Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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February 5, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Celebrate Valentine Week – Valentine Week Gift Ideas –

How to Celebrate Valentine Week - Valentine Week Gift Ideas -

How to Celebrate Valentine Week – Valentine Week Gift Ideas – Valentine’s day की planning शुरु हो गई होगी कि किस तरह से इसे celebrate करना है ? कहां treat देनी हैं ? क्या 2 gift देना है… ? नए नए ideas चल रहे होंगे mind में… चलिए, आज मैं आपको एक शानदार और unique  idea बताती हूं जिसे आप अपने दोस्त, life partner के साथ नए अंदाज में celebrate कर सकते हैं..

ये है एक couple game जिसका नाम है “Love Wars”

How to Celebrate Valentine Week - Valentine Week Gift Ideas -

“Love Wars”

How to Celebrate Valentine Week – Valentine Week Gift Ideas –

कौन खेल सकते हैं ?

 

इसे किसी भी age group के लोग अपने partner या दोस्त के साथ खेल सकते हैं

कैसे खेल सकते हैं ?

इसके लिए कही बाहर जाने की जरुरत नहीं… ये games आपका whatApp group बना कर personal moderator द्वारा खिलवाया जाएगा.. यानि वो आपको instruct करेंगे.

कब से शुरु होगा..

LOVE WARS game 7 फरवरी से 12 फरवरी तक के बीच खेला जाएगा.. और आप इसे extant  करना चाहें तो 14 फरवरी तक आप इसे खेल सकते हैं..

क्या करना होगा..  हर रोज एक नया task होगा..

जिसे करने में 15 से 30 मिनट लगेगें तो आप time set कर सकते हैं कि आपको कौन सा time suit करता है सुबह का या शाम का

हर रोज आपकी energy, creativity और performance के हिसाब से आपको marks मिलेंगे आखिरी दिन marks total  करके final score बताए जाएगें और जो जिसे कम marks मिलेंगे तो उसे अपने Valentine की wish पूरी करनी होगी…

इस  WhatsApp ग्रुप में आप अपने friends या families को भी cheer up और  support  देने के लिए शामिल कर सकते हैं

इस game में भरपूर मनोंरजन  तो होगा ही साथ ही साथ आपकी और आपके पार्टनर के बीच bonding भी मजबूत बनेगी.

इसमें per couple charges 1299 रुपये हैं और अगर आप और दो couples invite करते हैं तो आपको दो mission free मिलेगें और आपके charges 1000 रुपये हो जाएगे..

 

इस की और ज्यादा जानकारी आप नीचे दिए link पर जा कर ले सकते हैं

 How to Celebrate Valentine Week

February 4, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Fears that Ruin Relationships – पति पत्नी के रिश्तों में दरार

Fears that Ruin Relationships

 Fears that Ruin Relationships – पति पत्नी के रिश्तों में दरार – बे वजह की चिंता बिगाड़ सकती है आपसी संम्बध.. रिश्ते पौधे की तरह होते हैं अगर हम ध्यान देंगे पानी देंगे केयर करेंगे तो फलेंगें फूलेंगें नहीं तो मुरझा कर मर जाएंगे और अगर ध्यान दिया तो जड़ मजबूत होगी और फिर वही पौधा पेड़ बनकर जीवन भर प्यार की छांव देगा…

Fears that Ruin Relationships – पति पत्नी के रिश्तों में दरार –

पति पत्नी का रिश्ता बहुत नाजुक होता है… कई बार इस रिश्ते में कोई वजह बन जाती है जिसकी वजह से मनमुटाव हो जाता है पर कई बार बेवजह की चिंता या डर भी रिलेशन खराब कर देती है…

 

https://www.youtube.com/watch?v=xuOtyo2qE_8

 

असल में, पति पत्नी एक दूसरे को लेकर बहुत possessive होते हैं… जिस वजह से वो एक दूसरे के बारे में कुछ ज्यादा ही सोचना शुरु कर देते हैं…जबकि वो सोच वो डर वो चिंता हकीकत से कोसो दूर होती है…

ऐसी कौन कौन सी चिंताए होती हैं जिससे उन्हें लगता है कि हमारे सम्बंध खत्म हो जाएगें

पहली चिंता ये डर रहता है कि पहले जितना मुझे पसंद नहीं करते… दोनों एक दूसरे के लिए यही सोचते हैं… पति सोचता है जब मैं शाम को काम से थका हारा आता था तो कितना ख्याल रखती थी मेरा.. डोर बेल बजाने से पहले ही दरवाजा खोल देती थी अब ध्यान ही नहीं देती… पत्नी सोचती है पहले घुमाने ले जाते थे अब तो महीनों हो जाते है अब मुझे ये पहले जैसा पसंद नहीं करते…

दूसरा मुझे धोखा दे रहे हैं… ऑफिस से देर से आते हैं फोन करो तो फोन नहीं उठाते… जरुर कोई बात है ऑफिस में काम करने वाली के साथ बहुत हंस बोल कर बात करते हैं… यही बात पति भी अपनी पत्नी के लिए सोचते हैं.. एक कुलीग है वही क्यों छोड कर जाता है उसे हर रोज…

तीसरी चिंता.. मैं इनके लायक नहीं… मैं सुंदर नहीं या गिटपिट अंग्रेजी बोलने वाली नहीं या देर शाम पार्टी में जाना मुझे अच्छा नहीं लगता… इन्हें तो कोई मेम से शादी करनी चाहिए थी…

चौथी चिंता.. वो मेरे लायक नहीं… पति सोचते हैं मैं इतना इंटेलीजेंट पढा लिखा हूं और इसमे तो इतनी भी कॉमन सेंस नहीं कि सोसाईटी में चार लोगो के साथ बैठ कर बात कर ले … वही पत्नी सोचती है कि मेरी परवरिश शहर की है और ये ठहरे गांव की… हमारा कोई मेल नहीं कही सोशल गेट टू गेदर में मुझे इन्हें अपने साथ ले जाने में शर्म आती है…

पांचवी चिंता.. मेरे पति का परिवार और दोस्त मुझे पसंद नहीं करते…और सभी से तो हंस बोल कर बात करते हैं वो लोग पर जब मैं सामने आ जाऊ तो चुप हो जाते हैं ना कोई आराम से बात करता है..

