Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

  • About Me
  • Blog
  • Contact
  • Home
  • Blog
  • Articles
    • Poems
    • Stories
  • Blogging
    • Blogging Tips
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Kids n Teens
  • Contact
You are here: Home / Archives for ब्लाग

June 24, 2015 By Monica Gupta

Package

Package…cartoon package by monica gupta

Package  आमतौर पर जब भी किसी को नई नौकरी मिलती है तो लोगों का यही सवाल होता है कि Package क्या है .. कितना है … पर हमारी ये मैडम जी भी महान है … इन्होनें शादी की है बेटे की और खुशी खुशी बता रही है कि बहुत सारा कैश, प्लैट , गहने और कार के साथ पैकेज में बहू आई है फ्री… फ्री … फ्री … क्या कहेंगें ऐसी मानसिकता को.. दहेज का लालच हमारे देश से खत्म क्यों नही हो रहा … या हम लोग ही इसे खत्म नही करना चाह्ते … कोई भी शादी हो या सगाई का समारोह… हम शादी मे मिली चीजों की नुमाईश करते नजर आते हैं … बहुत शर्म आती है लोगों की मानसिकता पर

 

 youth job money

अक्सर लोग कहते हैं कि जिनकी शादी नहीं हुई, वे खुशनसीब और खुशहाल हैं। उन्हें तनाव कम है। जिनकी शादी हो गई है, वे तनाव में रहते हैं, कई तरह की पारिवारिक परेशानियों में रहते हैं, उन्हें पैसे की ज्यादा जरूरत रहती है, वगैरह! जिनकी शादी नहीं हुई है, उन्हें भी पैसे की कम जरूरत नहीं होती। हमारा समाज अविवाहित लड़कों की पूरी योग्यता उनकी कमाई से नापता है। उनकी कमाई की ऊंचाई के दायरे में ही समाज उनका मान-सम्मान करता है। परिवार का प्यार भी उनकी कमाई की लंबाई-चौड़ाई के अनुपात में घटता-बढ़ता रहता है। उनके लिए दहेज भी उनकी कमाई के ग्राफ के हिसाब से तय होता है। इसलिए आज माता-पिता की सबसे बड़ी चिंता बेटे की नौकरी हो गई है।

अगर कोई योग्य और समझदार लड़का किसी कारणवश पैसा नहीं कमा पाता है या कम कमाता है, तो उसकी शादी में कई तरह की बाधाएं आती हैं। जबकि एक कम पढ़ा-लिखा और पोंगापंथी लड़का ज्यादा पैसा कमा रहा है, तो उसकी शादी उससे ज्यादा योग्य लड़की से हो जाती है। हमारे समाज के लिए यह सब सामान्य है। लेकिन इस प्रवृत्ति के कारण और परिणाम पर विचार करें तो आश्चर्यजनक तथ्य सामने आएंगे। पैसे की किल्लत और उसके चलते जलालत कई युवाओं को आत्महत्या तक के बारे में सोचने के लिए मजबूर कर देती है। बेरोजगारी का आलम यह है कि योग्यता के अनुरूप काम की क्या कहें, काम के अनुरूप पैसे भी नहीं मिलते हैं। कुंवारे ही अभी सबसे ज्यादा भटकाव और टकराव झेल रहे हैं- पद, पैसा और प्यार के मोर्चे पर।

पद पाने के लिए वे किसी भी तरह का समझौता कर लेते हैं। कहीं भी, कैसे भी और कैसी भी, बस एक नौकरी मिल जाए! एक नौकरी एक युवा की पूरी जिंदगी की दशा-दिशा नियंत्रित करने लगी है। इसी के लिए वे आसानी से भ्रष्टाचार के शिकार भी हो जाते हैं। इसके बाद भ्रष्टाचार का यह घुन उन्हें ऐसे खाता जाता है कि प्रथम श्रेणी का अधिकारी बनने के बाद भी एक अच्छे-खासे पढ़े-लिखे युवा को जेल जाने की नौबत तक आ जाती है, क्योंकि पद के साथ-साथ पैसे का खुमार युवाओं को अंधा कर देता है। वे जायज-नाजायज में फर्क नहीं कर पाते। रातों-रात अमीर बनने और ऐशो-आराम की जिंदगी जीने की ललक उन्हें एक ऐसे अंधे कुएं में ले जाती है, जहां से निकलने का शायद ही कोई रास्ता हो। Read more…

Package

June 23, 2015 By Monica Gupta

तुलसी जी की महिमा

तुलसी जी की महिमाtulsi by monica gupta

 

तुलसी जी की महिमा

घर पर मेरी सहेली आई हुई थी. उसने बाहर तुलसी लगी देखी और बोली बहुत खुश होकर बोली …  वाह तुम्हारे तो तुलसी जी लगी हुई है और वो भी बहुत खिली खिली. मैने हैरानी से कहा तुलसी जी.. उसने बोला कि तुलसी जी बहुत आदर मान का पौधा है.

