How to Like People You don’t Like – How to Talk to People You don’t Like – Monica Gupta – How to Like Someone You Dislike – जब परिस्थिति बदलना मुमकिन ना हो तो मन की स्थिति बदल लेनी चाहिए… सब अपने आप ही बदल जाएगा…हमारी अपनी liking और disliking होती है… बहुत बार ऐसा होता है कि हम किसी को पसंद नहीं करते पर क्योंकि हमें साथ मिलकर रहना होता है या काम एक साथ करना होता है या रोज़ मिलना होता है आमना सामना होता है तो नापसंद करना समझदारी नही.. तो क्या करना चाहिए हम जिसे पसंद नहीं करते उसे पसंद कैसे करें… क्योंकि इसका असर हमारी personality में भी पड रहा है.. तो आज मैं इसी बारे में बता रही हूं कुछ बातें…
How to Like People You don’t Like – How to Talk to People You don’t Like
1. पहली तो वजह जाननी है कि उसे पसंद किस लिए नहीं करते..क्या बात बहुत पुरानी है ? या हाल फिलहाल की है और मेरा अनुभव उसके साथ अच्छा नहीं रहा… जो भी बात हुई मन ही मन वजह टटोलनी है…कि क्या हुआ था ?
2. फिर हमें अपने behavior और reactions पर focus करना है.. बात भले ही नई हो या पुरानी… पर इस वजह से हमें बहुत तनाव हो रहा है हम अपना कोई काम अच्छे से नहीं कर पा रहे.. किसी भी काम पर फोकस नहीं लगा पा रहे तो इस प्रोब्लम को हमें दूर करना है.. ये तभी होगा जब हम अपने मन से ग्रजिस निकालेगें… वो तभी सम्भव होगा जब हम उससे बात करेंगे..
3. इसके लिए हमे अपनी बॉडी लेग़्वेज सही रखनी है.. अपने हाव भाव ऐसे रखने हैं कि ये महसूस न हो कि मैं उसे पसंद नहीं करती… चेहरे पर स्माईल रखनी है और ऐसा शो करना है कि मुझे उससे बात करने में कोई प्रोब्लम नहीं है…
4. हमारी communication पर ध्यान देना है..
पहली बात तो उसकी सुननी है.. वो जो बोल रहे हैं सुनना है.. बीच में बात नहीं काटनी…
जब हम बोले तो आराम से बोलना है ऐसा कुछ ना बोले कि उसकी फीलिंग्स हर्ट हों
और जब लगे कि बस कुछ टॉपिक ऐसा छिड गया अब difficult लग रहा है झगडा या तकरार हो सकती है तो टॉपिक बदल देना चाहिए और अगर बात सम्भाले नहीं सम्भल रही तो एक बार कोई बहाना बना कर वहां से चले जाना चाहिए पर आराम से… पैर पटकते हुए नहीं…
ये तो बात हुई जब हम एक दूसरे से कर रहे हैं पर जब किसी थर्ड पर्सन से भी बात करे तो उसके लिए भूल कर भी न तो नेगेटिव बोले gossip or complain न करें..
5. जब भी बात करें तो ऐसी बात करें तो common interests की हो.. मान लीजिए उसे पॉलिटिक्स में कोई रुचि नहीं और हम उसी बारे में बात कर रहे हैं.. अपने बारे में बात कीजिए… और उसके बारे में पूछिए जैसा कि मान लीजिए हम इस बार छुट्टियों में बाहर जाने की सोच रहे हैं.. आपको क्या लगता है कहां जाना चाहिए… इस मौसम में कहां जाना सही है? उसका interest जानना है कि क्या क्या पसंद है क्या खाना पसंद है कौन सा टीवी सीरियल या मूवी पसंद है…
6. बातचीत positive माहौल में हो.. तनाव या शिकायत या नाराजगी वाली कोई बात ही ना हो माहौल एकदम हल्का फुलका हो… जब एक दूसरे से बात करें तो समानूभूति रखते हुए बात करें.. उसके नजरिए से बात को सोचें… और किसी भी बात को seriously नहीं लेना… कोई बात नहीं ये उसकी सोच है… ये कह कर दिमाग को झटक देना है..
7. कुछ साथ मिलकर शुरु करें… जैसा कि सैर… चलो मिलकर शुरु करते हैं.. घर पर हैं तो चलिए मैं चाय बना रही हूं आप लेंगें या ऑफिस में हो तो चलिए कैंटीन कॉफी के लिए चलते हैं… या कोई त्योहार हो तो एक साथ मनाएं…
तो ये थी कुछ बातें .. वैसे आप बताईए आप क्या सोचते हैं… कि और कौन कौन सी बातें ऐसी हैं जो हम नापसंद को पसंद में कंवर्ट कर सकें..
जब परिस्थिति बदलना मुमकिन ना हो तो मन की स्थिति बदल लेनी चाहिए… सब अपने आप ही बदल जाएगा…
जिंदगी आसान नहीं होती, इसे आसान बनाना पड़ता है… कुछ ‘अंदाज’ से, कुछ ‘नजर अंदाज ‘से……!
How to Like People You don’t Like
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