Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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January 24, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Stop Hating Yourself – खुद से नफरत करना बंद करें –

How to Stop Hating Yourself

How to Stop Hating Yourself – खुद से नफरत करना बंद करें –  बहुत लोग अपने आप से अपनी जिंदगी से प्यार ही नही करते… I Hate Myself – I Hate My Life – Why do I Hate Myself How do You not Hate Yourself – Personal Development Videos in Hindi – Monica Gupta Videos – How to Make Life Better in Hindi

भरोसा “खुदा” पर है तो जो लिखा है तक़दीर में वही पाओगे, भरोसा अगर “खुद” पर है तो  खुदा वही लिखेगा जो आप चाहोगे.. तो सबसे पहलेे मन पक्का कर लीजिए कि मैंने फालतू बात नही सोचनी

How to Stop Hating Yourself – खुद से नफरत करना बंद करें –

 

 

January 22, 2019 By Monica Gupta 1 Comment

How to Avoid Arguments – बहस से कैसे बचें – Stop Arguing – How to Stop Arguments –

How to Avoid Arguments

 How to Avoid Arguments – बहस से कैसे बचें – Stop Arguing – How to Stop Arguments – Losing an argument is better than losing a friend…  झगडे की शुरुआत आम तौर पर बहस से होती है.. किसी बात पर बहस शुरु होती है  और बढते बढते लड़ाई का रुप ले लेती है तो जरुरी है झगड़ा रोकने की इसलिए जरुरी है बहस से बचे.. इसे avoid करें…  पर कैसे ?? क्योंकि temptation बहुत होती अपनी ego होती है… अपनी बात तो रखनी ही होती है.. खुद को महान  जो साबित करना होता है मैं ही सही हूं ये साबित करना ही होता है.. तो try to resist this temptation बोलने की क्योंकि पर कैसे ?? कैसे रोके बहस को इस बारे में मैं आपको कुछ tips दे रही हूं..

 How to Avoid Arguments – बहस से कैसे बचें –

Arguments को Respectfully Handl करना है कैसे ? कि   Listen!  संयम रखते हुए सुनना है उसे बुरा सुनना है उसकी बात नहीं काटनी और फिर अपना बोलना है.. दोनों एक ही साथ बोले जाएगे तो ना एक दूसरे की सुन पाएगें और ना समझ आएगी… और बात बढती चली जाएगी…

सामने वाले को सुनना है और बेशक बोल सकते हैं कि मैंनें भी आपकी बात सुनी है अब आप भी मेरी सुनिए.. और सामने वाले को समझते हुए बहुत सहजता से जवाब देना है…

तो सुनना है संयम रख कर interrupt नहीं करना… Blame, Criticism नहीं करना बात बात पर..  flexibly रखनी है… I get that or I understand जैसे शब्द यूज करने हैं..

हम आमतौर पर क्या सोच रखते हैं कि तू बड़ा अपने आपको स्मार्ट समझता है… बच्चू तू जिस कॉलिज में पढता था हम इसके प्रोफेसर रह चुके हैं… इससे सामने वाला अपनी बे इज्जती महसूस करेगा… और वो और ज्यादा भडक सकता है

Aggressive नहीं होना और अपनी आवाज shouting, Abuse गाली गलौच, अभद्र भाषा नहीं बोलनी..

अपनी कोई गलती है मान लेना चाहिए… सोच समझ कर बोलना है…

Listen to your body – Arguments के दौरान  Emotions पर कंट्रोल करना है..  बहुत गुस्सा आ रहा है चेहरा तमतमा रहा है.. सांस तेज चल रही है दिल जोर जोर से धडक रहा है… इन पर काबू रखना है.. हावी नहीं होने देना इस सिटयूशेन को… Be honest about your own feelings and emotions. तो अपनी भावनाओं पर काबू रखना है और उस समय..

Calm the situation को शांत बनाने की कोशिश करनी है.. जब लगे कि बात बहुत ज्यादा बढ रही है तो इससे बाह्र निकलने का प्रयास करना चाहिए.. उसी समय press the STOP! Button ऑन कर देना चाहिए..

