Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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April 2, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Who should Choose Career of a Child – Should Parents Choose Career of a Child – Monica Gupta

Who should Choose Career of a Child

Who should Choose Career of a Child – Should Parents Choose Career of a Child – Role of Parents in Career Choice – कल एक family friend घर आए हुए थे.. उनका बेटा अब 10th class  में हुआ है.. वो पूछ्ने लगे कि बताओ कि क्या बनाना चाहिए बच्चे को.. मैंनें कहा कि ये तो बेटा ही बताएगा कि क्या बनना चाहता है… तो वो बोले की इसे क्या समझ है ??

Who should Choose Career of a Child

ये तो हम पेरेंंट्स या आप जैसे कुछ लोग ही decide करेगें.. वो बोले कि एक हफ्ते दस दिन से इसी काम मे लगे हैं कभी किसी दोस्त के घर तो कभी रिश्तेदार के घर जा जाकर राय ले रहे है कि क्या बनना चाहिए… कोई कह रहा है कि doctor तो कोई कह रहा है सरकारी नौकरी के लिए try करने दो सारी जिंदगी आराम से कटेगी… कोई कह रहा था कि इंजीनियर भी best है.. पैकेज अच्छा मिलता है… इस पर मेरी साफ प्रतिक्रिया थी कि बच्चे से अच्छा और बच्चे से बेहतर आपको कोई नही बता सकता..

 

Role of Parents in Career Choice – 

देखिए बेशक सभी पेरेंंट्स चाहते है कि उनका बच्चा सफल हो खूब आगे बढे पर अपनी बात या लोगो की राय बच्चों पर डालना भी सही नही है… बच्चे को मोटिवेट करना चाहिए अपना career चुनने के लिए… अब बात आती है कि किसलिए बच्चों को चुनने दे उनका करियर …

career का चुनाव उनकी पूरी जिंदगी पर असर डालता है.. जहा बच्चा अपने मन पसंद काम को दिल से करेगा वही जबरदस्ती थोपे गए काम में उसका कोई interest नही होगा और वो पीछे रह जाएगा..

पैसा भी व्यर्थ खर्च होता है.. मान लीजिए एक पिता doctor  है और वो कहता है कि मेरा बेटा भी doctor  बने इतना बडा होस्पिटल खोला हुआ है ये किसके काम आएगा और बेटे ने बनना है पायलट.. उसका कोई रुझान ही नही है… फीस भी दी पैसे भी इतने खर्च हो गए पर हुआ क्या कि वो चुपचाप घर छोड कर भाग गया.. या कोई गलत कदम उठा लेगा.. देकर पैसा खर्च करके डाक्टर बन अभी देंगें पर

Ultimately काम किसने करना है फिर ये सोचिए कि आप बच्चे के करियर का चुनाव तो कर रहे है पर काम तो Ultimately बच्चे ने ही करना है.. डील तो बच्चे ने ही करना है… वो बेमन से करेगा या करेगा ही नही तो क्या होगा.. काम मे गल्तियं निकलेगी .. काम मे कमिया निकलती रहेगी..

जो काम प्रैशर से किया जाएगा क्या वो खुशी देगा.. क्या वो सफल होगा.. उसकी अपनी image धुंधला जाएगी और बच्चों को आगे बढता देख कर उसमे भी कॉम्पलेक्स आ जाएगा और वो stress  मे आ जाएगा..

फिर सोचना चाहिए हम बच्चे में अपनी खासियत होती है… अपनी खूबी होती है कोई मैथस में अच्छा है तो कोई लिखता बहुत अच्छा है किसी को आज की टेकनोलोजी से बहुत लगाव है और उस काम में वो बहुत इंटस्स्ट लेता है…

तो क्या करना चाहिए कि बच्चे को डिक्टेट करने की बजाय उनका पैशन खोजिए वो किस बात मे अच्छे है उनकी क्या ताकत है

और उस मामले में लाईट हाउस बन जाईए.. जो हमेशा guide करता है… रास्ता दिखाता है.. वो जिस दिशा मे जा रहे हैं वो क्या उसके लिए सही है या नही.. वो शेयर कीजिए वो डिसकस कीजिए..

