Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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March 23, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Become a Super Mom – Super Mom कैसे बनें – Be a Super Mom – Smart Parenting –

How to Become a Super Mom

How to Become a Super Mom – Super Mom कैसे बनें – Be a Super Mom – Smart Parenting – How To Be An Organised Mom – How To Organise Yourself & Your Kids – मदर का नाम लेते ही हमारे जहन में आता है full time job… सारा दिन काम काम और काम.. अक्सर मदर्स शिकायत करती है कि हमसे ये नही होता.. वो नही होता … बच्चे कहना नही मानते.. बच्चे तंग करते है… आदि आदि आदि… पर जब हम सुपर मॉम की बात करते हैं तो उनके मन में कभी शिकायत जैसी चीज नही आती.. वो बहुत अच्छी तरह से अपना काम और बच्चों को मैंनेज करती है… तो क्या करती है सुपर मोँम

How to Become a Super Mom – Super Mom कैसे बनें – Be a Super Mom

हर बात पर तनाव नही बनाना..

चीजो को Simplify  करना.. ये क्या हुआ ये कैसे करना है.. कैसे होगा… घर फैला है, बाई नही आई, मेहमान ने आना है क्या होगा… सब काम आराम से बिना तनाव के निबटा लेती हैं…

समय के मामले में कभी समझौता नही करती…

Time की वेल्यू समझती हैं और चाहे वो घर पर हो आफिस में यो खुद के लिए समय निकाल लेती है…

Office Time जब आफिस में होती हैं तो अपना 100% देती हैं पूरा काम करती है और जब घर आती हैं तो आफिस का काम और आफिस का तनाव घर नही लाती…

Quality Time जब घर होती हैं और बच्चे के समय बिताती हैं तो मोबाईल, टीवी फोन और गप्पो से दूर रहती है तब वो और उनका बच्चा होता है…

Personal Time खुद को भी समय देती है अपने लिए भी समय निकालती है… वो जानती हैं कि खुद का ख्याल नही रखा तो घर की देखभाल नही कर पाएगी… अपने लिए टीवी भी देखती हैं, फोन भी करती है… ब्यूटी पार्लर भी जाती है और अपनी सेहत का भी ख्याल रखती है..

कभी टालमटोल नही करती…

अभी सुस्ती आ रही है.. मन नही कर रहा.. कल कर लूंगी… उन्हें पता है अगर एक बार शेडयूल बिगड गया तो सारा दिन गडबड हो जाएगी.. तो वो टाईम मैंनेज करके चलती हैं.. जो करना है वो करना ही है.. ज्यादा काम रात को निबटा कर सोती हैं या सुबह जल्दी उठ कर निबटा लेती हैं..  जैसा सूट करता हैं करती हैं

बच्चों के साथ टोका टाकी नही बच्चे को भी स्पेस देती है

बच्चे के साथ हमेशा स्तिक्ट नही रहती.. और खुद भी उसके साथ involve… हो जाती हैं मान लीजिए अगर बच्चा मिट्टी में खेल रहा है तो गुस्सा नही होंगी.. एक बार खेलने देती हैं.. साईकिल साफ कर रहा है गंदा हो रहा है तो होने देती हैं..  जैसे मान लीजिए बेटी है तो उसके साथ घर घर खेलना.. या टीचर टीचर खेलना या बेटा सुपर मैंन बन रहा है तो उसकी मदद करना… और बताना कि कोई मुसीबत में है… यानि बच्चे के साथ बच्चा बन कर खेलना…

बच्चे को Observe करती हैं… 

बच्चे को अच्छे से Observe करती है कि उनका शौक किस तरफ है वो उसे बढावा देती हैं शौक कोई भी हो सकता है गाने का डांस का, ड्राईंग का… वो क्या करती हैं घर के आसपास पडोस के बच्चों के साथ मिलकर छोटा सा कॉम्पीटिशन रखती हैं उसमे अलग अलग एकटिविटी रखती हैं ताकि दूसरे बच्चे भी आगे आएं और बच्चों को एनकरेज करती है…

