स्वच्छ भारत मिशन -ग्रामीण 2007-08 में स्वच्छता अभियान को लेकर जब हमने हरियाणा के सिरसा के गांव गांव मे रिकार्डिंग करनी शुरु की तो गांव की महिलाओ ने अभूतपूर्व उत्साह देखा. सुबह सवेरे जल्दी उठ कर वो जो भी खुले में शौच जाते उन्हें टार्च दिखाती और सीटी बजा कर उन्हें अहसास दिलवाती कि ये सही नही कर रहे हैं
स्वच्छ भारत मिशन -ग्रामीण असल में, टार्च और सीटी की सुविधा प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान के लिए मिली थी. और ये महिलाए जागरुक प्रहरी/ स्वच्छता प्रहरी के रुप में चुनी गई थी. फिर जल्दी सुबह अपना घर का निबटा कर वो दिन भर स्वच्छता पर ध्यान देने लगी . उनके लिए भी राहत की बात थी क्योकि खुले में शौच उन्ही को जाना होता था न सिर्फ दिक्कत झेलती थी बल्कि शर्म भी सहनी पडती थी. कई बार लोगों की गंदी नजरों का भी सामना करना पडता था. घर में अपना टायलेट बनाना किसी सुखद सपने से कम नही था. स्वच्छता की जानकारी मिली और फिर खुद को स्वच्छ करने के बाद इनके चेहरे पर खुशी साफ महसूस की जा सकती थी .
एक दिन रिकार्डिग के बाद कुछ महिलाए पीछे हो गई कि आपके साथ फोटू करवानी है .. तो मैं भी तैयार हो गई बस एक ही शर्त रखी कि धूंधट हटाना पडेगा … कुछ ने तो माना पर कुछ ने नही 🙂 स्वच्छ भारत मिशन -ग्रामीण