पति पत्नी का प्यार और करवा चौथ का त्योहार – करवा चौथ स्पेशल – पति पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए.. Husband Wife Relationship Tip in Hindi … पति पत्नी के रिश्ते में प्यार – प्यार जताने का तरीका – आपने पुरुषों का वो रुप तो देखा होगा जो अपनी पत्नी से हमेशा झगड़ा करते हैं या मजाक उड़ाते हैं.. आज मैं आपको उनका दूसरा रुप दिखाती हूं जो बहुत caring है, जिसमे सिर्फ प्यार ही प्यार भरा है..
पति पत्नी का रिश्ता कैसा होना चाहिए – पति पत्नी का प्यार और करवा चौथ का त्योहार – करवा चौथ स्पेशल
कल जब शॉपिंग के लिए एक दुकान पर गई हुई थी तो दुकान पर एक बहुत वृद्धा आई और उन्होनें कुछ चूड़ियाँ देखी और दुकानदार को बोली कि एक मिनट अभी दिखा कर आई और स्टिक के सहारे बाहर खडी कार के पास गई और दो तीन मिनट में वापिस आ गई और बोली कि इसे पैक कर दो…
पैसे देते हुए दुकानदार को बोली कि इनकी तबियत ठीक नही चल रही.. आज ही हास्पिटल से डिस्चार्ज हुए है और कार सीधा मार्किट निकलवा ली .. असल में, हर साल करवा चौथ पर ये ही मेरे लिए चूड़ियाँ खरीदते हैं.. कहते कहते उनका मन भर आया और बिंदी चूडी मेहंदी खरीदी और चली गई..
मैं उन्हें ही देखती रह गई… है न कितने caring..
हम चाहे कितना भी कहें पर इस रिश्ते में प्यार भी कूट कूट कर भरा है… ऐसा नही है कि पुरुष हमेशा ही लड़ाई झगड़ा या गुस्सा ही करते है…
बहुत पुरुष तो ऐसे हैं जो सारा दिन कुछ नही खाते… पत्नी जो लेती है वही लेते हैं…
कुछ जब पत्नी मेहंदी लगवाने जाती हैं तो अपनी भूमिका सहज निभाते हैं भले ही कुछ देर के लिए ही सही … यानि बच्चे छोटे हैं तो उन्हें सम्भालना फिर जब होम मिनिस्टर मेहंदी लगवा कर आएं तो खाना भी अपने हाथ से को खिलाना.
वहीं कुछ लोग सेल्यूट करते हैं कि भई जज्बा हो तो ऐसा … बिना कुछ खाए पानी पीए… सारा दिन हमारे लिए भूखे प्यासे रहना हमें तो भगवान ही बना देती हैं..
वही कुछ पतिदेव तो गुस्सा भी करते हैं कि खा लो ना … किसलिए दिन भर भूखे प्यासे रहना…
ये सब देखते हुए मुझे एक कहानी याद आई जो मैंनें कुछ समय पहले नेट पर पढ़ी थी… लगता है आज सुनाने का सही समय है… कहानी कुछ ऐसे हैं…
एक आदमी की जुबानी
मैं लेटा हुआ था. मेरी पत्नी मेरा सिर सहला रही थी. मैं धीरे-धीरे सो गया. जब मेरी आंख खुली तो उसने पूछा, कुछ आराम मिला?
मैंने हां में सिर हिलाया तो उसने पूछा कि कुछ खाओगे ?मुझे भूख लगी थी, मैंने कहा “हां”
“उसने फटाफट खाना सर्व किया और आधा लेटे- लेटे मेरे मुंह में खाना डालती रही … मैने चुपचाप खाना खाया, और लेट गया.
पत्नी ने मुझे अपने हाथों से खिलाकर खुद को खुश महसूस किया और रसोई में चली गई.
मैं चुपचाप लेटा रहा. सोचता रहा कि पुरुष भी कैसे होते हैं? कुछ दिन पहले मेरी पत्नी बीमार थी. मैंने इसके लिए कुछ नहीं किया और तो और एक फोन करके उसका हाल भी नहीं पूछा.
उसने पूरे दिन कुछ नहीं खाया था, मैंने ये देखने की कोशिश भी नहीं की कि उसे वाकई कितना बुखार था. मैंने ऐसा कुछ नहीं किया . लेकिन मुझे सिर्फ जरा सी सर्दी हुई थी…
और वो मेरी मां बन गई… मै सोचता रहा हूं क्या सचमुच महिलाओं को भगवान एक अलग दिल देते हैं?
महिलाओं में जो करुणा और ममता होती है वो पुरुषों में नहीं होती क्या?
सोचता रहा, जिस दिन मेरी पत्नी को बुखार था. उस दोपहर जब उसे भूख लगी होगी और वो बिस्तर से उठ न पाई होगी, तो उसने भी चाहा होगा कि काश उसका पति उसके पास होता?
मैं चाहे जो सोचूं, लेकिन मुझे लगता है कि हर पुरुष को एक जन्म में औरत बनकर ये समझने की कोशिश करनी ही चाहिए कि सचमुच कितना मुश्किल होता है, औरत को औरत होना, मां होना, बहन होना, पत्नी होना..!!
जीवन में रिश्तें नही बल्कि रिश्तों में जीवन होना ज्यादा जरुरी है…
पति पत्नी का प्यार और करवा चौथ का त्योहार – करवा चौथ स्पेशल – Husband Wife Relationship Tip in Hindi
Leave a Reply