Teenager बच्चों से कैसे Deal करें Parents – Parenting Tips for Teenagers in Hindi – पेरेंट्स के लिए teens को डील करना आसान नही है… Parenting teens is not easy. छोटे बच्चों का ख्याल रखना तो मुशकिल होता ही है पर जैसे जैसे बच्चा बडा होता है टीन एज मे जाता है उसमे बदलाव आना शुरु हो जाता है ऐसे में बच्चे की अच्छी डेवलेमेंट हो और इसके लिए बहुत अच्छा वातावरण बनाना पडता है जहां पेरेंटस lenient भी न हो… और dictator भी न लगें. इन्हे स्वतंत्रता भी दें और एक दायरे में भी रखें तो कैसे करें पैरेंटस उनके साथ डील ?? छूट भी दी हो और तानाशाह भी न बनें.. तो क्या करें.
Teenager बच्चों से कैसे Deal करें Parents
इसके लिए मैं आज लाई हूं 7 टिप्स
1. Be patient
सबसे पहले तो धैर्य रखें. बहुत जरुरी है… ज्यादा प्यार दिखाया तो बच्चे बिगड जाएगा हर मांग पूरी करेंगें तो बच्चा बिगड जाएगा तो ऐसे में बहुत सोच समझ कर डील करना होगा.. इसके लिए Be patient होना ही पडेगा.. अगर कोई बात बच्चा मान नही रहा तो बजाय झगडा चिल्लाने के उसे समझाएं..
- बच्चे की भावनाओ का सम्मान करना – इस एज में बच्चों को शीशे के आगे खडा होना, फैशन के कपडे पहनना, स्टाईल के बाल बनाने का बहुत शौक होता है… वो नई नई चीजे ट्राई करता है ऐसे मे कई पैरेंटस हंसते हैं मजाक बनाते हैं कि पता नही तुम्हारी पीढी को क्या हो गया है या जोकर लग रहे हो .. ऐसा नही बोलना चाहिए… नई पीढी पुरानी पीढी का फर्क तो हम खुद ही कह कर बना रहे हैं इसलिए उनकी भावनाओ का सम्मान करना चाहिए और अगर अच्छा न लगे तो इस तरीके से कहिए कि उन्हें समझ भी आ जाए और बुरा भी न लगे…
- Treat them like a teen, not a child. बच्चों के साथ टीन की तरह व्यवहार करें ना कि बच्चे की तरह … आमतौर पर कई पैरेंटस खास तौर पर मदर्स बच्चे के साथ वैसा ही करती है जैसा बचपन मे किया करती थी जैसा कि गाल खींचना, बच्चों की तरह बात करना.. ऐसे में अगर बच्चा अपने दोस्तों के साथ खडा होगा तो उसे अच्छा न्ही लगता … वो जरुर कहता है क्या मम्मी मैं बच्चा नही हूं अब … तो जब बच्चा बडा हो जाए तो उससे उसी तरह से बर्ताव करें. बच्चों के निक नाम से बुलाना बच्चा पसंद नही करता इसलिए जो उसे पसंद न हो वो नही करना चाहिए… इसलिए कई बच्चे अपने पेरेंटस को फेसबुक पर फ्रेंड नही बनाते कि ना जाने क्या लिख दें.
4. बच्चों के दोस्त बहुत खास होते हैं टीन एज में बच्चों के सबसे प्रिय होते हैं उनके दोस्त … और पैरेंटस को जरा भी पसंद नही होते उनके दोस्त… अब क्या करना चाहिए दोस्तों का हमेशा वेलकम करना चाहिए… इसका एक फायदा ये होता है कि अगर दोस्त घर आते हैं तो पैरेंटस को अनके बारे में पता चल जाता है कि किस तरह के दोस्त है अगर वो अच्छे हैं तो बहुत अच्छी बात है और अगर वो अच्छे नही है तो उन्हे समझाया जा सकता है…
5. दायरे में रहना सीखाएं … टीन एजर को freedom भी चाहिए और independence बच्चे को स्वतंत्रता भी चाहिए और आजादी भी … और बेशक दोनो देनी चाहिए पर एक दायरा भी निश्चित कर देना चाहिए और ये जरुर बताना चाहिए कि क्या सही है और क्या गलत… ऐसा भी ना हो कि हम ताना शाह ही बन जाएं…
6 . Be a friend more than a parent
बच्चों के दोस्त बन जाईए देखिए बच्चे की हर बात जानने के लिए बहुत जरुरी है कि पैरेंटस को बच्चे का दोस्त बन जाना चाहिए ताकि वो हर बात शेयर करे और उन्हे पता चलता रहे… … reasonable बनिए.. ऐसे नही हो रात आठ बजे तक सो जाओ … ये मत करो वो करो… ज्यादा बातें मत डालिए उससे बच्चे वहां घुटन महसूस करेगें. बच्चे के लिए हमेशा मौजूद रहिए.. ये नही कि जब जरुरत हो तो मीटिंग में हूं या फोन पर ही बात कर रहे है. Share experiences to guide them कई बार बच्चे को कुछ समझाओ तो वो समझते नही ऐसे कई बार अपना अनुभव बताईए कि जब मैं तुम्हारी एज की थी तो एक बार ऐसा हुआ था … वैसा हुआ था तो बच्चे ज्यादा ध्यान से सुनते हैं
7. बच्चों पर विश्वास रखें… बार बार शक भी न जताए .. ना ही जासूसी करें.. बच्चा अगर बोल कर जाए कि वो दोस्त के साथ पिक्चर जा रहा है तो जासूसी न करें कि उन पर विश्वास दिखाईए ..अगर बच्चों के दोस्तों से पूछ्ताछ करेंगें तो उनको पता चल ही जाएगा …
बच्चे इसे अच्छा नही मानते … Set a good example.. उन्हें ये जताईए कि हमे आप पर विश्वास है रोल मॉडल बनें
Teenager बच्चों से कैसे Deal करें Parents – Parenting Tips for Teenagers in Hindi
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