बच्चे में आत्मविश्वास जगाईए उन्हे motivate करिए.. मान लीजिए एक ही बच्चा है और वो बोलता है कि वो navy मे जाना चाहता है तो घर में तनाव का माहौल बन जाता है कि एक ही तो बेटा है कुछ हो गया तो… और पूरी तरह से इमोशनली बलैक मेल कर दिया जाता है.. …

प्रोफेशनल हैल्प लेनी चाहिए… जो लोग इस फील्ड से जुडे हैं उनसे बात करके और पूरे पहलूओ से रुबरु होना चाहिए

और वैसे भी ना आज समय जितनी तेजी से बदल रहा है पता ही नही है कि आगे आने वाले साल में टेकनोलोजी हमे कहा लेकर जाएगी… या आज जो जॉब है कल वो होगी या नही.. आज भी हम देख रहे हैं कि नई नई तरह की जोब आ रही है..

तो बच्चे पर प्रैशर डालने की बजाय ये पूछिए कि वो किस तरह से समाज में contribute  करना चाहता है.. आपके पास सारी सम्भावनाए हैं… फिर उसी दिशा में सार्थक प्रयास करने होगें…

Role of Parents in Career Choice

April 1, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Share Your Thoughts and Feelings – 1 – मुझे कुछ कहना है आपसे – Monica Gupta – Episode 1

Share Your Thoughts and Feelings - 1

Share Your Thoughts and Feelings – 1 – मुझे कुछ कहना है आपसे – Monica Gupta – Episode 1 – आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद कि आप मेरी बनाई वीडियोज यू टयूब पर  देख भी रहें हैंं और पसंद भी कर रहे हैं  और समय समय पर अपने विचार अपनी भावनाएं भी जता रहे हैं .. आज मैं लेकर आई हूं आपके हीी कुछ लिखे कमेंटस.. ये Episode 1 है

Share Your Thoughts and Feelings – 1 – मुझे कुछ कहना है आपसे

 

 

Share Your Thoughts and Feelings – 1

 

 

आप भी अपने विचार लिखते रहिए… आपके कमेंंटस का मुझे इंतजार रहेगा .. जाते जाते एक जरुरी बात कि सबको खुश रखना तो हमारे हाथ में नही पर किसी को दुखी न करें ये तो हमारे हाथ में है… तो कोशिश कीजिए आप किसी को दुखी या परेशान न करें

March 31, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

how to keep your mind sharp – दिमाग तेज कैसे करें – किसी भी उम्र में mind sharp कैसे करें

How to Keep your Mind Sharp

how to keep your mind sharp – दिमाग तेज कैसे करें – किसी भी उम्र में mind sharp कैसे करें – #HealthyLifestyleTipsInHindi – Monica Gupta – http://https://www.youtube.com/@MonicaGupta/ – Motivational Videos in Hindi – किसी भी उम्र में MIND  को SHARP कैसे रखें – कल  एक सहेली घर आई हुई थी. हम आराम से बातें कर रहे थे तभी वो एकदम से उठ कर भागी कि  अरे बाप रे.. मैं घर जा रही हूं शायद गैस बंद करना भूल गई…  ये अक्सर होता है.. ख्याल ही नही रहता… कई बार हमने किसी को मार्किट मे देखा और याद ही नही आता कि वो है कौन.. बात भी की है उससे बहुत बार… फिर डांट भी पडती है कि क्या होता जा रहा है याद ही नही रहता … तो क्या करें कि MIND SHARP  रहे और हमें न भूले..

how to keep your mind sharp – दिमाग तेज कैसे करें – किसी भी उम्र में mind sharp कैसे करें

पहली बात तो ये है कि खुद पर विश्वास रखे..

