Saas Bahu Problems – क्यों होते हैं सास बहू के झगड़े – सास बहू में क्यों नहीं बनती – Monica Gupta – #GoodRelationshipTipsInHindi – Saas Bahu Problems – सास बहू में क्यों नहीं बनती Saas Bahu Relationship – सास बहू का रिश्ता – सास बहू की लड़ाई – किन बातों में होते हैं सास बहू के लड़ाई झगड़े .. सास बहु का नाम जहन में आते ही बस एक ही बात आती है वो है लड़ाई झगड़े.. अब सोचने वाली बात ये है कि आखिर होते क्यो हैं झग़डे .. वजह देखा जाए तो बहुत सी होती हैं पर जो बहुत मेंन मेंन वजह हैं 7 वो मैं आपसे शेयर कर रही हूं..
Saas Bahu Problems – क्यों होते हैं सास बहू के झगड़े – सास बहू में क्यों नहीं बनती
1 जनरेशन generation गैप
एक सास इतने सालों से एक सास अपने घर को सम्भाल रही थी वहीं अब बहु आ गई है घर सम्भालने.. यकीनन बहुत बदलाव भी आया है समय में… पहले समय में जो कह दिया आखं मूंद कर बहु को करना ही पडता था. लेकिन अब बदलाव आया है लडकिया पढी लिखी भी हैं और नौकरी भी करती हैं तो सोच में बहुत बदलाव आया है वो थोडी खुले विचारों की है जबकि सास बहुत ज्यादा आजाद ख्यालात नही है… तो ऐसे में 50/ 50 दोनो को झुकना चाहिए… बहु को भी अपनी मर्यादा में रहना चाहिए क्योकि अब वो शादी होकर अपने ससुराल आ गई है… कुछ दायरा बना कर रखना चाहिए… थोडा सा बदलते समय के साथ बदल जाना चाहिए…
2. रीति रिवाज – ट्रेडिशन
हर घर के कुछ रीति रिवाज होते हैं. सास तो इतने सालों से उसे मानती आ रही है वो चाहती है कि बहु भी मानें.. उन के बारे अगर समझाए अगर वो अपनाती हैं तो बहुत अच्छी बात है और अगर नही तो इसे मुद्दा नही बनाना चाहिए… बहुत बार व्रत रखने होते हैं और बहु जाती हैं ऑफिस… सम्भव नही तो जबरदस्ती न करें पर बहु को भी चाहिए बजाय इन रीति रिवाजो को Criticize न करे.. बेशक माने नही पर Criticize करना भी सही नही.. इससे भावनाओं को चोट पहुंचती है..
3. रहनसहन – कल्चर
हर परिवार का अपना रहन सहन अपना क्ल्चर होता है चाहे खाने पीने की बात तो या पहनावे की.. कई बार बाते भी दूरिया पैदा कर देती हैं.. खान पान भी बहुत बार मुद्दा बन जाता है… बेटा अपनी पत्नी को बोलता है कि मां के हाथ के खाने का जवाब नही तुम्हारे खाने में वैसा स्वाद नही.. वही बहु भी बोलती है कि हमारे यहां तो इस तरह का खाना नही खाते… यहां तो उबला खाना खाया जाता है हमारे यहा तो खूब मसालेदार खाना खाते हैं.. तो तो समय लगता है… बजाय टोका नई जगह नए तौर तरीके सीखने में समय लगता है.. तो जैसा बन रहा है उसे एप्रीशिएट करना चाहिए और सीखते रहना चाहिए और सीखते रहना चाहिए… बात को कई बार सम्भाल भी लेना चाहिए जैसा कि डायनिंग टेबल पर ससुर भी बात कुछ ऐसे सम्भाल सकते हैं कि कि आज जैसा बहु ने खाना बनाया ऐसा मेरी मां बनाती थी… बेटे को भी टोका टाकी नही करनी चाहिए.. वैसे बात आगे बढानी हो यानि झडा ही करना हो तो राई का पहाड बनाते देर नही लगती… पर समझदारी से काम लेना चाहिए.. या बात वही खत्म करनी हो ये हमारे हाथ मे ही होता है…
और जैसे मान लीजिए साडी की ही बात लें कि हमारे परिवार में किसी ने सलवार सूट नही पहना.. साडी ही पहननी होगी और घूंधट भी करना होगा… अब ऐसे में बहु नही मानेगी तो झग़डा होगा तो ऐसे में थोडा सास को भी बदलना होगा कि कोई बात नही घर का काम करते हुए सूट पहन सकती हो पर बाहर किसी शादी या किसी समारोह में जाए तो साडी पहनना.. एक दूसरे के sentiment की कदर करनी होगी..
