मोटिवेशन और अविभावक
माता पिता की भूमिका हर मायने मे महत्वपूर्ण है. अगर बच्चा पढाई या किसी अन्य क्षेत्र मे जुडा हुआ है तो इसलिए कि उसका ख्याल रखना, देखभाल करना ताकि उसे अपने क्षेत्र मे सफलता मिले और अगर नतीजा अच्छा ना आए तो वो भूमिका और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है.
कारण यह है कि आज बच्चे बहुत भावुक हो गए है. सफल ना होने पर उसे दिल से लगा लेते हैं और मायूस होकर बैठ जाते है जैसा कि इंडियन आयडल मे सिलेक्ट ना होने पर हमारी जानकार अमीषा के साथ हो रहा है. उसने कसम खा ली है कि वो कभी नही गाएगी और एक अन्य उदाहरण मे अनिकेत का आईआईटी मे नही हुआ तो उसने खुद को नालायक की पदवी दे दी कि वो आज की दुनिया के हिसाब से वो फेल है उसके जीने का कोई फायदा नही.ऐसे मे अविभावको को बहुत समझदारी से काम लेना चाहिए ताकि बच्चे के मन से ऐसे नकारात्मक विचार निकल जाए… !!! उफ!!!!
ऐसे मे पेरेंटस को भी पेशेंस चाहिए !!! तो हुई ना उनकी महत्वपूर्ण भूमिका !!! मोटिवेट करते हुए मोटिवेशनल बातें सामने रखेंगें तो बच्चॆ को प्रोत्साहन मिलेगा … तो है ना आप तैयार …