छ्ठी चिंता ज्यादा समय बाहर ही बिताना पसंद करते हैं मेरे साथ कम… ही बिताना चाह्ते हैं.. इनके दोस्त ही इनके लिए सब कुछ है मैं कुछ नहीं… वही पति भी सोचते हैं कि पत्नी सारा समय अपनी किटी पार्टी में ही लगी रहती हैं.. न घर के लिए न मेरे लिए समय है..

सांतवी चिंता ये मुझे ऐसा लगता रहता है कि मुझे कभी भी छोड देंगें.. रिश्ता तोड देंगें.. तलाक दे देंगें…  तब मेरा क्या होगा… कहां जाऊंगी क्या करुंगी..यही चिंता पति को भी रहती है… कि पता भी कब छोड कर चली जाए…  बार बार धमकी देती रहती है… मायके चली जाएगी… वही रहना शुरु कर देगी..

ये कुछ बातें हैं जो मन में आती है और उन्हें बैचेन कर जाती है.. इनमें से कोई चिंता आपको ना सताए इसका हल क्या है..

ये इतना मुश्किल भी नहीं जितनी बडी बडी चिंताए लगा लेते हैं… चिंता भी ऐसी की रिश्ता ही खत्म होने की कगार पर आ जाए… बहुत सिम्पल सा हल है कि खुद से प्यार कीजिए.. खुद की वेल्यू कीजिए… खुद पर विश्वास रखिए कि मैं अच्छा इंसान हूं.. मेरे में कोई ऐसी कमी नहीं जिसकी वजह से ऐसी कोई बात हो

और अगर किसी भी तरह का कोई कॉम्प्लेक्स  डर है या कोई बात है तो परेशान कर रही हैं तो उसे दूर किया जा सकता है… या खुद में सुधार लाना चाहिए या पूछ लेनी चाहिए… कमी दूर होगी तो डर खत्म हो जाएगा..

क्योंकि ये जो सोच जो चिंता या डर हम लगा कर बैठे हैं असल में, ये है ही नहीं ऐसा कुछ नहीं पर सोच सोच कर हम उसे invite कर रहे हैं

तो इस नेगेटिव एनर्जी को खत्म करके पॉजिविटी लाएं और इस डर को दूर भगाए दीजिए… रिश्ते वही खूबसूरत होते है जो अहसानों के नहीं अहसास से बने होते हैं.. मोती के तरह होते हैं रिश्ते अगर गिर जाए तो झुक कर उठा लेना चाहिए…

रिश्तों की सिलाई अगर भावनाओं से हुई है तो टूटना मुश्किल है

और अगर स्वार्थ से हुई है तो टिक ना मुश्किल है

Fears that Ruin Relationships

 

February 3, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

When You Feel Unappreciated – जब कोई प्रशंसा न करे

When You Feel Unappreciated

When You Feel Unappreciated – जब कोई प्रशंसा न करे – जिंदगी कैसे जियें – जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं – बहुत बार ऐसा होता है कि हम बहुत उदास और दुखी महसूस करते हैं जिसकी बहुत सारी वजहों में से एक वजह होती है कि लोग हमें appreciate नहीं करते.. चाहे परिवार में हो या बाहर या सोशल मीडिया में… कोई लाइक नहीं कोई थम्स अप नहीं… ऐसे में क्या करना चाहिए…. खुद को कैसे सम्भाले कि चलो कोई बात नहीं.. आज मैं इसी बारे में 7 बातें बता रही हूँ जब हम unappreciated महसूस करें…

When You Feel Unappreciated

1.पहली बात तो ये समझने का प्रयास करना है कि लोग किस लिए नहीं कर रहे…या तो उनकी आदत ही है वो किसी को नहीं करते या मुझे ही नहीं कर रहे बाकि सब को कर रहे हैं

2.फिर खुद को देखना है क्या मैं ज्यादा उम्मीद तो नहीं लगा रही.. क्या वाकई अभी कुछ कमी है ?? क्या अभी और सुधार किया जा सकता है? पर ये सब सोचते हुए मन में तनाव नहीं रखना.. किसी तरह की फीलिंग हो रही है गुस्सा आ रहा है तो रीलीज कर दीजिए, रोना  आ रहा है तो रो लीजिए… पर अंदर नहीं रखना.. अलग तरीके से अपना गुस्सा बाहर निकाल सकते हैं..

3.अपनी भावनाएं सामने वाले को कह भी सकते हैं जैसा कि वाईफ अपने पति से कहे कि अगर आप कहते कि खाना अच्छा बना है तो मेरा एनर्जी लेवल और बढ जाता… या कर्मचारी अपने मैनेजर को बोलता कि अगर आप मेरे काम को एप्रीशिएट करते तो मेरा मनोबल और बढ जाता… पता है क्या कि अक्सर सामने वाले के मन में तो ये बात होती है पर बोलते नहीं है अगर हम बोल देंगें तो हो सकता है वो आगे से बोलना शुरु कर दें…

4. पर इस सब में खुद को अंडर वेल्यू नहीं करना… जो कि हम अक्सर कर जाते हैं कि कोई appreciate ही नहीं कर रहा तो क्या फायदा काम करने का..

