Sibling Jealousy – How to Deal with Sibling Jealousy – भाई बहनों में ईर्ष्या की भावना – Monica Gupta – sibling में jealousy एक बहुत कॉमन प्रोब्लम है jealousy ये कि बच्चे का मम्मी या पापा को कहना कि आप मुझे प्यार नही करते… भाई या बहन को करते हो ज्यादा… एक बच्चे का दूसरे भाई या बहन के लिए कहना होता है कि मम्मी या पापा आप मुझे प्यार नही करते भाई या बहन को करते हो…
Sibling Jealousy – How to Deal with Sibling Jealousy
ऐसे में sibling में jealousy की इस भावना को पेरेंटस कैसे डील करें.. पेरेंटस क्या करें.. से कैसे डील करें…
सबसे पहले तो ये सोचने वाली बात है कि ये भावना बच्चे में आई कैसे…
कुछ बातें पेरेंटस एवाईड कर सकते हैं
शुरु से शुरु करते है.. बात करते हैं नए मेहमान की
जैसा कि जब घर पर एक बच्चा है मान लीजिए दो या ढाई साल का है नया मेहमान आने वाला है या आ गया है… तो पेरेंटस का सारा ध्यान उधर चला जाता है
वो बच्चा जिसे जन्म से सारी एटेंशन मिली… अब किसी और पर ध्यान दे रहे हैं तो सोचने वाली बात तो है ही..
तो बच्चे पर पूरा ध्यान देना है क्योकि बालमन बहुत नाजुक दौर से गुजर रहा है ऐसे में उसे वो नन्हा मेहमान किसी दुश्मन जैसा लगता है अगर वो बात बचपन से ही नही निकाली तो बडे होते होते और दिक्कत हो जाएगी इसलिए जब नन्हा मेहमान आए तो बडे बच्चे को इग्नोर नही कीजिए और ज्यादा से ज्यादा उसके बारे में बात कीजिए वैसे बेहतर तो यही होगा कि जब आपको नए मेहमान के आने की खबर मिले तभी से उसे मैंटली प्रीपेयर करना शुरु कर दीजिए..
उससे बात कीजिए कि क्या नाम रखें…
और उससे महसूस करवाईए जब मूवमेंटस होती है… वो उसे हैलो बोले…
उसे बताईए कि अब आप बडे भाई या दीदी हो जाओगे.. आपको भईया या दीदी कहेगा… जब जन्म से पहले से ही अपनापन बना रहे और जब वो इस दुनिया मे आए तो उसे भी इंतजार हो..
फिर दूसरी बात आती है तुलना करने की... हम पेरेंटस खुद ही तुम्हारा भाई ऐसा है उससे सीखो… तुम्हें कुछ नही आता… ये भावना पेरेंटस खुद भर देते हैं.. ऐसे में बच्चे को बुरा लगता है और वो सोचने लगता है कि मुझे प्यार नही करते…
Gender भी अकसर इसका कारण बनता है… बेटे पर ज्यादा ध्यान देते है.. हर चीज में बेटा और बेटी को कोई अहमियत नही देते.. ऐसे में गुस्सा या जलन बढती जाती है… तो ये भावना भी नही लाने देनी चाहिए..बेटा हो या बेटी सामान प्यार के अधिकारी हैं..
संगत कई बार ये भी देखा गया है कि सब कुछ ठीक है पेरेंटस प्यार भी दे रहे हैं.. समय भी दे रहे हैं पर बच्चे के मन मे बात बैठ गई कि अब तो तेरा भाई या बहन आ गया अब तेरे मम्मी पापा प्यार नही करेंगें.. उसका शायद उसका प्यार भी बट गया होगा.. तो ये बात भी बाल मन मे बैठ जाती है..ऐसे में जरुरी यही है कि बच्चे से आराम से बैठ कर बात की जाए. समय दिया जाए और जो भावना उसके मन में आई है उसे दूर किया जाए..
पेरेट्स को सोचना चाहिए कि हर बच्चे की अपनी पहचान होती है… एक खास बात होती है तो उसे समझे.. उन्हें जताएं कि आप हमारे लिए कितने खास हो.. बच्चों को आदर दें…
बच्चों के सामने neutral रहे… दोनो की बात ध्यान से सुनें. ये नही कि एक ने कहा और बिना जाने दूसरे की पिटाई कर दी… उससे दूसरे में हीन भावना आ जाती है कि उसे कुछ नही कहते .. मुझे ही हमेशा मारते हो…
कई बार पेरेंटस अपनी ही प्रोब्लम में उलझे होते हैं और बच्चे की सुनते ही नही.. इससे भी बच्चे में नेग़ेटिव फीलिंग आ जाती है… और कई बार गलत संगत में भी चला जाता है..
बच्चों के सामने ईमानदार रहें और एक दूसरे के लिए झूठ न बोले… कई बार बच्चे को चुप कराने के लिए भी बोल देते हैं भाई गंदा आप तो मेरे प्यारे बच्चे हो.. ऐसा नही करना चाहिए… बालमन में ये बात एक बार बैठ गई तो…
मिलजुल कर रहने की महत्ता समझाएं – Bonding
बच्चों को एक दूसरे की वेल्यू बतानी समझानी चाहिए कि भाई भाई या बहन भाई का प्यार कितना अनमोल होता है और कुछ ऐसे काम देने चाहिए कि मिल कर करें इसके लिए अच्छी प्रेरक कहानी सुनानी चाहिए या फिल्में भी दिखानी चाहिए ताकि प्यार बना रहे..
Sibling Jealousy – How to Deal with Sibling Jealousy – भाई बहनों में ईर्ष्या की भावना – Monica Gupta
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