और बासी रोटी और सब्जी छोड कर ताजी रोटी ही खाना और खुश रहना. अगर आप खुश रहोगे तो समझ लेना मै भी खुश हू और अगर आप रो रहे होंगे तो समझ लेना कि मै भी …

याद है ना आप मेरे लिए हमेशा कहा करती थी कि सीढियाँ उनके लिए बनी है जिन्हे छ्त पर जाना है ….. आसमान पर जिनकी नजर है उन्हे अपना रास्ता खुद बनाना है … बस माँ, मै रास्ता बनाने ही निकला हूँ आपके आशीर्वाद के साथ.

आज मुझे भी आपके लिए दो लाईने कहनी है मैने पढी थी…. एक अच्छी किताब 100 दोस्तो के बराबर होती है पर एक उत्साहित करने वाला दोस्त तो पूरी की पूरी लाईब्रेरी होता है

और आप मेरे बहुत अच्छे दोस्त हो और मुझे बहुत खुशी है कि भगवान जी ने इतने प्यारे मम्मी पापा दोस्त रुप मे दिए हैं सच मे , मुझे अपने पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है. अच्छा, अब पत्र लिखना बंद करता हू शायद डिनर का समय हो गया है.

अच्छा…. अपना ख्याल रखना और रोना रोना नही करना… याद है ना …

आपका राजा बेटा

हर माता पिता की जिंदगी मॆं ये लम्हा जरुर आता है जब बच्चा पढने के लिए या नौकरी के लिए उनकी आखों से ओझल होता है … हम सभी को उसे सकारात्मक लेना है और बच्चॉं के सामने कमजोर नही पडना …. !!!

एक पत्र दुल्हनियां के नाम – Monica Gupta

एक पत्र दुल्हनियां के नाम …. बचपन मे घर घर खेलने वाली देखते ही देखते इतनी बडी हो गई कि आज अपना ही घर बसाने पिया के घर जा रही है.जहां read more at monicagupta.info

 

कैसी लगी आपको ये पाती … जरुर बताईएगा !!!

 

 

 

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