स्वच्छता अभियान और शौचालयों की भूमिका
ग्रामीण ही नही शहरों में भी स्वच्छता की दरकार !! जरुरत है मानसिकता बदलने की !! स्वच्छता की अलख जगाने की… !! अपने देश को साफ स्वच्छ रखने की… !!
मैं और मेरी सहेली मणि बात कर ही रहे थे तभी मणि की पडोसन वहां से जा रही थी. मणि ने मुझे बताया हुआ था कि उसके पडोस में कल रिश्ते वाले बात पक्की करने आ रहे हैं. ये लोग बहुत पैसे वाले हैं बात तो पक्की समझो … जब लाखों रुपये एक फ्लैट और बडी सी कार मिल रही हो तो… मणि को देख कर उसकी पडोसन खुद आ गई.
देखने पर खुश नही लग रही थी. मणि के पूछ्ने पर उसने बताया कि अच्छा हुआ रिश्ता नही हुआ बहुत ही अकडू टाईप लोग निकले. लडके वालो के आवभगत में दस तरह की नमकीन, द्स तरह की मिठाई और सूखा मेवा की तो कोई गिनती ही नही…शानदार लंच भी दिया पर आज सुबह मना कर दिया बोले रिश्ता मंजूर नही क्योकि आपके टॉयलेट साफ नही थे..उन्हें क्या पता 80 लाख का बाथरुम बनवाया है हमने .. महंगी टाईल , शीशा, सीट और वाश बेसन और अलमारी..!!
कभी देखा ही नही होगा उन्होनें इतना महंगा बाथरुम और बात करते हैं कि साफ नही था…अजी एक क्या …!! सौ अच्छे लडके मिलेगें मेरी बिटिया को कहती हुई चली गई… मैं और मणि एक दूसरे का मुंह देखने लगे… वैसे बात सही है
बेशक, घर पर एक से बढ कर एक महंगा सामान हो और बाथरुम भी लाखों का बनवाया हो पर सफाई भी रखनी बहुत जरुरी होती है. आमतौर पर जब हमारे यहां कोई मेहमान आता है तो हम बैठक, किचन, बैडरुम व अन्य कमरों की सफाई में तो जुट जाते हैं पर बाथरुम wash room पर ध्यान नही देते जबकि घर का वो भी बराबर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और उसे भी उतनी सफाई की दरकार होती है जितनी अन्य कमरों को… क्या आप मेरी सोच से सहमत हैं या नही ???
बाथरुम की शौचालय की सफाई भी उतनी ही जरुरी है…..
शौचालयो को लेकर अनेक बातें, बहुत खबरे अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. स्वच्छता अभियान के दौरान ये भी बात बहुत बार उठी थी कि मोबाईल से ज्यादा जरुरी है शौचालय … !!!
एक खबर के अनुसार सरकार ने आज बताया कि वर्ष 2019 तक देश में सभी परिवारों के पास शौचालय होंगे। पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री बीरेंद्र सिंह ने बिमला कश्यप सूद के सवाल के जवाब में राज्यसभा को बताया कि दो अक्तूबर 2019 तक हिमाचल प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों सहित सभी राज्यों में सभी परिवारों के पास शौचालय होंगे।
इतना ही नही एक खबर के अनुसार तेलंगाना के नालगोंडा जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक 17 साल की लड़की ने आत्महत्या कर ली. कहा यह जा रहा है है कि लड़की ने इसलिए आत्महत्या कर ली, क्योंकि घर में शौचालय बनवाने के लिए वह अपने माता-पिता को तैयार नहीं कर पाई….
खबर मे बताया गया कि जूनियर कॉलेज छात्रा कदापार्थी रेखा ने सोमवार रात कथित रूप से खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। मामले की जांच कर रहे के. राजू ने बताया कि किशोरी घर में शौचालय न होने की वजह से खुले में शौच करने को विवश थी, जिससे उसे शर्मिन्दगी महसूस होती थी, और उसे नहाने के लिए भी टेंट से बने अस्थायी स्नानघर में जाना पड़ता था। रेखा के माता-पिता नागम्मा तथा सतिया खेत मजदूर हैं, और घर में शौचालय बनवाने का खर्च वहन करने की स्थिति में नहीं हैं।
एक अन्य खबर के म्ताबिक राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान में हर वर्ग से जुड़े लोग अपनी हिस्सेदारी निभाने को आतुर हैं. मध्य प्रदेश के नीमच जिले की पुलिस ने तय किया है कि बंदूक के लाइसेंस और पासपोर्ट उन्हीं लोगों के बनाए जाएंगे, जिनके घरों में शौचालय होंगे.
बहुत खुशी होती है यह सुन कर कि घर घर मे शौचालय होंगें पर उसे कितना सहेज पाएगें यह हमारी ऊपर है … इसलिए जागो जनता जागो …
वैसे स्वच्छता को लेकर आपकी क्या सोच है जरुर बताईएगा !!
जय स्वच्छता अभियान !!