People Talking behind Your Back – कोई बुराई करे तो क्या करें – Deal with Backbiters – Monica Gupta – क्या करें जब कोई बुराई करे तो… उनसे कैसे डील करें… देखिए ये एक ऐसी आदत जो आमतौर पर बहुत लोगो में पाई जाती है चाहे घर परिवार हो, पडोस हो, रिश्तेदार हो आफिस हो.. मैं इसके 7 बातें बता रही हूं कि कैसे डील किया जाए..
People Talking behind Your Back – कोई बुराई करे तो क्या करें – Deal with Backbiters –
1.सबसे पहले तो खुद को ensure कीजिए कि कहीं ये आदत आप मे तो नही.. अगर है तो इसे ठीक कर लीजिए… कोशिश कीजिए कि आपने कभी किसी की बुराई नही करनी..
- उन लोगो से दूर रहिए जो बुराई करते हैं… क्योकि अगर हम उनके साथ बैठेगें गप्पें मारेंगें तो यकीनन उधर उधर की बातें भी जरुर होंगीं..
- तीसरी बात आती है अगर आपको पता लगा है कि कोई आपकी बुराई कर रहा है तो आप सच्चाई का पता लगाईए कि ऐसी बात हुई कैसे ?
- ये पता लगने के बाद आप शांत रहिए… कई बार सुनते ही हम ओवर रिएक्ट करने लगते हैं.. बहुत गुस्सा आ जाता है कि उसकी हिम्मत कैसे हुई… और हम भी बोलने लगते हैं बुराई करने लगते हैं.. यही वो चाहता है..
- जो हमारी बुराई कर रहा है उससे क्लीयर करें.. बजाय इधर उधर बात करने के उससे सीधा बात करें कि मैंने ऐसा सुना है.. क्या बात है.. बताओ मुझे जो भी बात या कंफ्यूजन है उसे दूर करना चाहिए..
- सम्बंध अच्छे बनाए… अगर वो मान जाता है कि मै ने ऐसा कहा तो उसे माफ कर दीजिए और उसकी कुछ अच्छी बातें सामने लाएं ताकि वो भी ऐसी बातों से दूर रह सके.. उसे मोटिवेट करें एनकरेज करें..
- अपनी इमेज अच्छी बनाईए.. जहां भी आप बैठे जिससे भी बात करें कभी किसी की बुराई न करे… आपकी ईमेज ऐसी हो कि जब कोई बात करे कि आपने कुछ ऐसा कहा है कि कोई विश्वास ही न करे…
वैसे जब भी मैं इस बारे में बात करती हूं तो महान दार्शनिक सुकरात का एक प्रसंग हमेशा मेरे जहन में आ जाता है… मैनें अपनी एक वीडियो में सुनाया भी था कि सुकरात के जानकार उन्हे रास्ते में मिलते हैं और कहते हैं मैंने आपके एक दोस्त के बारे में कुछ सुना है.. सुकरात कहते हैं एक मिनट पहले मेरी तीन बातों का जवाब दो फिर बताना …
क्या आप 100% दावे से यह कह सकते हो कि जो बात आप मुझे बताने जा रहे हो वह पूरी तरह से सच है ??
नहीं, असल में मैंने सुना है कि…
ठीक है…. आप जो भी बताने जा रहे हो क्या उसमें कोई अच्छी बात है?
नहीं, बल्कि वह तो “अच्छा”, सुकरात ने कहा, “इसका मतलब यह है कि आप मुझे जो कुछ सुनाने वाले थे उसमें कोई भलाई की बात नहीं है और आप यह भी नहीं जानते कि वह सच है या झूठ
जो बात आप मुझे बतानेवाले थे, क्या वह मेरे किसी काम की है?
नहीं, ऐसा तो नहीं है”, परिचित ने असहज होते हुए कहा
बस, हो गया… सुकरात ने कहा, जो बात आप मुझे बताने वाले थे वह न तो सच है न अच्छी है न काम की है, तो मैं उसे जानने में अपना कीमती समय क्यों नष्ट करूं?
People Talking behind Your Back – कोई बुराई करे तो क्या करें – Deal with Backbiters – Monica Gupta
बुराई की मिसाल ऐसे हैं जैसे पहाड से नीचे उतरना.. एक कदम उठाओ बाकि कदम उठते चले जाते हैं…
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