हम खुद ही कल्पना कर लेते हैं कि हमें तो याद ही नही रहता… खुद ही नेगेटिव बना लेते हैं खुद को खुद ही अंडर एटीमेट कर लेते हैं तो कैसे बात बनेगी… खुद पर विश्वास कीजिए कि नही मैं नही भूलूगी…

 

फिर बात आती है Exercise की…

नियमित रुप से brisk 30-minute घूमना चाहिए .. जैसा आप चाहे जरुरत है कि शरीर में रक्त संचार सही रहे.. अगर रक्त संचार ठीक रहेगा तो दिमाग भी सही से काम करेगा…

कुछ न कुछ नया सीखते रहिए…

खाने में कुछ नई चीज है नई रेसीपी है या नई भाषा है.. कोई नया वादय है इसे सीखते रहिए… इसे सीखने से ये फायदा होगा कि दिमाग की एकसराईज होगी और यही तो हमें चाहिए कि दिमाग की कसरत हो

गेम्स खेल कर भी ब्रेन शार्प रख सकते हैं… इसमें हम वीडियो गेम्स, crossword puzzles या ब्रेन गेम चैस, बहुत सारी चीजे हैं जिसे खेल कर हम अपने ब्रेन को शार्प कर सकते हैं…

जैसा कि हम घडी उल्टी पहन लीजिए फिर समय देखिए कि क्या हुआ है या जब 8 बजकर 20 मिनट होंगे तो सूई कहा कहां होगी…

या हम टूथ ब्रुश अक्सर सीधे हाथ से करते है तो उल्टे हाथ से कीजिए… देखिए कैसे करते है.. कुछ उल्टी पुल्टी चीजे करिए खुद के ब्रेन को एक्टिवेट करने के लिए..

उल्टे हाथ से लिखिए

तनाव नही रखें खुश रहिए क्योकि अगर हम चिंता मे रहेंगें तो दिमाग पर स्ट्र्स होगा. हमारा रक्तचाप बढेगा सोचने की शक्ति कम होती जाएगी brain.

Challenge दीजिए अपनी memory को

सोचिए और याद कीजिए… कि आपके फलां रिश्तेदार की शादी कब हुई थी आपकी सहेली का जन्मदिन कब है.. इसे जहन में रखिए.. मान लीजिए मुझे याद नही और मैं अपनी फैमली में पूछ लेती हूं और मुझे पता चल जाता है जबकि खुद को चैलेंज किजिए.. याद करने की कोशिश कीजिए.. दिमाग पर जोर डालिए..

Short- and Long-Term Memory को याद कीजिए.. जैसाकि पिछ्ले साल फरवरी में क्या हुआ था और कल मैंनें क्या खाया था.. कल किस से फोन पर बात हुई थी.. कुछ भी पर इस तरह की बातें याद कीजिए.. किसी भी तरह से ब्रेन पर जोर डालना है.

Senses का इस्तेमाल कीजिए.. एक स्टडी में ये बताया गया कि कुछ लोगो को अलग अलग फोटोज दिखाई और हर फोटो के साथ कोई न कोई smell थी.. कोई खूश्बू तो कोई अलग तरह की महक.. ऐसी महक जिससे हम परिचित हों… फिर बाद में उन्हे सिर्फ smell सुंधाई गई और पूछा गया कि इस smell के साथ कौन सी तस्वीर देखी थी… कुछ अलग अलग चैलेंज हैं जिनसे ब्रेन शार्प किया जा सकता है…

अच्छी आदते अपना कर भी ब्रेन शार्प रखा जा सकता है..

good habits नशे से दूर कर भी ब्रेन को शार्प रखा जा सकता है. सिग्रेट या शराब का नशा की दिमाग को सुस्त कर देता है तो अगर इनकी आदत है तो इससे दूर रहना चाहिए

अच्छी नींद भी ब्रेन को शार्प बनाती है…

अच्छी नींद भी बहुत जरुरी होती है नींद पूरी न होना सारा दिन थकावट रहना भी दिमाग को

सोशली एक्टिव रहना भी ब्रेन को शार्प बनाता है.. हम लोगो से मिलेगें जुलेगें तो ब्रेन एक्टिवेट होता है वही अपने आप मे ही रहेगें चुपचाप रहेंगें तो ब्रेन मे हलचल नही होगी…

बार बार किसी बात को दोहराना भी ब्रेन शार्प बनाता है

जैसा कि हम कोई सीरियल देखते हैं उसके म्यूजिक से पता चल जाता है कि कौन सा सीरियल है.. न्यूज चैनल का म्यूजिक है… बार बार देखएगें या सुनेगें तो भी बहुत फर्क पडता है और लम्बे समय तक बात याद रहती है..

