Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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October 23, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Maintain Your Dignity as a Woman – महिलाएं ध्यान दें – महिलाएं कैसे रखें अपनी गरिमा का ध्यान

How to Maintain Your Dignity as a Woman

How to Maintain Your Dignity as a Woman – महिलाएं ध्यान दें – महिलाएं कैसे रखें अपनी गरिमा का ध्यान – अपनी गरिमा dignity कैसे बनाएं रखें ladies ?? क्या महिलाओ को अपना आत्मसम्मान या dignity  बनाए रखना जरुरी है ?? अगर आपका जवाब हां है तो क्यों नही बनाए रखती अपनी गरिमा महिलाएं… ?? एक बहुत बडा ???

How to Maintain Your Dignity as a Woman – महिलाएं ध्यान दें

कल मार्किट में तीन चार लडकियां स्टाल पर कुछ खा रही थी एक किनारे पर कुछ लडके खडे देख रहे थे और वो लडकियां उन्हें खूब खुश हो रही थी देखने से साफ लग रहा था कि लडकियों को अच्छा लग रहा है कि लडके उन्हें देख रहे हैं और वो जानबूझ कर वहां समय लगा रही थीं..

 

ऐसा नही है कि ये बात हम आम जिंदगी में देखते हैं नेट पर भी बहुत लडकियां और महिलाएं भी कुछ हद से ज्यादा बढ जाती है.. किसी अंजान ने मैसेज करके तारीफ क्या कर दी कि आप बहुत खूबसूरत हैं या हर रोज  good morning , good night करते हैं तो उन्हें लगने लगता है कि पता नही क्या मिल गया..

उनकी बातों का सिलसिला चल पडता है और कई बार सारी limit cross कर देते हैं यानि बहुत ऐसी बातें जो नही बोली जानी चाहिए बोल देती है और फिर बहुत तरह की problem face करनी पडती है तो इसके लिए जरुरी है एक गरिमा dignity, बनाएं रखने की कि कोई इतना भी हलके में न ले… फायदा न उठा ले..  इतनी भी  लिफ्ट नही देनी…

तो 7 बातों का ख्याल रखना चाहिए महिलाओं को  ..

1. अपनी फ्रीडम का नाजायज फायदा न उठाए …

मान लिया आज हम महिलाओं को बहुत स्वतंत्रता मिली हुई है… उसका नाजायज फायदा भी नही उठाना चाहिए… अपनी लिमिट कभी क्रास नही करनी चाहिए… सोशल मीडिया में भी अंजाने लोगों से बहुत बातें करना बहुत कुछ शेयर करना और फिर बाद में पछताना.. या शराब पीना देर रात पार्टी से घर लौटना, इसलिए अपने लिए एक रेखा जरुर खींच लेनी चाहिए और उसी दायरे में रहना चाहिए ये बात.. कुछ आपकी प्रशंसा कर रहा है या आपकी बुराई कर रहा है उनके प्रति बिल्कुल उदासीन रहिए…

2. हमेशा जागरुक रहें…

1बात घर की हो या बाहर की .. हमेशा खुद को जागरुक बनाएं रखें. हमारे आस पास क्या हो रहा है इस बात के लिए हमेशा जागरुक रहना चाहिए

2 ये कि अपने अप को हमेशा अप टू डेट रखिए समाज में क्या हो रहा है .. क्या नही.. किन बातों पर ध्यान देने की जरुरत है… बोल्ड रहना है … जो डर गया वो मर गया

 3. Body language पर ध्यान Mind your language

हमारी बॉडी लेगवेज,  बातचीत का तरीका भी बहुत शालीन होना चाहिए… अगर किसी की बात पसंद नही आई तो बजाय बहस करने के शालीनता से वहां से कुछ कह कर हट जाईए… पहनावा भी बहुत ग्रेसफुल हो… आप पर सूट करे… मजाक न बनें अपनी डीसेंसी मैंनेट्न रखनी चाहिए सभ्य रहना चाहिए ..