तो ऐसे में फोकस काम पर ही रखना है.. छोड दीजिए कि कौन ध्यान दे रहा है नहीं दे रहा appreciate कर रहा है नहीं कर रहा…

इस बात को ऐसे भी लिया जा सकता है कि कोई न कोई अच्छाई ही होगी  अगर लोग appreciate नहीं कर रहे तो कोई बात नहीं बजाय ये कहने के कि लोग ही बुरे हैं लोगो का thankful होना है… इस बात में भी कोई न कोई अच्छाई ही होगी..

5. फिर ये सोचना है कि मैं किसी को कितना appreciate करता हूं.. कोई नहीं कर रहा ना सही पर मुझे तो करना चाहिए… मुझे किसी की बात अच्छी लगे तो तुरंत कर देना चाहिए…

6.अपने दिल और दिमाग को खुला रखना चाहिए… अपनी worth जानने की कोशिश करनी चाहिए और

अपने सबसे अच्छे दोस्त बन कर खुद को appreciate कीजिए जैसा कि कल मैंनें वायदा किया था कि मैं सुबह 5 बजे उठ कर सैर को जाऊंगा और मैं गया.. तो खुद को शाबाशी देनी है कि अरे वाह कमाल हो गई.. तू तो छा गया…खाना अच्छा बना अरे वाह.. इतना टेस्टी खाना बनाती है तू… कभी घमंड नहीं किया… कहीं नजर न लग जाए… खुद को रिवार्ड भी देना है… उसे celebrate करना है…

Motivational books पढनी हैं या videos देखनी हैं ताकि मनोबल बढे…वैसे इसी बारे में और भी वीडियोज बनाई हुई हैं नीचे लिंक दिया हुआ है…

Like minded लोगों की company में रहना है ताकि अच्छा महसूस हो..

7. खुद का ख्याल रखना है… तनाव में नहीं आना… चिंता नहीं करनी… खुद पर विश्वास रखिए और आगे बढते जाईए…

सीढ़ियाँ उन्हें मुबारक जिन्हें छत पर जाना है

मेरी मंजिल आसमान है मुझे अपना रास्ता खुद बनाना है

अच्छे काम करते रहिये चाहे लोग तारीफ करें या न करें आधी से ज्यादा दुनिया सोती रहती है ‘सूरज’ फिर भी उगता हैं.

 

 

January 28, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Get Rid Of Bad Habits – बुरी आदतें कैसे छोड़ें – How to Leave Bad Habits – Monica Gupta

How to Get Rid Of Bad Habits

How to Get Rid Of Bad Habits – बुरी आदतें कैसे छोड़ें – How to Leave Bad Habits – Monica Gupta –  हमारी कुछ आदतें ऐसी होती हैं जिसकी वजह से लोग हमें पसंद नहीं करते… इससे बाहर निकलना इसलिए  भी जरुरी होता है क्योंकि ना सिर्फ ये हमारी personality पर बुरा असर डालती है बल्कि हमें आगे बढ़ने से, कामयाब होने से भी रोकती है… तो कैसे रोके… विकल्प मिलेंगे बहुत, मार्ग भटकाने के लिए, संकल्प एक ही काफ़ी है, मंज़िल तक जाने के लिए और जो अपने कदमों की काबिलियत पर विश्वास रखते हैं वो ही अक्सर मंजिल तक पहुंचते हैं

How to Get Rid Of Bad Habits – बुरी आदतें कैसे छोड़ें –

बुरी आदत बहुत तरह की होती है जैसे झूठ बोलना, बुराई करना, चुगली करना, मजाक उडाना, बुरा करना, स्वार्थी होना,,इस तरह के  ऐसी ना जाने कितनी तरह की आदते हैं… जिसकी वजह से लोग हमें पसंद नहीं करते…

तो इस बुरी आदत से  बाहर कैसे निकले..

 

इसके बारे में मैं आपको एक एक करके 7 बातें बता रही हूं पर इसे सुनने से पहले अपना मन पक्का करना होगा, विल पॉवर इच्छा शक्ति  मजबूत करनी होगी कि हां…  मैंनें इससे बाहर निकलना ही है…

1. तो सबसे पहले पहचानना है… कि क्या है बुरी आदत…

कई बार जब हम खुद के अंदर झांकते हैं तो बहुत सारी बातें आती है कि ये भी अच्छी आदत नहीं ये भी बुरी आदत है तो एक लिस्ट बना लीजिए पर जब छोडने की बात हो तो एक समय में एक पर ही ध्यान दें.. कई बार हम दो तीन आदतों को एक साथ हटाने की बात करते हैं तो कुछ भी सही नहीं हो पाएगा..

तो पहचानना है और एक समय में एक पर काम करना है..

2. जब हम इस पर काम कर रहे हैं तो ये विचार करना है ये कब कब होती है और किस लिए होती है… जो चीजे उकसाती है ट्रिगर करती हैं दूरी बना कर रखिए…  यानि जब हम स्ट्रेस में होते हैं या जब बोर हो रहे होते हैं या कभी भी.. कोई फिक्स समय नहीं…

कुछ ऐसा करना है कि हम व्यस्त हो जाएं और ध्यान उस तरफ न जाए…

3. अब हमने इस पर काम करना शुरु करना है कि इसकी वजह से क्या क्या नेगेटिव बातें हो रही हैं…नुकसान क्या क्या हो रहे हैं… इसे चाहें तो लिख भी सकते हैं..

अब जैसे हम छोडना चाह रहे हैं तो डायरी में लिख सकते हैं या केलेंडर पर मार्क लगा सकते हैं..