लिखने की आदत भी इसमे बहुत मददगार होती है… हम किसी बात को लिख लेते हैं फिर उसके बहुत कम चांस होते हैं भूलने को या फिर बोल कर भी किसी चीज को याद किया जा सकता है.. Keeping your mind active by reading, writing or doing helps boost brain health as well.

और फिर बात आती है

अच्छी डाईट की.. खाना अच्छा ताजा हरी सब्जी, फल दाके फाईबर लेगें तो ब्रेन शार्प रहेगा वही तला भुन आहुर फैटी खाना बहुत नुकसान देता है..

Monitor your self talk. खुद को Monitor करते रहिए.. जहां लगे कि हमसे नही होगा या हम भूलते जा रहे हैं इस नेगेटिव विचार को हटा दीजिए positive  सोचिए और किसी क्रिएटिव काम में खुद को बिजी कर लीजिए…

और अगर फिर भी लग रहा है कि कोई फर्क नही हो रहा फिर जरुर Treatment करवाना चाहिए

how to keep your mind sharp – दिमाग तेज कैसे करें – किसी भी उम्र में mind sharp कैसे करें

March 30, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Make Time for Yourself as a Parent – Smart Parents कैसे बनें – खुद के लिए समय निकालें

Make Time for Yourself as a Parent

Make Time for Yourself as a Parent – Smart Parents कैसे बनें – खुद के लिए समय निकालें – Parents smart कैसे बनें  इसके लिए points तो बहुत सारे हैं पर मैंं आज एक ही point ले रही हूं और वो है कि Smart Parents  बनने के लिए जरुरी है कि अपने लिए समय निकाले..

Make Time for Yourself as a Parent – Smart Parents कैसे बनें – खुद के लिए समय निकालें

अपनी बात कहने से पहले मैं आपको कल का एक उदाहरण बताती हूं बहुत दिनों बाद एक सहेली मार्किट मे मिली… मैंने पूछा कि कहां हो आजकल तो वो बोली दो महीने से बच्चों के साथ busy हूं पहले एक बेटे के final exams थे अगले महीने से दूसरे के हैं बस उन्ही के साथ बिजी हूंं और कहती हुई चली गई पर मैंने उसको ध्यान से देखा कि वो बहुत ज्यादा strsss  मे लग रही थी मानो उसी के exams  हो….. ये बात सिर्फ एक माता पिता की नही है..

 

हम मे से बहुत ऐसे हैं… बहुत ख्याल रखते हैं बच्चों का और रखना भी चाहिए पर अपना ध्यान रखना भी तो बहुत जरुरी है… पर अपने लिए समय… उसका क्या ??

देखिए, दिन भर कभी न खत्म होने वाले काम चलते ही रहते है.. पहले सुबह बच्चों को ऊठाओ फिर खाना फिर स्कूल भेजो फिर लंच की तैयारी फिर बच्चे जब लौट कर आए तो उनका होमवर्क, उनको समय देना और जब एग्जाम चल रहे हो या शुरु होने वाले हो फिर टयूशन लेकर जाना.. सारा समय टाईम बाउंड  होता है.. घर में दो बच्चे है तो काम दुगुना और अगर कोई छोटा बच्चा है फिर तो दिन रात एक बराबर होते हैं.. घर का काम तो खत्म होने को आता ही नही…

तो इसी कभी ना खत्म होने वाले समय मे से समय निकालना चाहिए… वो इसलिए कि खुद ही चेयर्फुल्ल नही होंगें तो बच्चों का ख्याल कैसे रहेंगें. खुद ही सारा दिन स्ट्रेस में रहेंगें तो बच्चों को भी वही देंगें

तो कैसे समय निकाले इसके लिए सबसे पहले होना चाहिए..