चलो इस बारे में बाद में बात करेंगें.. आराम से बात करेंगे.. माहौल को हलका बनाने की कोशिश कीजिए… दूरी बना लीजिए कि मुझे एक जरुरी काम याद आ गया.. आप की बात भी सही है हम इस बारें में आराम से बैठ कर बात करेंगें पर अभी मुझे एक बहुत जरुरी काम के लिए जाना है… या फोन करना है.. कोई भी बहाना…

क्या क्या कर सकते है कि

वहां से चले जाए… पर दरवाजा भी भडाम से बंद नहीं करना… कि दूसरे को लगे कि बहुत गुस्सा है…

खुद को रिलेक्स रखने के लिए गाना सुन सकते है.. बाहर वॉक पर जा सकते हैं या टीवी देख सकते हैं…

Apologize ये इसलिए करना है कि हमारे रिश्ते खराब न हो..

चलो छोडो… इस बात को.. खत्म करते हैं..

Disagreements होती है रिश्तों में और होनी भी चाहिए पर अगर ये अच्छे नोट में खत्म हो तो रिश्ते बनें रह सकते हैं…

और जब बात करें अच्छे शांत माहौल में.. सौहार्दपूर्ण

forgive.. दूसरों को बता कर इसने तो ऐसा कहा.. इसने ये किया.. इससे फायदा नहीं.. इससे बात बडती ही जाती है.. हमारा फोकस होना चाहिए कि एक शांत माहौल में स्माईल के साथ खत्म हो..

बहुत समय पहले मेरी भी एक जानकर से बहस हो गई.. वो भी बोलती रही मैं भी बोलती रही.. फिर मैनें महसूस किया कि सब लोग हमारी तरफ ही देख रहे थे.. बहुत महसूस हुआ कि ये क्या किया.. अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट भी खोई और अगर और ज्यादा बहस होती तो शायद हमारी दोस्ती ही हमेशा के लिए खत्म हो जाती… तो बहुत जरुरी है कि इसे बढाया न जाए… बात को समेटने की कोशिश करनी चाहिए… तो इससे पहले की बहुत देर हो जाए…

let’s move on.

 How to Avoid Arguments

 

January 21, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Parents and Smartphones – Parents Addicted to Smartphones – Distracted Parenting

Parents and Smartphones

Parents and Smartphones – Parents Addicted to Smartphones – Distracted Parenting – मोबाइल से ना हुए दूर… तो हो जाओगे बच्चों से दूर – भूख प्यास निकट नही आवे.. मोबाइल जब हाथ में आवे.. ये एक  सच है और एक कड़वा सच ये भी है कि मोबाइल अपनों को अपनों से बहुत दूर कर रहा है..आज मैं बात कर रही हूं उन parents से जो कि बच्चों के सामने मोबाइल का बहुत use करते हैं…

Parents and Smartphones – Parents Addicted to Smartphones –

बहुत parents ये शिकायत करते हैं कि बच्चे बहुत मोबाइल करते हैं पर आप अपने दिल पर हाथ रखिए पूछिए कि आप इसका कितना यूज करते हैं… मैं आपको दो तीन उदाहरण देती हूं जो मैंने देखे हैं और यकीनन इस तरह के उदाहरण आपके साथ भी होते ही होंगे…

कुछ दिन पहले  मैं हमारे dentist friend  के clinic  गई… वहां देखा कि एक मम्मी पापा और 6  साल का बच्चा आया.. mother तो chair पर बैठ गई तो पापा और बेटा एक सोफे पर बैठ गए पापा ने अपना मोबाइल निकाला और बेटे ने अपना और वो वीडियो देखने लगा.. लगभग आधा घंटा से ज्यादा वो अपने में ही लगे रहे… वो लेडी बार बार अपने पति और बच्चे को देख रही थी…पर न पति ने अपनी पत्नी की तरफ देखा कि उसे कैसा लग रहा है दर्द तो नहीं हो रहा और ना ही बच्चे की तरफ की वो क्या वीडियो देख रहा है…

एक बहुत अच्छा मौका था इमोशनली जुड़ने का… अपने बच्चे को समझाने के लिए दाँतों का ख्याल रखना कितना ज़रुरी होता है.. कितनी सारी फोटो थी उस clinic में वो महत्ता समझा सकते थे.. या वो नहीं तो आपस में ही बात कर सकते थे.. जिससे एक अपनेपन का रिश्ता कायम हो सकता था..

