Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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September 14, 2015 By Monica Gupta

Diet Plan

Diet Plan photo

Photo by TipsTimesAdmin

 

Diet Plan

Nutrition Tips

बात कुछ दिनों पहले की है. मैं अपनी सहेली मणि के घर पर थी. मणि के पति का जन्मदिन हाल ही में गया है और मणि का जन्मदिन आने वाला है तो हम बैठ कर खाना डिसाईड कर रहे थे कि उस दिन क्या क्या बनेगा. मणि को खाने का बहुत ज्यादा शौक तो नही है पर कम भी नही है. आलू पूरी, छोले भठूरे, टिक्की, फ्रूट क्रीम, फलूदा कुल्फी ही पसंद है बस … ह हा हा !!! मैं इसलिए हंसी क्योकि आप यही सोच रहे हो कि बस !!! हां तो मैंने खाने की बात करते करते मणि से कहा कि केक मेरी तरफ से होगा. इस पर मणि बोली कि अरे नही !!! पिछ्ले साल भी बेटे ने केक online order कर दिया था और दो दो केक खाने मुश्किल हो गए थे इसलिए इस बार उसने मुझे केक के लिए मना कर दिया. वैसे वो केक बहुत ही स्वादिष्ट था.पाईनएपल केक का सुनते ही मेरे मुंह में भी पानी आ गया. असल में, आज भी केक पर लगे पाईनएपल के लिए मेरी और मणि की बच्चों की तरह लडाई होती है. बच्चे घर पर हो तो हम कंट्रोल कर लेते हैं नही तो …!!

हम बात कर ही रहे थे कि तभी मणि के बेटे का फोन आ गया वो फिलहाल विदेश में किसी प्रोजेक्ट के सिलसिले में गया हुआ है.मणि उससे बात करने लगी. ज्यादा समझ तो नही आया पर महीने के हाव भाव से लग रहा था कि कुछ हैरानी और टेंशन की बात है वो मना कर रही थी और थोडी देर बात करने के बाद फोन रख दिया. मेरे पूछ्ने पर उसने बताया कि फंस गए!! अरे !! क्या हुआ? वो बोली कि अभी किसी dietician का फोन आएगा और वो मेरा और इनका (मणि के पति) का सारा डाईट प्लान और हिस्ट्री पूछेगी… मैने हैरानी से पूछा कि यानि !!! किसलिए ??? हुआ क्या!!! मणि ने बताया कि उसके बेटे ने एक साल के लिए देश की जानी मानी डाटिशियन को बुक किया है अब उसके बताए खाने के हिसाब से चलना होगा. उससे पहले अलग अलग  blood test  करवा कर भेजने होंगें जिससे शरीर के भीतर क्या क्या  हो रहा है पता चल सके. उसके आधार पर वो क्या खाना है और नही खाना वो बताएगें. कोर्स भी बहुत महंगा है पर बेटे ने ज्वाईन करवा दिया. बस मेल और फोन पर बात होगी और उनके कहे अनुसार चलना होगा.

मैने सोचा कि मणि के बेटे ने ऐसा क्यों किया. उसने बताया जब पिछ्ली बार मिले थे तो बेटा गुस्सा हो रहा था कि आप और पापा  दोनो मोटे हो रहे हो जरा अपना ख्याल रखो … शायद इसी वजह से… वो बता ही रही थी तभी उसके मोबाईल पर फोन आया जोकि true caller में डाईटिशियन का ही नम्बर आ रहा था. मैं उठने को हुई तो मणि ने हाथ पकड कर रोक लिया. मैं फिर बैठ गई. लगभग 15 मिनट बाद हुई दोनों की और मणि ने फोन रखने के बाद बताया कि वो मेल भेज रहे हैं उसके हिसाब से आठ दस टेस्ट करवा कर उनको भेजने हैं blood group  और weight भी  फिर उसी हिसाब से वो क्या खाना है क्या नही खाना वो बताते रहेंगें. हम दोनो के मन में अजीब सा तनाव था कि ना जाने क्या होगा.

शाम को मणि घर आई तो थोडा रिलेक्स थी. जब वो और उसके पति उनके बताए सारे blood test  करवाने गए तो लैब के डाक्टर जानकार मित्र थे. उनके पूछ्ने पर मणि ने बेटे की सारी बात बताई तो डाक्टर बहुत खुश हुए और बोले बहुत ही अच्छी बात है आप तो ये मान कर चलिए कि आपके बेटे ने आप दोनो की दस दस साल उम्र बढा दी. आपके बेटे ने बहुत सही सोचा. हम भारतीय लोगो का खान पान बहुत बिगडा हुआ है और उसी वजह से सारी बीमारियां होती है… जाते जाते उन्होनें यह भी कहा कि उन्हें भी  Diet Plan जरुर भेजिएगा कि वो क्या और किस तरह का डाईट प्लान बनाते है वो भी इसे जरुर ज्वाईन करना चाहेंगें.

