महागौरी माता – महागौरी मां mahagauri mata दुर्गा का आठवां स्वरूप है दुर्गापूजा के आठवें दिन महागौरी की उपासना का विधान है।या देवी सर्वभूतेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: .. इनकी शक्ति अमोघ और फलदायिनी है। इनकी उपासना से भक्तों को सभी पाप धुल जाते हैं त्रिशूल और डमरू लिए बैल के पीठ पर विराजमान महागौरी करूणामयी, स्नेहमयी, और शांत है. महागौरी माता – महागौरी मां दुर्गा का आठवां स्वरूप है आईए जाने इनके बारे में कुछ प्रचलित कहानियां
महागौरी माता – महागौरी मां दुर्गा का आठवां स्वरूप
मोनिका गुप्ता का नमस्कार ..माँ दुर्गाजी की आठवीं शक्ति का नाम महागौरी है। दुर्गापूजा के आठवें दिन महागौरी की उपासना का विधान है त्रिशूल और डमरू लिए बैल के पीठ पर विराजमान महागौरी करूणामयी, स्नेहमयी, और शांत है.
महागौरी माता की कहानी
महागौरी माता – महागौरी मां दुर्गा का आठवां स्वरूप है मा की कहानी कुछ इस प्रकार कही जाती है कि एक बार शंकर जी ने मां गौरी को कुछ ऐसा कह दिया जिसकी वजह से वो नाराज हो गई और तपस्या में चली गई . उनहे खोजते हुए शिव उनके पास जब पहुंचे तो हैरान रह गए । पार्वती जी का रंग अत्यंत ओजपूर्ण, उनकी छटा चांदनी के सामन श्वेत और कुन्द के फूल के समान धवल दिखाई दे रही थी.
एक अन्य कथा अनुसार भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए देवी ने कठोर तपस्या की थी जिससे इनका शरीर काला पड़ जाता है। देवी की तपस्या से प्रसन्न होकर शिव इन्हें स्वीकार करते हैं और इनके शरीर को गंगा-जल से धोते हैं तब देवी अत्यंत कांतिमान गौर वर्ण की हो जाती हैं तथा तभी से इनका नाम गौरी पड़ा।
महागौरी जी से संबंधित एक अन्य कथा भी प्रचलित है इसके जिसके अनुसार, एक सिंह काफी भूखा था, वह भोजन की तलाश में वहां पहुंचा जहां देवी उमा तपस्या कर रही होती हैं। देवी को देखकर सिंह की भूख बढ़ गयी परंतु वह देवी के तपस्या से उठने का इंतजार करते हुए वहीं बैठ गया। इस इंतजार में वह काफी कमज़ोर हो गया। देवी जब तप से उठी तो सिंह की दशा देखकर उन्हें उस पर बहुत दया आती है और माँ उसे अपना सवारी बना लेती हैं क्योंकि एक प्रकार से उसने भी तपस्या की थी। इसलिए देवी गौरी का वाहन बैल और सिंह दोनों ही हैं।
हे माँ! सर्वत्र विराजमान और माँ गौरी के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है।
कालरात्रि माता – मां दुर्गा की सातवीं शक्ति – Monica Gupta
कालरात्रि माता – मां दुर्गा की सातवीं शक्ति कोई मां कालरात्रि तो कोई कालरात्रि देवी भी कहता है काल का नाश करने वाली हैं इसलिए कालरात्रि कहलाती हैं। नवरात्रि के सप्तम दिन इनकी पूजा और अर्चना की जाती है कालरात्रि माता – मां दुर्गा की सातवीं शक्ति – Monica Gupta
देवी के इस रूप की प्रार्थना करते हुए देव और ऋषिगण कहते हैं “सर्वमंगल मंग्ल्ये, शिवे सर्वार्थ साधिके. शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोस्तुते
पुराणों में माँ महागौरी की महिमा का प्रचुर आख्यान किया गया है।
या देवी सर्वभूतेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
अर्थ : हे माँ, मुझे सुख-समृद्धि प्रदान करो।
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