Husband Wife Relationship – पति पत्नी सम्बन्ध – Healthy vs Unhealthy Relationships – differences between healthy and unhealthy couples – आमतौर पर couples के बीच में दो तरह का Relationship होता है.. healthy unhealthy couples .. अब ये क्या है क्या अंतर होता है इसे बताने के लिए मैं आपको 7 बातें बता रही हूं.. फिर आप खुद ही देखिए… आप कौन सी कैटगिरी में आते हैं…
Husband Wife Relationship
1 Healthy couples लगातार अपनी life में invest करते हैं. रिश्ते को priority प्राथमिकता देते हैं.. और ये कोई rocket science कि समझ न आए….जब हम किसी चीज में invest निवेश करते हैं तो क्या होता है वो और ज्यादा फलती फूलती है… और इसमें पैसे लगाने की जरुरत नहीं…
एक दूसरे को समय देना .. क्वालिटी टाईम देना,
एक दूसरे की केयर करना
एक दूसरे को खुश रखना ये काम होता है healthy couples का जबकि Unhealthy couples हमेशा टालमटोल करते हैं… कभी और फिर कभी… कहते हैं अनहेल्दी कपल ऐसा कुछ नहीं करते..देते भी हैं तो मोबाईल गेम, फोन…
2 हैल्दी कपल्स एक दूसरे से कोई secrets नहीं रखते.. जो है वो सामने है…. जबकि Unhealthy couples एक दूसरे से छिपाते हैं.. एक healthy marriage विश्वास, सच्चाई और ईमानदारी की नींव पर खडी होती है…जबकि अनहेल्दी कपल्स सब छिपा कर करते हैं चोरी रखते हैं, किसी से बात हुई, किसी को कुछ मैसेज किया कुछ खरीदना भी होगा तो नहीं बताएग़ें…
3. Equality – Healthy couples बराबरी का दर्जा देते हैं.. मैं पुरुष हूं तुम महिला हो ऐसी सोच नहीं होती… एक दूसरे को बराबर समझते हैं और अपनी अपनी डयूटी शेयर करते हैं जैसे अगर दोनो अगर नौकरी करते हैं तो घर के काम भी मिल कर करते हैं.. जबकि अनहैल्दी कपल्स में मैं की भावना बहुत ज्यादा होती है.. जबकि unhealthy relationship में, एक अगर superior है तो दूसरा inferior … उनके लिए अब सब हमारा है मेरा या तुम्हारा नहीं… मिल कर शेयर करते हैं कोई डिवाईड नहीं होता कुछ आधा नहीं होता.. सब बराबर का होता है… जबकि अनहेल्दी कपल मेरा तुम्हारा में ही उलझे रहते हैं..
4 Healthy couples conversations करते हैं जबकि Unhealthy couples बहस.. arguments. HEALTHY COUPLES जब लडते हैं तो सबके सामने नहीं झगडते PRIVATE जब अकेले हो तब झगडते हैं जब unhealthy couples की निशानी क्या होती है लिहाज ही नहीं करते.. जब भी बुरी लगी चाहे सामने कोई दोस्त हो, रिश्तेदार हो, मार्किट में हों… कोई खड़ा है नहीं खड़ा बस बोल देते हैं
एक और खास बात की जब ARGUMENTS होते हैं तो बच्चों को इन सब बातों से दूर रखते हैं जबकि unhealthy couples बच्चों को ही ढाल बना लेते हैं.. बच्चों को जान बूझ कर सुनाते हैं आज जो मैं भुगत रही हूं बच्चों की वजह से ही नहीं तो कब की छोड छाड कर चली जाती..
जब किसी बात पर अनबन हो जाती है तो झगडा होने के बाद किसी न किसी सहमति agreement पर बात खत्म होती है… बात बढाते नहीं और unhealthy couples तो पुरानी पुरानी बातों को और खोद कर लाते हैं यानि सहमति तो दूर दूर तक होती दिखाई नहीं देती…
- healthy couples अपने ड्रीम Share करते हैं, जबकि unhealthy couples Self-centered होते हैं..एक सच्चा रिश्ता क्या होता है ?? जब दो लोग मिल जाए.. हैल्दी कपल जहां बैठ कर एक साथ भविष्य के सपने बुनते है.. कब शादी होगी कब बेबी होगा, उसे क्या बनाएगे, हमारे क्या goals है ताकि जीवन सुखद हो..
वही unhealthy couples को बताने की जरुरत ही नहीं होती.. वो अपने में ही रहता है अपनी ego .. कि ये मैं हू.. ये मेरा है… दूसरे की भावनाओं को तो समझना ही नहीं है… भले ही उसके सपनो का कुछ भी हो.. कोई परवाह नहीं…
हैल्दी कपल तो एक दूसरे की पहचान बनाने में मदद करता है..एक दूसरे के सपने पूरे करने में लगा रहता है ताकि कोई पहचान मिले… वही unhealthy couples तो कोई समझौता करने को compromise करने को तैयार ही नहीं होते…
6 Healthy couples एक दूसरे में अच्छी बातें ही point out करते हैं जबकि Unhealthy couples एक दूसरे में कमियां और बुराईयां की खोजने में लगे रहते हैं इससे क्या होता है कि तनाव बढता चला जाता है
इसी के साथ साथ हैल्दी कपल का स्वभाव क्षमा करने वाला होता है.. जबकि unhealthy couples मन में grudges लेकर बैठे रहते हैं.. कोई गलती हो गई और तुरंत माफी मांग लेने और माफ कर देने से रिश्ते गहरे होते हैं प्यार और विश्वास और बढता है.. शिकायत या आपसे में jealousy या वैर नहीं रखना चाहिए…
7 HEALTHY COUPLES को जब लगता है कि सब कुछ करके देख लिया पर आपसी तालमेल बिल्कुल भी नहीं बैठ रहा तो वो QUIT कर देते हैं एक दूसरे को आजाद कर देते हैं कि आप अपनी दुनिया में खुश रहो और मैं अपनी.. कोशिश जरुर करते हैं पर जब लगता है नहीं हो पाएगा… फिर समय waste नहीं करते पर unhealthy couples ऐसा नहीं करते.. वो साथ रहते हैं छोडते भी नहीं और दुखी भी रहते हैं रिश्तों को धसीटते रहते हैं उनकी ये सोच भी होती है कि लोग क्या कहेंगें…
तो ये थी 7 बातें.. आप बताईए कि आप कौन सी कैटीगिरी में आते हैं… वैसे
जब रिश्ते मजबूत होते हैं तो बिना कहे महसूस होते हैं..
विचारों को बदलने से भी नया दिन निकलता है सिर्फ सूरज निकलने से ही सवेरा नही होता…
जीवन में ज्यादा रिश्ते होना जरुरी नहीं पर रिश्तों में जीवन होना बहुत जरुरी है…
जब बुन ही लिया है,तो ओढ़ क्यूँ नहीं लेते..! रिश्ते ही तो हैं,जोड़ क्यूँ नहीं लेते…!!
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