4. इसमें दो बातें ध्यान रखनी है कि पहली बात तो बेबी स्टेप छोटे कदम लेने हैं यानि गोल छोटा रखना है और दूसरा टाईम फिक्स  होना चाहिए.. कि इस समय तक मुझे ये एचिव करना है… गोल छोटा इसलिए कि अगर बहुत बड़ा होगा तो हम थोडा डीले भी पड सकते हैं.. एक साल का रख लिया तो चलो कल से कर लूंगा.. दस बाद से शुरु कर दूंगा अभी तो एक साल पडा है…

5. फिर अगर कोई ऐसा फैमली मैम्बर है जिससे आप बहुत करीब हो या सारी बातें शेयर करते हो या कोई ऐसा दोस्त है.. उसे बता दीजिए… कि मैं ऐसा करने जा रहा हूं और अगर मैं कभी चूक जाऊ या गडबड कर दूं आप मुझे टोक सकते हो.. या गुस्सा हो सकते हो…

6. patience रखते हुए अपना ध्यान बंटा लेना है चाहे कोई अच्छी मोटिवेशनल वीडियो देखनी है या अच्छी किताबें पढनी हैं या अच्छे लोगो के साथ रहना है

एक चीज और भी कर सकते हैं कि ऐसे समय में ये सोचना है कि अगर मैंनें इसे किया तो नुकसान होगा… नेगेटिव होगा…

और हम कल्पना कर सकते हैं कि जब मैंने इसे करना बंद कर दिया तो आज से दो महीने बाद या तीन महीने मैं एक नया ही इंसान बन जाऊंगा जिसे सब पसंद करेंगें..

जैसा शुरु में बोला था खुद को स्ट्रोंग रखना है.. ईमानदार रहते हुए आगे बढते जाना है…

7. Stay kind to yourself … बहुत ज्यादा टार्चर भी नहीं करना खुद को… अपने आप को criticize नहीं करना कि तुझसे नहीं होगा.. तेरे बस का नहीं है… प्रति दयालु रहना है… हां वजह जरुर तलाश करने है किस वजह से मैं अपने गोल तक नहीं पहुंच पा रहा… पर ये भी नहीं कि छोड ही देना है कि नहीं कर सकता

और जब कुछ हमने एचिव किया यानि छोटी ही सही सफलता हासिल की तो खुद को शाबाशी देनी है पीठ  थपथपानी है कि शाबाश बहुत अच्छा किया.. Great Job.. you r really great…

बस जरुरत है इसमें लगातार जुटे रहने की.. अगर एक बार दो बार हम कंट्रोल नहीं कर पाए तो भी कोई बात नहीं… गलतियां इस बात का सुबूत हैं कि आप प्रयास कर रहे हैं।”

तो ये तो थी वो आदतें… जिनकी वजह से लोग हमें पसंद नहीं करते… कुछ आदतें ऐसी हैं जो हमारी सेहत पर नुकसान करती हैं. जैसा कि जब हम ज्यादा खाते हैं कंट्रोल नहीं कर पाते या मोबाईल की लत.. इस बारे में वीडियोज बनाई हुई हैं लिंक नीचे दे रही हूं जरुर देखिएगा..

विपरीत परिस्थितियों में कुछ लोग टूट जाते हैं तो कुछ लोग रिकॉर्ड तोड़ देते हैं…

विकल्प मिलेंगे बहुत, मार्ग भटकाने के लिए, संकल्प एक ही काफ़ी है, मंज़िल तक जाने के लिए

जो अपने कदमों की काबिलियत पर विश्वास रखते हैं वो ही अक्सर मंजिल तक पहुंचते हैं

How to Get Rid Of Bad Habits

January 24, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Stop Hating Yourself – खुद से नफरत करना बंद करें –

How to Stop Hating Yourself

How to Stop Hating Yourself – खुद से नफरत करना बंद करें –  बहुत लोग अपने आप से अपनी जिंदगी से प्यार ही नही करते… I Hate Myself – I Hate My Life – Why do I Hate Myself How do You not Hate Yourself – Personal Development Videos in Hindi – Monica Gupta Videos – How to Make Life Better in Hindi

भरोसा “खुदा” पर है तो जो लिखा है तक़दीर में वही पाओगे, भरोसा अगर “खुद” पर है तो  खुदा वही लिखेगा जो आप चाहोगे.. तो सबसे पहलेे मन पक्का कर लीजिए कि मैंने फालतू बात नही सोचनी

How to Stop Hating Yourself – खुद से नफरत करना बंद करें –

 

 

January 22, 2019 By Monica Gupta 1 Comment

How to Avoid Arguments – बहस से कैसे बचें – Stop Arguing – How to Stop Arguments –

How to Avoid Arguments

 How to Avoid Arguments – बहस से कैसे बचें – Stop Arguing – How to Stop Arguments – Losing an argument is better than losing a friend…  झगडे की शुरुआत आम तौर पर बहस से होती है.. किसी बात पर बहस शुरु होती है  और बढते बढते लड़ाई का रुप ले लेती है तो जरुरी है झगड़ा रोकने की इसलिए जरुरी है बहस से बचे.. इसे avoid करें…  पर कैसे ?? क्योंकि temptation बहुत होती अपनी ego होती है… अपनी बात तो रखनी ही होती है.. खुद को महान  जो साबित करना होता है मैं ही सही हूं ये साबित करना ही होता है.. तो try to resist this temptation बोलने की क्योंकि पर कैसे ?? कैसे रोके बहस को इस बारे में मैं आपको कुछ tips दे रही हूं..

 How to Avoid Arguments – बहस से कैसे बचें –

Arguments को Respectfully Handl करना है कैसे ? कि   Listen!  संयम रखते हुए सुनना है उसे बुरा सुनना है उसकी बात नहीं काटनी और फिर अपना बोलना है.. दोनों एक ही साथ बोले जाएगे तो ना एक दूसरे की सुन पाएगें और ना समझ आएगी… और बात बढती चली जाएगी…

सामने वाले को सुनना है और बेशक बोल सकते हैं कि मैंनें भी आपकी बात सुनी है अब आप भी मेरी सुनिए.. और सामने वाले को समझते हुए बहुत सहजता से जवाब देना है…

तो सुनना है संयम रख कर interrupt नहीं करना… Blame, Criticism नहीं करना बात बात पर..  flexibly रखनी है… I get that or I understand जैसे शब्द यूज करने हैं..

