Life is an Echo – जो दोगे वही लौट कर आयेगा – सोच जो बदल दे जिंदगी – Thinking that will Change your Life जीवन एक प्रतिध्वनि है – हम जैसा करोगे वैसा ही पाएगे – हम अक्सर ये बात कहते सुनते मिल जाते हैं कि अगर मैंने अच्छा किया तो मेरे साथ भी अच्छा ही होगा… आज मैं आपको एक ऐसा example बताती हूं कि दूसरे ने कुछ ऐसा किया कि मुझमे बदलाव आ गया.. एक अच्छा बदलाव… !! ये मेरे साथ ही हुआ कुछ दिन पहले… चलिए मैं बताती हूं कि हुआ क्या..
Life is an Echo – जो दोगे वही लौट कर आयेगा – सोच जो बदल दे जिंदगी
हुआ ये कि हर सुबह सफाई कर्मचारी आता है कूडा लेने… और जब मैं गेट खोल कर उसे देती हूं तो वो हमेशा नमस्ते बोलता है और मैं भी उसकी नमस्ते का जवाब दे देती हूं…
एक दिन क्या हुआ कि मैंने गेट खोला और आदतनुसार मैंने नमस्ते बोल दिया.. बोल तो दिया पर मुझे महसूस हुआ कि अरे उसने तो मुझे नमस्ते बोला नही और पहले मैंनें बोल दिया… हालाकि उसने जवाब में नमस्ते बोला पर मन में तो महसूस हुआ कि मैंने सफाई कर्मचारी को नमस्ते बोला… पर मैंने खुद से बोला कि तो क्या हुआ अगर नमस्ते बोल दिया तो… और फिर मैंनें उससे पूछा कि क्या हुआ भईया सब ठीक तो है?? तो वो बोला कि हां घर में कोई परेशानी चल रही थी… वैसे सब ठीक है और दुबारा नमस्ते करता हुआ चला गया… ये किसलिए हुआ ये इसलिए हुआ कि वो हर रोज नमस्ते करता था और अब बदलाव मुझ में भी आ गया…
ये होता ही है…
वैसे ये तो था एक वाक्या पर एक कहानी भी पढी थी कि जैसा देगें वैसा ही मिलेगा..
एक सब्ज़ी वाला था, ठेले पर सब्ज़ी बेचता था.. जो भी उससे सब्जी खरीदता या भाव पूछता तो वो उसे प्रभु बोलता कि प्रभु सब्जी इतने की है… टमाटर इतने के हैं प्रभु हर बात पर दूसरे को प्रभु ही बोलता… लोग भी उसको प्रभु कहकर पुकारने लगे…
एक दिन उससे एक महिला ने सब्जी लेते हुए पूछा तुम सबको प्रभु-प्रभु क्यों कहते हो, यहाँ तक तुझे भी लोग इसी उपाधि से बुलाते हैं और तुम्हारा कोई असली नाम है भी या नहीं ?
सब्जी वाले ने कहा है न प्रभु , मेरा नाम छोटू है..
प्रभु, मैं शुरू से अनपढ़ हूँ गॉव में मज़दूरी करता था, एक बार गाँव में एक सन्त जी के प्रवचन दे रहे थे… प्रवचन तो मुझे समझ नही आया बस उनकी एक बात समझ आई कि हर इंसान में प्रभु निवास करते हैं…
यही एक बात मेरे दिमाग़ में आकर फँस गई, उन संत ने कहा हर इन्सान में प्रभु का वास हैं – तलाशने की कोशिश तो करो पता नहीं किस इन्सान में मिल जाय और तुम्हारा उद्धार कर जाये, बस उस दिन से मैने हर मिलने वाले को प्रभु की नज़र से देखना और पुकारना शुरू कर दिया…
और देखिए.. मेरा काम भी अच्छा चल गया… मैं लोगो को इस नाम से पुकारता हूं और मेरा काम भी अच्छा चल गया और अब तो लोग मुझे ही इस नाम से पुकारना शुरु कर दिया…
जीवन एक प्रतिध्वनि है…
हम जिस लहजे में आवाज़ देंगे पलटकर आपको उसी लहजे में सुनाईं देंगीं… न जाने किस रूप में प्रभु मिल जाये….
अच्छा ही करना चाहिए वैसे कहते भी हैं न
जमीन और मुकद्दर की एक है फितरत .. जो भी बोया हूबहू निकलता है… जरुर सोचिएगा…
Life is an Echo – जो दोगे वही लौट कर आयेगा – सोच जो बदल दे जिंदगी
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