4. आत्मविश्वास बनाएं रखें

dignity हमेशा बनी रहे उसके लिए जरुरी है पॉजीटिव सोच लिए हमेशा आत्मविश्वास बनाएं रखें.. अपना हर काम ईमानदारी से करते रहना है इसलिए किसी के आगे झुकने की जरुरत नही… कई बार हम बहुत जल्दी हथियार डाल देते हैं जबकि अपना मनोबल और आत्मविश्वास कभी कम नही होने देना… जहां आत्मविश्वास हटा वही कमजोर हो जाएगी और फिर वो कुछ भी कर देंगी जो नही करना चाहिए था इसलिए आत्मविश्वास को कभी डगमगाने न दें

5.फिट रहना बहुत जरुरी है

फिट रहना इसलिए जरुरी है कि अगर आप फिट नही होगी तो आप सुस्त रहेगी, आलसी रहेगी और अगर फिट रहेंगी तो एक्टिब्व रहेगी … एक्टिव रहेगी तो बहुत कुछ एचीव कर सकती हैं इसलिए फिट रखना बहुत जरुरी है.. अपनी डाईट हैल्दी रखनी होगी.

6. सेल्फ डिफेंस … अपनी रक्षा करना भी आना चाहिए अगर आप वर्किंग हैं या नॉन वर्किंग … दोनो सूरतों में आपको आत्मरक्षा करनी चाहिए चाहिए  ताकि किसी भी situation का सामना कर पाएं

7.  अपनी वेल्यू बना कर रखनी है

मान लीजिए आपने नौकरी के लिए एप्लाई किया हुआ है और जिन्होनें नौकरी देनी हैं वो नौकरी की बात पर तो आना कानी करते हैं पर आपको लगातार मैसेज भी भेजते हैं और आप भी हर मैसेज का जवाब देती हैं क्योकि आपको नौकरी चाहिए … ऐसे में मान लेना चाहिए कि उनकी मंशा नही है… कुछ और ही मंशा है… तो अपनी वेल्यू बना कर रखनी होगी..

एक बात ध्यान रखिए की आप कमजोर नही है… कमजोर नही हैं … कमजोर नही हैं … जरुरत है कि बस अपनी गरिमा अपना आत्मसम्मान dignity बना कर रखनी है..

How to Maintain Your Dignity as a Woman – महिलाएं ध्यान दें – महिलाएं कैसे रखें अपनी गरिमा का ध्यान

October 22, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

How To Save Money As A Kid – छोटे बच्चों को जरूर सिखाएं – बचत की आदत

How To Save Money As A Kid

How To Save Money As A Kid – छोटे बच्चों को जरूर सिखाएं – बचत की आदत –  बच्चों को जरूर सिखाएं मनी सेविंग – Teaching kids the importance of saving money – बच्चों को पैसे की वेल्यू समझानी चाहिए…

How To Save Money As A Kid – छोटे बच्चों को जरूर सिखाएं

हमारे देश में खूब सारे त्योहार मनाए जाते हैं और त्योहार हो तो कुछ न कुछ जरुर मिलता है और अगर त्योहार न भी हो जब भी घर में कोई रिश्तेदार आएं तो बच्चों को कुछ न कुछ जरुर देकर जाते हैं … ज्यादातर सामान लाते हैं पर कई बार पैसे भी दे जाते हैं और वो पैसा जाता है मम्मी के पास … तो अब माता पिता  को चाहिए कि बच्चों को बचत करने की आदत डलवाएं..  ताकि जो देकर गए हैं उसका अलग से हिसाब किताब चलता रहे… इसी बहाने बच्चों को इसकी वेल्यू समझानी चाहिए.

बचत भी करनी चाहिए और खर्च भी सोच समझ कर करना चाहिए

तो कैसे करें शुरुआत

बच्चों को बचत की आदत के 9 टिप्स…  

1.पॉकेटमनी जरुर दें… अक्सर हम बच्चे को पाकेट मनी देते हैं जरुर देना चाहिए और ये भी बताईए कि आप लिख लीजिए कि आपको इतने पैसे दिए हैं और हिसाब रखिए कि कितने पैसे किस किस में खर्च किए… ताकि हिसाब किताब की फीलिंग आए

2. गुल्लक दें

बच्चों के घर जब मेहमान आते हैं तो बच्चों को कुछ न कुछ जरुर देकर जाते हैं और वो सब जाता है मम्मी के पर्स में … इसलिए जरुरी है कि    बच्चे की piggy bank हो और उसमे सारा जमा करते रहें इसलिए गुल्लक तो होनी ही चाहिए.. जरुरत के समय जमा किया पैसा कितना काम आता है बच्चे को जरुर सीखाएं और Track भी रखें

