Keep it up – सचिन तेंदुलकर
Keep it up – सचिन तेंदुलकर
शाबाश, वाह, बहुत खूब, क्या बात है, लगे रहो, शुभकामनाएं …. !!! बहुत अच्छा लगता है सुनना !!! पर अगर कोई काम अच्छा करे और यह शब्द उसे सुनने को न मिले तो यकीनन मन उदास हो जाता है और काम करने का उत्साह लगभग खत्म हो जाता है. मेरी सोच भी कुछ ऐसी ही है पर 17 नवम्बर को जब सचिन का स्टेडियम से भाषण सुना तब से मन बहुत कुछ सोचने पर मजबूर हो रहा है.
Keep it up – सचिन तेंदुलकर
सचिन ने भाषण के दौरान अपने कोच श्री रमाकांत आचरेकर के बारे मे बताया कि उन्होनें बहुत मेहनत करवाई. स्कूटर पर एक मैदान से दूसरे मैदान ले जाते पर पिछले 29 साल में उन्होंने एक बार भी कभी “वेल प्लेड” नहीं कहा। उन्हें डर था कि मैं ज्यादा ही खुश न हो जाऊं और मेहनत करना न छोड़ दूं।’… वाकई में, सचिन की यह बात बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर रही है.
बेशक, आगे बढने के लिए अपनो का साथ तो चाहिए ही होता पर इसके साथ साथ प्रोत्साहन भी बहुत जरुरी होता है पर सचिन ने इस बात को दिल से नही लगाया और मेहनत मे जुटे रहे. मेरी भी विचार धारा बदल रही है और अगर आप लोगों को भी किसी खास की शाबाशी नही मिल रही है. जिससे आपको बहुत उम्मीद है तो भी कोई बात नही. यकीन मानिए वो बेशक लफ्जों ना बोलें पर दिल से आपका बहुत भला चाह्ते हैं.!!!
स्माईल कीजिए और जुटे रहिए !!! सचिन … सचिन …
जन्मदिन की हार्दिक बधाई !!
Keep it up….
Photo by Anil Chudasama
Photo by suhass997
Cartoon- Media
Cartoon- Media
Media.. media.. media… हमारे देश का मीडिया भी कमाल है … अब आप ही देखिए कि अरविंद सुपारी खरीदने गए है पर ब्रेकिंग खबर क्या चल रही है अरविंद केजरीवाल ने सुपारी ली …
अब सुपारी का क्या मतबल निकाला जाएगा … इसके लिए देखते रहिए लाल मिर्ची टीवी … मिलते हैं ब्रेक के बाद 🙂
Caring Mother
Caring Mother
देखा जाए तो बात है भी और नही भी है .. असल में, बात ये है कि जब मैं छोटी थी और जब भी स्कूल से घर आती या खेल कर आती और मम्मी के हाथ का टेस्टी टेस्टी खाना खाती तो बहुत बार टार्चर कर लेती यानि की ज्यादा खा लेती ओवर ईंटिग कर लेती . खासकर राजमा चावल का बेहद शौक होने के कारण मैं खुद को कंट्रोल नही कर पाती थी और उसी चक्कर में मम्मी अपने हिस्से का भी मुझे दे देती … और मैं झट पट खा लेती और हमेशा सोचती कि जब मैं बडी होऊगी और मेरे बच्चे होंगें तो अपने हिस्से के राजमा चावल तो कभी नही दूंगी …
ह हा हा … मैं बडी भी हो गई बच्चे भी हैं पर आज भी जब बच्चों को खाना अच्छा लगता है चाहे वो राजमा चावल ही क्यों न हों … और वो और की मांग यानि टार्चर करें तो मेरा यही जवाब होता है … अरे !! अभी बहुत रखा है रसोई में आप आराम से खाओ…
न जाने देने मे कितनी खुशी मिलती है एक अहसास सा होता है कि खुद का पेट तो अपने आप ही भर गया … शायद यही मां होती है ..
Caring Mother
Mother’s Day 2015
हमारा प्यारा Mother’s Day 2015 इस खास दिन मम्मी को बधाई देते हैं, कार्ड बनाते है और फूल देते हैं … इसके बदले , पता है आज की मम्मी क्या चाह्ती है … मम्मी का कहना है कि … बेटा … अगर तुम मुझे आज के दिन कुछ देना ही चाह्ते हो तो प्लीज, मुझे भी फेसबुक Face book और वटस अप Whatsapp करना सिखा दो … लो भई कर लो बात …
Mother’s Day 2015 असल में, वो क्या है ना समय बदल रहा है और हमारी मम्मियां भी. वो हमेशा से ही बहुत एक्टिव रही है उन्होनें हमें भी तो बहुत एक्टिव बनाया है वो भी बदलते समय के साथ बदलना चाहती हैं हम भी तो सारा सारा दिन वटस अप या फेसबुक पर जुटे रहते हैं. वो भी जुडना चाह्ती हैं पर उनको वो करना नही आता और बच्चों से बेहतर उन्हें कौन सिखा सकता है पर बच्चों के पास इसके लिए भी समय नही है इसलिए वो Mother’s Day 2015 पर अपना यही उपहार मांग रही हैं … तो क्या आपने Mother’s Day 2015 पर ये उपहार दिया… यानि की सिखाया !!!
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन
- « Previous Page
- 1
- …
- 67
- 68
- 69
- 70
- 71
- …
- 99
- Next Page »