Diet Plan

शाम को सारी रिपोर्ट मिल गई खुश किस्मती यह भी रही कि सारे टेस्ट नार्मल रेंज में थे. और अब शुरु होना था उनका डेली डाईट प्लान Diet Plan.  आज सुबह मैं खीर बना रही थी पर अनमने भाव से क्योकि जब भी खीर बनाती मणि को जरुर दे कर आती पर अब वो तो नही खाएगी … मैं भी क्या करुंगी खीर बना कर . तभी मणि का फोन आया कि तेरे पास किसी का फोन आया . मैने कहा कि नही तो किस का आना है ???… वो हंसने लगी और बोली अगर मेरा बेटा दूर बैठे अपने  मम्मी पापा का इतना ख्याल रख सकता है तो क्या मैं पास बैठी सहेली के लिए इतना भी नही कर सकती … तेरा जन्मदिन भी तो आ रहा है … !!!क्या !! बता न…!!!  क्या बात है … मेरी उत्सुकता बढती जा रही थी. वो बोली कि उसने dietician को मेरा नम्बर दे दिया है … क्या मैने कहा !! अरे नही !!! मैं तो बिल्कुल ठीक हूं मुझे जरुरत नही है और ये कंट्रोल वंट्रोल मुझसे नही होगा….  और ये एक साल का पैकेज महंगा भी तो है … प्लीज मना कर दे .. प्लीज … प्लीज .. !!वैसे भी मुझसे कंट्रोल भी नही होता !!! इतने में मेरे मोबाईल पर दूसरा फोन आ रहा था…शायद ये वहीं से था. अब मैं भी उससे बात कर रही हूं और अपने बारे मे सारी जानकारी दे रही हूं… !!!

इस बात को हफ्ता हो गया है और  मणि के अनुभव को देखते हुए और उसकी खुशी को देखते हुए मुझे भी लग रहा है कि  over weight के कम होने wait नही करनी चाहिए अपने शरीर का ख्याल रखना चाहिए. खासकर खाने के मामले में तो बहुत जरुरी है. असल में, हमारी Indian eating habits आदतें बहुत खराब है जोकि जाने अंजाने शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाती हैं… और अगर इस पर कंट्रोल हो गया  तो मन वैसे ही प्रफुल्लित रहेगा.. वैसे आप कैसे हैं … !!!   Fitness का कितना ख्याल रख रहें हैं आप ?? सेहत यानि health  के लिए  Healthy Eating  बहुत जरुरी है …

ह हा हा … अभी तो शुरुआत ही हुई है मेरी और मैं समझाने भी लग गई आपको … 🙂 

 

 

Diet Plan photo

Photo by Alan Cleaver

 

 

 

 

April 30, 2015 By Monica Gupta

Training TSC

Training TSC

सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान 2008-9

स्वच्छ रहना सभी चाह्ते हैं स्वच्छ्ता सभी चाह्ते हैं पर जागरुकता का अभाव है इसलिए जो घर घर जाकर सभी को प्रेरित करें उनको भी तो प्रेरित करने जी जरुरत हैं ये थी हमारी टीम जिन्होनें सिरसा के 333 मे से 260 गांव को सम्पूर्ण स्वच्छता दिलवाई और ये सब सम्भव हुआ डाक्टर युद्दबीर सिह ख्यालिया जो उस समय सिरसा हरियाणा मे एडीसी थे उनके दिखाए मार्ग पर चल कर …

 ट्रैनिंग के दौरान प्रेरकों को प्रेरित करके उनमें नया जोश पैदा करती हुई  🙂

Training TSC

April 25, 2015 By Monica Gupta

Earthquake

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Earthquake

अचानक  दोपहर को फोन घनघना उठे … सभी की राजी खुशी की खबर पूछे जाने लगी  और अपने अपने अनुभव बताए जाने लगे … सोशल मीडिया अचानक सक्रिय हो गया. फेसबुक भूकम्प की खबर से भर गया… कुछ जानकार  भूकम्प को बहुत से फेसबुक मित्र हल्के मे ले रहे हैं और मजाक भी कर रहे हैं.