एक और उदाहरण बताती हूं एक बच्चा स्कूल से घर आया.. मम्मी अपनी सहेली से कन्धे पर फोन रख कर बात कर रही थी.. ऐसा हमेशा ही होता है मदर ने बच्चे के साथ सारी बाते इशारे से करते रही.. जैसा की यूनिफार्म उधर रखो.. स्कूल बैग से टिफिन निकाल कर दे दो. उसे खाना भी दिया.. पर कोई बात नहीं हुई क्योंकि वो फोन पर बात कर रही थी.. फोन पर बात करना उसे ज्यादा महत्वपूर्ण लगा.. बच्चे ने कितनी सारी बातें शेयर करनी थी… पर मम्मी ने जरुरी नहीं समझा… बच्चे की बात दिल की दिल में रह गई… जाने अंजाने बच्चा दूर हो गया..

अच्छा सिर्फ बात करना ही नहीं selfie  भी एक problem बन चुका है… एक उदारण बच्चा अपनी कॉपी दिखा रहा है कि देखो मुझे आज एक स्टार मिला पर मम्मी का कोई ध्यान नहीं क्योंकि वो अलग अलग एंगल से सैल्फी खिंचने में व्यस्त है उसकी सहेली ने वटस अप पर बहुत अच्छी डीपी लगाई है आज.. उसे उससे भी अच्छी लगानी है अपनी DP… उसे facebook पर भी शेयर करना है ताकि उसे उससे भी ज्यादा comments और likes मिले…. बच्चा पढ़ाई छोड़ कर  कहता है मम्मी खेलने जाऊँ हां जाओ बस.. बच्चा चला जाता है… ये कहानी कोई एक दिन की नहीं है.. हर रोज कुछ ऐसा ही होता है…

ये मैंने बस तीन ही उदाहरण दिए हैं ना जाने कितने अनगिनत उदारण हैं ऐसे और psychologist भी बहुत परेशान हैं क्योंकि ऐसे पेरेंटस की संख्या लगातार बढे जा रही है… जोकि बच्चों को ignore कर रहे हैं…

बच्चों को unimportant feel करवा रहे हैं और ये चीज healthy  parenting के बीच एक दीवार खड़ी कर रही हैं… जो प्यार, दुलार, समय बिताना बाते सुनना बच्चे अपने parents से expect करते हैं तो नहीं हो पा रहा और जिससे बच्चे बहुत गुस्सा, नाराजगी, नेगेटिव, उदास, चिडचिडापन महसूस करने लगे हैं development नहीं होगी उनकी ऐसे

इसका ये मतलब भी नहीं कि फोन का use ही न करें पर जब बहुत ज्यादा जरुरी हो… नहीं तो जब बच्चों को पढ़ा रहे हो, जब घुमाने लाए हो, खाना खा रहे हो या जब आपस में बातें कर रहे हो तो इसे दूर कर दीजिए या एक या दो मिनट बात करके की मैं बाद में करता हूं… जैसे सडको पर बैनर लगे होते है ना वाहन चलाते वक्त मोबाइल का इस्तेमाल न करे.. ऐसे ही घर पर भी बहुत समझदारी से इसे use करना चाहिए…

देखिए इसे बहुत ज्यादा use करने से आपकी सेहत पर तो असर पड ही रहा है उतना ही असर आपके रिश्तों पर भी पड रहा है… तो अगर सुबह की और रात की आखिरी चीज फ़ोन बन चुका है. दिन रात आप स्मार्ट फोन के टच में रहते हैं तो सोशल मीडिया के जरिए अपडेट रहना या न्यूज़ का पता करना मेरी दिनचर्या में शामिल हो चुका है तो इस बात का जरुर ध्यान रखिएगा की बच्चे बहुत दूर होते जा रहे हैं… बजाय टच फोन के बच्चों के टच में रहिए…वो है आपकी असली asset  मोबाइल से ना हुए दूर… तो हो जाओगे बच्चों से दूर 

Parents and Smartphones

January 18, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Make Your Relationship Stronger – पति पत्नी का रिश्ता –

Make Your Relationship Stronger

Make Your Relationship Stronger – पति पत्नी का रिश्ता –     पति पत्नी के रिश्ते में जहां छोटी छोटी बात कई बार बहुत तूल पकड लेती हैं वही छोटी छोटी बातों से इस रिश्ते को सहेज कर भी रखा जा सकता है…