4. मायका
बहुत घरों में मायका भी बहुत बडा मुद्दा बनता है.. बहु बहुत ज्यादा समय फोन पर ही लगी रहती है अपनी मम्मी या भाभी से ही बात करती रहती है.. या बहु की मां बहुत ज्यादा दखलंदाजी करती है.. वही सास भी हर बात अपनी बेटी को फोन करके बताती रहती है… आज बहु ने ये किया आज ऐसा हुआ वैसा हुआ.. तो सास बहु दोनो को चाहिए कि अपनी अपनी सीमा में रहें और बात बात फोन करके बताने की आदत से भी दूरी बनाए रखें.. जब पति शाम को घर आए तब भी फोन पर लगे रहना.. बात करते रहना एक गुस्सा भर देता है तो बात जरुर कीजिए पर समय देख कर…
5. बेटा
अक्सर सास बोलती है कि मेरा बेटा मेरे हाथ से निकल गया सुनता ही नही वहीं बहु बोलती है कि सारा समय अपनी मम्मी की ही सुनते हैं मेरी सुनते ही नही… दोनो अपना अधिकार जताती हैं… बचपन से मां ने बेटे की देखभाल की.. सारे काम मां से पूछ कर करता था और आज.. वही बहु को लगता है कि मेरे पति है उन्हें मेरी सुननी चाहिए… जबकी कोई भी बात हो बजाय तेरा मेरा करने के उन्हें आदर दें और एक बेटा एक पति होने के नाते उनकी भावनाओं को भी समझें.. मां को भी चाहिए कि बेटे बहु की बात में बार बार इंटर फियर न करे.. बेटा और बहु को सारी जिंदगी एक साथ बितानी है तो उनके सम्बंध मजबूत बननए की कोशिश करनी चाहिए
6. तुलना
बात बात पर तुलना करना भी रिश्ते में कडवाहट भर देता है. सास अपनी बेटी या दूसरी बहू से तुलना करेगी… Criticizingवही बहु हमारे मायके में तो ये है वो है… जब एक घर मे रह रहे हैं तो फिर इस घर को बेहतर कैसे बनाना है इस पर काम किया जाना चाहिए ना कि तुलना करके एक दूसरे को नीचा दिखाने का प्रयास करना चाहिए.. अगर सास बुराई करती है बहु की तो एक तरह से वो अपनी बुराई कर रही है क्योकि अब वो दो नही एक परिवार हैं… उसकी बुराई यानि खुद की बुराई..
7. अपनेपन की फीलिंग का अभाव DIL- MIL कर ही नही रहते.. मैनें अपनी एक पहली वीडियो में भी बताया था कि अंग्रेजी ने तो दोल मिला दिए पर हम नही मिला पाए.. अंग्रेजी में Daughter in law – Mother in law बोलते हैं ना यानि DIL- MIL.. पर वो हैं कि मैं क्यों झुकू मैं क्यो झुकू बात ले कर बैठ जाती है..
प्यार, अपनेपन की फीलिंग डेवलेप नही करती जबकि करनी चाहिए.. मैंने शुरु में कहा कि सास बहु का नाम लेते ही जहन में आता है लडाई झगडा. क्यो नही हमारे मन में प्यार और विश्वास आता… वो शायद इसलिए कि एक बहु जब शादी होकर ससुराल जाती है तो नेगेटिविटी भी साथ लेकर जाती है कि ना जाने कैसी सास मिलेगी.. वही सास की भी यही सोच होती है कि मार्डन बहू है बहुत नखरे होंगें.. तो इसे बदलना होगा.. एक बहू को उनमे मां और सास को उसमें बेटी खोजनी होगी… छोटी छोटी बातो को तूल न देकर अपने घर संसार को सहेजना होगा… वैसे सास बहु का रिश्ता मां बेटी जैसा क्यो जरुरी है और इसे कैसे बनाएं ये मैं अगली वीडियो में जरुर बताऊंगी पर फिलहाल ये जो छोटे मोटे झगडे होते हैं इन को अपने प्यार affection और कुशल व्यवहार से आसानी से दूर किया जा सकता है..
बहुत तनाव वाला विषय था तो कुछ हल्का सा माहौल हो जाए .. एक बार घर पर मेहमान आए तो सास बोली बहु मेहमान आए हैं कुछ बना लो.. तो बहु ने तुरंत बना लिया.. फटाफट जी मांजी करते हुए.. और वो पता है क्या था.. वो था मुंह बना लिया…
बस खुश रहिए.. देखिए रहना तो है ही सारी जिंदगी एक साथ… खुश होकर मिलकर रहेगें तो समय अच्छा बीत जाएगा नही तो …
Saas Bahu Problems
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