Hit नही बल्कि Hug करना – घर के रुल्स बनाना.. न है तो ना ही है

ताकि बच्चा जिद्दी न बने… नियम पहले से ही बने होंगें तो बाद में बच्चे लडाई नही करते… और बिगाडना नही है अगर कोई बात गलत है तो गलत है वो नामी नही जाएगी और हां अग्र गलती मम्मी की है तो वो सॉरी भी बोलेगी पर मारना पिटाई करना.. इस पर विश्वास नही रखती…

बच्चों को बचपन से स्ट्रंग बॉडी की महत्ता बताना, खेलने की महत्ता

बताना कि कितना जरुरी है खेलना, और कितना जरुरी है हैल्दी खाना खाना..  समय समय पर आस पडोस के बच्चों के साथ sports day…रखना.. संडे की संडे पार्क में गेम्स खेलना और जो बच्चा अच्छा करें उसे एनकरेज भी करना.. उपहार भी देना..

बच्चों के साथ मिलकर डाईट चार्ट बनाना..

बच्चों को फल सब्जी की शॉपिंग के लिए लेकर जाना, और रसोई में भी बच्चों को बताना कि ये कैसे बनता है.. ताकि उनमे शौक पैदा हो..

नई नई डिश बना कर खिलाना.. कि देखो ये डोसा सामभर  है ये साऊथ मे बनता है फिर मैप में साऊथ कहा है वो दिखाना राजस्थान मे दाल बाटी चूरमा, प्याज़ कचौड़ी, गट्टे की सब्जी और पापड़ की सब्जी बनाई जाती है कैसे बनाते है.. वो क्या पहनते है.. चौखी ढाणी जैसा लुक देकर .. अपने देश की संस्कृति  से भी पहचान करवाती रहती हैं.. पंजाब के छोले भठूरे …लस्सी बना कर …

समय समय पर ब्रेन गेम खेलना.. जब बच्चा बोर हो रहा हो तो ऐसे गेम खेलना जिससे उसका दिमाग चले भी और फ्रेश भी हो जाए… फन्नी कोशिचन हों…

बच्चों को जिम्मे कुछ न कुछ काम सौंपना जैसा कि हर शाम आपने ही पौधों को पानी देना है या चिडिया के लिए पानी रखना है…

बच्चों को क्रिएटिव बनाना – मोबाईल और टीवी देखने के इलावा और बहुत सारी एक्टिविटी होती हैं उसमे बच्चों को एक्टिव रखना.. उनमे इंटस्ट क्रिएट करना.. इण्डोर और आऊट डोर गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित करना..

How to Become a Super Mom – Super Mom कैसे बनें – Be a Super Mom – Smart Parenting – How To Be An Organised Mom – How To Organise Yourself & Your Kids –

March 21, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Rising Star of Music World – संगीत जगत के उभरते सितारे हैं आदित्य – अद्वितीय हैं आदित्य

Rising Star of Music World

Rising Star of Music World – संगीत जगत के उभरते सितारे हैं आदित्य – अद्वितीय हैं आदित्य … अगर मन में कुछ करने का जज्बा हो तो रास्ते बनते चले जाते हैं… आईए आज आपकी मुलाकात करवाते हैं एक ऐसी उभरती प्रतिभा से जो हैं तो डाक्टर पर संगीत के प्रति ऐसा जनून था कि डॉक्टरी छोड कर  सीधा पहुंच गए मुम्बई… संगीत की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाने…