मी टाईम… मेरे लिए समय.. I – My – Me

हम पेरेंट्स के मन मे हमेशा एक बात रहती है कि हमें अच्छे पेरेंट्स  बनना है और बच्चा जब भी कोई डिमांड करे उसी समय पूरा करना है जबकि न कहना सीखना होगा..

मान लीजिए एक मम्मी बहुत थकी हुई है आराम कर रही है छोटा बेटा बोलता है खेलो मेरे साथ तो तुरंत उठ गई कि बच्चे को नाराज नही करना.. या मार्किट से ये सामान ले कर आओ.. बच्चा ये नही देख रहा कि घर के काम करके मम्मी भी थक गई है.. या पापा सुबह के आफिस गए हुए देर शाम घर आते है तो बच्चे जिद पकड लेते है कि मार्किट चलो किताब लेनी है… तो ऐसे में आप नही कहना सीखिए.. अभी नही थोडी देर में चलेगें या कल चलेंगें… ऐसे अपनी बात रखिए..

अपने आपको सोशल रखिए..

अक्सर पेरेंट्स बच्चों के साथ इतने इन्वोल्व हो जाते हैं कि सोशली एक्टिव नही रह पाते.. बाहर आना  जाना दोस्तों से मिलना जुलना सब बंद.. तो आप समय निकालिए जो भी समय मिलता है आधा घंटा या बीस मिनट, खबरे भी देखिए, अखबार भी पढिए और आस पडोस से भी जुडे रहिए भले ही फोन के या वटसअप के जरिए…

वो समय सिर्फ आपका समय हो..

जैसाकि आपने योगा करनी है अपनी पसंद का गाना सुनना है, कुछ समय लगा कर नहाना है या नींद लेनी है..  कुछ भी ऐसा करना है जो आपको शांति दे ताकि दिन भर के लिए आप चार्ज हो जाएं रि फ्रेश हो जाएं..

हमें सभी बनाना चाहते हैं रोल मॉडल ..

वो कैसे बनेंगें थके थके , चिडचिडे पेरेंट्स रोल मॉडल कभी नही बन सकते.. कभी कही दर्द कभी कोई दिक्कत.. अगर अपने लिए समय निकालेगें तो ये चीजे फेस नही करनी पडेगी…

कब करना है ये आपके उपर है या तो आप सुबह सवेरे कर सकते हैं या दिन में जब बच्चे स्कूल जाए या रात को जब बच्चे सो जाएं.. कभी भी समय निकालना है पर निकालना जरुर है..

इसी के साथ साथ अपना ध्यान भी रखना है कैसे रखना है ये मैं अगली वीडियो में बताऊंगी.. वैसे इसले इलावा भी पेरेंटिंग पर वीडियोज बनाई हुई हैं उनकी प्ले लिस्ट का लिंक नीचे दिया हुआ है वो भी जरुर देखिएगा…

Make Time for Yourself as a Parent – Smart Parents कैसे बनें – खुद के लिए समय निकालें

March 29, 2018 By Monica Gupta 1 Comment

If someone Hurts You – कोई दिल दुखाए तो क्या करें – What to Do when someone Hurts You

If someone Hurts You

If someone Hurts You – कोई दिल दुखाए तो क्या करें – What to Do when someone Hurts You – क्या करें जब कोई हमारा दिल दुखाए –  अपने आप को कैसे सुधारें – कल एक जानकार घर आई हुई थीं और बहुत परेशान थी कि वो joint family मे रहते हैं और सास जरा भी अच्छी नही है बात बात पर नुक्स निकालती है… वो लोग सही हैं जिनकी single family होती है.. मेरा ये मानना है कि चाहे सिंगल फैमली हो या ज्वाईट फैमली… ये अपनी नेचर पर है कि हम चीजो को कैसे देखते हैं मैंने उससे पूछा तो क्या जो लोग single  रहते हैं उनकी तो कभी लडाई होती ही नही होगी… वो बोली कि नही होती तो उनकी भी है… दूसरे पर blame लगाना बहुत आसान होता है…

