How to Avoid Arguments – बहस से कैसे बचें – Stop Arguing – How to Stop Arguments – Losing an argument is better than losing a friend… झगडे की शुरुआत आम तौर पर बहस से होती है.. किसी बात पर बहस शुरु होती है और बढते बढते लड़ाई का रुप ले लेती है तो जरुरी है झगड़ा रोकने की इसलिए जरुरी है बहस से बचे.. इसे avoid करें… पर कैसे ?? क्योंकि temptation बहुत होती अपनी ego होती है… अपनी बात तो रखनी ही होती है.. खुद को महान जो साबित करना होता है मैं ही सही हूं ये साबित करना ही होता है.. तो try to resist this temptation बोलने की क्योंकि पर कैसे ?? कैसे रोके बहस को इस बारे में मैं आपको कुछ tips दे रही हूं..
How to Avoid Arguments – बहस से कैसे बचें –
Arguments को Respectfully Handl करना है कैसे ? कि Listen! संयम रखते हुए सुनना है उसे बुरा सुनना है उसकी बात नहीं काटनी और फिर अपना बोलना है.. दोनों एक ही साथ बोले जाएगे तो ना एक दूसरे की सुन पाएगें और ना समझ आएगी… और बात बढती चली जाएगी…
सामने वाले को सुनना है और बेशक बोल सकते हैं कि मैंनें भी आपकी बात सुनी है अब आप भी मेरी सुनिए.. और सामने वाले को समझते हुए बहुत सहजता से जवाब देना है…
तो सुनना है संयम रख कर interrupt नहीं करना… Blame, Criticism नहीं करना बात बात पर.. flexibly रखनी है… I get that or I understand जैसे शब्द यूज करने हैं..
हम आमतौर पर क्या सोच रखते हैं कि तू बड़ा अपने आपको स्मार्ट समझता है… बच्चू तू जिस कॉलिज में पढता था हम इसके प्रोफेसर रह चुके हैं… इससे सामने वाला अपनी बे इज्जती महसूस करेगा… और वो और ज्यादा भडक सकता है
Aggressive नहीं होना और अपनी आवाज shouting, Abuse गाली गलौच, अभद्र भाषा नहीं बोलनी..
अपनी कोई गलती है मान लेना चाहिए… सोच समझ कर बोलना है…
Listen to your body – Arguments के दौरान Emotions पर कंट्रोल करना है.. बहुत गुस्सा आ रहा है चेहरा तमतमा रहा है.. सांस तेज चल रही है दिल जोर जोर से धडक रहा है… इन पर काबू रखना है.. हावी नहीं होने देना इस सिटयूशेन को… Be honest about your own feelings and emotions. तो अपनी भावनाओं पर काबू रखना है और उस समय..
Calm the situation को शांत बनाने की कोशिश करनी है.. जब लगे कि बात बहुत ज्यादा बढ रही है तो इससे बाह्र निकलने का प्रयास करना चाहिए.. उसी समय press the STOP! Button ऑन कर देना चाहिए..
चलो इस बारे में बाद में बात करेंगें.. आराम से बात करेंगे.. माहौल को हलका बनाने की कोशिश कीजिए… दूरी बना लीजिए कि मुझे एक जरुरी काम याद आ गया.. आप की बात भी सही है हम इस बारें में आराम से बैठ कर बात करेंगें पर अभी मुझे एक बहुत जरुरी काम के लिए जाना है… या फोन करना है.. कोई भी बहाना…
क्या क्या कर सकते है कि
वहां से चले जाए… पर दरवाजा भी भडाम से बंद नहीं करना… कि दूसरे को लगे कि बहुत गुस्सा है…
खुद को रिलेक्स रखने के लिए गाना सुन सकते है.. बाहर वॉक पर जा सकते हैं या टीवी देख सकते हैं…
Apologize ये इसलिए करना है कि हमारे रिश्ते खराब न हो..
चलो छोडो… इस बात को.. खत्म करते हैं..
Disagreements होती है रिश्तों में और होनी भी चाहिए पर अगर ये अच्छे नोट में खत्म हो तो रिश्ते बनें रह सकते हैं…
और जब बात करें अच्छे शांत माहौल में.. सौहार्दपूर्ण
forgive.. दूसरों को बता कर इसने तो ऐसा कहा.. इसने ये किया.. इससे फायदा नहीं.. इससे बात बडती ही जाती है.. हमारा फोकस होना चाहिए कि एक शांत माहौल में स्माईल के साथ खत्म हो..
बहुत समय पहले मेरी भी एक जानकर से बहस हो गई.. वो भी बोलती रही मैं भी बोलती रही.. फिर मैनें महसूस किया कि सब लोग हमारी तरफ ही देख रहे थे.. बहुत महसूस हुआ कि ये क्या किया.. अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट भी खोई और अगर और ज्यादा बहस होती तो शायद हमारी दोस्ती ही हमेशा के लिए खत्म हो जाती… तो बहुत जरुरी है कि इसे बढाया न जाए… बात को समेटने की कोशिश करनी चाहिए… तो इससे पहले की बहुत देर हो जाए…
let’s move on.
How to Avoid Arguments
Nilam Barjo says
मोनिका गुप्ता जी आप को मेरी ओर से ढेर सारी बधाई जो कि आप ने अपनी लैंग्वेज में भारतीय समाज को नैतिकता और आपसी प्रेम को आप ने सोसल नेटवर्क के जरिये सभी बताने का काम कर रहे हैं।मैं भी आपके तरह एक अच्छा लेखक बनना चाहता हूं, मैं कहानी तो बना लेता हूँ पर उसे मैं सोसल नेटवर्क अपलोड नही कर पाता हूँ। मोनिका गुप्ता जी मैं आप सर ही सलाह लेना चाहता हूं की किसी भी आर्टिकल को अपलोड हम कैसे करेंगे। मुझे उम्मीद है कि आप मेरी हेल्प करेंगे।
धयनवाद,आप को ईश्वर लंबी उम्र दे यही मेरी प्रार्थना है ईश्वर से।