अद्वितीय हैं आदित्य …

ये हैं आदित्य

आदित्य हरियाणा के सिरसा है. बचपन से डाक्टरी माहौल मिला क्योकि इनके मम्मी डॉक्टर राज और पापा डॉक्टर जी के अग्रवाल दोनों ही जाने माने डॉक्टर  हैं. उसी को आगे बढाते हुए इन्होनें   Delhi University से MBBS MD तो किया पर सन 2011 में संगीत ने ऐसा जादू कर दिया कि ये खुद को उससे अलग नही कर पाए और अपनी डॉक्टरी छोड कर मुम्बई जा पहुंचे… हैरानी इस बात की थी कि ना कोई जानकार न कोई गॉड फादर.. बस साथ था तो एक जज्बा, एक जोश, एक जुनून की कुछ करना है…

 अद्वितीय आदित्य –  जोश और जनून का जीता जागता उदाहरण …

शुरु शुरु में कुछ  काम मिलने शुरु हुए… कॉलिज में पढाई के दौरान जो Indian and Western classical music सीखा था वो बहुत काम आया..

फिर शुरु हुआ सिलसिला… पहले पहल TV show और कुछ short films के लिए  background music दिया.  इसी दौरान Second Marriage Dot Com फिल्म जिसे  Gaurav Panjwani  ने डायरेक्टर किया उसमे तीन गाने दिए. जिसकी बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली..

सिलसिला बिना रुके लगातार चलता रहा जिसमें जानी मानी गायिका रेखा भारद्वाज जी के साथ भी काम करने का मौका मिला..

और फिर बहुत सारी advertisements जैसे कि Amul, Paperboat, Aggarwal Packers N Movers, Classic Diamond Jewellers में संगीत दिया.

 

फिर एक अन्य short film Vanvaas मे गाना दिया. जिसके बोल थे ”लहरें तो चुप है” जिसे भी बहुत सराहा गया

https://youtu.be/t-d5hEewXtY

 

और फिर कुछ educational short films में और बच्चों की फिल्म में भी संगीत दिया..

MTV Roots पर अपना independent गाना रिलीज किया और फिर 2016 में Zee Music Company के साथ मिलकर “लैला “ गाना तैयार किया.. जिसके YouTube पर  2 million से भी ज्यादा views हुए…

 

और अब You Tube channel पर तीन से ज्यादा गाने रिलीज हो चुके हैं जो हैं “ चालू चीज “ और “ चना जोर गर्म “ …

आदित्य बहुत जल्द एक एलबम भी रिलीज करने वाले हैं और उस पर उनका फोकस है…

आदित्य का कहना है कि आज वो इस मुकाम पर अपने परिवार के प्यार आत्मविश्वास और सहयोग की वजह से ही है… माता, पिता, जीवन संगिनी और छोटी बहन ने कदम कदम पर सहयोग किया..  कदम कदम पर मोटिवेट किया, प्रोत्साहित किया तभी आज वो इस मुकाम तक पहुंच पाएं हैं..

आदित्य का ये भी  कहना है कि बस किसी भी काम को करने के लिए भरपूर जोश होना चाहिए फिर सारे अवसर खुद ब खुद मिलते चले जाते हैं.

वाकई..

   यदि अंधकार से लड़ने का संकल्प कोई कर लेता है… 
   तो एक अकेला जुगनू भी सब अंधकार हर लेता है…. 

अपनी मेहनत के बल बूते पर जिस dedication  से आदित्य आगे बढ रहे हैं… वो दिन दूर नही जब वो जाने माने संगीतज्ञयों की श्रेणी में उनका नाम होगा..

शुभकामनाएं आदित्य… !!!

 

कुछ और जानी मानी शख्सियत….

कार्टून की दुनिया के सम्राट हैं सुखवंत कलसी – एक मुलाकात

अनूप उपाध्याय – कॉमेडी की दुनिया का अनूठा अध्याय

IQBAL AZAD – Actor –  मशहूर टीवी अदाकार

एक शख्सियत – तनवीर जैदी (फिल्मी कलाकार)

 

साहेब दास मानिकपुरी एक असाधारण शख्सियत

March 21, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Build Trust In A Relationship – Husband Wife Relationship – पति पत्नी के रिश्ते में विश्वास

How to Build Trust in a Relationship

How to Build Trust In A Relationship – Husband Wife Relationship – पति पत्नी के रिश्ते में विश्वास – रिश्तें में विश्वास कैसे बनाएं रखें… .. Relationship ..  अगर पति पत्नी के रिश्तें की बात करें तो सबसे जरुरी होता है विश्वास, भरोसा.. ये Trust  भरोसा कैसे बनाएं रखे… इस रिश्तें में विश्वास कैसे बनाए रखें कि सम्बंध मधुर रहें..