If someone Hurts You – कोई दिल दुखाए तो क्या करें –

तो ये अपनी adjustment पर है… हमारे नजरिए पर है…

मैंने उससे कुछ बातें share की वही आपसे भी कर रही हूं

 

सबसे पहले तो समझदारी से काम लेना चाहिए…

बात करते करते मैं उठी और मैने पंखा बंद कर दिया तो वो बोली अरे .. आपने पंखा बंद किसलिए कर दिया बहुत गरमी है… मैंने कहा कि हमारे पास दो ऑप्शन है पहली तो ये कि चलो चलो गरमी को कोसते है उसे दोष देते है.. बहुत गंदी है पता नही किसलिए आई है तू या फिर हम पंखा चला लेते हैं यानि adjust कर लेते हैं कि गर्मी तो है पर उसे कोस कर कोई फायदा नही होगा चलो पंखा चला कर गर्मी कम कर लेते हैं… क्या करना चाहिए.. वो बोली की पंखा ही चला लेना चाहिए यानि कि हमने adjust कर दिया… तो हमारी प्रोब्लम भी solve हो गई … तो इसे दूसरी भाषा में बोलते हैं समझदारी…तो समझदारी से काम लेना चाहिए…

अलग अलग nature होती है..

फिर ये सोचना है कि दुनिया में सभी लोग अलग अलग नेचर के हैं जो जिसके पास होता है वो वही देता है… एक परिवार के बच्चों के भी अलग स्वभाव होते हैं.. मैंने उदाहरण दिया कि

एक आदमी एक जगह नया नया घर लिया.. सुबह सुबह उसके पडोसी घर के आगे कूडा डाल गए.. उसने देख लिया…  अगले दिन वो अपने पडोसी के घर गया पडोसी ने बाहर झांका और सोचा कि ये जरुर लडने आया होगा… उन्होने उसी सोच से दरवाजा खोला तो वो आदमी हाथ में फल लिए खडा था… उसने बोला मेरे बाग में ये फल लगे थे तो सोचा ये आपके लिए…… उन्हें इतनी शर्म आई और उनकी सोच बदल गई…  तो नेचर अलग अलग होती है पर हम उसे किस ढंग से लेते हैं ये हमारे ऊपर है..

हमेशा situation परिस्थिति का सामना करने के लिए खुद को तैयार रखें- सामना करने का मतलब

कैसे कि बात बढाए नही..

जैसा सास ने या ननद ने कहा कि भाभी तुम तो जरा भी सुंदर नही.. तो बहू बोलेगी अपना पल्लू खोस कर और आक्रमक होते हुए और तू क्या हूर की परी समझती है.. खुद को देख तेरी नाक कितनी मोटी है… यानि जो ननद ने कहा बहू ने मान लिया और उसी हिसाब से फिर क्या होगा कि बात बढेगी… तो ऐसे prepare करना है कि react नही करना.. eassy …

REmote नही बनना कि किसी ने गुस्सा दिलाया तो हमे गुस्सा आ गया.. बहस नही करनी .. रिएक्ट नही करना… या तो विषय बदल दीजिए या चुपचाप वहां खडे रहिए वहा से चले जाईए..

खुद को मजबूत बनाना है… अपनी सहन शक्ति बनाने रखनी है… कई बार situation को स्वीकार कर लेना चाहिए और ये सोचना चाहिए कि समय सदा एक सा नही रहता.. समय जरुर बदलेगा.. अगर हम धैर्य से काम लेंगें तो एक न एक दिन सब ठीक हो जाएगा…

कभी give up नही करना… और पता है एक अच्छी बात क्या हुई जो मेरी जानकार घर आई हुई थी उसने बोला कि वो भी हार नही मानेगी और अब सामना करेगी… खुद भी बदलाव लाएगी… !!