श्री तुलसी प्रणाम
वृन्दायी तुलसी -देव्यै प्रियायाई केसवास्य च,विष्णु -भक्ति -प्रदे देवी सत्यवात्याई नमो नमः”

मैं श्री वृंदा देवी को प्रणाम करती हूँ जो तुलसी देवी हैं , जो भगवान् केशव की अति प्रिय हैं – हे देवी !आपके प्रसाद स्वरूप , प्राणी मात्र में भक्ति भाव का उदय होता है.

उसने बताया कि तुलसी जी को कई नामों से पुकारा जाता है. इनके आठ नाम मुख्य हैं – वृंदावनी, वृंदा, विश्व पूजिता, विश्व पावनी, पुष्पसारा, नन्दिनी, कृष्ण जीवनी और तुलसी.

 

विश्व में तुलसी को देवी रुप में हर घर में पूजा जाता है. इसकी नियमित पूजा से व्यक्ति को पापों से मुक्ति तथा पुण्य फल में वृद्धि मिलती है. यह बहुत पवित्र मानी जाती है और सभी पूजाओं में देवी तथा देवताओं को अर्पित की जाती है. पद्म पुराण में कहा गया है कि  नर्मदा दर्शन, गंगा स्नान और तुलसी पत्र का संस्पर्श ये तीनो समान पुण्य कारक है .

दर्शनं नार्मदयास्तु गंगास्नानं विशांवर, तुलसी दल संस्पर्श: सम्मेत त्त्रयं”

मैं बहुत हैरानी से उनकी बात सुन रही थी. गंगा स्नान, नर्मदा दर्शन के समान ही इसे भी पवित्र माना गया है सुनकर हैरानी भी हुई और खुशी भी.

उन्होनें बताया कि ऐसा भी सुनने में आता है कि  जो लोग प्रातः काल में गत्रोत्थान पूर्वक अन्य वस्तु का दर्शन ना कर सर्वप्रथम तुलसी का दर्शन करते है उनका अहोरात्रकृत पातक सघ:विनष्ट हो जाता है.

ज्यादा गूढ बातें तो मुझे समझ नही आई पर बाते करते करते हम वही बैठ गए. तभी मुझे ख्याल आया मैने एक बार तुलसी विवाह के बारे में सुना था . मैने  पूछा कि आखिर ये  तुलसी विवाह क्या होता है ?

उन्होनें बताया प्राचीन काल में जालंधर नामक राक्षस ने चारों तरफ़ बड़ा उत्पात मचा रखा था। वह बड़ा वीर तथा पराक्रमी था। उसकी वीरता का रहस्य था, उसकी पत्नी वृंदा का पतिव्रता धर्म। उसी के प्रभाव से वह सर्वजंयी बना हुआ था। जालंधर के उपद्रवों से परेशान देवगण भगवान विष्णु के पास गये तथा रक्षा की गुहार लगाई। उनकी प्रार्थना सुनकर भगवान विष्णु ने वृंदा का पतिव्रता धर्म भंग करने का निश्चय किया। भगवान ने उनके पति का रुप धरा और उसके पास पहुंच गए. जब वृंदा ने देखा कि उसके पति आए हैं तो वो पूजा से उठ गई. और उनके चरण छू लिए … बस वही , उधर, उसका पति जालंधर, जो देवताओं से युद्ध कर रहा था, वृंदा का सतीत्व नष्ट होते ही मारा गया।

जब वृंदा को इस बात का पता लगा तो क्रोधित होकर उसने भगवान विष्णु को शाप दे दिया, ‘जिस प्रकार तुमने छल से मुझे पति वियोग दिया है, उसी प्रकार तुम भी अपनी स्त्री का छलपूर्वक हरण होने पर स्त्री वियोग सहने के लिए मृत्यु लोक में जन्म लोगे।’ यह कहकर वृंदा अपने पति के साथ सती हो गई।

जिस जगह वह सती हुई वहाँ तुलसी का पौधा उत्पन्न हुआ। एक अन्य प्रसंग के अनुसार वृंदा ने विष्णु जी को यह शाप दिया था कि तुमने मेरा सतीत्व भंग किया है। अत: तुम पत्थर के बनोगे। विष्णु बोले, ‘हे वृंदा! यह तुम्हारे सतीत्व का ही फल है कि तुम तुलसी बनकर मेरे साथ ही रहोगी। जो मनुष्य तुम्हारे साथ मेरा विवाह करेगा, वह परम धाम को प्राप्त होगा।’ बिना तुलसी दल के शालिग्राम या विष्णु जी की पूजा अधूरी मानी जाती है। शालिग्राम और तुलसी का विवाह भगवान विष्णु और महालक्ष्मी के विवाह का प्रतीकात्मक विवाह है।