जब तक विश्वास रहे रिश्ते की श्वास चलती रह्ती है और अगर विष घुल गया तो श्वास उखडने लगती है…  तो कैसे बनाएं इस रिश्ते में विश्वास पति पत्नी दोनो के लिए…

How to Build Trust In A Relationship – Husband Wife Relationship

खुद को जानिए Intentions को जानिए

दूसरे को दिखाने की बजाय आप खुद में झाकिंए कि आप कैसे हैं आपकी intention आपकी नीयत कैसी है साफ है या नही.. खुद के प्रति ईमानदारी रहना सबसे ज्यादा जरुरी है…

 

अपने partner पर पूरा विश्वास भरोसा कीजिए…

बात बात पर शक करना रिश्ता खराब ही करता है तो उन कर विश्वास करना सीखिए..

judge मत करिए.. क्यास लगाते हैं

मुझे ऐसा लग रहा है… मुझे ऐसा लगा.. जब तक आप 100% पक्का न हो .. ऐसे आरोप मत लगाईए कि मुझे लगा… आफिस से लेट आए क्या कहे और चले गए थे.. मुझे लगा.. फोन नही उठाया मुझे लगा… अगर उसमे सच्चाई नही होती तो बहुत दिल टूट जाता है और फिर लगने लगता है कि काश कोई दूसरा साथी ही खोज लूं विश्वास तो है ही नही… कितना भी कर लो शक तो रहेगा ही रहेगा,..

अपने Promises निभाएं

जो वादा किया कि समय पर आऊंगा… होटल चलेगें… डिनर.. नही आते फिर फोन भी नही करते और फोन भी नही उठाते… ऐसा न करम्ने पर शक ज्यादा बढ जाता है.

किसी बात को secret  नही बना कर रखिए…

जैसे मान लीजिए एक महिला है वो फोन कर रही है .. जैसे ही पति आए फोन काट दिया.. अरे कोई नही सहेली का फोन था.. या वटसप को डिलीट कर दिया… मैसेज लिख लिख कर बार बार डिलीट कर रहे हैं ये गलत है.. मोबाइल का पासवर्ड कर रोज बदलते हैं ताकि चैक न कर सकें..

Sincere रहिए और अगर कुछ बात है और जिसकी वजह से जिंदगी में तनाव आ गया है तो सच बता दीजिए

आपस मे बैठ कर बातचीत Communicate करना सही है

पहले पहल खुद सारी बात clear कर लेनी चाहिए कि मुझे ऐसा लगा… और कुछ भी पूछ्ना है तो डरना नही चाहिए कि सामने वाला कैसा recat करे.. खुल कर पूछ लेना चाहिए

अपनी खामिया भी बतानी चाहिए.. झूठ नही बोलना चाहिए और अगर गलती हो गई तो मान लेनी चाहिए..

Temptations से दूर रहना चाहिए strong  बने रहना बहुत बार होता है.. कोई बार बार मैसेज कर रहा है तो एकदम साफ साफ न कह दीजिए…ब्लॉक कर दीजिए… फेसबुक हुआ या कोई सोशल नेटवर्किंग साईट हुई कई बार मन करता है किसी से बात कर ले… पर ये सब temporary होता है…

इसके पीछे अपनी लाईफ नही खराब करनी चाहिए… जो हमारा रिश्ता है उसके प्रति बिल्कुल ईमानदार रहना चाहिए

