Get Out of Your Comfort Zone – सफलता का मूल मंत्र – सफलता का रास्ता कम्फर्ट जोन से बाहर निकल कर है – Safalta ka Rasta Comfort Zone se Bahar Nikal Ker Hai – एक जहाज किनारे पर सबसे सुरक्षित होता है लेकिन जहाज सिर्फ किनारे पर खड़ा रहने के लिए नहीं बनाया जाता है इसलिए जरुरी है जो हमने goal decide किया है लक्ष्य set हो गया तो बस पूरी commitment के साथ dedicatedly बढते जाना है कि दूसरे क्या कहतें हैं उसे अनसुना कर दें और आगे बढते जाएं… discomfort में भी comfortable हो…
Get Out of Your Comfort Zone – सफलता का रास्ता कम्फर्ट जोन से बाहर निकल कर है
कल मैंने बात की थी कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने की … और अगर एक बार आप हिम्मत करके Comfort Zone से बाहर निकल गए और आपको उसमें इंटरेस्ट आने लगा तो यकीन मानिए आपकी लाईफ में बहुत पॉजीटिव बदलाव आना शुरु हो जाएगा …
भंवर है कंफर्ट जोन
इसी बारे में एक कहानी याद आ रही है बहुत समय पहले नेट पर पढी थी कि बहुत सारे लोग एक सडक पर जा रहे थे और सभी के हाथ में दस फीट लम्बी लकडी का फट्टा था … सभी लोग दुखम सुखम जा रहे थे कोई धीरे कोई बहुत धीरे …
एक आदमी बहुत जल्दी तंग हो जाता है और वो भगवान से कहता है कि हे भगवान बहुत भारी है ये मैं इसे थोडा सा काट रहा हूं मेरा सफर आसान हो जाएगा … उसे काट देता है … थोडी आगे जाता है फिर भगवान को बोलता है बस थोडा सा और काट रहा हूं मेरा सफर आसान हो जाएगा फिर काट देता है यानि 10 फुट का अब बस 5 फुट रह जाता है … अब वो आराम से और सबसे तेज जा रहा था … …
आगे जाकर एक बहुत बडा गड्डा आता है वो सोचता है कि कैसे पार जाऊं तभी वो क्या देखता है कि जो लोग 10 फुट वाली लकडी ले कर आ रहे थे … उन्होने उस फट्टे को गड्डे के ऊपर रख दिया और बहुत आराम से गड्डा क्रास कर लिया …
पर वो आदमी नही कर पाया क्योकि अगर उसके पास 10 फुट का फट्टा होता तो वो भी आराम से कर लेता पर उससे भार उठाया नही गया और उसने काट दिया और अब देखिए कि सभी लोगो ने गड्डा आराम से पार कर लिया और वो पीछे रह गया … वो कम्फर्ट जोन से बाहर आकर भी बाहर नही आया और असफल रह गया …
तो इस जोन से बाहर निकलिए तो पूरे जोश, आत्मविश्वास और कमिटमेंट के साथ कि मैं हर situation में डट कर सामना करुंगा …
देखिए हमारे सामने तीन तरह की चुनौती होती है
पहली तो ये कि हम कम्फर्ट जोन से बाहर आने से नही डरते हम इतने आत्मविश्वासी होते हैं … कि तैयार रहते हैं हर चुनौती के लिए
दूसरा हम निकल तो जाते हैं इस जोन से बाहर पर मन मजबूत नही बनाते … इसलिए सफल भी नही हो पाते
और तीसरा हम निकलना ही नही चाह्ते … कम्फर्ट में ही रहना चाह्ते हैं और जिंदगी में कुछ नही करना चाह्ते …
आप बताईए आपकी क्या सोच है ??
भंवर है कंफर्ट जोन, उपयोगिता करें साबित , एक्टिव रहें, एक्सपोजर जरूरी है, आरामपसंद न हों ……..हर गलती या हर विफलता एक सबक होगी पर हार नही माननी चाहिए ..
Get Out of Your Comfort Zone – सफलता का मूल मंत्र – सफलता का रास्ता कम्फर्ट जोन से बाहर निकल कर है
सफलता का रास्ता कम्फर्ट जोन से बाहर निकल कर है
सफलता के टिप्स , सफलता का राज , सफलता की कहानी , असफलता की कहानी
Leave a Reply