हम आमतौर पर क्या सोच रखते हैं कि तू बड़ा अपने आपको स्मार्ट समझता है… बच्चू तू जिस कॉलिज में पढता था हम इसके प्रोफेसर रह चुके हैं… इससे सामने वाला अपनी बे इज्जती महसूस करेगा… और वो और ज्यादा भडक सकता है

Aggressive नहीं होना और अपनी आवाज shouting, Abuse गाली गलौच, अभद्र भाषा नहीं बोलनी..

अपनी कोई गलती है मान लेना चाहिए… सोच समझ कर बोलना है…

Listen to your body – Arguments के दौरान  Emotions पर कंट्रोल करना है..  बहुत गुस्सा आ रहा है चेहरा तमतमा रहा है.. सांस तेज चल रही है दिल जोर जोर से धडक रहा है… इन पर काबू रखना है.. हावी नहीं होने देना इस सिटयूशेन को… Be honest about your own feelings and emotions. तो अपनी भावनाओं पर काबू रखना है और उस समय..

Calm the situation को शांत बनाने की कोशिश करनी है.. जब लगे कि बात बहुत ज्यादा बढ रही है तो इससे बाह्र निकलने का प्रयास करना चाहिए.. उसी समय press the STOP! Button ऑन कर देना चाहिए..

चलो इस बारे में बाद में बात करेंगें.. आराम से बात करेंगे.. माहौल को हलका बनाने की कोशिश कीजिए… दूरी बना लीजिए कि मुझे एक जरुरी काम याद आ गया.. आप की बात भी सही है हम इस बारें में आराम से बैठ कर बात करेंगें पर अभी मुझे एक बहुत जरुरी काम के लिए जाना है… या फोन करना है.. कोई भी बहाना…

क्या क्या कर सकते है कि

वहां से चले जाए… पर दरवाजा भी भडाम से बंद नहीं करना… कि दूसरे को लगे कि बहुत गुस्सा है…

खुद को रिलेक्स रखने के लिए गाना सुन सकते है.. बाहर वॉक पर जा सकते हैं या टीवी देख सकते हैं…

Apologize ये इसलिए करना है कि हमारे रिश्ते खराब न हो..

चलो छोडो… इस बात को.. खत्म करते हैं..

Disagreements होती है रिश्तों में और होनी भी चाहिए पर अगर ये अच्छे नोट में खत्म हो तो रिश्ते बनें रह सकते हैं…

और जब बात करें अच्छे शांत माहौल में.. सौहार्दपूर्ण

forgive.. दूसरों को बता कर इसने तो ऐसा कहा.. इसने ये किया.. इससे फायदा नहीं.. इससे बात बडती ही जाती है.. हमारा फोकस होना चाहिए कि एक शांत माहौल में स्माईल के साथ खत्म हो..

बहुत समय पहले मेरी भी एक जानकर से बहस हो गई.. वो भी बोलती रही मैं भी बोलती रही.. फिर मैनें महसूस किया कि सब लोग हमारी तरफ ही देख रहे थे.. बहुत महसूस हुआ कि ये क्या किया.. अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट भी खोई और अगर और ज्यादा बहस होती तो शायद हमारी दोस्ती ही हमेशा के लिए खत्म हो जाती… तो बहुत जरुरी है कि इसे बढाया न जाए… बात को समेटने की कोशिश करनी चाहिए… तो इससे पहले की बहुत देर हो जाए…

let’s move on.

 How to Avoid Arguments

 

January 21, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Parents and Smartphones – Parents Addicted to Smartphones – Distracted Parenting

Parents and Smartphones

Parents and Smartphones – Parents Addicted to Smartphones – Distracted Parenting – मोबाइल से ना हुए दूर… तो हो जाओगे बच्चों से दूर – भूख प्यास निकट नही आवे.. मोबाइल जब हाथ में आवे.. ये एक  सच है और एक कड़वा सच ये भी है कि मोबाइल अपनों को अपनों से बहुत दूर कर रहा है..आज मैं बात कर रही हूं उन parents से जो कि बच्चों के सामने मोबाइल का बहुत use करते हैं…

Parents and Smartphones – Parents Addicted to Smartphones –

बहुत parents ये शिकायत करते हैं कि बच्चे बहुत मोबाइल करते हैं पर आप अपने दिल पर हाथ रखिए पूछिए कि आप इसका कितना यूज करते हैं… मैं आपको दो तीन उदाहरण देती हूं जो मैंने देखे हैं और यकीनन इस तरह के उदाहरण आपके साथ भी होते ही होंगे…

कुछ दिन पहले  मैं हमारे dentist friend  के clinic  गई… वहां देखा कि एक मम्मी पापा और 6  साल का बच्चा आया.. mother तो chair पर बैठ गई तो पापा और बेटा एक सोफे पर बैठ गए पापा ने अपना मोबाइल निकाला और बेटे ने अपना और वो वीडियो देखने लगा.. लगभग आधा घंटा से ज्यादा वो अपने में ही लगे रहे… वो लेडी बार बार अपने पति और बच्चे को देख रही थी…पर न पति ने अपनी पत्नी की तरफ देखा कि उसे कैसा लग रहा है दर्द तो नहीं हो रहा और ना ही बच्चे की तरफ की वो क्या वीडियो देख रहा है…

एक बहुत अच्छा मौका था इमोशनली जुड़ने का… अपने बच्चे को समझाने के लिए दाँतों का ख्याल रखना कितना ज़रुरी होता है.. कितनी सारी फोटो थी उस clinic में वो महत्ता समझा सकते थे.. या वो नहीं तो आपस में ही बात कर सकते थे.. जिससे एक अपनेपन का रिश्ता कायम हो सकता था..