तुलसी का पत्ता, फूल, फल, मूल, शाखा, छाल, तना और मिट्टी आदि सभी पावन हैं। तुलसी दर्शन करने पर समस्त पापों का नाश होता है, स्पर्श करने पर शरीर पवित्र होता है, प्रणाम करने पर रोगों का निवारण करती है, जल से सींचने पर यमराज को भी भय पहुंचाती है, तुलसी का पौधा लगाने से जातक भगवान के समीप आता है। तुलसी को भगवद चरणों में चढ़ाने पर मोक्ष रूपी फल प्राप्त होता है।

अपने घर में एक तुलसी का पौधा जरूर लगाएं। इसे उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्वी दिशा में लगाएं या फिर घर के सामने भी लगा सकते हैं। पारंपरिक ढंग के बने मकानों में रहने वाले ज्यादा सुखी और शांत रहते थे।

तुलसी का धार्मिक महत्व तो है ही लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी तुलसी एक औषधि है। आयुर्वेद में तुलसी को संजीवनी बुटि के समान माना जाता है।तुलसी में कई ऐसे गुण होते हैं जो बड़ी-बड़ी जटिल बीमारियों को दूर करने और उनकी रोकथाम करने में सहायक है। तुलसी का पौधा घर में रहने से उसकी सुगंध वातावरण को पवित्र बनाती है और हवा में मौजूद बीमारी के बैक्टेरिया आदि को नष्ट कर देती है।मान्यता  यह भी है कि तुलसी का पौधा घर में होने से घर वालों को बुरी नजर प्रभावित नहीं कर पाती और अन्य बुराइयां भी घर और घर वालों से दूर ही रहती हैं। तुलसी का पौधा घर का वातावरण पूरी तरह पवित्र और कीटाणुओं से मुक्त रखता है। इसके साथ ही देवी-देवताओं की विशेष कृपा भी उस घर पर बनी रहती है।

अरे वाह तुलसी जी तो गुणों की खान है …plannt

उनके जाने के बाद मैने भी नेट पर सर्च किया तो बहुत बाते लिखी हुई हैं तुलसी जी के बारे में …

1 तुलसी की पत्तियों का रस शहद के साथ मिलाकर चाटने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है। इसे एक प्रकार का टॉनिक माना जाता है।

2 तुलसी की पत्तियों का रस और अदरक मिलाकर चाटने से खांसी में आराम मिलता है और गले की खराश भी दूर होती है।

3 चेहरे पर मुंहासे और दाग-धब्बे होने पर तुलसी की पत्तियों का रस और नींबू के रस को मिलाकर लगाने से चेहरा साफ होता है। खुजली वाले स्थान पर लगाने से खुजली से भी आराम मिलता है।

4 जुकाम होने पर तुलसी और गुड़ से बना काढ़ा पीने से राहत मिलती है।

5 विषैले कीड़े के काटने पर जहर का असर कम करने के लिए तुलसी का रस प्राथमिक उपचार के काम आता है। जिस स्थान पर तुलसी का पौधा लगा हो उसके आस-पास का वातावरण शुद्ध होता है।

6 सफेद और काली तुलसी दोनों में समान गुण होते हैं।

7 तुलसी की पत्तियों को चाय की तरह उबाल कर पीने से पेचिश में आराम मिलता है।

तुलसी के पत्तों का काढ़ा पीने से पित्त के विकार में लाभ मिलता है। जहां तुलसी का पौधा लगा होता है वहां लक्ष्मी जी निवास करती हैं। See more…

तुलसी जी की महिमा अपरमपार है

1 मान्यता है कि तुलसी का पौधा घर में होने से घर वालों को बुरी नजर प्रभावित नहीं कर पाती और अन्य बुराइयां भी घर और घरवालों से दूर ही रहती हैं।

2 तुलसी का पौधा घर का वातावरण पूरी तरह पवित्र और कीटाणुओं से मुक्त रखता है। इसके साथ ही देवी-देवताओं की विशेष कृपा भी उस घर पर बनी रहती है।

3 कार्तिक माह में विष्णु जी का पूजन तुलसी दल से करने का बडा़ ही माहात्म्य है। कार्तिक माह में यदि तुलसी विवाह किया जाए तो कन्यादान के समान पुण्य की प्राप्ति होती है।

पदम पुराण में कहा गया है की तुलसी जी के दर्शन मात्र से सम्पूर्ण पापों की राशि नष्ट हो जाती है,उनके स्पर्श से शरीर पवित्र हो जाता है,उन्हें प्रणाम करने से रोग नष्ट हो जाते है,सींचने से मृत्यु दूर भाग जाती है,तुलसी जी का वृक्ष लगाने से भगवान की सन्निधि प्राप्त होती है,और उन्हें भगवान के चरणों में चढाने से मोक्ष रूप महान फल की प्राप्ति होती है।