3.बच्चे को शापिंग के लिए जरुर भेजे

समझाने के लिए शापिंग जरुर भेजें ताकि बच्चे में समझ आए… कई बार ऐसा भी होगा कि वो महंगी चीज ले आया या कई बार पैसे का हिसाब सही नही किया या कभी गिर गए, गुम हो गए पैसे … हर सूरत में वो जरुर सीखता है इसलिए शापिंग की आदत जरुर डालिए ..छोटी मोटी खरीददारी करने जरुर भेजिए…

  1. बैंक में एकाऊंट खुलवाएं… बैंक ले कर जाएं और बताए …

ऐसे में कई बार बैंक में भी एकाऊंट खुलवाना सही रहता है बच्चे को लेकर जाए और बताए कि किस तरह से होता है और घर पर भी आदत डालिए कि बचत करने के क्या फायदे हैं अगर 100 मम्मी के पास जमा करोगें तो हर महीने 10 रुपये उसमे जुड जाएगें … ऐसा करके बच्चे में इंटर्स्ट पैदा कीजिए

  1. Wish List बनाईए

बच्चों का जरुरत है उस बात की लिस्ट बनाने दीजिए और जैसे जैसे पैसे जमा होते रहें या अपने कुछ पैसे मिलाकर उनकी चीजे खरीदाएंगें तो उन्हें बहुत अच्छा लगेगा..

6. Share करना भी सिखाएं –  saving, investing and donating

सिर्फ जमा करना या खर्च करना ही नही उसे शेयर करना या कभी कभी दान देना charity भी सिखाएं.. अगर किसी को जरुरत है तो उसे देना भी सिखाएं कि पैसे से मदद भी करनी चाहिए…

7. खुद भी उदाहरण बनिए..

अगर हम बच्चों को पैसे की वेल्यू समझाते हैं तो हमे खुद भी उदाहरण बनना होगा … हम लोगो से उधार मांग रहे हैं और पैसा फाल्तू में खर्च कर रहे हैं तो बच्चा नही सीखेगा .. तो उसे सीखनए के लिए खुद भी उदहरण बनाना  होगा

  1. अलग अलग तरीकों द्वारा सिखाएं

बच्चों में बचत की आदत बनें पर वो कंजूस भी न बनें और जरुर पडने पर किसी को दान में भी दे .. इस बारे मे बताने के लिए बहुत सारी कहानियां हैं बच्चों को उनका उदाहरण देकर समझाया जा सकता है… बच्चों के साथ मोनोपली, गेम ऑफ लाइफ जैसे गेम्स खेलें। अपना कोई उदाहरण दीजिए कि मुझे जरुरत थी और मैंनें ऐसा किया बचपन में ..

9 बचत करने के लिए इनाम दें

बच्चों को इनाम दें। बचत की राशि महत्वपूर्ण नहीं होती। बल्कि बचत की आदत स्वभाव में होना बहुत महत्वपूर्ण है। बच्चों को थोड़ी थोड़ी राशि की बचत की आदत नियमित तौर पर लगाने से उन्हें उनकी आगे की ज़िंदगी में बहुत लाभ होता है अगर बच्चा बचत करता है तो उसे कुछ राशि भी जरुर दीजिए ताकि मनोबल बढें ..

October 21, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Deal with Siblings Fighting – बच्चों के लड़ाई झगड़ों को कैसे काबू करें – छोटे बच्चों को कैसे समझाएं

How to Deal with Siblings Fighting

How to Deal with Siblings Fighting – बच्चों के लड़ाई झगड़ों को कैसे काबू करें – छोटे बच्चों को कैसे समझाएं – How to Deal with Siblings Fighting – Stop Siblings from Fighting Sibling Relationships – Parenting Tips in Hindi – Motivational Videos in Hindi – बच्चों के लड़ाई झगड़ों को कैसे control करें –  Siblings Fighting

 

Smart Parenting Tips  बच्चों की परवरिश कैसे करें – परवरिश के तरीके – स्मार्ट पेरेंटिंग बच्चों को कैसे सिखाएं अच्छी आदतें – छोटे बच्चों को कैसे समझाएं

डिशूम डिशूम करें बच्चों के साथ भिड जाना चाहिए या…

आप बताईए क्या कहते हैं … जब बच्चे लड़ाई करें झगड़े तो समझाना चाहिए .. पर कैसे देखिए 9  बाते हैं …

