Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

  • About Me
  • Blog
  • Contact
  • Home
  • Blog
  • Articles
    • Poems
    • Stories
  • Blogging
    • Blogging Tips
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Kids n Teens
  • Contact
You are here: Home / Articles / अहोई अष्टमी कथा – अहोई अष्टमी व्रत कथा और महत्व

October 14, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

अहोई अष्टमी कथा – अहोई अष्टमी व्रत कथा और महत्व

अहोई अष्टमी कथा –  अहोई माता का व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन किया जाता है। माताओ के लिए यह व्रत अत्यन्त महत्वपूर्ण है। माताएं दिन भर उपवास रखती हैं होई का पूजन करती हैं और तारों को अर्ध देती हैं

अहोई अष्टमी कथा – अहोई अष्टमी व्रत कथा और महत्व

अहोई अष्टमी  कथा – इस साल अहोई माता का व्रत देश भर में 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा. कार्तिक कृष्ण पक्ष को मनाए जाने वाला होई का त्योहार किसी उत्सव से कम नही होता. जैसे महिलाओ के लिए करवा चौथ एक उत्सव की तरह मनाया जाता है ठीक वैसे ही अहोई माता का व्रत भी किसी उत्सव से कम नही होता. दीवाली से एक सप्ताह पूर्व मनाए जाने वाला ये त्योहार संतान की सुख शांति और खुशहाली के लिए माताओं द्वारा रखा जाता है

सुबह सवेरे नहा धो कर पूजा की जाती है निर्जला उपवास रखा जाता है और तारों को देख कर व्रत खोला जाता है. दीवार पर माता का चित्र बनाया जाता है.  मान्यता है कि अहोई माता संतान की रक्षा करती हैं और उन्हे शुभ आशीर्वाद देती हैं.

अहोई अष्टमी कथा

अहोई अष्टमी की कहानी

अहोई अष्टमी की कथा कुछ ऐसे है. प्राचीन काल में एक साहुकार था, जिसके सात बेटे और सात बहुएं थी। इस साहुकार की एक बेटी भी थी जो दीपावली में ससुराल से मायके आई थी। दीपावली पर घर को लीपने के लिए सातों बहुएं मिट्टी लाने जंगल में गई तो ननद भी उनके साथ हो ली। साहुकार की बेटी जहां मिट्टी काट रही थी उस स्थान पर (साही) अपने साथ बेटों से साथ रहती थी। मिट्टी काटते हुए ग़लती से साहूकार की बेटी की खुरपी के चोट से साही का एक बच्चा मर गया। स्याहू इस पर क्रोधित होकर बोली मैं तुम्हारी कोख बांधूंगी।

स्याहू के वचन सुनकर साहूकार की बेटी अपनी सातों भाभीयों से एक एक कर विनती करती हैं कि वह उसके बदले अपनी कोख बंधवा लें। सबसे छोटी भाभी ननद के बदले अपनी कोख बंधवाने के लिए तैयार हो जाती है। इसके बाद छोटी भाभी के जो भी बच्चे होते हैं वे सात दिन बाद मर जाते हैं। सात पुत्रों की इस प्रकार मृत्यु होने के बाद उसने पंडित को बुलवाकर इसका कारण पूछा। पंडित ने सुरही गाय की सेवा करने की सलाह दी।

सुरही सेवा से प्रसन्न होती है और उसे स्याहु के पास ले जाती है। जाते समय रास्ते में थक जाने पर दोनों आराम करने लगते हैं अचानक साहुकार की छोटी बहू की नज़र एक ओर जाती हैं, वह देखती है कि एक सांप गरूड़ पंखनी के बच्चे को डंसने जा रहा है और वो सांप को मार देती है। इतने में गरूड़ पंखनी वहां आ जाती है और खून बिखरा हुआ देखकर उसे लगता है कि छोटी बहु ने उसके बच्चे के मार दिया है इस पर वह छोटी बहू को चोंच मारना शुरू कर देती है। छोटी बहू इस पर कहती है कि उसने तो उसके बच्चे की जान बचाई है। गरूड़ पंखनी इस पर खुश होती है और सुरही सहित उन्हें स्याहु के पास पहुंचा देती है।

वहां स्याहु छोटी बहू की सेवा से प्रसन्न होकर उसे सात पुत्र और सात बहु होने का अशीर्वाद देती है। स्याहु के आशीर्वाद से छोटी बहु का घर पुत्र और पुत्र वधुओं से हरा भरा हो जाता है।

अहोई का अर्थ एक प्रकार से यह भी होता है “अनहोनी को होनी बनाना” जैसे साहुकार की छोटी बहू ने कर दिखाया था। मान्यता ये भी है कि कहानी सुनने के बच्चे थाली में रखे फल, पैसे, मिठाई उठा कर भागते हैं और बच्चों की खिलखिलाहट से घर संसार महकता रहता है   आप सभी को अहोई अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं !!

 

स्कंदमाता नवरात्रि – ममतामयी है मां – Monica Gupta

कुष्मांडा माता – देवी दुर्गा का चौथा स्वरुप हैं नवरात्र के चौथे दिन देवी को कुष्मांडा के रूप में पूजा जाता है उदर से अंड अर्थात् ब्रह्मांड को उत्पन्न किया read more at monicagupta.info read more at monicagupta.inf

आईए ये वीडियो भी देखिए माता महागौरी की कहानी भी जरुर सुनिए …

https://monicagupta.info/articles/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%97%E0%A5%8C%E0%A4%B0%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%A4%E0%A4%BE/

❮❮ Previous Post
Next Post ❯ ❯

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Stay Connected

  • Facebook
  • Instagram
  • Pinterest
  • Twitter
  • YouTube

Categories

छोटे बच्चों की सारी जिद मान लेना सही नही

Blogging Tips in Hindi

Blogging Tips in Hindi Blogging यानि आज के समय में अपनी feeling अपने experience, अपने thoughts को शेयर करने के साथ साथ Source of Income का सबसे सशक्त माध्यम है  जिसे आज लोग अपना करियर बनाने में गर्व का अनुभव करने लगे हैं कि मैं हूं ब्लागर. बहुत लोग ऐसे हैं जो लम्बें समय से […]

GST बोले तो

GST बोले तो

GST बोले तो –  चाहे मीडिया हो या समाचार पत्र जीएसटी की खबरे ही खबरें सुनाई देती हैं पर हर कोई कंफ्यूज है कि आखिर होगा क्या  ?  क्या ये सही कदम है या  देशवासी दुखी ही रहें …  GST बोले तो Goods and Service Tax.  The full form of GST is Goods and Services Tax. […]

डर के आगे ही जीत है - डर दूर करने के तरीका ये भी

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing –  Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]

  • Home
  • Blog
  • Articles
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Poems
  • Stories
  • Kids n Teens
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Disclaimer
  • Anti Spam Policy
  • Copyright Act Notice

© Copyright 2024-25 · Monica gupta · All Rights Reserved