अंत काल के समय ,तुलसीदल या आमलकी को मस्तक या देह पर रखने से नरक का द्वार बंद हो जाता है। तुलसी का धार्मिक महत्व तो है ही लेकिन विज्ञान के दृष्टिकोण से भी तुलसी एक औषधि है। आयुर्वेद में तुलसी को संजीवनी बुटि के समान माना जाता है।तुलसी में कई ऐसे गुण होते हैं जो बड़ी-बड़ी जटिल बीमारियों को दूर करने और उनकी रोकथाम करने में सहायक है।

तुलसी का पौधा घर में रहने से उसकी सुगंध वातावरण को पवित्र बनाती है और हवा में मौजूद बीमारी के बैक्टेरिया आदि को नष्ट कर देती है। तुलसी की सुंगध हमें श्वास संबंधी कई रोगों से बचाती है। साथ ही तुलसी की एक पत्ती रोजाना सेवन करने से हमें कभी बुखार नहीं आएगा और इस तरह के सभी रोग हमसे सदा दूर रहते हैं। तुलसी की पत्ती खाने से हमारे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता काफी बढ़ जाती है।

1. तुलसी रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नियंत्रित करने की क्षमता रखती है।

2. शरीर के वजन को नियंत्रित रखने हेतु भी तुलसी अत्यंत गुणकारी है। इसके नियमित सेवन से भारी व्यक्ति का वजन घटता है एवं पतले व्यक्ति का वजन बढ़ता है यानी तुलसी शरीर का वजन आनुपातिक रूप से नियंत्रित करती है।

3. तुलसी के रस की कुछ बूंदों में थोड़ा-सा नमक मिलाकर बेहोश व्यक्ति की नाक में डालने से उसे शीघ्र होश आ जाता है।

4. चाय बनाते समय तुलसी के कुछ पत्ते साथ में उबाल लिए जाएं तो सर्दी, बुखार एवं मांसपेशियों के दर्द में राहत मिलती है। 5. 10 ग्राम तुलसी के रस को 5 ग्राम शहद के साथ सेवन करने से हिचकी एवं अस्थमा के रोगी को ठीक किया जा सकता है। 6. तुलसी के काढ़े में थोड़ा-सा सेंधा नमक एवं पीसी सौंठ मिलाकर सेवन करने से कब्ज दूर होती है।

7. दोपहर भोजन के पश्चात तुलसी की पत्तियां चबाने से पाचन शक्ति मजबूत होती है।

8. 10 ग्राम तुलसी के रस के साथ 5 ग्राम शहद एवं 5 ग्राम पिसी कालीमिर्च का सेवन करने से पाचन शक्ति की कमजोरी समाप्त हो जाती है।

9. दूषित पानी में तुलसी की कुछ ताजी पत्तियां डालने से पानी का शुद्धिकरण किया जा सकता है।

10. रोजाना सुबह पानी के साथ तुलसी की 5 पत्तियां निगलने से कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों एवं दिमाग की कमजोरी से बचा जा सकता है। इससे स्मरण शक्ति को भी मजबूत किया जा सकता है।

11. 4-5 भुने हुए लौंग के साथ तुलसी की पत्ती चूसने से सभी प्रकार की खांसी से मुक्ति पाई जा सकती है।

12. तुलसी के रस में खड़ी शक्‍कर मिलाकर पीने से सीने के दर्द एवं खांसी से मुक्ति पाई जा सकती है।

13. तुलसी के रस को शरीर के चर्मरोग प्रभावित अंगों पर मालिश करने से दाग, एक्जिमा एवं अन्य चर्मरोगों से मुक्ति पाई जा सकती है।

14. तुलसी की पत्तियों को नींबू के रस के साथ पीस कर पेस्ट बनाकर लगाने से एक्जिमा एवं खुजली के रोगों से मुक्ति पाई जा सकती है। Read more…

जय हो तुलसी जी की आप वाकई बहुमुल्य हैं. तुलसी जी की महिमा अपार है !!!

June 22, 2015 By Monica Gupta

सावधान पत्रकार

सावधान पत्रकार

mafia by monica guptaसावधान पत्रकार पहले उत्तर प्रदेश के जोगेंद्र और अब मध्य प्रदेश में भी एक लापता पत्रकार संदीप कोठारी को जलाकर मार डालने की घटना ने स्तब्ध कर दिया .मैं ये नही कहूंगी कि इस मुद्दे पर सारा मीडिया मौन क्यो हैं? क्योकि जानती हूं टीआरपी नही है मिर्च मसाला भी नही है और अगर कुछ बोले तो कही वो खुद ही इसका शिकार न बन जाए .. भले ही अब उनकी मौत आत्महत्या दिखाई जाए पर ऐसे बेबाक और साहसी पत्रकारों को मेरा नमन.