1.बचपन से प्यार की भावना डालें

सबसे पहले तो मान लीजिए एक महिला के एक बच्चा है और एक आने वाला है यानि वो प्रेग्नेंट pregnant हैं तो शुरु से अपने बच्चे को होने वाले बच्चे के बारे में बताना चाहिए कि आपका भाई या बहन आ रहा है … अब तो आप बडे हो जाओगें .. उसका ख्याल रखना है और खूब प्यार देना है … जब कमरा शेयर करने की बात हो नन्न्हें मेहमान का सामान आए तो अपने बच्चे से ही पूछिए कि कहा सामान रखें क्या सैटिंग करे … अगर हम उसका पलंग दूसरी जगह रख देंगें उसकी अलमारी के दो खाने खाली कर देंगें कि छोटे बच्चे के सामान के लिए जगह चाहिए तो यकीनन वो चिढ जाएगा … उसके मन में शुरु से ही जलन शुरु हो जाएगी … तो बचपन से ही प्यार पैदा करें.

2. Remain impartial

अगर लडाई करें तो… एक तरफा नही होना है … आमतौर पर मदर्स बिना जाने की क्या बात है एक तरफा फैसला सुना देती है इससे दूसरे बच्चे को हर्ट करता है .. उसे लगता है मम्मी मुझे प्यार नही करती.. ये फीलींग तो बच्चे में आने ही नही देनी चाहिए… आप एज जज की भूमिका निभाए और एक एक करके तर्क सुने और फिर अपना फैसला सुनाएं

 

3. अपने आप को रोल मॉडल बनाना है ..

सुनने में शायद अच्छा न लगे पर ज्यादातर बच्चे झग़डा देख कर ही अकरना सीखतें है मान लीजिए परेरेंटस की लडाई हो गई या आप बाई का गुस्सा कर रही हैं या आफिस में काम बहुत है उसका गुस्सा बच्चे पर उतार रहे है … बच्चा वही देखता है और सीखता है उसे लगता है शायद हर बात का हल झग्दा ही है और बात बात पर उसे लडना अच्छा लगता है इसलिए पेरेंटस को खुद रोल मॉडल बनना पडेगा … बच्चों की लडाई के समय काम रहना है

4 शांत रहना है ..

जब बच्चे लड रहे हो तो एक दम से लडाई मे मत कूदिए … थोडा स्पेस दीजिए कि क्या कहतें हैं किस बात पर झगडा है … आमतौर पर छोटी छोटी बातों पर तो झग़डा होता ही रहता है … और होनी भी चाहिए लडाई बुरी नही है हर बार बीच में आने की जरुरत नही और फिर लडाई के बाद जब शांत हो जाएं तब आराम से बैठ कर बच्चों को समझाएं

5बच्चों को बिजी रखिए… बच्चे जब तक होमवर्क कर रहे हैं व्यस्त हैं तब तक ठीक है … जब होमवर्क खत्म हुआ.. टीवी देखने की बारी आई … फिर शुरु होता है झग़डा. बच्चों को किसी न किसी काम में व्यस्त रखिए ताकि झगडा हो ही ना … Keep kids busy.

6. टाईम मैंनेज कर लीजिए

अगर बच्चों का टाईमटेबल बना होगा तो झगडा कम होने के सारा होंगें.. अगर टाईमटेबल में ये होगा कि इतने से इतने बजे तक बडा बेटा टीवी देखेगा … इतने बजे तक छोटा देखेगा … ऐसे फिक्स होगा तो झगडा कम होगा …

7 Punishment jar

एक जार या डिब्बा बना दीजिए. उसमे जब लडाई हो तो एक एक पर्ची उठवाएं … और जो काम लिखा हो वो करने को बोले जैसा कि कमरे की डस्टिंग या मार्किट से आलू लान अ.. इन कामों से बच्चे बहुत चिडते हैं इसलिए जान बूझ कर ऐसे काम दीजिए जो खुशी खुशी न करें .. और इस वजह से लडाई भी जल्दी से नही करेंगें

8 वजह पता लगाईए

कभी कभार होती है तो अलग बात है पर अगर हर रोज हो रही है तो वजह क्या है … कारण पता कीजिए और उसे दूर करने का पूरा प्रयास कीजिए…

9 अच्छे behavior के लिए  reward भी देजिए

आप बोलिए अगर प्यार से रहे तो ये मिलेगा … इतनी देर खेलने को मिलेगा आपका फेवरेट खाना मंगवाया जाएगा …

इस तरह की Guidelines सेट कीजिए .. ये हैं 9 Guidelines

आप फोलो करेंगें तो पाएग़ें की सुधार होना  शुरु हो गया .