एक और उदाहरण बताती हूं एक बच्चा स्कूल से घर आया.. मम्मी अपनी सहेली से कन्धे पर फोन रख कर बात कर रही थी.. ऐसा हमेशा ही होता है मदर ने बच्चे के साथ सारी बाते इशारे से करते रही.. जैसा की यूनिफार्म उधर रखो.. स्कूल बैग से टिफिन निकाल कर दे दो. उसे खाना भी दिया.. पर कोई बात नहीं हुई क्योंकि वो फोन पर बात कर रही थी.. फोन पर बात करना उसे ज्यादा महत्वपूर्ण लगा.. बच्चे ने कितनी सारी बातें शेयर करनी थी… पर मम्मी ने जरुरी नहीं समझा… बच्चे की बात दिल की दिल में रह गई… जाने अंजाने बच्चा दूर हो गया..

अच्छा सिर्फ बात करना ही नहीं selfie  भी एक problem बन चुका है… एक उदारण बच्चा अपनी कॉपी दिखा रहा है कि देखो मुझे आज एक स्टार मिला पर मम्मी का कोई ध्यान नहीं क्योंकि वो अलग अलग एंगल से सैल्फी खिंचने में व्यस्त है उसकी सहेली ने वटस अप पर बहुत अच्छी डीपी लगाई है आज.. उसे उससे भी अच्छी लगानी है अपनी DP… उसे facebook पर भी शेयर करना है ताकि उसे उससे भी ज्यादा comments और likes मिले…. बच्चा पढ़ाई छोड़ कर  कहता है मम्मी खेलने जाऊँ हां जाओ बस.. बच्चा चला जाता है… ये कहानी कोई एक दिन की नहीं है.. हर रोज कुछ ऐसा ही होता है…

ये मैंने बस तीन ही उदाहरण दिए हैं ना जाने कितने अनगिनत उदारण हैं ऐसे और psychologist भी बहुत परेशान हैं क्योंकि ऐसे पेरेंटस की संख्या लगातार बढे जा रही है… जोकि बच्चों को ignore कर रहे हैं…

बच्चों को unimportant feel करवा रहे हैं और ये चीज healthy  parenting के बीच एक दीवार खड़ी कर रही हैं… जो प्यार, दुलार, समय बिताना बाते सुनना बच्चे अपने parents से expect करते हैं तो नहीं हो पा रहा और जिससे बच्चे बहुत गुस्सा, नाराजगी, नेगेटिव, उदास, चिडचिडापन महसूस करने लगे हैं development नहीं होगी उनकी ऐसे

इसका ये मतलब भी नहीं कि फोन का use ही न करें पर जब बहुत ज्यादा जरुरी हो… नहीं तो जब बच्चों को पढ़ा रहे हो, जब घुमाने लाए हो, खाना खा रहे हो या जब आपस में बातें कर रहे हो तो इसे दूर कर दीजिए या एक या दो मिनट बात करके की मैं बाद में करता हूं… जैसे सडको पर बैनर लगे होते है ना वाहन चलाते वक्त मोबाइल का इस्तेमाल न करे.. ऐसे ही घर पर भी बहुत समझदारी से इसे use करना चाहिए…

देखिए इसे बहुत ज्यादा use करने से आपकी सेहत पर तो असर पड ही रहा है उतना ही असर आपके रिश्तों पर भी पड रहा है… तो अगर सुबह की और रात की आखिरी चीज फ़ोन बन चुका है. दिन रात आप स्मार्ट फोन के टच में रहते हैं तो सोशल मीडिया के जरिए अपडेट रहना या न्यूज़ का पता करना मेरी दिनचर्या में शामिल हो चुका है तो इस बात का जरुर ध्यान रखिएगा की बच्चे बहुत दूर होते जा रहे हैं… बजाय टच फोन के बच्चों के टच में रहिए…वो है आपकी असली asset  मोबाइल से ना हुए दूर… तो हो जाओगे बच्चों से दूर 

Parents and Smartphones

January 18, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Make Your Relationship Stronger – पति पत्नी का रिश्ता –

Make Your Relationship Stronger

Make Your Relationship Stronger – पति पत्नी का रिश्ता –     पति पत्नी के रिश्ते में जहां छोटी छोटी बात कई बार बहुत तूल पकड लेती हैं वही छोटी छोटी बातों से इस रिश्ते को सहेज कर भी रखा जा सकता है…

विश्वास नहीं होता न चलिए मैं बताती हूं 7 बहुत छोटी छोटी सी बातें…

Make Your Relationship Stronger – पति पत्नी का रिश्ता –

1एक दूसरे के लिए बातचीत का समय जरुर निकालना चाहिए.. बातचीत यानि बातचीत झगडा नहीं हो उसमे,,

जैसा कि वाईफ पूछे कि आज क्या खास बनाऊ खाने में

या जब पत्नी आफिस से आए तो आपका दिन कैसा रहा.. उनके ऑफिस की बातों में इटर्स्ट लीजिए…

जब बात कर रहे हों तो आई कोंन्टेक्ट बना कर रखना है.. ये नहीं कि वाईफ बात कर रही है और पति मोबाईल कर रहे है और हाँ हूं कर रहे हैं…

या पत्नी टीवी देख रही है और पति की बात पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही..