विश्वास नहीं होता न चलिए मैं बताती हूं 7 बहुत छोटी छोटी सी बातें…

Make Your Relationship Stronger – पति पत्नी का रिश्ता –

1एक दूसरे के लिए बातचीत का समय जरुर निकालना चाहिए.. बातचीत यानि बातचीत झगडा नहीं हो उसमे,,

जैसा कि वाईफ पूछे कि आज क्या खास बनाऊ खाने में

या जब पत्नी आफिस से आए तो आपका दिन कैसा रहा.. उनके ऑफिस की बातों में इटर्स्ट लीजिए…

जब बात कर रहे हों तो आई कोंन्टेक्ट बना कर रखना है.. ये नहीं कि वाईफ बात कर रही है और पति मोबाईल कर रहे है और हाँ हूं कर रहे हैं…

या पत्नी टीवी देख रही है और पति की बात पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही..

एक दूसरे की सुनिए

2 कुछ शब्दों का यूज खुल कर करना है… जैसा कि

प्लीज, थंक्स, क्या आपको मेरी मदद की जरुरत है.. क्या मैं आपके हैल्प कर दूं… या जब ऑफिस जा रहे हैं तो अपना ख्याल रखना.. दूर रहते हुए भी टच में रहना

3 एक दूसरे के प्रति बहुत generous यानि उदार रहना है… जैसे शाम को कही जाना है पति जेम की वजह से लेट हो गए बिना वजह जाने वाईफ चिल्ला रही है.. तो थोडा सा संयम रखिए.. या पति ने पत्नी को कुछ काम याद रखने को कहा और वो भूल गई तो कोई बात नहीं.. घर के काम इतने होते हैं मैं भी तो भूल जाता हू.. ऐसे करके बात खत्म की जा सकती है…

4 conflict से बडे आराम से दूर रहा जा सकता है जैसा कि पति और पत्नी दोनो नौकरी करते हैं.. दोनो एक साथ ही आफिस जाते हैं पर अक्सर पति हमेशा तैयार होने में देर लगाते हैं और पत्नी को ऑफिस में सुनना पडता है तो कोई बात नहीं… पत्नी एक कैब बुक कर ले या पूल कार कर लें ताकि वो लेट न हो और पति को भी जल्दबाजी न करनी पडे..

या घर पर बहुत काम रहता है पत्नी इस वजह से तनाव में रहती हैं तो कोई हैल्पर रख लिया कि कम से कम तनाव तो नहीं होगा.. छोटी छोटी बातें आराम से सुलझाई जा सकती हैं 5

5जब conflict होता है ये समझना चाहिए कि ये सामने वाले का ठॉट है या फीलिंग.. जैसे पति के ऑफिस में कोई मीटिंग है और वो तनाव में हैं और किसी बात पर उन्होनें पत्नी को गुस्सा कर दिया.. तो उसे समझ लेना चाहिए कि ये हमेशा तो ऐसा नहीं करते.. आज मीटिंग की वजह से तनाव में हैं तो बात को तूल नहीं देना चाहिए..

6 कुछ समय अपने लिए भी निकालना चाहिए.. जैसे पति आफिस से थके हारे और पत्नी चलो शोपिंग चलो.. कहीं बाहर नहीं जाते हम.. थोदा समय दीजिए.. फ्रेश होने दीजिए… या वाईफ की होवी है पैंटिंग तो उसे पूरा समय दीजिए मजाक नहीं बनाईए कि ये क्या फालतू की चीज है?

7     मिलकर काम करना है जैसे टीम वर्क होता है…एक दूसरे को समझना है ये पति का घर नहीं और न ही पति का घर है ये दोनो का घर है.. ईगो को एक तरफ रख कर एक दूसरे भी भावनाएं समझेंगें तो रिश्ते और मजबूत बनेंगें… हम झुकते है क्योंकि हमें अहमियत पता है रिश्तों की वरना गलत तो कल भी नहीं थे और आज भी नहीं हैं..

