टोकाटाकी या टोकना भी जरुरी है – अक्सर हम कहते हैं कि टोकना नही चाहिए अपशकुन होता है पर कुछ मुद्दों पर टोकना भी जरुरी है toka taki ya tokna bhi jaruri hai . पते की बात, Baat Pate Ki है कि कई बार interrupting भी जरुरी होता है … कई बातों में टोकना जरुरी होता है…
टोकाटाकी या टोकना भी जरुरी है
मैं बताती हूं और आप भी सहमत होंगें… हुआ ये कि कल जब पौधो को पानी दे रही थी तो घर के आगे से कुछ बच्चे जा रहे थे और एक बच्चे के हाथ मे चिप्स का पैकेट था और वो सडक पर फेंक दिया … तभी दूसरे ने टोका अरे ये गिर गया तो बच्चा बोला अरे नही फेंका है … तो पहला बच्चा बोला सडक पर ??? और उसने चुपचाप उठा लिया …
मैं सब देख रही थी और मुझे मुझे अच्छा लगा कि कम से कम बच्चे ने टोका तो सही .. ये होता है टोकना
ये देखते देखते मुझे एक बात याद आई जो बहुत समय पहले हुई थी… हम दूसरे शहर में गए हुए थे और जो हमे receive करने आए वो बहुत बुजुर्ग थे … वो car चलाते फोन पर बात करते जा रहे थे…
हम पीछे बैठे और सोच रहे थे कि इन्हें बोले या नही क्योकि उम्र का लिहाज भी था कि क्या सोचेगें बुरा न लगे … पर इससे पहले कोई एक्सीडेंट हो जाए मैने उन्हें टोक दिया कि आप प्लीज एक तरफ करके कार को आप आराम से बात कर लीजिए हमे कोई जल्दी नही है …
उन्होनें कार के शीशे से मुझे देखा और बाद में बात करता हूं कह कर फोन रख दिया .. सारे रास्ते हमारी कोई बात नही हुई … सब मुझे गुस्से में देख रहे थे मानो मैने बहुत गलत बात कह दी और वो भी चुपचाप कार चलाए जा रहे थे …
जब हम होटल पहुंचे और सामान निकालने लगे तो वो मेरे सामने आए और बोले thanks मैं आगे से कभी भी कार चलाते समय mobile पर बात नही करुंगा … …
तब जान में जान आई और बाद मे सभी ने मेरी तारीफ की कि अच्छा किया … टोकना जरुरी था कल को क्या पता कोई एक्सीडेंट हो जाता तो …… इसीलिए मैं कह रही हूं कि टोक देना चाहिए … बात चाहे स्वच्छता की हो या हमारी social responsibility ज़िम्मेदारी… या कोई और
टोकाटाकी या टोकना भी जरुरी है
अब जैसे blood donation करने की बात करें मुझे पता भी नही था कि रक्तदान क्या होता है और किसलिए करना चाहिए पर जब एक जानकार ने टोका कि आप भी तो …
तब जाकर समझ आई कि रक्तदान करना चाहिए पर जब किसी वजह से नही कर पाई तो मेरी family ने कहा कि कोई बात नही donate नही कर सकते पर मोटिवेट तो कर सकते हो …
तब मैने अपना एक छोटा सा net work बनाया और दिल्ली, जयपुर, राजस्थान , मुम्बई , पंजाब जैसे मुख्य शहरों में इसी क्षॆत्र से जुडे कुछ लोग खोजे और जिसे भी जरुरत होती हैं उनसे सम्पर्क कर लेती हू और रक्त arrange हो जाता है अब तक 80 से ज्यादा लोगो की जिंदगी तो बचा ही चुकी हूं …
ये होता है टोकने का फायदा … इसलिए टोकते रहिए अकसर हमें ऐसे लोग पसंद नही होते जो बात बात पर टोकते हैं … टोका टाकी करना सही नही पर कई बार टोका टाकी करके बहुत बडा बदलाव लाया जा सकता है
कल फिर मिलूंगी … subscribe button भी दबा दीजिए 😀
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