October 20, 2017 By Monica Gupta 1 Comment

How Women should Deal with Disappointment – महिलाएं ऐसे रखें अपना ख्याल

How Women should Deal with Disappointment

How Women should Deal with Disappointment – महिलाएं ऐसे रखें अपना ख्याल – मैं सोच ही रही थी कि आज किस बारे में बात की जाए तभी ध्यान एक कमेंट पर गया जोकि एक महिला का था और उन्होनें मेरी एक youtube वीडियो पर अपनी प्रोब्लम शेयर की हुई थी… तो मुझे लगा कि उनकी प्रोब्लम सुलझानी ज्यादा जरुरी है.. तो मैं बताती हूं कि उन्होनें क्या लिखा… पर महिलाएं कृपया ध्यान दें क्योकि ये ज्यादातर महिलाओ की प्रोब्लम है…

Mam…I have a topic for you , so please aap jaldi hi is topic pe video bnake btaiye hum sabko..topic ( kisi bhi kaam me man nahi lagta h , sab kuch ek bojh jaisa lagta h..aisa nahi h ke mai kahil hu ya mujhse koi kaam nahi kiya jata , balki kisi bhi kaam ko karne me koi khushi mehsoos nahi hoti or baar baar ye hi khayal aata h ke ye sansaar nashwar h or sab kuch jab mit hi jana h to mai ab tak zinda kyu hu..bas yahi khayal mujhe upset kiye rehta h or kabhi kabhi suicide kar lene ka man karne lagta h ) so please help me….. Aman

How Women should Deal with Disappointment – महिलाएं ऐसे रखें अपना ख्याल

लिखा था किसी काम में मन नही लगता.. ऐसा नही है कोई काम कर नही सकती पर किसी काम को करने में खुशी महसूस नही होती… बोझ लगता है यही ख्याल आता है कि सब कुछ नश्वर है खत्म तो हो जाना है फिर जिंदा किसलिए हूं और यही सोच कई बार extreme भी सोचने पर मजबूर कर देती है क्या करना चाहिए…

अमन पहली बात तो मैं ये बता दूं कि मन नही लगता,  खुशी नही होती,  बोझ हूं ऐसी सोच लिए आप अकेली नही हैं ये सोच भी बहुत महिलाओं के साथ है… और ये बात इसलिए मन में आती है कि हमारा कोई मकसद नही है… हम अपने बारे में जरा भी नही सोचती… बस घर सम्भालना, बच्चों की देखभाल करना, सास ससुर की सेवा करना … और फिर जब कुछ समय अपने लिए सोचने का मिलता है तो यही लगता है कि मैं तो बोझ हूं.. मैं रहूं या न रहूं किसी को कोई फर्क नही पडेगा..

 

सबसे पहली बात तो ये समझाना पडेगा कि जो भी इस दुनिया में आया है कोई न कोई मकसद लेकर आए हैं. आपने कुछ अच्छा कर्म किया था कि भगवान ने आपको इस धरती पर भेजा है और आपने कुछ तो अच्छा करना ही है… भगवान पर विश्वास रखना है अच्छे काम करने हैं अच्छे काम करने से पहले आपको खुद से प्यार करना होगा….

अब बात आती है क्या करें और कैसे ?? मन भी लगे और खुशी भी मिले

1 तो इसके लिए सबसे पहले अपनी वेल्यू समझनी पडेगी खुद ही नीचा दिखाएगें तो दूसरा कैसे पसंद करेगा आपको आपको खुद से प्यार करना पडेगा अपना सबसे अच्छा दोस्त बनकर खुद को समझाना पडेगा..