मुझे क्या…
तुम्हे क्या…
हमें क्या…
यही करते करते बस रिश्ते
खत्म हो जाते हैं

If someone Hurts You – कोई दिल दुखाए तो क्या करें – What to Do when someone Hurts You

March 27, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Keep Kids Busy in Vacations – बच्चों को छुट्टियों में व्यस्त कैसे रखें

How to Keep Kids Busy in Vacations

How to Keep Kids Busy in Vacations – बच्चों को छुट्टियों में व्यस्त कैसे रखें – Parenting Videos in Hindi – टन टन टन जब स्कूल की छुट्टी होती है तो घंटी की आवाज बहुत ही प्यारी लगती है कि भागो घर… और जब पता चले कि हमारी छुट्टियांं दस दिन बीस दिन या महीने से ज्यादा की हैं फिर तो बच्चों का खुशी का कोई ठिकाना नही रहता…

How to Keep Kids Busy in Vacations – बच्चों को छुट्टियों में व्यस्त कैसे रखें

बहुत बच्चों की छुट्टियांं शुरु हो गई हैं और parents  के सामने एक बहुत बडी समस्या की क्या करे.. क्योकि बच्चे बहुत जल्दी बोर हो जाते हैं क्या करें और ऐसे मे वो जब बार बार parents से पूछ्ते हैं तो उनको भी गुस्सा आ जाता है.. तो गुस्से को रखिए एक तरफ और सुनिए कि आप Kids को holidays में busy कैसे रख सकते हैं बच्चे क्या करें कि entertain भी हों और creative भी बनें..

पहली बात तो ये कि छुट्टियों को याद्गार बनाना है.. बच्चों को बार बार टोकना नही है बार बार कमरा फैला है.. जल्दी उठो नाश्ता करो…

इससे अच्छा है कि बच्चों को पास बैठा कर टाईम plan कर लीजिए कि सुबह इतने बजे उठना है.. इतने बजे नाश्ता लेना है.. इतने बजे खेलने जाना है.. उससे पेरेंटस को भी टेंशन नही रहेगी और बच्चे भी खुश रहेंगें…

बहुत बच्चे नई क्लास में जाएगें तो उन्हें नही पता कि नया सिलेबस क्या होगा तो आप जो आस पास बच्चे हैं और जो उसके सीनियर हैं तो आप उनकी किताबे या नोट बुक ला कर बच्चे में interest creat  कर सकती हैं… बहुत अच्छा लगता है कि पहले दिन हम स्कूल जाए और हमे पहला lesson आता हो… टीचर पर बहुत अच्छा एम्प्रेशन पडता है.. तो थोडी देर पढाई के लिए समय निकालने के लिए बोलना है…

एक चीज हम और भी कर सकते हैं कि जिस subject  में बच्चा कमजोर है उसमे हर रोज आधा घंटा समय लगाने को बोलना है… उससे उसमे बहुत improvement होगी

बच्चों को busy रखने के लिए बच्चों को बोलिए कि games बनाए.. Funny और मजेदार.. जिससे टाईम भी पास हो जाए और मौज मस्ती भी हो जाए.. जैसे Dumb Charades होता है वो  हमारी  imagination को बहुत  improve करता है कुछ ब्रेन गेम्स तो मैंने बताए हैं अपनी कुछ वीडियोज में लिंक दे रही हूं वो भी देखिएगा पर उसी कुछ बच्चे अपनी सोच से गेम्स बनाएं..

जैसा कि टीवी रेडियो, सिनेमा और वीडियो में अलग क्या है..

या अनार, अमरुद, अंगूर, आम में अलग क्या है..

सोचने दीजिए और उन्हें इसकी फोटो भी दिखाईए… इससे खेल खेल में बच्चों की बहुत नॉलिज गेन होगी ..

