Monica Gupta

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May 14, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Money Saving Habits – कैसे डालें बचत की आदत – Habit of Saving Money

Money Saving Habits – कैसे डालें बचत की आदत – Habit of Saving Money  – बचत की आदत कैसे डालें… saving की आदत कैसे बनाएं… इससे पहली दो वीडियोज में मैंने बताया था कि हम खर्च कैसे कम कर सकते हैं… इस बारे अलग अलग टिप्स भी दी… उसे देखने के बाद बहुत सारे मैसेज आए कि सेविंग की आदत कैसे डालें…

Money Saving Habits – कैसे डालें बचत की आदत – Habit of Saving Money

हर महीने जो भी पैसा बचता है खर्च हो जाता है… मान लीजिए हमने बचत कर भी ली तो उसे कैसे बचाए… चलिए आज इसी बारे में बताती हूं कि बचत की आदत कैसे डालें…

 

मैं आपको एक एक करके कुछ जरुरी बातें बताती हूं…

सबसे पहले तो जरुरी है बजट बनाना यानि हिसाब किताब रखना… नेट इनकम कितनी है

फिर कितनी हमारी सैलरी है कितना आता है और कितना खर्च होता है

और फिर गोल सेट करना कि हमने इतनी बचत करनी है…

यानि प्लान बनाना..ये सब करने के बाद आपने क्या करना है

पहली बात तो मन में विश्वास रखिए कि मैं कर सकता हूं अपने आप को अंडर एस्टीमेट मत कीजिए… कि मेरे हाथ मे पैसा टिकता नही खर्च हो जाता है… और ये बात बहुत गर्व से बताते हैं…इस बात को मन से निकाल दीजिए…आप भी चाहे तो आप कुछ भी कर सकते हैं…

चलिए मैं आपको एक बात बताती हूं.. बात बहुत समय पहले की है पर कभी भूलती नही… हर शाम को एक 12 – 13 साल का बच्चा शाम का अखबार ईवनिंग न्यूज पेपर डाल कर जाता था… कुछ दिन तो मैंनें देखा फिर एक दिन मैने उससे पूछ ही लिया कि आप पढाई नही करते क्या ?स्कूल नही जाते क्या ?? वो बोला जाता हूं अभी गर्मी की छुटटियां चल रही है… सोचा कुछ काम कर लू सारा दिन खाली रहता हूं इसी बहाने मन भी बहल जाता है और पैसे भी मिल जाते हैं… बातो बातों में उसने बताया कि पिताजी मजदूर हैं उसका स्कूल दूर है साईकिल चाहिए थी… छुट्टियों में इतना कमा लूंगा कि साईकिल खरीद लूंगा … और दो महीने उसने इतनी मेहनत की कि अपने पैसे से नई साईकिल खरीद ली..

तो मेरा कहने का मतलब यही है कि अगर हम चाहे तो हम कुछ भी कर सकते हैं जरुरत है मन पक्का करने की… तो कर लिया मन पक्का… कि हां मुझे पैसे बचाने हैं उन को खर्च नही करना..

अब हमें ईमानदार रहना है … ऐसा न हो कि मार्किट गए किसी चीज को देख कर मन ललचाया और खरीद लिया… नो चीटिंग… अपने आप से चलाकी नही करनी…

अब एक बात और सोचने वाली है कि हमारे सामने एक गोल होना चाहिए जैसा कि उस लडके का था कि साईकिल खरीदनी है… जैसा कि मान लीजिए एक परिवार का मन है कि एसी खरीदना है बस उसी की बचत कीजिए एक टारगेट बना लीजिए कि कितने महीने कितनी बचत करेंगें कि एसी खरीद लेगें… बस उस हिसाब से फ़ॉलो अप किजिए… कारण होना बहुत जरुरी है… नही तो हम बचा ही नही पाएगें पैसा…

हर महीने आपके जितने पैसे बचे उसे बैंक में जमा करवाते रहें कई बार घर पर कैश हो तो मन डांवाडोल हो जाता है इसलिए हर महीने बचत को बैंक में जमा करवाते रहें या फिर घर में ऐसी गुल्लक हो जिसे हम बार बार खोल कर न देखे… बस एक बार पैसा उसके अंदर गया तो गया अब तब की निकलेगा जब इसे तोडेगें…

टालमटोल नही

और इसकी आदत आज से ही बना लीजिए.. हम क्या करते हैं कि चलो ये महीना तो निकल जाने दो अगले महीने से शुरु कर देंगें पर वो अगला महीना कभी नही आता.. टालमटोल अगर होगी तो हम कभी बचत नही कर पाएगें

टारगेट बहुत बडा न हो कि आप कम खर्च करना ही शुरु कर दें.. धीरे धीरे एक दम से इतना बडा टारगेट भी नही ले कर चलना कि दूध कम दो, फल नही आएगें.. ऐसा नही करना.. ऐसे तो फिर दवाई पर खर्चा ज्यादा हो जाएगा… हैल्थ से समझौता नही करना…

प्राथमिकता विचार कीजिए और फिर बचत उसी हिसाब से बनाईए… जिस चीज में खर्च करना जरुरी है जरुर खर्च कीजिए…

इसी के साथ साथ अपने आय के साधन को भी बढाईए.. जैसे मान लीजिए एक महिला घर पर खाली रहती हैं तो वो कुछ ऐसा कर सकती है कि पैसा आए… या बच्चा छोटा है आप उसे पढा सकते हैं तो उसे टयूशन पर भेजने से खुद ही समय लगाएं तो एक तरह से वो भी बचत ही है… आजकल तो घर बैठे भी बहुत काम किए जा सकते हैं…

अब बस जरुरत है ट्रैक रखने की कि जो हमने प्लान बनाया है उस पर सही अमल कर रहे हैं या नही…

फिर देखिए रिजल्ट अच्छे मिलेगें… तो जितनी सैलरी मिलती है उसका 1% या 5 % या 10 % पहले ही निकाल कर रख लीजिए…  करके देखिए…

चादर के बाहर पैर पसारने वाले लोग सदा दुःखी रहते है

चादर के मुताबिक पैर पसारने वाले को हाथ पसारने की नौबत नहीं आती

Money Saving Habits

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