कैसे … इसके भी दो तीन तरीके हैं

कुछ समय अपने आप को देना पडेगा.. अगर आप किसी हिल स्टेशन पर या समुद्र के किनारे जा सकती हैं तो वहां चली जाईए अगर नही तो अपने घर के पास के पार्क में जाना शुरु कीजिए.. सुबह या शाम को पार्क मे जाईए वहां देखिए हंसते बोलते बच्चे और लोग …

अपनी सेहत का ख्याल रखिए अच्छी और हैल्दी डाईट लीजिए .. नही खाना भी कोई हल नही… ग्लो न खत्म हो जाए चेहरे से

अपने लिए नई ड्रेस खरीदिए और एक बार अपना हेयर स्टाईल बदल दीजिए … कोई नया स्टाईल रख लीजिए… सिर की मालिश मसाज करवा कर देखिए आपको नई ताजगी महसूस होगी...

2 दिमाग को अच्छी खुराक देनी होगी यानि जब ये सब हो रहा हो तो मन में पॉजीटिव विचार ही रखने हैं कि गिलास आधा खाली नही बल्कि आधा भरा हुआ है … चाहे अच्छी किताबें अच्छी वीडियो या अच्छे दोस्त  जो आपको मोटिवेट करें… और आपको इस स्थीति से बाहर निकालने में मदद करें ना कि और उलझाएं …

3 ऐसी चीजो की लिस्ट बनाईए और आपको खुश करती हैं या स्माईल के आती हैं और उन्ही पर ध्यान दें…

4 और कुछ क्रिएटिव करिए … अपने आपको व्यस्त रखना होगा ताकि ऐसे फालतू के विचार मन में न आएं … अगर कुछ भी नही समझ आ रहा तो कोई नही चीज सीखिए बाहर जाने की भी जरुरत नही नेट पर ही बहुत चीजे सीखाई जाती है अच्छी बातें काम की बातें सीखिए और उसे आगे बढाईए …

5  आप सोचिए कि आप समाज में परिवार में किस तरह से contribute कर सकती हैं... Look for ways to contribute …ब्लड डोनेशन है या वोलेंटियर के रुप में किसी की जिंदगी में रोशनी ला सकती हैं. आई डोनेशन की महत्ता… जितनी आपको नॉलिज है उसे शेयर कीजिए क्या पता किसी की जिंदगी ही बदल जाए ..

केयरिंग बनिए ... किसी की मदद कीजिए..अच्छे काम के लिए हमेशा तैयार रहें .. और शुरुआत करें किसी जानवर को या चिडिया को पानी देने से … एक सूखे हुए पौधे को पानी देने से …

6 किसी पालतू को भी रख सकते हैं कोई pet को पाल सकते हैं ..

7 . कुछ न कुछ हर रोज ऐसा करना है कि किसी चेहरे पर स्माईल ले आए … जब दूसरे के चेहरे  पर स्माईल देखेंगें जोकि आपकी वजह से आई है तो आपके चेहरे पर खुद ब खुद स्माईल आ जाएगी.. जैसाकि Ambulance को जानेे दें…

How Women should Deal with Disappointment – महिलाएं ऐसे रखें अपना ख्याल

October 19, 2017 By Monica Gupta 1 Comment

मेरी पहली दिवाली

Importance of Mothers in Life

मेरी पहली दिवाली – पापा के बिना … पहली दिवाली पापा के बिना.. जबसे मैंने जन्म लिया पापा के बिना ये मेरी पहली दिवाली है.. बेशक, मेरी शादी होने के बाद से हम साथ नही थे पर एक अहसास था कि पापा हैं और हर त्योहार पर पापा को फोन करना, कभी कभी त्योहार पर मिलने जाना , शरारत करना, रुठना , मनाना , चुहलबाजी करना …

पर इस बार ऐसा कुछ नही .. कुछ भी नही …  कोई फोन नही.. अगर है तो बस एक शून्य …

मेरी पहली दिवाली

पापा अचानक 31 अगस्त की शाम को ऐसी जगह चले गए जहां अब बस दिल से, तस्वीर से या आखं बंद करके ही बात की जा सकती है,,, बहुत खाली खाली लग रहा है.. पापा के बिना पहली दिवाली जो है…

मेरी पहली दिवाली

 

मम्मी से इस बारे में बात नही करना चाहती क्योकि जानती हूं वो खुद बहुत बहुत और बहुत उदास हैं…  हां भाई से जरुर अपने दिल की बात कह कर मन हलका कर लिया पर इतना पता है उसके बाद उसका मन बहुत भारी कर दिया…

भाई हो, भाभी हों या उनके दोनो बच्चे बहुत ख्याल रखते थे पापा का,  पापा को हर शाम को धुमाने ले जाना…  हर सनडे सुबह कार में घूमने ले जाना और नाश्ता कहीं बाहर ही करना और मुझे तुरंत वटसप पर फोटो भेजना कि देखो आज हम कहां कहां गए… !!