एक दूसरे की सुनिए

2 कुछ शब्दों का यूज खुल कर करना है… जैसा कि

प्लीज, थंक्स, क्या आपको मेरी मदद की जरुरत है.. क्या मैं आपके हैल्प कर दूं… या जब ऑफिस जा रहे हैं तो अपना ख्याल रखना.. दूर रहते हुए भी टच में रहना

3 एक दूसरे के प्रति बहुत generous यानि उदार रहना है… जैसे शाम को कही जाना है पति जेम की वजह से लेट हो गए बिना वजह जाने वाईफ चिल्ला रही है.. तो थोडा सा संयम रखिए.. या पति ने पत्नी को कुछ काम याद रखने को कहा और वो भूल गई तो कोई बात नहीं.. घर के काम इतने होते हैं मैं भी तो भूल जाता हू.. ऐसे करके बात खत्म की जा सकती है…

4 conflict से बडे आराम से दूर रहा जा सकता है जैसा कि पति और पत्नी दोनो नौकरी करते हैं.. दोनो एक साथ ही आफिस जाते हैं पर अक्सर पति हमेशा तैयार होने में देर लगाते हैं और पत्नी को ऑफिस में सुनना पडता है तो कोई बात नहीं… पत्नी एक कैब बुक कर ले या पूल कार कर लें ताकि वो लेट न हो और पति को भी जल्दबाजी न करनी पडे..

या घर पर बहुत काम रहता है पत्नी इस वजह से तनाव में रहती हैं तो कोई हैल्पर रख लिया कि कम से कम तनाव तो नहीं होगा.. छोटी छोटी बातें आराम से सुलझाई जा सकती हैं 5

5जब conflict होता है ये समझना चाहिए कि ये सामने वाले का ठॉट है या फीलिंग.. जैसे पति के ऑफिस में कोई मीटिंग है और वो तनाव में हैं और किसी बात पर उन्होनें पत्नी को गुस्सा कर दिया.. तो उसे समझ लेना चाहिए कि ये हमेशा तो ऐसा नहीं करते.. आज मीटिंग की वजह से तनाव में हैं तो बात को तूल नहीं देना चाहिए..

6 कुछ समय अपने लिए भी निकालना चाहिए.. जैसे पति आफिस से थके हारे और पत्नी चलो शोपिंग चलो.. कहीं बाहर नहीं जाते हम.. थोदा समय दीजिए.. फ्रेश होने दीजिए… या वाईफ की होवी है पैंटिंग तो उसे पूरा समय दीजिए मजाक नहीं बनाईए कि ये क्या फालतू की चीज है?

7     मिलकर काम करना है जैसे टीम वर्क होता है…एक दूसरे को समझना है ये पति का घर नहीं और न ही पति का घर है ये दोनो का घर है.. ईगो को एक तरफ रख कर एक दूसरे भी भावनाएं समझेंगें तो रिश्ते और मजबूत बनेंगें… हम झुकते है क्योंकि हमें अहमियत पता है रिश्तों की वरना गलत तो कल भी नहीं थे और आज भी नहीं हैं..

Make Your Relationship Stronger – पति पत्नी का रिश्ता –

January 18, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Overcome Depression – डिप्रेशन से बाहर कैसे निकलें – Overcoming Depression –

How to Overcome Depression

How to Overcome Depression – डिप्रेशन से बाहर कैसे निकलें – Overcoming Depression – How to Overcome Anxiety and Depression – डिप्रेशन का शिकार बहुत लोग हैं… WHO की एक report के मुताबिक लगातार इसकी संख्या बढ रही है… एक रिपोर्ट ये भी बताती है कि Depression में महिलाए पुरुषों की तुलना में ज्यादा शिकार है.. जब इतने केसिस देखने में मिल रहे हैं तो इससे बाहर निकलना बहुत ज़रुरी हो जाता है पर बात यही आती है कि कैसे तो मैं आपको कुछ बातें बता रही हूं… जब मैंने इन्हें शेयर किया तो पॉजिटिव रिस्पोंस मिला.. तो कुछ बातें मैं आपसे शेयर कर रही हूं…

 

जब हमे पता लगे कि हम इसके शिकार हैं  और आप खुद को ठीक करना चाहते हैं तो अपनी will power strong, पॉजिटिव सोच  और patience रखनी हैं

देखिए जब तक आप अपनी will power strong नहीं रखेंगे कि मुझे इससे बाहर निकलना ही है… तब तक नहीं निकल पाएगें… बेशक एक दिन में तो ठीक नहीं होगी पर एक दिन तो जरुर ठीक हो ही जाएगी…

तो अब हम शुरु करते हैं कि क्या और कैसे करना है… सबसे पहले कारण देखिए कि किस बात की वजह से आप डिप्रेशन में हैं…

जो बात हमें डीप्रेस कर रही है उससे दूरी बना लीजिए… कुछ समय के लिए उस से ध्यान हटा लीजिए..

लाईफ स्टाईल सुधारना होगा…

और जो आपका अच्छा सर्कल है जैसे कि कोई दोस्त या रिश्तेदार बहुत अच्छा है बहुत केयरिंग है… उससे अपने सम्बंध मजबूत कर लीजिए.. कई बार दिल की बात शेयर करके भी मन हलका हो जाता है…

फिर बात आती है अपने schedule की उसे बहुत बिजी रखना है कि फालतू बातें सोचने का समय ही ना मिले…

बिजी अपनी पसंद के काम में करके रख सकते हैं या फिर कुछ क्रिएटिव करके… जिससे आपका पूरा ध्यान उसी में लगा रहे… अगर समझ नहीं आ रहा तो ये देखिए कि आपकी हॉबी क्या है खाली समय में आपको क्या करना पसंद है जिसे करके आप बहुत रिलेक्स फील करते है.. वो कीजिए… पालतू, लिखना, डांस..