विश्वास एक छोटा शब्द है, इसको पढ़ने में तो एक सेकंड लगता हैं, पर साबित करने में तो “जिन्दगी” लग जाती हैं…

How to Build Trust In A Relationship

March 20, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Make Your Child Strong – बच्चों को strong बनाएं – How to Make Your Child Strong

Make Your Child Strong

Make Your Child Strong – बच्चों को strong बनाएं – How to Make Your Child Strong –  Parenting Videos in Hindi –  Parenting Tips in Hindi – How to Make Your Child Mentally Strong.  बच्चों को फाईटर बनाएं… बच्चे को Strong बनाएं.. जैसे टीवी पर advertisement आती है ना my daddy strongest … Parents  को बोलना चाहिए  my baby strongest.. बचपन से ही बच्चे के मन में को मजबूत बनाना चाहिए… ताकि आने वाली हर problem का वो सामना कर सके… और ये काम कौन कर सकता है… मम्मी पापा ही कर सकते हैं..

Make Your Child Strong – बच्चों को strong बनाएं –

कल घर के सामने एक छोटा बच्चा skates पहन कर चलने की कोशिश कर रहा था पर बार बार गिर रहा था.. उसकी मम्मी उसके साथ थी और वो बार बार यही कह रही थी कि उठो… कर सकते हो..जोर आगे की तरफ लगाओ.. अब खडे हो… पर मम्मी उसे बार बार बोल रहे थे कि करो… उठो.. बैलेंस बनाओ… बच्चा बार बार गिर रहा था और तीसरी बार वो स्केटिंग कर रहा था… चेहरे पर विजयी मुस्कान थी… और मम्मी की आखों में झिलमिल खुशी के आसूं..

 

ऐसा ही होता है… जिंदगी में ऐसे बहुत उदाहरण देखने को मिलते हैं जैसा कि जब बच्चा जब चलना सीखता है तो बार बार गिरता है पर उसे मम्मी बोलती है कि चलो उठो और वो उठता है डगमगाते कदमो से चलता है और एक दिन अपना बैलेंस बना लेता है…

ये क्या चीज है ये है Try Try Again .. कि मेहनत करते रहो… कोशिश करते रहो… और बच्चों को हमें यानि parents को encourage करते रहना चाहिए क्योकि parents  बच्चों की बहुत बडी स्पोर्ट होते हैं उनकी वजह से बच्चों का मनोबल बनता भी है और टूट भी जाता है…

तो कई बार ऐसी situation  आए कि बच्चा पीछे रह गया और उतना अच्छा नही कर पाया तो क्या क्या करना चाहिए ऐसे में..

स्पोर्ट बनना चाहिए..

पिटाई नही गुस्सा नही.. discourage नही

कोई बात नही.. समझाना चाहिए हमने गलती की.. पढाई नही की या कोई भी activity में सफल नही हुए तो.. पर अब नही करेगें.. अब नियमित पढाई करेंगें टाईम टेबल बनाएंगें.. और हर रोज एक घंटा देगें… जब साल के शुरु से ही पढाई करनी शुरु करेंगें तो प्रैशर भी नही होगा… बच्चे को realize  हुआ… बस समझ लीजिए कि अब सब ठीक हो जाएगा…

हम अपनी असफलता से ही सीखते है…

समाज भरा हुआ है ऐसे उदाहरणो से बच्चों को अलग अलग उदाहरण देने चाहिए कि दुनिया में बहुत लोग ऐसे हुए हैं जो पहले असफल हुए थे पर फिर मेहनत की और किस मुकाम पर हैं…

हर तरीके से motivate करना है

सोच positive रखनी है… कि एक न एक दिन हम कर दिखाएगें.. हम होंगें कामयाब एक दिन…

बच्चे का मनोबल बढाना है पर कभी गलत काम की और नही जाने देना… जैसा कि अगर exams की बात करें तो चीटिंग से या सिफारिश से कि बच्चे को पास करा देना… ये बिल्कुल गलत है इससे अच्छा तो बच्चा फेल ही हो जाए पर… बहुत

Track रखना है progress पर और जब बच्चा कुछ करने लगे… जो भी काम कर रहा है उसमे concentrate करने लगे तो Reward hard work उसकी मेहनत की सराहना कीजिए… शाबाशी दीजिए… देख रहे हो आपने इतनी मेहनत की और इसका रिवार्ड मिल रहा है..