Make Your Relationship Stronger – पति पत्नी का रिश्ता –

January 18, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Overcome Depression – डिप्रेशन से बाहर कैसे निकलें – Overcoming Depression –

How to Overcome Depression

How to Overcome Depression – डिप्रेशन से बाहर कैसे निकलें – Overcoming Depression – How to Overcome Anxiety and Depression – डिप्रेशन का शिकार बहुत लोग हैं… WHO की एक report के मुताबिक लगातार इसकी संख्या बढ रही है… एक रिपोर्ट ये भी बताती है कि Depression में महिलाए पुरुषों की तुलना में ज्यादा शिकार है.. जब इतने केसिस देखने में मिल रहे हैं तो इससे बाहर निकलना बहुत ज़रुरी हो जाता है पर बात यही आती है कि कैसे तो मैं आपको कुछ बातें बता रही हूं… जब मैंने इन्हें शेयर किया तो पॉजिटिव रिस्पोंस मिला.. तो कुछ बातें मैं आपसे शेयर कर रही हूं…

 

जब हमे पता लगे कि हम इसके शिकार हैं  और आप खुद को ठीक करना चाहते हैं तो अपनी will power strong, पॉजिटिव सोच  और patience रखनी हैं

देखिए जब तक आप अपनी will power strong नहीं रखेंगे कि मुझे इससे बाहर निकलना ही है… तब तक नहीं निकल पाएगें… बेशक एक दिन में तो ठीक नहीं होगी पर एक दिन तो जरुर ठीक हो ही जाएगी…

तो अब हम शुरु करते हैं कि क्या और कैसे करना है… सबसे पहले कारण देखिए कि किस बात की वजह से आप डिप्रेशन में हैं…

जो बात हमें डीप्रेस कर रही है उससे दूरी बना लीजिए… कुछ समय के लिए उस से ध्यान हटा लीजिए..

लाईफ स्टाईल सुधारना होगा…

और जो आपका अच्छा सर्कल है जैसे कि कोई दोस्त या रिश्तेदार बहुत अच्छा है बहुत केयरिंग है… उससे अपने सम्बंध मजबूत कर लीजिए.. कई बार दिल की बात शेयर करके भी मन हलका हो जाता है…

फिर बात आती है अपने schedule की उसे बहुत बिजी रखना है कि फालतू बातें सोचने का समय ही ना मिले…

बिजी अपनी पसंद के काम में करके रख सकते हैं या फिर कुछ क्रिएटिव करके… जिससे आपका पूरा ध्यान उसी में लगा रहे… अगर समझ नहीं आ रहा तो ये देखिए कि आपकी हॉबी क्या है खाली समय में आपको क्या करना पसंद है जिसे करके आप बहुत रिलेक्स फील करते है.. वो कीजिए… पालतू, लिखना, डांस..

फिर आप generous बनिए.. दयालु बनिए..मन में कोई नाराजगी मत रखिए.. जिसने गलत काम किया उसे माफ कर दीजिए… कि चलो कोई बात नहीं.. खुद को गलती हुई तो माफी मांग लेनी चाहिए…

लोगो की मदद के लिए आगे आएं इसके लिए आप एज ए Volunteer भी काम कर सकते हैं.. जैसे आपको बच्चों को पढाना अच्छा लगता है स्वच्छता का संदेश देना अच्छा लगता है…

Healthy  Habits Develop करनी है जैसा कि अच्छी नींद, अच्छा खानपान, कसरत इन पर पूरा ध्यान देना है..

हमें बाहर निकलना है भीतर ही भीतर नहीं रहना… इसके लिए नेट से भी कुछ समय के लिए दूरी बना कर रखिए…

Positive सोच बहुत जरुरी है… हमारा पॉजिटिवल सर्कल भी बहुत मायने रखता है

अच्छा पहनावा भी बहुत मायने रखता है हम looks पर ध्यान देना है अगर हम presentable दिखेंगे तो हमारा confidence improve होगा…

इन सब के साथ साथ लाईफ का एक गोल भी बना लीजिए कि मैंने इसे एचिव करना है.. और उसी दिशा मे काम कीजिए…

और एक सबसे जरूरी बात कि हार नहीं माननी… आप पॉजिटिव सोच लिए डटे रहिए और फिर देखिएगा रिजल्ट.. फिर भी आपको लगता है कि कुछ सही नहीं हो रह अतो डॉक्टर या काउंसलर की सलाह ले लीजिए.. तो ये तो थी कुछ बातें… वैसे आप क्या सोचते हैं