पर आज सब शांत है… त्योहार आने पर मन और ज्यादा बैचेन हो गया है… क्योकि सबसे ज्यादा शौक पापा को ही था और खासकर खाने का तो बहुत ज्यादा शौक था

और आज…. !!

त्योहार है इसलिए सोशल मीडिया बहुत एक्टिव है और खूब शुभकामनाएं आ रही हैं पर मन कर रहा है कि सब से दूर भाग जाऊं.. बस अकेले बैठी रहूं कुछ पल और रोती रहूं … आसूं भी ऐसे लग रहे हैं कि मानो झरना बन गए हो.. थमने का नाम ही नही ले रहे.. काश इन दिनों बारिश होती तो मैं बारिश का नाम लेकर आसूं छिपा लेती या रसोई में प्याज छीलने  का भी बहाना भी बना सकती थी पर वो तो न समय देख रहे हैं न जगह…  आसूं रोकने की सारी कोशिश नाकाम … मन को पक्का करने की सारी कोशिश नाकाम.. फिर सोचा कि कुछ लिख लेती हूं शायद मन हल्का हो जाए.. और लिखने बैठ गई ..

ज्यादा कुछ नही लिखा जा रहा क्योकि आखें बार बार भर आ रही हैं और त्योहार भी है बार बार दरवाजे पर घंटी बज जाती है तो तोती आखें रोता चेहरा लेकर बाहर जाना वो भी अच्छा नही लगता…

बस यही कहना है कि पापा आपको बहुत मिस कर रहे हैं हम.. अब तो बस यही प्रार्थना है कि आप जहां हो अपना आशीर्वाद वैसे ही बनाएं रखे जैसा हमेशा बनाएं रखते थे…

October 18, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

बच्चों में हीन भावना – हीन भावना को कैसे दूर करे – How To Overcome Inferiority Complex

How To Overcome Inferiority Complex

बच्चों में हीन भावना – हीन भावना को कैसे दूर करे – How To Overcome Inferiority Complex  – हीन भावना का भूत को कैसे दूर करें … कई बार हममे बहुत कुछ करने की काबलियत होती है पर मन में एक Inferiority Complex आ जाता है. हीन भावना आ जाती है और हम पिछडते चले जाते है…

हीन भावना को कैसे दूर करे – How To Overcome Inferiority Complex

एक ऐसी ही प्रोब्लम आई मेरे सामने एक मैसेज आया कि मैं गांव में रहता हूं सारी पढाई वहीं हुई. अब 10 क्लास में शहर पढने आ गया हूं पर बहुत ज्यादा हीन भावना आ गई है… क्योकि सब बहुत स्मार्ट है और अंग्रेजी में बात करते हैं न किसी से नजरे मिला कर बात कर सकता हूं और जब किसी से बात करनी हो तो घबरा जाता हूं क्या करुं… ??

वैसे ये प्रोब्लम बहुत ज्यादा देखने में आती है क्योकि जब छोटे शहर के बच्चे बडे शहर में पढ़ने जाते हैं या नौकरी के लिए जाते हैं तो मन में यही भावना आ जाती है… तो क्या किया जाए…

 

                         How To Overcome Inferiority Complex

ये प्रोब्लम तो….. कोई प्रोब्लम ही नही है… चलिए मैं बताती हूं कि कैसे आप Inferiority Complex को दूर भगा सकते हैं … क्योकि अगर इसे नही भगाया तो ये आपकी जिंदगी को ही बहुत डिस्टर्ब कर देगा..

जानते है जरुरी 7 बातें

1 सबसे पहले तो स्माईल दीजिए लम्बी सांस लीजिए … खुद में आत्मविश्वास भरिए … इनहेल आत्मविश्वास !! देखिए जब खुद से लडना हो तो ये दो चीजे तो बहुत जरुरी होती हैं … अपने अच्छे दोस्त बनिए Love yourself

2 अब बात आती है positive सोच की… इन सब को दूर भगाने के लिए सकारात्मक सोच होनी बहुत जरुरी है… नेगेटिव बातों को मन से निकाल दीजिए…

3 वजह खोजिए कि क्या बात परेशान कर रही है..