Make Your Child Strong – बच्चों को strong बनाएं – How to Make Your Child Strong

March 19, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Be a Good Mother in Law – एक अच्छी सास कैसे बनें – Good Mother in Law

How to Be a Good Mother in Law

How to Be a Good Mother in Law – एक अच्छी सास कैसे बनें – Good Mother in Law –  Daughter Mother-in-Law Relationship – Tips on How to Be a Good Mother in Law –  How to Be a Good Mother in Law to Your Daughter in Law – कई बार कोई बात जहां मन उदास कर जाती हैं वही कई बार कोई बात खुश भी कर जाती है… कल एक महिला मैसेज आया उन्होने लिखा कि वो एक अच्छी सास बनना चाहती हैं उसके लिए क्या करना चाहिए.. यकीन मानिए बहुत खुशी हुई और मैंने कहा भी कि मैं आपका नाम लेकर जरुर बताऊंगी तो उन्होनें बोला कि नाम मत लीजिएगा.. तो भी कोई बात नही.. खुशी इस बात की हुई कि वो अच्छा बनना चाहती हैं क्योकि कितनी शिकायतें आती हैं कि सास अच्छे से ट्रीट नही करती अगर सोच बद्लनी शुरु हो जाएगी तो फर्क भी आना शुरु हो जाएगा…

How to Be a Good Mother in Law – एक अच्छी सास कैसे बनें –

तो किन किन बातों का ख्याल रखना चाहिए…

पहली बात तो ये मान कर चलिए कि समय बदल रहा है.. जो आपके साथ हुआ… वही आप भी अपनी बहू के साथ करेगी… ऐसी सोच सही नही… आपको बदलते समय के साथ ही बदलना है… आपके साथ जो भी ऐसी बातें हुई थी जो आपको अच्छी नही लगी थी उसे नही दोहराना…

 

बहू को अपनी बेटी समझना है…

अपनी बेटी की तरह नही बल्कि बेटी समझना हैं . सास क्या सोचती हैं कि बहू आ गई अब बेटे का पूरा ध्यान बहू पर ही रहेगा… वो उसे खो देगी पर आप सोचिए कि बेटा हाथ से जाएगा…  नही बेटा गया नही बल्कि एक बेटी भी आ गई है…

स्पेस दीजिए … एक दूसरे समझने का समय दीजिए

एक दूसरे को जानने समझने का स्पेस दीजिए… … कई बार शादी होते ही सास की डिमांड शुरु हो जाती है बस एक बार दादी बन जाती .. बार बार ये कहना भी बहुत कचोटता है… अभी वो शादी होकर आई है जरा स्पेस दीजिए एक बार सेट होने दीजिए… उन्हें ही विचार करने दीजिए… उनका क्या विचार है… एक साल दो साल अभी बच्चा हो सकता है उन्हें नही चाहिए हो तो..  शादी होते सार ही वो एडज्स्ट होती नही फिर वो नौ महीने.. फिर बेबी .. ऐसे में सास बहू के आपसी सम्बध तो बन ही नही पाते… तो थोडा स्पेस दीजिए ..