सच पूछो तो इस तरह की प्राकृतिक आपदाए हिला कर रख देती है.. इस पर अपना जोर नही चल सकता बस इतना ही कह सकते है कि … ईश्वर सभी का भला करे सभी को ठीक रखें …

Earthquake

April 25, 2015 By Monica Gupta

Suicide of a News

Suicide of a News

किसान

एक खबर की खुदकुशी …

Suicide of a News  जंतर मंतर पर किसान रैली चल रही थी और मैं अन्य दर्शकों की तरह टीवी पर  खबर देख रही थी. बेशक, बीच बीच में चैनल भी बदल रही थी कि अचानक कुछ ऐसा दिखाया जाने लगा कि रिमोट एक तरफ रख कर मैं नाखून चबाते हुए रैली का प्रसारण लगातार देखने लगी. यकीनन  नजरे मेरी  थी पर मीडिया की आखों से देख रही थी जो दिखाया जा रहा था वही देख रही थी  और देखते देखते मेरे मन मे सिर्फ एक ही बात आ रही थी प्लीज केजरीवाल जी, भाषण बंद कीजिए और उस किसान के साथ अस्तपाल जाईए… और फिर बार बार बार बार कुमार विश्वास का सीन दिखाना लटक गया के बाद उनका इशारा करना … दिमाग खराब हो चुका था कि यह सब आम आदमी पार्टी कर रही है फिर आशुतोष का यह कहना कि अगली बार ऐसा होगा तो … बार बार दिखाए जाने पर मेरा मन आम आदमी पार्टी के प्रति बिल्कुल बदल चुका था. खुद भी पत्रकार रही हूं इसलिए हर बात को गौण करते हुए एक ही बात बार बार मन मे आ रही थी कि केजरीवाल जी को उस समय पेड के पास चले जाना चाहिए था या भाषण रोक कर  मंच से ही अपील करनी चाहिए थी जैसाकि मोदी जी ने एक रैली के दौरान दो युवको से की थी (ये भी मैने एक खबर में देखा था) पर पता नही उस समय मंच पर क्या चल रहा था क्या नही पर जो हुआ ठीक नही हुआ और मन में कडवाहट् भर गई.

Suicide of a News     सारे चैनल आप पार्टी को दोष देने लगे और उनका  लगातार  इसी खबर पर फोकस रहा. फिर धीरे धीरे पता चला कि मृतक व्यक्ति आर्थैक रुप से कमजोर नही थे जो उनकी आत्महत्या की वजह बनता. जो पर्ची चैनल वाले को  मिली उस पर यही लिखा था कि उनके पिता ने उन्हें घर से निकाल दिया था. खेती उजड गई है. तीन बच्चे हैं अब वो घर वापिस कैसे जाए.  अब यह बात भी सामने आ रही है कि वो लिखावट उनकी नही थी. तो पत्र किसने लिखा ??? एक अंग्रेजी  अखबार के मुताबिक मरने से कुछ देर पहले तक उन्होने पेड पर से बहुत पोज दिए. पेड पर बैठे बैठे चिल्ला भी रहे थे अपना ध्यान लोगो की तरफ करने के लिए उन्होनें गले मे गमछा  लपेट कर दूसरा सिरा  टहनी से कस दिया ताकि वो फोकस मे आ जाए पर इस बीच उनका दाया पैर फिसल गया. और जो हुआ हमारे सामने है. निसंदेह जो हुआ बहुत दुखद था.

घटना से कुछ देर पहले उन्होनें फोन करके अपने घर यह भी सूचना दी थी कि वो रैली वाली खबर पर टीवी पर आएगें. अब बात आती है मंच पर बैठे लोगो की. जिनके अनुसार पेड पर क्या हो रहा है दिखाई नही दे रहा था पर हलचल जरुर हो रही थी. लगातार मृतक व्यक्ति पोज दे देकर फोटो भी खिंचवा रहा था जोकि हम सभी ने टीवी पर देखा. मेरा प्रश्न आप सभी से ये है कि जो लोग उस समय उस व्यक्ति के पास खडे थे जो उसे देख रहे थे चाहे पब्लिक हो, पुलिस हो क्या उनका कुछ फर्ज नही था. क्या मीडिया वाले  उसे नीचे लाने की अपील नही कर सकते थे … कि सभी को चटपटी खबर मिल रही थी इसलिए मजा ले रहे थे. मेरे विचार से ,मंच पर बैठे लोगो से पहले गुनहगार वो लोग हैं जो उस व्यक्ति को देख कर फोटो ले रहे थे, देख रहे थे  और मसालेदार खबर बना कर पेश करे जा रहे थे.

जाने माने पत्रकार राहुल कंवल ने टवीट किया कि जो पत्रकार नेताओ पर आरोप लगा रहे हैं वो जरा देर रुके और खुद से पूछे कि हममें से कोई उस वक्त कोई मदद के लिए आगे क्यों नही आया.