यकीनन सब देख पढ कर बहुत दुख हुआ कि मीडिया ही इस बात पर मौन धारण करके बैठा है. एक छोटी जगह का पत्रकार सुबह से शाम तक  एक खबर बनाने में के लिए पूरा दिन इस उम्मीद से निकाल देता है कि एक स्टोरी के कुछ पैसे मिलेगें और अगर वो धासूं खबर हुई तो ब्रेकिंग न्यूज भी बन सकती है …  और न्यूज चैनल चलाने वाले और कठपुतलिया बने बैठे आका अपना फरमान सुनाते रहते हैं. सच्चाई और बेबाक पत्रकारिता की आवाज को दबा दिया जाता है ..

एक छोटे से शहर की पत्रकार होने के नाते मैने भी बहुत बाते देखी है कुछ का मुकाबला किया तो कुछ पर चुप होकर बैठ गई. इतना जरुर जानती हू कि छोटे शहर के पत्रकार बहुत छोटी छोटी स्टोरी के लिए  मेहनत करते हैं जिसका उनको एक प्रतिशत भी नही मिलता और वही फालफू की खबरो को मात्र टीआरपी बढाने के लिए पूरा पूरा दिन मिल जाता है

मनमोहन सिह जी और मोदी जी के मौन पर मजाक बनाने और हवा देने वाला मीडिया इस मामले में जिस तरह से मौन साधे बैठा है स्तब्ध कर रहा है

 

BBC

शाहजहांपुर में पत्रकार जगेंद्र सिंह की संदिग्ध मौत के बाद अब मध्यप्रदेश के एक पत्रकार संदीप कोठारी की कथित रूप से हत्या की ख़बर आ रही है.

जगेंद्र सिंह की 8 जून को हुई मौत से पहले आख़िरी बयान में उन्होंने पांच पुलिस वाले और राज्य के एक मंत्री के ख़िलाफ़ हमले का आरोप लगाया लेकिन अब तक किसी को गिरफ़्तार नहीं किया गया है जबकि कोठारी की हत्या के बाद तीन लोग गिरफ़्तार किए गए हैं.

छोटे शहरों में पत्रकारों पर बढ़ते हुए हमलों पर उनके अंदर असुरक्षा का माहौल है. मैं शाहजहांपुर में कुछ स्थानीय पत्रकारों से मिला और उनके काम काज के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की.

अंधेरे से एक कमरे में पतलून और बनियान पहने एक आदमी कंप्यूटर पर काम कर रहा है. तेज़ पंखे के बावजूद कमरा काफ़ी गर्म है. दो और लोग वहां अपने कामों में मशगूल हैं. कमरे में रखे कैमरे, ट्राइपॉड और टेप्स को देखकर कोई भी अंदाज़ा लगा सकता है कि ये किसी मीडिया वाले का दफ़्तर है.

यानी अगर अख़बार के एक पत्रकार की किसी एक महीने में 10 कहानियां प्रकाशित हुईं तो उस महीने में उसकी कमाई केवल 1500 रुपए हुई. दूसरे शब्दों में उसकी एक मज़दूर से भी कम कमाई है.

स्थानीय पत्रकार कहते हैं कि कहानी के लिए दूर दूर तक धूप, गर्मी और बरसात में अपने पेट्रोल के ख़र्च पर जाना पड़ता है.

वरिष्ठ पत्रकार सरदार शर्मा ‘स्वतंत्र भारत’ अख़बार के ब्यूरो चीफ़ हैं. उनके अनुसार कम वेतन से बड़ी समस्या ‘पत्रकारिता का अपराधीकरण’ है. See more…

धटना ने स्तब्ध कर दिया है और अब लगता है कि रही सही  सच्चाई और दब जाएगी और फिर खत्म ही हो जाएगी

सावधान पत्रकार

June 20, 2015 By Monica Gupta

Yoga Not now

cartoon yoga no by monica gupta

Yoga Not now देखा जाए तो हम लोग बहाना एक्सपार्ट होते हैं. कोई शक नही चीजों  की सराहना भी करते हैं पर  बहाने भी तैयार होते हैं जैसाकि अब इन श्रीमति जी को ही लीजिए … बहुत प्रशंसा कर रहे हैं कि योग बहुत अच्छा रहता है … योग करना चाहिए पर जब अपने करने की बात आती है तो ये बोल रही हैं कि अच्छा है पर वो अगले साल सोचेगी … अरे !!! सोचेगी … ये भी नही कहा कि अगले साल से करुगी … वो भी सोचेगी … हे भगवान !!!