फिर आप generous बनिए.. दयालु बनिए..मन में कोई नाराजगी मत रखिए.. जिसने गलत काम किया उसे माफ कर दीजिए… कि चलो कोई बात नहीं.. खुद को गलती हुई तो माफी मांग लेनी चाहिए…

लोगो की मदद के लिए आगे आएं इसके लिए आप एज ए Volunteer भी काम कर सकते हैं.. जैसे आपको बच्चों को पढाना अच्छा लगता है स्वच्छता का संदेश देना अच्छा लगता है…

Healthy  Habits Develop करनी है जैसा कि अच्छी नींद, अच्छा खानपान, कसरत इन पर पूरा ध्यान देना है..

हमें बाहर निकलना है भीतर ही भीतर नहीं रहना… इसके लिए नेट से भी कुछ समय के लिए दूरी बना कर रखिए…

Positive सोच बहुत जरुरी है… हमारा पॉजिटिवल सर्कल भी बहुत मायने रखता है

अच्छा पहनावा भी बहुत मायने रखता है हम looks पर ध्यान देना है अगर हम presentable दिखेंगे तो हमारा confidence improve होगा…

इन सब के साथ साथ लाईफ का एक गोल भी बना लीजिए कि मैंने इसे एचिव करना है.. और उसी दिशा मे काम कीजिए…

और एक सबसे जरूरी बात कि हार नहीं माननी… आप पॉजिटिव सोच लिए डटे रहिए और फिर देखिएगा रिजल्ट.. फिर भी आपको लगता है कि कुछ सही नहीं हो रह अतो डॉक्टर या काउंसलर की सलाह ले लीजिए.. तो ये तो थी कुछ बातें… वैसे आप क्या सोचते हैं

How to Overcome Depression

January 16, 2019 By Monica Gupta 1 Comment

What Makes You Happy – खुश रहने के लिए क्या करें – What Makes You Happy in Life – Monica Gupta

What Makes You Happy

What Makes You Happy – खुश रहने के लिए क्या करें – What Makes You Happy in Life – Monica Gupta – खुश रहना है तो याद रखें ये बातें… ऐसा कोई भी नहीं दुनिया में जो खुश न रहना चाहता हो… पर कुछ ऐसी बातें हो जाती है जिसकी वजह से वो खुश नहीं रह पाता.. पर कुछ बातें ऐसी भी हैं कि अगर हम उनका ख्याल रखेंगे तो हम खुश रह सकते हैं.. तो क्या है वो बातें… मैं आज आपको 9 बातें बता रही हूं…  

What Makes You Happy – खुश रहने के लिए क्या करें – What Makes You Happy in Life

 

1.गडे मुर्दे नहीं उखाड़े… वो एक बात थी एक कहानी थी.. जिसमें दुख था दर्द था, आसूं थे, नाकामी थी…

चिंता इतनी करनी चाहिए कि काम हो जाए.. इतनी नहीं की काम तमाम हो जाए… तो उसे याद कर करके परेशान नहीं होईए आज में जीए… आज एक प्रेजेंट है…  एक उपहार है..

2. इस चीज पर फोकस मत रखिए कि क्या खो गया इस बात पर ध्यान दीजिए कि आज क्या है हमारे पास…

जो हो गया सो हो गया.. जो खो गया सो खो गया.. जो खोट थी वो गल गई जो शेष है वो स्वर्ण है.. वो आप है…

3.समय को मैंनेज करें-. Time waste नहीं कीजिए..यूटिलाईज कीजिए…जो काम करें वो meaning ful हो, useful हो..

4.खुद को समय दीजिए… खुद को लेकर लापरवाह नहीं होना, अपना ख्याल रखना है और खुद को हर रोज improve करते जाना है.. अन्‍न वैसा मन… हम कहते हैं जैसा तन वैसा मन…

5.जिंदगी में बदलाव आते रहते हैं.. तो बदलाव के लिए तैयार रहें.. उनका स्वागत करें… लकीर के फकीर नहीं बने रहना… नए ideas का स्वागत कीजिए.. हर चीज को जानने के समझने के इच्छुक रहिए..

6.तुलना नहीं करनी.. वो ऐसा उसके पास ये … तो होने दो कोई बात नहीं… तुलना करके हमारा मन ही दुखी होता है तो न तो तुलना करनी और ना ईर्ष्या… जब भी ऐसे विचार आए उसे झटक दीजिए.

एक हम दूसरे पर blame भी बहुत जल्दी लगा देते हैं जबकि खुद जिम्मेदारी लें कि हां ये मैं नहीं कर पाया.. अपनी ego को एक तरफ रख दीजिए…

न बुरा करना है और ना ही किसी का बुरा सोचना है..

7.जो आपकी care करते है आपका ख्याल रखते हैं उनका ख्याल रखे और उनके लिए समय जरुर निकालें..

और नए नए लोगो से जो आपको लगता है कि एक जैसे ही विचार के हैं… like minded हैं.. उनसे मिलें

8.अपनी खुशी को postpone नहीं करे.. जैसा कि एक लड़के की शादी हुई है तो उसकी मम्मी क्या बोलती है कि खुश तो तब हूंगी जब मेरी गोदी में पोता खेलेगा… या एक बच्चा half yearly में first आया है पर मम्मी कहती है कि खुश तो तब हूं गी जब finals  में first आओगे…

9.खुल कर जीए.. दूसरो की मदद करें उन्हें appreciate करें.. और एक चीज जो मैं बताना भूल गई पर आप कभी नहीं भूलना वो है चेहरे पर SMILE

ईश्वर के हर फैसले से खुश रहे.. क्योंकि ईश्वर वो नहीं देता जो हमें अच्छा लगता है बल्कि वो देता है जो हमारे लिए अच्छा होता है

 What Makes You Happy – खुश रहने के लिए क्या करें – What Makes You Happy in Life – Monica Gupta

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