क्लिक कीजिए और सुनिए 2 मिनट और 15 सैकिंड की ऑडियो
महिलाएं और आत्मरक्षा – ऑडियो
पिछ्ले कुछ समय से रेप, बलात्कार , महिला असुरक्षा जैसी बातों से दो चार होना पड रहा है. एक सरकार दूसरी सरकार पर इसका ठीकरा फोड रही है और प्रशासन और पुलिस अपने कर्मचारियों को सस्पैंड करके इति श्री कर लेते हैं और वही चैनल वाले एक एक घंटे तक इस मुद्दे पर बहस करते हैं और फिर विज्ञापन दिखाते हैं फलां राज्य उन्नति के पथ पर है..
ऐसे में दिमाग खराब हो रहा है … सच पूछिए तो महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई सचेत नही है… रही सही कसर पूरी कर रहा है सोशल मीडिया जहां इतनी नकारात्मकता भरी हुई है कि अगर कुछ अच्छा भी है तो भी अच्छा नही दिखेगा ऐसे में क्या करें … सबसे बडा सवाल … तो आईए सुनिए ये ऑडियो … शायद आपको कुछ सकारात्मक जवाब ही मिल जाए …
मोनिका गुप्ता का नमस्कार. बात लगभग एक महीने पहले की है. घर के सामने बिजली की तार पर एक पंतग अटकी हुई थी. मैंने इसे देखते हुए सोचा कि एक बार यह फटनी और तार तार होनी शुरु हो जाए फिर अच्छी सी कविता लिखूगी कि हाय पतंग, तेरा क्या जीवन और फिर उस पंतग को महिलाओ से जोडूगी कि महिला का जीवन भी पंतग जैसा निरीह, बेचारा है तार तार है …देखते ही देखते इस बात को 2 दिन बीते फिर दस दिन और फिर बीस दिन पर आशा मे विपरीत पंतंग को कुछ भी नही हुआ और आज उसे तार पर टंगे हुए महीना हो गया है पर पूरे विश्वास के साथ हवा में हवा मे झूल रही है.
तब मन में विचार आया कि अगर हम महिलाएं भी स्वयं को मजबूत रखें और हर situation में अपना आत्म विश्वास बनाए रखें तो हमें कोई चीज हमें तोड नही सकती पर….पर पर इसके लिए हमें अपने ही नियम कानून बनाए होगें , अपने लिए लक्षमण रेखा खींचनी होगी वो चाहे घर हो या बाहर.
हमें खुद को जागरुक रखना पडेगा हैल्प लाईन नम्बर, पुलिस नम्बर ना सिर्फ हमेशा याद रखने पडेगे बल्कि सभी नम्बर्स में सबसे पहले सबसे उपर रखना पडेगा, देर रात जब भी कैब आदि में आना जाना हो तो बैठते ही उसका नम्बर नोट करके घर मैसेज करना होगा .
घर से बाहर निकलते समय या ट्रैवल करते समय जूलरी भी कम पहननी होगी.
आज के समय को देखते हुए, दिन हो या रात सडक पर पूरे आत्म विश्वास के साथ चलना होगा ना कि डरी सहमी और धबराई छुई मुई की तरह , बैग में हमेशा चिली स्प्रे, या चाकू जैसा कुछ भी नुकीला रखना होगा.
अंजान लोगो से भी बात करने से बचना होगा चाहे वो सोशल साईटस हों या असल जिंदगी में. बेशक जूडे कराटे भी सीखना चाहिए ताकि कभी मुसीबत पडने पर खुद को बचाया जा सके पर उससे पहले अगर कुछ छोटी छोटी बातों पर ही ध्यान देंगें तो बडी दुर्धटना भी टाली जा सकती है…
इस पंतग ने मेरी सोच को नई दिशा दे डाली… वाकई अब रोने या घबराने से बात नही बनेगी क्योकि जितनी ऐसी नेगेटिव बाते पढेंगें हमारी सोच भी वैसी होती जाएगी और अब समय वैसा नही है खुद को मोटीवेट करते हुए साहस के साथ आगे बढना होगा अब तो आत्मविश्वासी बनना ही होगा.
वैसे अगर इसी कनटेस्ट में आपके पास भी कोई टिप्स हों तो जरुर बताईएगा … मुझे इंतजार रहेगा.. कल फिर मिलूगी एक नए कोंफिडेंस … ओह मेरा मतलब एक नए टोपिक के साथ
तब तक अपना ख्याल रखिए… बी बोल्ड… .बाय बाय
महिलाएं – रेप और सरकार की उदासीनता – Monica Gupta
बुलंदशहर हाइवे गैंगरेप: पिता ने बताई उस खौफनाक रात की कहानी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 91 पर शुक्रवार रात मां-बेटी के साथ हुए बलात्कार कांड के पीड़ित परिवार गहरे सदमे में है। एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में नाबालिग के पिता ने कहा है कि अगर 3 महीने के अंदर न्याय नहीं मिला, तो उनका पूरा परिवार खुदकुशी कर लेगा। उन्होंने अपने परिवार पर गुजरे दर्द को भी साझा किया। read more at indiatimes.com read more at monicagupta.info