वैसे बच्चे से एक बात याद आई … एक मैं उदाहरण देना चाहूगी.. बात कहने को बहुत छोटी सी है पर उस वजह से बहू ससुराल छोड कर चली गई थी.. बात थी कि बेटे और बहू ने अपने होने वाले बच्चे का नाम सोच लिया था.. लडकी होगी तो ये और लडका होगा तो ये नाम रखेंगें … फिर जब उनका बेबी हुआ तो सास अड गई और कोई पुराना टाईम का सा नाम रखने की जिद की और मुंह फुला लिया… बहू को भी अच्छा नही लगा पर बान करण उसी नाम का हुआ.. तो इस तरह की जिद नही करनी चाहिए आप सुझाव दे दीजिए पर उन्हें नाम अपनी पसंद का रखने दीजिए..

बहुत ज्यादा अपने पोते पोती को प्यार देना …

बच्चे को उनकी शय मिलती है और बहू को बात अच्छी नही लगती…  अगर बहू सास से कह रही है कि उसे चॉकलेट न दें या… या ये मत करें तो नही करिए… जैसे हॉरर सीरियल देख रहे है और बच्चा डरता है.. या स्कूल की छुट्टी करवा देते हैं.. बहुत कारण है लाड प्यार ज्यादा नही …

तुलना नही कीजिए…

हमारे समय मे तो ये नही होता था… पहले समय में तो आदमी लोग कभी रसोई में नही जाते थे और आज समय बदल रहा है मिलकर मदद करवाते हैं रसोई में तो इसे भी इशू न बनाएं कि बेटा रसोई में काम कर रहा है.समय बदल रहा हैऔर समय के साथ बदलना ही समझदारी है…

घर की बात घर में

इधर उधर चुगली चपाटी का शौक भी होता है और आदत भी.. दोनो ही सही नही है… कभी रो कर , छोटी बाते पडोसन से कर ले आना या किटी पार्टी में मेरी बहू ऐसी.. उसने ये किया.. ये कुछ नही… जो बात अच्छी नही लगी… जो भी बात का मनमुटाव है… आपस मे बैठ कर सुलझाना है… बाहर नही…

हमेशा पॉजिटिव सोच रखनी है  99%  situation खराब होती है जब हम  negative comments करते हैं टोका टाकी करते हैं बात बात पर…

बेटा बेटी एक समान

कई बार जिद करती है कि दादी बनना है जब दादी बन गई और लडकी हो गई तो लडका चाहिए… लडकियां भी बहुत प्यारी होती है… बहू के प्रेगनेंट होने पर उसकी चाल ढाल से अंदाजा लगाना कि बेटा ही होगा और बेटे की ही कामना करना सही नही है… और बहुत केयरिंग भी होती है तो ये भेदभाव मन में मत लाईए.. बेटा हो तया बेटी बराबर का प्यार और सम्मान दीजिए…

बेटे बहू को कुछ समय एकांत भी दीजिए..

उन्हें बाहर धूमने भेजिए कि कोई बात घर में देख लूंगी कभी दूसरे शहर कभी सिनेमा.. ताकि इनकी जिंदगी में ताजगी बनी रहे…

और एक बार बहूओ से भी कहना चाहूगी.. शादी से पहले अपनी मम्मी के घर में मम्मी से भी तो लडाई होती थी… गुस्सा भी होती थी तो अब भी थोडा संयम रखिए.. जहां दो बर्तन होते हैं वहां थोडा बहुत शोर तो होता ही है…

मिलकर ही रिश्ता सुधार सकते हैं बाकि देखिए बाते तो बहुत सारी है पर फिलहाल इन पर अमल करेगी तो रिश्तों में सुधार आना शुरु हो जाएगा…

हर रिश्ते में हुआ करते हैं अहसास कुछ ख़ास,
कोई कह नहीं पाता है, तो कोई समझ नहीं पाता…

How to Be a Good Mother in Law – एक अच्छी सास कैसे बनें – Good Mother in Law

March 18, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Is Fasting Healthy – उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे

Is Fasting Healthy

Is Fasting Healthy – उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे – Monica Gupta –  Benefits of Fasting व्रत रखने के फायदे – उपवास करने का तरीका – उपवास करने के फायदे –  उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे – खुद को हैल्दी रखने के लिए कुछ लोग व्रत यानि फास्ट भी रखते हैं.. कल इसी बारे में मैंने सोचा कि चलो कुछ अपने सर्किल में पूछती हूं जब सहेली से फोन पूछा तो वो खुश होकर बोली फास्ट वॉव…. आई लव फास्ट.. व्रत,  अरे मुझे तो बहुत ही पसंद है व्रत रखना.. बहुत खुशी मिलती है..

