कन्या भ्रूण हत्या पर कविता – पुकार अजन्मी बच्ची की लिखने की जरुरत इसलिए आन पडी कि समाज के लोग इसकी मह्त्ता को समझ ही नही पा रहे. देश में जिस तरह से लाख कोशिशों के बावजूद भी भ्रूण हत्याये रुकने का नाम नही ले रही … ऐसे में कुछ लिखने का मन हुआ और पुकार अजन्मी बच्ची की कविता ने जन्म लिया
कन्या भ्रूण हत्या पर कविता – पुकार अजन्मी बच्ची की
कविता में अजन्मी बच्ची और मां के बीच में बातचीत है … अजन्मी बच्ची इस दुनिया में आना ही नही चाह्ती और मां उसे कह रही है कि तू आ घबरा मत … आईए सुने कविता
अजन्मी बच्ची की पुकार
बच्ची दुनिया का हाल देखते हुए आना ही नही चाह्ती लेकिन उसकी मां उसे हिम्मत देती है और न धबराने को कहती है उसे कहती है कि वो जब इस धरा पर आएगी तो वो धरा को जन्नत बना देंगें.
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(अजन्मी बच्ची और मां के बीच की बातचीत है इस कविता में)
ये कविता तब मन में उभर कर आई जब देखा कि देश में किस तरह से कन्या भ्रूण हत्याऎ हो रही है और लाख कोशिश के बाद भी थम नही रहीं … मन विचलित हो रहा था और सोच रहा था कि भीतर कोख में पल रही बच्ची क्या सोच रही होगी ??? बाहर संसार में आना भी चाहेगी या नही … !!!
पुकार अजन्मी बच्ची की … कोख मे बच्ची करे पुकार मां… सुन … मां, मुझे रोक ले इस धरा पे आने से, बदनसीबी अपनाने से, मैने देखा है तुझे अपनी दिल की आखों से,
उदास हताश, बेबस और निराश, सौ-सौ आसूं रोते और बिलखते, अपमान का घूंट पीते और सहते, बॉस की निगाहों से दो चार होते,
मां… सुन …मां मुझे रोक ले, मै आना ही नही चाह्ती ऐसी धरा पे, जहाँ ना मान है ना सम्मान, सब पत्थर दिल इंसान, बस बसे हैं भेडिए, हर पल बस, नोचने खसोटने को तैयार,
रोक ले मां, रोक ले, अब मां बोलती है …
सुनकर बेटी का रुदन, छलछला गए मां के नयन,
आंसू पोंछ्ती बोली वो, तू आना, ना घबराना, तू ही तो मेरी हिम्मत और आशा है, मेरे कल की दिव्य अभिलाषा है, संधर्ष से हम बदल देगे वर्तमान, सुखद भविष्य बनाएंगे,
धरा को बना कर फूलों की बगिया जर्रा-जर्रा महकाएंगे,
तू आ तो सही, धैर्य,प्रेम,प्यार का पाठ पढा कर, उज्जवल दुनिया बसाएंगे, तू मेरी दिव्य अभिलाषा,
तू एक बार आ तो सही, धरा को जन्नत बनाएंगे, धरा को जन्नत बनाएंगे!
Audio- Peom-Girl Foeticide-female foeticide- india by Monica Gupta. लिखने के बाद मुझे लगा कि क्यों ना Audio भी बना दूं … !!! आप सुनिए और जरुर बताईए कि कैसी लगी मेरी ये कविता
Press Information Bureau Hindi Releases
सरकार ने देश में कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए बहुआयामी रणनीति अपनाई है। इसमें जागरुकता पैदा करने और विधायी उपाय करने के साथ-साथ महिलाओं को सामाजिक-आर्थिक रूप से अधिकार संपन्न बनाने के कार्यक्रम शामिल हैं। इनमें से कुछ उपाय नीचे दिए गए हैः • गर्भ धारण करने से पहले और बाद में लिंग चयन रोकने और प्रसवपूर्व निदान तकनीक को नियमित करने के लिए सरकार ने एक व्यापक कानून, गर्भधारण से पूर्व और प्रसवपूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन पर रोक) कानून 1994 में लागू किया। इसमें 2003 में संशोधन किया गया। • सरकार इस कानून को प्रभावकारी तरीके से लागू करने में तेजी लाई और उसने विभिन्न नियमों में संशोधन किए जिसमें गैर पंजीकृत मशीनों को सील करने और उन्हें जब्त करने तथा गैर-पंजीकृत क्लीनिकों को दंडित करने के प्रावधान शामिल है। पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड उपकरण के इस्तेमाल का नियमन केवल पंजीकृत परिसर के भीतर अधिसूचित किया गया। कोई भी मेडिकल प्रैक्टिशनर एक जिले के भीतर अधिकतम दो अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर ही अल्ट्रा सोनोग्राफी कर सकता है। पंजीकरण शुल्क बढ़ाया गया। • स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने सभी राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वे अधिनियम को मजबूती से कार्यान्वित करें और गैर-कानूनी तरीके से लिंग का पता लगाने के तरीके रोकने के लिए कदम उठाएं। • माननीय प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि वे लिंग अनुपात की प्रवृति को उलट दें और शिक्षा और अधिकारिता पर जोर देकर बालिकाओं की अनदेखी की प्रवृत्ति पर रोक लगाएं। See more…
नारी शक्ति पर कविता – आज की भारतीय नारी – Monica Gupta
नारी शक्ति पर कविता – आज की भारतीय नारी- आज की नारी अबला नही सबला है. हम भारतीय नारियों की बात ही अलग है ढेरो परेशानियों के बावजूद हमेशा सकारात्मक सोच रखती read more at monicagupta.info
कन्या-भ्रूण हत्या का असली कारण हमारी सामाजिक परंपरा और मान्यताएं हैं जो मूल रूप से महिलाओं के खिलाफ हैं। बेशक , मानसिकता बदल रही है पर आज भी बहुत समय लगेगा …
मैं हमेशा एक ही बात कहती हूं कि
गर्ल है तो कल है !!!
आप सुनिए और जरुर बताईए कि कैसी लगी मेरी ये कविता….
सुमीत खरवार says
बहुत ही अच्छा लगा पढ़ कर