या कुछ ऐसा भी कर सकते हैं कि mistake बताओ क्या है.. 1 से 10 तक लिखा है

मान लीजिए एक study table  है उस पर कम्प्यूटर है फोन है टेबल कैलेंडर है उस पर तारीख है 31 april तो बच्चे को पूछिए कि कुछ बात गलत है इसमे वो क्या है..

ऐसे बहुत सारे गेम्स है खुद भी बना सकते हैं..

फिर बात आती है बच्चे की हॉबी पहचानिए और उसे उसमे समय लगाने दीजिए मान लीजिए उसे गिटार का शौक है, गामे का शौक है डांस का लिखने का शौक है… लिखने का है उसे वो करने दीजिए.. ये छुट्टिया हमारे पास बहुत अच्छा मौका होती है कुछ नया एक्स्प्लोर करने के लिए..

आर्ट और क्राफ्ट मे भी बच्चों को बिजी रख सकते हैं..

ओरेगामी होती है पेपर से बनाना सीखाते हैं.. टेबल प्लेन बोट, पॉकेट वाली बोट, family tree भी बना सकते हैं..

या फिर shadow से भी बहुत कुछ बना सकते है.. दीवार का ऐसा कोना चुनना है जहां परछाई आती हो फिर अलग अलग हाथ की मुद्रा से अलग अलग जानवर बना सकते है.. बहुत मजेदार होता है और बच्चा सीख कर दूसरो पर भी इंप्रेशन डाल सकता है..

अपना रुम अपनी अलमारी भी साफ करने को बोल सकते हैं.. देखिए बच्चे नई क्लास में जाते हैं तो सब कुछ नया आता है नया स्कूल बैग, नया टिफिन, नई बॉटल… नई किताबें.. तो बच्चों को बोल सकते हैं कि अपनी पुरानी किताबें बाहर निकालो और नई के लिए जगह बनाओ और पुरानी किताबे किसी को दे दो… जिसके काम आ जाए… ऐसे ही पुराने खिलाने भी, जो खराब हो गए जो खेलते नही बच्चे कि इसे भी किसी को दे दो हम नए लाएगें.. नए के चक्कर में बच्चे ठीक भी कर देते हैं..

फिर बच्चों का शौक गार्डनिग में कि हर रोज पौधो को पानी देना है.. चिडिया के लिए पानी दाना रखना है..

बच्चे का अगर interest है तो उसे बोलिए कि फोटो क्लिक कीजिए.. नेचर की, और उस पर कुछ भी लिखिए.. चार लाईने.. या वीडियो बनाईए .. हमें क्रिएटिव बनाना है बच्चों को सुस्त आलसी नही बनने देना..

बाहर धूमने का प्लान बनाई और अगर  नही जा सकते तो उदास होने की कोई जरुरत नही.. आप जहां रहते हैं वही नई नई जगह पर जाईए.. गार्डन में पिकनिक प्लान कीजिए… कोई फार्म हाऊस है.. पार्क है.. मंदिर है… बच्चों को दिखाईए..

पेरेंटस कहानी भी सुना सकते हैं प्रेरक मोटिवेशनल कहानी जिससे बच्चे में आत्मविश्वास आए..

किचन में भी थोडी बहुत help ले सकते हैं या जैसे ये चीज कैसे बनती है सीखा सकते है…

और सबसे ज्यादा जरुरी.. बच्चों को खूब खेलने दीजिए.. ये उनकी ग्रोथ का टाईम है.. सारा समय टीवी या मोबाइल में वेस्ट मत होने दीजिए.. टीवी भी देखने दीजिए पर बहुत ज्यादा नही… मोबाईल पर गेम्स भी खेलने दीजिए पर बहुत ज्यादा नही..

दोस्तो के साथ मिलकर अलग अलग कॉपीटिशन करवाई.. और खूब क्रिएटिव बनाईए और छुट्टियों को यादगार बनाईए..

बाते तो और भी बहुत सारी हैं पर फिलहाल इतना ही…

 How to Keep Kids Busy in Vacations – बच्चों को छुट्टियों में व्यस्त कैसे रखें 

 

 

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