  IBN Khabar

ये ऐप खासतौर पर उन लोगों को लिए तैयार किया गया है, जिनको घर में समय नहीं मिलता। तो वो फुर्सत में ऑफिस में ही, यहां तक कि अपनी ऑफिस चेयर पर बैठे-बैठे ही, वर्क स्टेशन पर काम करते करते ही योगा कर सकते हैं। इसमें ज्यादातर योगासन उसी तरह से तैयार किए गए हैं, जो चेयर पर बैठे-बैठे ही किए जा सकते हैं। Read more…

वैसे योग वाकई बहुत अच्छा है Yoga Not now वाला आईडिया सोच रही हूं ड्राप ही कर दूं ..  🙂

 

  योग दिवस

नयी दिल्ली : अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस के मद्देनजर देश और विदेश में तैयारी जोरो पर चल रही है. केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज योग दिवस में भाग लेन न्यूयॉर्क रवाना हो गई हैं. वे न्यूयॉर्क में ही योग दिवस के कार्यक्रम में शिरकत करने वाली हैं. वहीं भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह पटना में योग दिवस मनायेंगे. राष्ट्रीय राजधानी में भी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कई दिग्गज भाग लेंगे जिसको देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.यहां मुख्य कार्यक्रम के लिए सुरक्षा कर्मियों की 30 कंपनियों को राजपथ एवं आसपास के क्षेत्रों में तैनात किया जायेगा.

दिल्ली पुलिस सहित करीब 5000 सुरक्षा कर्मियों को योग स्थल एवं आसपास की सुरक्षा के लिए तैनात किया जायेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित हजारों योग अभ्यासी सुबह होने वाले कार्यक्रम में भाग लेंगे. खुफिया एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किये जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने कार्यक्रम के दौरान किसी भी हवाई खतरे को टालने के लिए पतंग, गुब्बारे, ग्लाइडर एवं माइक्रो लाइट वस्तुओं को उडाने पर रोक लगा दी है. इसके अलावा फोटोग्राफी के लिए ड्रोन उडानों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने कहा, ‘‘राजपथ पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम के लिए पूर्ण सुरक्षा कार्यक्रम किये गये हैं. 18 डीसीपी एवं 30 कंपनियां इस अवसर पर ड्यूटी पर तैनात रहेंगी.’’ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयुष मंत्रालय द्वारा द्वारा आयोजित 35 मिनट का कार्यक्रम सुबह साढे सात बजे शुरू होगा. बस्सी ने कहा कि स्थानी पुलिस सुरक्षा प्रबंधों पर निगाह रख रही है तथा इलाके में खोजी कुत्तों एवं बम निष्क्रिय दस्तों की मदद से छानबीन की जा रही है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 18 डीसीपी स्तर के अधिकारी सुरक्षा प्रबंधों पर निगाह रख रहे हैं जो गणतंत्र दिवस परेड के समान है. उन्होंने कहा कि योग दिवस कार्यक्रम पर करीब 40 हजार लोगों के भाग लेने की संभावना है. इसमें मंत्रियों एवं सांसदों सहित करीब 500 गणमान्य अतिथि होंगे. अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा हजारों अधिकारी और करीब पांच हजार बच्चे कार्यक्रम में योग करेंगे. चौदह जून से ही यातायात पर पाबंदियां लगा दी गयी है. राजपथ पर विजय चौक से लेकर इंडिया गेट तक यातायात को रोक दिया गया है तथा क्षेत्र की लगातार निगरानी की जा रही है. See more…

June 20, 2015 By Monica Gupta

फादर्स डे

beer bar  photo

21 june फादर्स डे के लिए सोचा कुछ बच्चों से बात की जाए और उनके पापा के बारे मे विचार लिए जाए कल कुछ बच्चों से बात भी की. लेख लिख ही रही थी कि तभी डोर बेल हुई.

बाहर देखा तो तपती धूप मे पसीने से भीगे दो छोटे बच्चे खडे थे. वो पैन बेच रहे थे. मेरे मना करने पर वो बोले कि ले लो आज सुबह से बोनी नही हुई. बहन ने भी कुछ नही खाया. मैने कहा कि तुम्हारे ममी पापा ?? वो बोले पापा शराब पीते हैं उन्ही की वजह से हमे काम करना पड रहा है. मां मजदूरी करती है. उनकी उदासी देख कर बीस रुपए के पैन तो मैने खरीद लिए. पर अचानक मेरी सोच का रुख बदल गया और ऐसे पापाओ पर गुस्सा आने लगा जो शराब के लिए पागल हुए जाते हैं.

