उलझन सुलझ गई
जिंदगी उलझनों से भरी पडी है पर अगर इसकी उलझन सुलझ जाए तो चैन सा आ जाता है. दैनिक भास्कर की मधुरिमा पत्रिका में उलझन का सुझाव सराहनीय रहा …
Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber
By Monica Gupta Leave a Comment
By Monica Gupta Leave a Comment
आज के समय मे डाईट का बहुत ख्याल रखा जाता है .पर बात बहुत ज्यादा पुरानी भी नही है जब शादी या विवाह के लिए लडकी खोजी जाती तब सबसे पहला ये देखा जाता कि होने वाली बहू को खाना बनाना आता है या नही. पाक कला मे प्रवीण है या नही … अगर लडकी खाना बनाने मे एक्सपर्ट होती तो तुरंत समय गवाए रिश्ता कर दिया जाता पर आज के समय में लडके ऐसी लडकी की तलाश कर रहे हैं जो खाना बनाने में जरा भी कुशल न हो ताकि खा पी पर टम्मी यानि पेट या तोंद न बाहर निकल आए …. शरीर चुस्त दुरुस्त रहे … आईए पढे इस व्यंग्य में कौन खुश है और कौन सिर धुन रहा है
वैसे आप कैसी कन्या की इच्छा रखते हैं पाक कला प्रवीण या … ???
By Monica Gupta Leave a Comment
By Monica Gupta Leave a Comment
By Monica Gupta Leave a Comment
( गूगल से साभार तस्वीर )
आंख उठा कर भी न देखू जिससे मेरा दिल न मिले ,रस्मी तौर पर हाथ मिलाना मेरे बस की बात नही …
आज जब केजरीवाल जी की नीतीश जी के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान लालू जी से मिलन के बारे में सफाई आई तो बस यही बात मन में आई कि केजरीवाल जी ये हम सभी ने देखा कि पहल लालू जी ने ही की थी पर … पर … पर आपको विरोध करना चाहिए था आपने विरोध क्यों नही किया …!! देखिए दो बातें हो सकती थी या तो आप कार्यक्रम में जाते ही नही…. और अगर जाते तो दूरी बना कर रखते पर आप गए भी और भाई चारा_गी से खुद को रोक नही पाए या लालू जी नही रोक पाए और जबरदस्ती कर ली .. बहुत लोगों के दिल टूटे. जिनका मेरी तरह रहा सहा विश्वास बचा हुआ था वो भी अब डगमगा गया है क्योकि आम आदमी पार्टी पार्टी जिस लक्ष्य को लेकर सिर उठा कर चली थी अब वही सिर उठ नही रहा और अन्य पार्टियों के इस प्रश्न का सामना करने में असमर्थ हैं. कितनी लडाई करे और किस किस से लडाई करें कि अरविंद जी ने सही किया गले मिलकर … इसलिए अब यही बोलना पडता है कि हम कभी आम आदमी पार्टी में “थे” अब तो यही सोच है कि कोई सोच नही है बस दुख है और सिर्फ दुख है.
अब आप कुछ भी कहिए कोई भी सफाई दीजिए या ना दीजिए कोई फर्क नही पडता… क्योकि हमारी सोच तो कुछ इस तरह की है कि” आंख उठा कर भी न देखू जिससे मेरा दिल न मिले रस्मी तौर पर हाथ मिलाना मेरे बस की बात नही”
By Monica Gupta Leave a Comment
आज सुबह दैनिक भास्कर अखबार पढते पढते एक खबर पर नजरे टिक गई . चाय का कप एक तरफ रख कर मैं जुट गई खबर पढने में …खबर थी कि 2050 के बाद विश्वभर में कैंसर से नही जाएगी किसी की जान .. (एम्बीकान 2015) यानि राष्ट्रीय कार्फ्रेस आफ एसोसिएशन आफ मेडिकल बायोकेमिस्ट आफ इंडिया के दौरान बताया गया कि वैज्ञानिक शोध मे जुटे हैं लंबा वक्त लगेगा पर कामयाबी की सम्भावना है.पढ कर राहत मिली और एक स्माईल भी आ गई. क्योकि जिस तरह से खांसी जुकाम होता है ना आजकल वैसे ही कैंसर का सुनने को मिल रहा है. जिसे देखो उसे कैंसर…. मेरे अपने ही परिवार के ना जाने कितने लोगों को इसकी वजह से जिंदगी को अलविदा कहना पडा,
कैंसर की चपेट में लगातार ढेरों लोग नित आए जाए रहे हैं. कैंसर महंगा ईलाज महंगा होने के साथ साथ बहुत painfull भी है ईश्वर शोध करने वालो को और ज्यादा ताकत दे ताकि वो जल्द से जल्द इस बीमारी का तोड खोज सकें और हम किसी अपने को खोने से बच जाए… बाकि जितनी एहतियात आरम्भ से रखें उतना ही अच्छा… तब तक स्वस्थ रहिए
Blogging Tips in Hindi Blogging यानि आज के समय में अपनी feeling अपने experience, अपने thoughts को शेयर करने के साथ साथ Source of Income का सबसे सशक्त माध्यम है जिसे आज लोग अपना करियर बनाने में गर्व का अनुभव करने लगे हैं कि मैं हूं ब्लागर. बहुत लोग ऐसे हैं जो लम्बें समय से […]
GST बोले तो – चाहे मीडिया हो या समाचार पत्र जीएसटी की खबरे ही खबरें सुनाई देती हैं पर हर कोई कंफ्यूज है कि आखिर होगा क्या ? क्या ये सही कदम है या देशवासी दुखी ही रहें … GST बोले तो Goods and Service Tax. The full form of GST is Goods and Services Tax. […]
सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing – Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]