Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

  • About Me
  • Blog
  • Contact
  • Home
  • Blog
  • Articles
    • Poems
    • Stories
  • Blogging
    • Blogging Tips
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Kids n Teens
  • Contact
You are here: Home / Archives for इंसान और भगवान

June 8, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

इंसान और भगवान – अच्छे इंसान का गुण

इंसान और भगवान

इंसान और भगवान – अच्छे इंसान का गुण – इंसान की पहचान ऐसे भी हो सकती है – अगर अच्छा इंसान बनना है तो परोपकार की भावना होनी चाहिए … क्योकि जब हम किसी की मदद की सोचते हैं तो भगवान हमारा भला करते हैं … इसी बारे में एक कहानी- परोपकार पर छोटी कहानी-

इंसान और भगवान – अच्छे इंसान का गुण

एक बार भगवान सैर पर निकले तो उन्होंने रास्ते में एक गरीब आदमी को भीख माँगते देखा। भगवान को उस पर दया आ गयी और उन्होंने उस आदमी को खूब सारे पैसे दिए जिसे पाकर आदमी खुश हुआ और जब घर जा रहा था तो रास्ते में

में एक चोर  ने उससे वो सारे पैसे छीन लिए। आदमी  दुखी होकर फिर से भीख मांगने लग गया। अगले दिन फिर भगवान  की नजर  जब उस आदमी  पर पड़ी तो उन्होंने उससे इसका कारण पूछा।

आदमी ने सारा विवरण बता दिया, उसकी व्यथा सुनकर भगवान  को फिर से उस पर दया आ गयी और इस बार उन्होंने आदमी को बहुत महंगा एक मोती दिया।   आदमी उसे लेकर घर पहुंचा उसके घर में एक पुराना घड़ा था जो बहुत समय से प्रयोग नहीं किया गया था, आदमी ने चोरी होने के भय से माणिक उस घड़े में छुपा दिया और सो गया

 

इस बीच उस आदमी  की पत्नी नदी में पानी लेने चली गयी किन्तु मार्ग में ही उसका घड़ा टूट गया, उसने सोचा, घर में जो पुराना घड़ा पड़ा है उसे ले आती हूँ, ऐसा विचार कर वह घर लौटी और उस पुराने घड़े को ले कर चली गई और जैसे ही उसने घड़े को नदी में डुबोया वह माणिक भी जल की धारा के साथ बह गया। आदमी  को जब यह बात पता चली तो अपने भाग्य को कोसता हुआ वह फिर भीख मांगने लग गया।

भगवान ने जब फिर उसे इस गरीबी  में देखा तो जाकर उसका कारण पूछा। सारी बात सुनकर उन्हें बहुत दुख हुआ अब उन्होने उस आदमी को दो पैसे दान में दिए।

अब आदमी सोच रहा था पहले पैसे चोर ले गया, मोती पानी में चला गया … अब दो पैसे का क्या करुंगा इससे तो कुछ नही आएगा …

अखिर भगवान ने इतना कम क्यों दिया? प्रभु की यह कैसी लीला है ? ऐसा विचार करता हुआ वह चला जा रहा था उसकी नजर  एक मछुवारे पर पड़ी, उसने देखा कि मछुवारे के जाल में एक मछली फसी है, और वह छूटने के लिए तड़प रही है ।

आदमी को उस मछली पर दया आ गयी। उसने सोचा “इन दो पैसो से पेट की आग तो बुझेगी नहीं। क्यों न इस मछली के प्राण ही बचा लिए जाये। यह सोचकर उसने दो पैसो में उस मछली का सौदा कर लिया और मछली को अपने बर्तन में डाल लिया उसमे पानी भरा और मछली को नदी में छोड़ने चल पड़ा।

तभी मछली के मुख से कुछ निकला। उस गरीब  आदमी  ने देखा, वह वही माणिक था जो उसने घड़े में छिपाया था। आदमी खुशी के मारे चिल्लाने लगा “मिल गया, मिल गया ”..!!!

तभी भाग्यवश वह लुटेरा भी वहाँ से गुजर रहा था जिसने आदमी से पैसे लूटे थे जब उसने सुना कि  आदमी चिल्ला रहा है कि मिल गया मिल गया तो शायद इसने मुझे देख लिया और पहचान लिया ..

अब ये राजा के पास जाकर शिकायत न कर दे तो वो उस आदमी के पास गया और उसे सारा लूटा पैसा वापिस कर दिया .. डरकर वह आदमी से रोते हुए क्षमा मांगने लगा और पैसे उसे वापस कर दिए

अब ये हुआ कैसे….  इस बारे में भगवान बताते है कि जब उसे पैसे दिए या जब उसे मोती दिया तब उसने सिर्फ अपने सुख के बारे में ही सोचा… किन्तु जब मैंने उसको दो पैसे दिए…  तब उसने दूसरे के दुःख के बारे में सोचा। हम  दूसरे का भला कर रहे होते हैं, तब हम भगवान का कार्य कर रहे होते हैं, और तब ईश्वर आपके साथ होते हैं।

इसी तरह जिंदगी में भी जो इंसान दूसरों के बारे में अच्छा सोचता है उसके साथ हमेशा ही अच्छा होता है। ऐसा करने से दूसरों को तो ख़ुशी मिलती है साथ ही खुद को भी जिंदगी जीने कई प्रेरणा मिलती है

Subscribe to my channel for more  videos:
https://monicagupta.info/subscribe-youtube-channel

इंसान और भगवान , अच्छे इंसान की पहचान, परोपकार पर छोटी कहानी , अच्छे गुण

March 25, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

धोखा किससे – भगवान से या अपने आप से

मटके का पानी छी होता है क्या

धोखा किससे – भगवान से या अपने आप से – ईश्वर से मन्नत मांग कर उन्हें जो बोला है बोल कर भी उसे पूरा न करना क्या कहा जाएगा???  इसे हम … भूलना तो नही कह सकते… ये हमारी negligence लापरवाही भी नही है… या फिर मतलबी … मतलब निकल गया तो … पहचानते नही …कि कोई बात नही भगवान भगवान ही तो हैं … वो कौन सा पूछ्ने आ रहे हैं …!!