How to Overcome Depression

January 16, 2019 By Monica Gupta 1 Comment

What Makes You Happy – खुश रहने के लिए क्या करें – What Makes You Happy in Life – Monica Gupta

What Makes You Happy

What Makes You Happy – खुश रहने के लिए क्या करें – What Makes You Happy in Life – Monica Gupta – खुश रहना है तो याद रखें ये बातें… ऐसा कोई भी नहीं दुनिया में जो खुश न रहना चाहता हो… पर कुछ ऐसी बातें हो जाती है जिसकी वजह से वो खुश नहीं रह पाता.. पर कुछ बातें ऐसी भी हैं कि अगर हम उनका ख्याल रखेंगे तो हम खुश रह सकते हैं.. तो क्या है वो बातें… मैं आज आपको 9 बातें बता रही हूं…  

What Makes You Happy – खुश रहने के लिए क्या करें – What Makes You Happy in Life

 

1.गडे मुर्दे नहीं उखाड़े… वो एक बात थी एक कहानी थी.. जिसमें दुख था दर्द था, आसूं थे, नाकामी थी…

चिंता इतनी करनी चाहिए कि काम हो जाए.. इतनी नहीं की काम तमाम हो जाए… तो उसे याद कर करके परेशान नहीं होईए आज में जीए… आज एक प्रेजेंट है…  एक उपहार है..

2. इस चीज पर फोकस मत रखिए कि क्या खो गया इस बात पर ध्यान दीजिए कि आज क्या है हमारे पास…

जो हो गया सो हो गया.. जो खो गया सो खो गया.. जो खोट थी वो गल गई जो शेष है वो स्वर्ण है.. वो आप है…

3.समय को मैंनेज करें-. Time waste नहीं कीजिए..यूटिलाईज कीजिए…जो काम करें वो meaning ful हो, useful हो..

4.खुद को समय दीजिए… खुद को लेकर लापरवाह नहीं होना, अपना ख्याल रखना है और खुद को हर रोज improve करते जाना है.. अन्‍न वैसा मन… हम कहते हैं जैसा तन वैसा मन…

5.जिंदगी में बदलाव आते रहते हैं.. तो बदलाव के लिए तैयार रहें.. उनका स्वागत करें… लकीर के फकीर नहीं बने रहना… नए ideas का स्वागत कीजिए.. हर चीज को जानने के समझने के इच्छुक रहिए..

6.तुलना नहीं करनी.. वो ऐसा उसके पास ये … तो होने दो कोई बात नहीं… तुलना करके हमारा मन ही दुखी होता है तो न तो तुलना करनी और ना ईर्ष्या… जब भी ऐसे विचार आए उसे झटक दीजिए.

एक हम दूसरे पर blame भी बहुत जल्दी लगा देते हैं जबकि खुद जिम्मेदारी लें कि हां ये मैं नहीं कर पाया.. अपनी ego को एक तरफ रख दीजिए…

न बुरा करना है और ना ही किसी का बुरा सोचना है..

7.जो आपकी care करते है आपका ख्याल रखते हैं उनका ख्याल रखे और उनके लिए समय जरुर निकालें..

और नए नए लोगो से जो आपको लगता है कि एक जैसे ही विचार के हैं… like minded हैं.. उनसे मिलें

8.अपनी खुशी को postpone नहीं करे.. जैसा कि एक लड़के की शादी हुई है तो उसकी मम्मी क्या बोलती है कि खुश तो तब हूंगी जब मेरी गोदी में पोता खेलेगा… या एक बच्चा half yearly में first आया है पर मम्मी कहती है कि खुश तो तब हूं गी जब finals  में first आओगे…

9.खुल कर जीए.. दूसरो की मदद करें उन्हें appreciate करें.. और एक चीज जो मैं बताना भूल गई पर आप कभी नहीं भूलना वो है चेहरे पर SMILE

ईश्वर के हर फैसले से खुश रहे.. क्योंकि ईश्वर वो नहीं देता जो हमें अच्छा लगता है बल्कि वो देता है जो हमारे लिए अच्छा होता है

 What Makes You Happy – खुश रहने के लिए क्या करें – What Makes You Happy in Life – Monica Gupta

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