बात सिर्फ गरीब लोगों की नही बल्कि हम जैसे मिडल क्लास और हाई प्रोफाईल परिवारों की भी है. कुछ समय पहले एक क्लब मे मीटिंग और डिनर था. रात के 12 बज चुके थे. बच्चे बार बार मम्मियों को घर चलने के लिए कह रहे थे और पापा लोग जुटे थे शराब पीने में…बस अभी चलते है ..कह कह कर एक बजा दिया और लडखडाते हुए खडे हुए. उन बच्चों के चेहरे से गुस्सा साफ झलक रहा था. क्या इज्जत और प्यार रह जाएग बच्चों के मन में अपने पिता के लिए …. कैसे खुश होंगें वो फादर्स डे पर…  अगर आप भी अच्छे पिता बनना और कहलाना पसंद करना चहते हैं तो बच्चों की भावनाओं का ख्याल रखिए … शराब ने कोई भला नही करना आपका बल्कि आपको नुकसान ही पहुंचा रही है.

फादर्स डे की शुभकामनाएं अभी नही … जिस दिन आप इस बुरी गंदी आदत से छुटाकार पा लेंगें उस दिन होगा आपका फादर्स डे ..”

यकीन मानिए …  फादर्स डे टापिक पर लिखने का मन की नही किया और मैं शराब की रोकथाम पर कौन क्या क्या आवाज उठा रहा हैं यही सब सर्च करने लगी.

फादर्स”जरा नही “बहुत” सोचने की दरकार है !!!

खुशी है कि महिलाए, खासकर  गावों की, इस मामले में बहुत पहल कर रही है ..

 

Bender beaten his wife,

वडोदरा, जेतपुर। एक शराबी का पत्नी के साथ मारपीट करना शराब का गोरखधंधा करने वालों पर भारी पड़ गया। साथ ही गुजरात में मद्य निषेध व्यवस्था की जमीनी हकीकत की पोल भी खुल गई।

शिथोल गांव में एक शराबी के पत्नी को पीटने की बात पता चलने पर शुक्रवार को महिलाएं इकठ्ठी हुईं। लाठी-डंडे लेकर शराब के ठेकों पर हमला बोल दिया। आक्रोशित-एकजुट महिलाओं को देख कर कई बुटलेगर घरों में ताला लगाकर फरार हो गए। Read more…

 

Rajasthan Patrika:wine contracts resist, women are the main route jammed

बहरोड़ शराब ठेके के विरोध में गुरुवार को कस्बे की भृर्तहरि कॉलोनी की महिलाओं ने बहरोड़ कस्बे के मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम से मुख्य मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लग गई। ऐसे में गर्मी में परेशान वाहन चालक प्रदर्शन कर रही महिलाओं से जाम खोलने की गुजारिश करते रहे, लेकिन महिलाओं ने उनकी एक नहीं सुनी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस भी महिलाओं से जाम खुलवाने का प्रयास कर रही है।

महिलाओं ने बताया कि जिस जगह पर शराब का ठेका खुला हुआ है उसके नजदीक मंदिर, स्कूल व पार्क है। ऐसे में शराब का ठेका होने से उन्हेें तथा बच्चों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं ने बताया कि उक्त ठेका अन्य कहीं स्थानांतरित करने की मांग वे पूर्व में कर चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई गौर नहीं किया जा रहा है। यह प्रदर्शन तीसरी बार किया जा रहा है। शराब ठेकेदार ठेका खोलने पर आमदा है, जबकि कॉलोनीवासी ठेका नहीं खुलने देंगे।

उल्लेखनीय है कि महिलाएं जब भी विरोध में सड़क पर उतरती हैं पुलिस प्रशासन व ठेकेदार कुछ दिन के ठेका बंद करवा देते हैं। कुछ दिन बाद फिर से यह ठेका खुल जाता है। लोगों की मांग है कि आबादी क्षेत्र में व भृर्तहरि मंदिर के समीप ठेका नहीं खोला जाए। See more…

……. और जो पिता शराब नही पीते या छोडने का फैसला कर चुके हैं उन्हें हैप्पी फादर्स डे … !!!!

June 19, 2015 By Monica Gupta

मानवीय आधार पर

मानवीय आधार पर

Advani cartoon by monica guptaमानवीय आधार पर …..

बेशक मानवीय आधार पर मदद की बात हो रही है पर अडवाणी जी का कुर्सी के प्रति प्रेम आज भी सच्चा है और मदद की आज भी दरकार है !!!