आपको वजह पता है कि आप छोटी जगह से आएं है. और जिस जगह गए हैं वहां बच्चे बहुत स्मार्ट हैं और गिटपिट गिटपिट अंग्रेजी भी बोलते हैं तो आपने काम्प्लेक्स आ गया है   इसका मतलब ये हुआ कि आपको बोलना बंद कर देना चाहिए …नही … बिल्कुल नही … तो क्या करें  Identify the root cause and work

4 अब आती है सबसे जरुरी बात.. Focus on your strength और वे ये कि फोक्स कीजिए अपनी strength पर… और प्लीज हंसिए नही कि हममे क्या खास बात है… अभी आपने नेगेटिव बातो से दूर रहने को माना है ना…  इसलिए बी पॉजीटिव …

असल में, क्या है ना कि हम अपनी कमियां तो तुरंत पहचान लेते हैं पर कभी अपनी strength खोजने की कोशिश की है कि हममे क्या खास बात है जो हमें सबसे अलग बनाती है… अपनी best qualities खोजनी हैं  हर किसी में होती है कोई न कोई ऐसी खूबी आपके पास है जो उनके पास नही है जो गिटपिट अंग्रेजी बोलते हैं उसको पहचानिए… और एक बात मैं आपको बताना चाहूंगी कि कोई न कोई किसी न किसी बात का कॉम्प्लेक्स हर किसी में होता है.. बस कोई बता देता है कोई बिन बताए उस पर काबू कर लेता है तो बहुत जरुरी है कि अपनी strength पहचानना…     Focus on your strengths –

5  ये करने के साथ साथ आपको एक काम और करना होगा कि comparison करना बंद कर दीजिए.. जितना कम्पेयर करेंगें उतना दुखी होंगें इसलिए बहुत जरुरी है कि आप जैसे हैं उसे स्वीकार कीजिए और उसे इम्प्रूव करने की कोशिश में जुट जाईए पर तुलना नही…  Stop the comparison, अपने ऊपर लगातार काम करते रहिए…

6 अच्छे लोगो का साथ खोजिए... अच्छे वो जो आपको नीचा या कम दिखाने की कोशिश नही करते .. जो आपको हमेशा मोटिवेट करते मिल जाते हैं.. Stay away from negative people.जैसाकि आप वीडियोज देखिए… अपनी vocabulary इम्प्रूव कीजिए और ऐसे आर्टिक्लस पढिए जो बहुत छोटे शहरों से आए और बहुत नाम कमाया… इन को पढ कर बहुत प्रेरणा मिलेगी Look out for sources of motivation

7.केयरिंग बनें

हम पता है क्या करते है कि कॉम्प्लेक्स आता है तो हम पीछे हट जाते हैं या limit  कर लेते हैं shy हो जाते हैं  खुद को बंद कर लेते हैं पर हमें अपनी झिझक मिटाने के लिए ज्यादा से ज्यादा सामने आना चाहिए ज्यादा से ज्यादा दूसरों के लिए केयरिंग और मदद करने की कोशिश करनी चाहिए …

बच्चों में हीन भावना 

हम जितना दबते हैं हमें उतना ही दबाया जाता है .. इसलिए बी बोल्ड Don’t limit खुद को बांधे नही चाहे Volunteer रुप में काम करें  शरमाएं नहीं बल्कि और ज्यादा खुद को ज्यादा उभारने की कोशिश करें…

स्कूल में जो अलग अलग क्ल्ब बने होते है activities में अपना हुनर पहचान कर उसमे लगाएं … उभर कर आएं

तो ये थी 7 टिप्स .. अगर आप इन पर एप्लाई करना शुरु कर देंगें तो बदलाव भी यकीनन आएगा … और अगर ये वीडियो आपको अच्छी लगी तो प्लीज इसे शेयर भी कर दीजिए so that  जो बच्चे या जो लोग इस कॉम्प्लेक्स में जी रहे हैं वो बाहर निकले …

बच्चों में हीन भावना हीन – हीन भावना को कैसे दूर करे – How To Overcome Inferiority Complex

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सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing –  Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]

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