मात्र एक पार्टी को निशाना बना कर राजनीति करना सही नही है आप पार्टी अपनी गलती मान रही है और रो भी रही है पर इससे भी चैनल वाले संतुष्ट नही. कल फिर एक चैनल वाला साईट पर खडा होकर बता रहा था कि मंच से ये पेड बहुत दूर था. कुछ दिखाई देन असम्भव नही था. क्या ये बात वो पहले दर्शको तक नही पंहुंचा सकते थे इतना ही नही एक चैनल वाले ने बताया कि वो वसुंधरा राजे , भाजपा के खिलाफ नारे बाजी कर रहा था. जिस बात को उछाला नही गया पर वही आज तक पर आशुतोष फफक कर रो पडे और अंजना संवेदनहीन होकर प्रश्न पूछती रही. बार बार बार बार  यही दिखाया गया. वही कांग्रेस और भाजपा की प्रसन्नता मन ही मन छिपाए नही छिप रही क्योकि अब खुले आम उन्हें आप पर ऊंगली उठाने का मौका मिल गया.

कुछ देर पहले एक बहुत छोटी से खबर दिखाई कि मृतक  के परिवार वाले कह रहे थे हमे जबसे ये खबर दिखाई है कि आप पार्टी बार बार पेड पर चढे व्यक्ति कि उतारने की अपील कर रही थी. पुलिस को बोल रही थी. अब हमे लग रहा है कि उनका कसूर नही है…बताईए … क्या कहेंगें… क्या न्यूज चैनल को दोनो तरफ के पक्ष रख कर खबर नही दिखानी चाहिए क्या खुद ही वकील और जज बन कर सारे फैसले सुनाएगी. एक खबर की असलियत कही दफन हो गई और राजनीति जबरद्स्त रुप से हावी हो गई. एक बार फिर  एक खबर की आत्महत्या हो गई ..  Suicide of a News

cartoon-farmer-field-monicaवही चिडिया किसानों की भावना समझ कर फसल न खाने की बात कर रही है …

April 22, 2015 By Monica Gupta

Intuition in our life

ब्लड ग्रुप ओ और मच्छर

 

Intuition in our life

 पूर्वाभास और हमारी जिंदगी …!!!

हमारी जिंदगी मे यदा कदा Intuition या दूसरे शब्दो मे कहे पूर्वाभास होना अक्सर सुनने को मिल जाता है.जैसाकि अरे !! मुझे तो पहले ही पता चल गया था कि कुछ ना कुछ जरुर होने वाला है, या आखं फडकने को लेकर भी ऐसा अनुमान लगा लिया जाता है कि कुछ होने वाला है या फिर अगर पडोस मे बिल्ली अजीब सी आवाज निकाले तो हुश हुश करके उसे इसलिए भगा दिया जाता है कि कही कुछ बुरा ना हो जाए.चाहे तो पक्षियो का बहुत ज्यादा शोर हो या उनकी चुप्पी हो तो भी सहज ही ऐसा अनुमान लगा लिया जाता है कि कुछ होने वाला है.

cartoon oh no Intuition in our life some times makes us sad.

कुछ लोग इसे छठी इंद्रिय का नाम भी देते हैं. अब प्रश्न यह उठता है कि क्या वाकई मे ऐसा कुछ होता है? कुछ लोग इसे हकीकत मानते हैं और कुछ कोरी कल्पना. वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में स्पष्ट किया है कि छठी इंद्रिय की बात सिर्फ कल्पना नहीं, वास्तविकता है, जो हमें किसी घटित होने वाली घटना का पूर्वाभास कराती है.
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया के रॉन रेसिक ने एक अध्ययन कर पाया कि छठी इंद्रिय के कारण ही हमें भविष्य में होने वाली घटनाओं का पूर्वाभास होता है.

हाल ही में दीपक से मिलना हुआ. उन्होने बताया कि उनके दादा इन दिनो बीमार चल रहे थे. वो दादा के पास ही थे. अचानक सोते हुए वो उठे और बोले कि वो मुझे बुला रहें हैं. मैं जा रहा हूं. सबका ख्याल रखना. देखते ही देखते उनकी सासं उखड गई. अब ये पूर्वाभास नही तो क्या है.