– www.bhaskar.com

भाजपा नेताओं की दलील है कि स्वराज ने ऐसा ‘मानवीय’ आधार पर किया, क्योंकि ललित मोदी की प|ी कैंसर पीड़ित हैं, पुर्तगाल में उनकी सर्जरी होनी थी और इस मौके पर मोदी की वहां आवश्यकता थी। मगर सामने आए दो तथ्यों ने इस तर्क को कमजोर किया है। पुर्तगाल में 14 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति के ऑपरेशन के लिए किसी बालिग परिजन द्वारा सहमति देने की अनिवार्यता नहीं है। फिर मोदी को यात्रा दस्तावेज दो साल के लिए मिले, जिसे आधार बनाकर उन्होंने दुनिया के विभिन्न हिस्सों की सैर की है। बहरहाल, बात यहीं तक होती तो इस प्रकरण को विदेश मंत्री की निर्णय संबंधी भूल मान लिया जाता। मगर उनके पति स्वराज कौशल की अतीत में ललित मोदी से निकटता और उनकी बेटी बांसुरी स्वराज के मोदी की लीगल टीम का हिस्सा रहने की बातें सामने आने से विपक्ष को ‘लाभ की अदला-बदली’ और राजनीतिक नैतिकता के उल्लंघन का आरोप लगाने का अवसर मिला है। यह केंद्र सरकार और भाजपा का दायित्व बनता है कि वे इन मुद्‌दों पर विश्वसनीय स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें। ऐसा करने में वे विफल रहे, तो यही धारणा बनेगी कि सुषमा स्वराज ने अपने पद की गरिमा के अनुरूप आचरण नहीं किया। क्या ऐसी धारणा बनना भाजपा के हित में होगा? See more…

  LiveHindustan.com

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के देश छोड़कर बाहर जाने में मदद करने के आरोपों के बाद कांग्रेस ने रविवार को उनके इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘सुषमा स्वराज को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।’ ब्रिटेन के एक समाचार पत्र में प्रकाशित रपट के मुताबिक, ब्रिटेन में भारतीय मूल के सांसद कीथ वाज ने ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए सुषमा स्वराज के नाम का इस्तेमाल कर ब्रिटेन के शीर्ष आव्रजन अधिकारी पर दबाव बनाया था। दिग्विजय ने कहा, ‘मंत्री ने ललित मोदी जैसे एक व्यक्ति की मदद की, जिसके खिलाफ यहां लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। यह बहुत गंभीर मामला है। विदेश मंत्री ऐसे व्यक्ति की मदद कर रही हैं, जो फरार है।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस मामले पर सुषमा और भाजपा पर निशाना साधा। सुरजेवाला ने कहा कि इससे एक मनी लॉड्रिंग और मैच फिक्सर ललित मोदी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ घनिष्ठ संबंधों का पता चलता है। उन्होंने कहा, ‘क्या किसी भगोड़े की मदद करने के लिए नया नियम बनाया गया है? क्या उनकी भविष्य में भी मदद की जाएगी? यह तो राष्ट्र विरोधी है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से पूछना चाहता हूं कि यदि कल दाऊद इब्राहिम मानवीय आधार पर मदद मांगे तो क्या उसकी भी मदद की जाएगी।’ बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि इस मुद्दे को संसद में उठाया जाएगा। मायावती ने कहा, ‘हमारी मांग है कि इस मामले की जांच हो। हम इसे संसद में उठाएंगे।’ इस बीच विदेश मंत्री ने ट्विटर पर स्पष्टीकरण दिया और कहा कि उन्होंने मानवीय आधार पर ललित मोदी को देश से बाहर जाने में मदद की थी, क्योंकि उनकी पत्नी कैंसर से जूझ रही थी। उन्होंने 2०13 में सर्जरी भी कराई थी। उन्होंने कहा कि यह घटना उनके मंत्री बनने से पहले की है। See more…

  • « Previous Page
  • 1
  • …
  • 37
  • 38
  • 39
  • 40
  • 41
  • …
  • 59
  • Next Page »

Stay Connected

  • Facebook
  • Instagram
  • Pinterest
  • Twitter
  • YouTube

Categories

छोटे बच्चों की सारी जिद मान लेना सही नही

Blogging Tips in Hindi

Blogging Tips in Hindi Blogging यानि आज के समय में अपनी feeling अपने experience, अपने thoughts को शेयर करने के साथ साथ Source of Income का सबसे सशक्त माध्यम है  जिसे आज लोग अपना करियर बनाने में गर्व का अनुभव करने लगे हैं कि मैं हूं ब्लागर. बहुत लोग ऐसे हैं जो लम्बें समय से […]

GST बोले तो

GST बोले तो

GST बोले तो –  चाहे मीडिया हो या समाचार पत्र जीएसटी की खबरे ही खबरें सुनाई देती हैं पर हर कोई कंफ्यूज है कि आखिर होगा क्या  ?  क्या ये सही कदम है या  देशवासी दुखी ही रहें …  GST बोले तो Goods and Service Tax.  The full form of GST is Goods and Services Tax. […]

डर के आगे ही जीत है - डर दूर करने के तरीका ये भी

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing –  Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]

  • Home
  • Blog
  • Articles
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Poems
  • Stories
  • Kids n Teens
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Disclaimer
  • Anti Spam Policy
  • Copyright Act Notice

© Copyright 2024-25 · Monica gupta · All Rights Reserved