Is Fasting Healthy – उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे –

मेरा तो आज भी व्रत है.. आ जाओ मिल कर बैठ कर बात करते हैं. मेरा घर उसके घर के पास ही था तो सोचा कि चलो मिल ही आती हूं उससे बात करके मुझे बहुत पोईंटस मिल जाएगें.. वो मैं आप सभी से शेयर करुंगी… तो मैं बोला कि मैं अभी आती हूं और जाते जाते सोच रही थी वाकई कितने फायदे हैं… जैसे मान लीजिए सप्ताह में एक बार रखते हैं तो हमारी पाचन क्रिया सही होती है.. लगातार वो काम ही करती रह्ती है तो उसे आराम मिलता है…

 

शरीर डिटोक्स हो जाता है.. हमारे शरीर में जो टाक्सिन बनते रहते है वो डिटोक्सिफाई हो जाते है.. विषैले तत्व निकल जाते हैं हल्का खाना खाने से या पानी पीने से वो बाहर निकल जाते हैं

शरीर हल्का महसूस होता है… खाने के बाद खासकर ज्यादा खाने के बाद जो भारीपन आ जाता है वो नही लगता

… जब शरीर हल्का महसूस होता है तो हमारा और भी काम करने को मन करता है.. जैसे पढना, धूमना, कसरत करना. हलका महसूस होता है तो दस काम करने को मन करता है.. आत्म ज्ञान बढता है.. जागरुकता आती है.

वजन भी कम होता है.. जो लोग नियमित व्रत रखते हैं उससे कहीं न कहीं वजन में भी फर्क पडता है.. हां वो बात अलग है कि वज्न कम करने के लिए व्रत नही कर रहे बल्कि हैल्दी रहने के लिए व्रत कर रहे हैं..

व्रत रखने से हमें कंट्रोल करना अभी आ जाता है.. नही तो सारा दिन मन ही करता रहता है और जब पता हो कि नही खाना तो will power strong हो जाती है पर मुझे समझ नही आ रहा था कि वो मना किसलिए कर रही थी..

वैसे कुछ लोग ये सोच रखते हैं कि व्रत से एक दिन पहले जैसाकि रात को बहुत खा लो क्योकि अगले दिन तो कुछ खाना नही इसलिए खूब सारा खा लो… ये भी सही नही… हलका ही रखना चाहिए..

Immune system भी सही रखता है यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता… अगर  immune system सही है तो आपको छोटे मोटे रोगी से कोई परेशानी नहीं होती और होती भी है तो एक दो दिन में आप ठीक हो जाते है लेकिन अगर  मौसम के साथ होने वाले जुकाम और मौसम बदलने के साथ health ठीक नहीं रहने तो … सोचने वाली बात है.

यही सोचते सोचते फिर मैं उसके घर पहुंची तो वो आराम से टीवी देख रही थी और चिप्स, वैफ्फर, मीठी चाय, और भी दस तरह की नमकीन और मिठाई रखी हुई थी.. और खा रही थी… बोली देखो व्रत में इतनी सारी चीजे होती है खाने को…

मजे की बात तो ये है कि घर पर कोई काम भी नही करने देता कि आज फास्ट है और पूरा आराम मिलता है खाने को भी भरपूर मिलता है… अब मेरे पास कुछ भी नही था कहने को.. वैसे आप व्रत के बारे में क्या सोचते हैं.. कौन से वाला फास्ट आपको ज्यादा अच्छा लगता है… जरुर बताईएगा !!

Is Fasting Healthy – उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे

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