वही रिचा ने बताया कि उसके अंकल बीमार थे. ऐसा लग रहा था कि वो कभी भी स्वर्ग सिधार सकते हैं. देर सवेर जब भी कोई फोन आता लगता उन्ही की कोई खबर होगी. समय बीता और वो ठीक होते चले गए.इतने ठीक हुए कि आफिस भी जाने लगे. तभी एक दिन दोपहर को फोन आया. पता नही पर अचानक वो बोल पडी कि अकंल हम सब को छोड कर चले गए. पास बैठी उसकी मम्मी ने टोका कि क्या बोल रही है. अब तो वो ठीक हैं. पर जैसे ही फोन पर बात की खबर सच्ची साबित हुई. सभी हैरान थे और रिचा ने बताया कि वो खुद भी हैरान थी कि अचानक यह बात उसने कैसे कह दी.
रवि कश्यप ने बताया कि वो अपनी लडकी के लिए बहुत समय से लडका देख रहे थे पर कोई बात नही बन रही थी. तभी एक दोपहर पता नही उन्हे झपकी आई या क्या हुआ कि उन्हे Intuition हुई  कि घर मे बहुत मेहमान है और खुशी का माहौल है. वो एकदम से उठ बैठे.अपनी पत्नी को सारी बात बताई. तभी अचानक एक फोन आया और देखते ही देखते उनका सपना सच हो गया. अचानक बात बन गई और लडकी को लोग चुन्नी चढा कर हाथो हाथ ले गए. बताते बताते उनकी आखे नम हो गई.

वही रजनी ने बताया कि एक बार वो सुबह उठी और बेवजह ही रोने लगी. ना उसे और ना उसके परिवार वालो को समझ आया कि आखिर बात है क्या. पर रजनी को मन ही मन लग रहा था Intuition हो रही थी कि  कुछ बुरी खबर आने वाला है. तभी उसकी सहेली घर पर आई और उसने बताया कि रश्मि जोकि उन दोनो की सहेली थी सडक एक्सीडेंट मे मारी गई.
मीना ने बताया पूर्वाभास उसे कई बार होता है और वो अक्सर ठीक भी होता है. काम के सिलसिले मे उसे अक्सर बाहर जाना पडता है. कई बार उसे खुद ही लगने लगता है कि आज उसे वहां नही जाना चाहिए और वो नही जाती. कुछ समय बाद खबर मिलती है कि जहां उसे जाना था वहां कोई ना कोई अनहोनी हुई है.
ऐसे ना ना जाने अनगिनत उदाहरण है. ऐसी बातो पर कुछ लोग विश्वास करते है तो कुछ अंधविश्वास !!! पर चाहे कुछ भी हो आज के इस कम्प्यूटर युग मे भी कुछ ना कुछ तो ऐसा जरुर है जो हमे सोचने पर मजबूर कर देता है…!!

अगर आपका भी कोई ऐसा अनुभव हो तो जरुर बताईएगा …

April 20, 2015 By Monica Gupta

Total Sanitation Campaign in Haryana

Total Sanitation Campaign in Haryana

स्वच्छता अभियान को मद्देनजर रखते हुए देश भर में यह अभियान चला और Total Sanitation Campaign in Haryana की बात ही अलग रही.  खुले मे शौच कोई न जाए लोग स्वच्छता की महत्ता को समझे इसी करके सरकार की ओर से स्वच्छता अभियान चलाया गया

Total Sanitation Campaign in Haryana

Total Sanitation Campaign in Haryana एक कामयाबी की कहानी साबित हुआ.  बात हरियाणा के जिला सिरसा की है. गांव वाले प्रशासन के इस अभियान से बहुत प्रोत्साहित हुए और  बहुत जल्द लोगो में स्वच्छता लके प्रति जागरुकता की भावना  दिखाई दी . लोगों ने मानो पूरे गांव को एक ही परिवार समझ कर स्वच्छता आंदोलन मे बढ चढ कर हिस्सा लिया और इसी सिलसिले में जी न्यूज के कार्यक्रम जागो इंडिया की खास खबर बनी स्वच्छता अभियान !!!

Total Sanitation Campaign in Haryana

Zee News पर यही सफलता की कहानी भी दिखाई गई कि कैसे स्वच्छ बना पूरा जिला … Total Sanitation Campaign in Haryana – A success Story

 

 

 

स्वच्छता का महत्व – गांव ताजिया खेडा (सिरसा) – Monica Gupta

स्वच्छता का महत्व – गांव ताजिया खेडा (सिरसा) स्वच्छता अभियान और गांव, सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान और स्वच्छता के नारों से गूंज उठा ये गांव. गांव भर में कुईया बन गई  और महिला हो, पुरुष हो या बच्चे बाहर खुल्ले में  शौच नही जाते. ये गांव हैं हरियाणा के जिला सिरसा का ताजिया खेडा. किसी … read more at monicagupta.info

 

 

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