धोखा किससे – भगवान से या अपने आप से

थोडी देर पहले एक सहेली मिली वो मंदिर से आ रही थी बोली पिछ्ली साल एक मन्नत मांगी थी वो तो पूरी हो गई पर उसका प्रशाद चढाना रह गया था … आज फिर एक परेशानी आई तब याद आया कि अभी पहले वाली भी पूरी नही की थी … इसलिए अब पहले वाली के लिए आई हूं और इस बार भी इच्छा पूरी कर दो तो जल्दी ही चढावा चढा दूंगीं … वैसे क्या कहेंगें इसे हम … भूलना तो नही कह सकते , ये हमारी negligence लापरवाही भी नही है… मतलबी … मतलब निकल गया तो … पहचानते नही आपको पता है कि नही दिया तो कोई ना कोई बात नही भगवान कौन सा पूछ्ने आ रहे हैं …

ऐसी सोच से प्रभावित होकर बहुत समय पहले मैने एक कहानी लिखी थी … चलिए आज वो कहानी ही सुनाती हूं…  एक आदमी स्मगलिंग का काम करता है एक राज्य से दूसरे राज्य सामान बेचता है और खूब कमाता है …

 

एक दिन वो बहुत सामान लेकर दूसरे राज्य जा रहा होता है और कार की स्पीड 120 पर होती है और अपनी गर्ल फ्रेंड को फोन करता है शाम तक वो पहुंच जाएगा और होटल का बताता है कि वहां मिलेंगें … जब वो जा रहा होता है तभी दूर  नजर पडती है एक पुलिस का नाका लगा होता है और उसकी जान निकल जाती है और कार की रफ्तार अचानक 40 पर कर लेता है और मन ही मन सारे देवी देवर्ताओ को याद करता है कि हे भगवान मुझे बचा लो ..

मैं आगे से ये काम ही करना छोड दूंगा सोचता है कि कितनी खूबसूरत पत्नी दी है भगवान ने और फूल जैसे दो बच्चे जब पता लगेगा कि उनका बाप चोरी करता है गलत काम करता है तो क्या बीतेगी उनपर …

हे भगवान बस एक बार इस बार बस इस बार माफ कर दो मेरे बच्चों की खातिर देखना  मैं कितना अच्छा इंसान बन कर दिखाऊंगा … नाका पास आता जा रहा था और इसकी दिल की धडकन बढती ही जा रही थी उसे लग रहा था कि बस अब उसे दिल का दौरा पडने वाला है..अटैक आने वाला है

नाका आ चुका था. खुद को नोर्मल बनाते हुए उसे कार रोकी … पुलिस वाला उसकी कार के पास आया और शीशा नीचे करने का इशारा किया बोला … इसने शीशा नीचा किया इतने में पुलिस वाला बोला कि कार थोडी सी धीरे चलाईएगा … मंत्री जी कार आने वाली है सामने से … और मुड गया … उसने लम्बी सांस भरी … और कार दौडा ली …

अब वही वो 120 की स्पीड पर जा रहा था और अपने बॉस को फोन कर रहा था कि बॉस काम हो गया … अगली डिलवरी कहां करनी है बता देना  और फिर अपनी उसी गर्ल फ्रेंड को फोन मिला लिया … किससे धोखा – भगवान से या अपने आप से  जरुर सोचिएगा … कल फिर मिलूगी

 

धोखा
धोखा किससे – भगवान से या अपने आप से , जरा सोचिए , इंसान की फितरत, इंसान की सोच, इंसान की पहचान, इंसान और इंसानियत, इंसान और भगवान

Subscribe to my channel for more videos:

https://monicagupta.info/subscribe-youtube-channel

Stay Connected

  • Facebook
  • Instagram
  • Pinterest
  • Twitter
  • YouTube

Categories

छोटे बच्चों की सारी जिद मान लेना सही नही

Blogging Tips in Hindi

Blogging Tips in Hindi Blogging यानि आज के समय में अपनी feeling अपने experience, अपने thoughts को शेयर करने के साथ साथ Source of Income का सबसे सशक्त माध्यम है  जिसे आज लोग अपना करियर बनाने में गर्व का अनुभव करने लगे हैं कि मैं हूं ब्लागर. बहुत लोग ऐसे हैं जो लम्बें समय से […]

GST बोले तो

GST बोले तो

GST बोले तो –  चाहे मीडिया हो या समाचार पत्र जीएसटी की खबरे ही खबरें सुनाई देती हैं पर हर कोई कंफ्यूज है कि आखिर होगा क्या  ?  क्या ये सही कदम है या  देशवासी दुखी ही रहें …  GST बोले तो Goods and Service Tax.  The full form of GST is Goods and Services Tax. […]

डर के आगे ही जीत है - डर दूर करने के तरीका ये भी

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing –  Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]

  • Home
  • Blog
  • Articles
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Poems
  • Stories
  • Kids n Teens
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Disclaimer
  • Anti Spam Policy
  • Copyright Act Notice

© Copyright 2024-25 · Monica gupta · All Rights Reserved