What to Do when Someone Cheats You – कोई धोखा दे तो क्या करें – If Someone Cheats You – Monica Gupta – क्या करें जब कोई धोखा दे.. उसे लगता है कि उसकी चालकियां मुझे समझ नहीं आती… मैं बडी खामोशी से देखता हूं उसे अपनी नजरों से गिरते हुए…कुछ लोग बहुत स्मार्ट होते है और दूसरों की फीलिंग के साथ आराम से खेलते है और उन्हें चोट पहुंचाते रहते हैं हर्ट करते रहते हैं..अब जो लोग बहुत sincere होते हैं उन्हें बहुत दुख होता है महसूस होता है और स्वाभाविक भी है पर क्या उसी में उलझे रहे या उससे बाहर निकले.. यकीनन आप भी यही कहेंगें कि बाहर निकले… पर कैसे.. आज इसी बारे में कुछ बातें बताऊंगी कि जिन लोगो के साथ किसी ने धोखा किया है वो कैसे उसे डील करें कैसे बाहर निकलें…
What to Do when Someone Cheats You –
1. Name Your Feelings – पहले तो ये देखना है कि हमारे साथ किस तरह की फीलिंग हो रही है… हमें इस से उभरना है इसलिए जानना जरुरी है कि क्या चल रहा है हमारे दिमाग में.. गुस्सा, हैरानी, shocked उदासी , Insecurity, अकेलापन, डर या फिर Confusion चल रही है कि कुछ समझ ही नहीं आ रहा.. पहले ये फीलिंग पता लगानी है.. और उसे स्वीकार भी कर लेना है.. तैयार इसलिए करना है कि अब हम उसे उससे डील करना है.. मन में ये सोच भी रखनी है कि दुनिया में हम ही ऐसे पहले व्यक्ति नहीं है जिसके साथ ये हुआ है.. बहुत लोग शिकार बनते हैं ये इंसानी फितरत है और हमें फेस करना है…
2. Retaliate नहीं करना यानि बदला नहीं लेना… जब मन में बहुत गुस्सा भरा हो confuse हों तो यही भाव मन में आता है तो हमें बदला नहीं लेना ये सोचना है कि इससे कोई फायदा नहीं होगा…
3. Take Time और हमें कुछ समय खुद को देना है इस बारे में विचार करना है और फिर कोई कदम उठाना है..
4. Examine The Betrayal हमें वजह खोजनी है कि ये जो हुआ इसके पीछे क्या वजह थी… क्या मेरी कमजोरी थी, क्या मेरा बहुत ज्यादा किसी पर विश्वास था जब हम तह तक जाएगें तो कारण पता लग जाएगा.. ये जानना इसलिए भी जरुरी है ताकि दुबारा ये बात न हो… फिर हम वो धोखा देने वाला हमारे ही परिवार से है हमारा कोई रिश्तेदार है या कोई दोस्त है… तो अलग अलग तरीके से हैंडल करना पडेगा…
5.Forgive हम उसे माफ भी कर सकते हैं.. माफ करने का ये मतलब नहीं कि हमने उसके इस गलत व्यवहार को accept कर लिया बल्कि इसका मतलब ये है कि हम उस दुख दर्द, उस कडवाहट से दूर रहना चाहते है जो उस व्यक्ति ने हमे दी है… उससे हमारी ही सेहत पर असर होगा.. इसलिए खुद को ठीक रखने के लिए माफ कर देना चाहिए नहीं तो हम गुस्से की अग्नि में जलते ही रहेंगें..
कहने का मतलब यही है कि हमने गुस्सा अपने अंदर नहीं रखना उसे रिलीज कर देना है.. किस तरह से ये हमारे उपर है… चाहे तो लिख कर उसके बारे में सारी बात लिख कर पेपर को क्रश करके उसे जूते या चप्पल से दबा कर…
या हम सीधा उसी से बात करें कि तुमने ऐसा किया…किया… और उसे जता दीजिए कि अब हमेशा के लिए विश्वास खत्म हो गया.. इससे कम से कम वो दूसरो को तो जल्दी से धोखा नही दे पाएगा.. अगर हम उसे महसूस ही नहीं करवाएगें तो वो दूसरो के साथ ऐसा ही करता रहेगा.. भले ही कुछ पल के लिए कम से कम महसूस तो करेगा वो…
6.इसके लिए हम किसी की मदद भी ले सकते हैं किसी ऐसे व्यक्ति से बात कर सकते हैं जो दोनो को कॉमन रुप से जानता हो.. वो बीच में बात कर सके.. या फिर अगर लगता है कि किसी की जरुरत नहीं.. फिर सीधा सीधा बात की जा सकती है..
7. अपने emotions को Control… हमारे emotions अगर हमारे अच्छे दोस्त है तो दुश्मन भी हैं इस पर काबू रखना है…पर इस बात का भी ख्याल रखना है कि हमने धोखे का बदला धोखा देकर नहीं लेना.. हमारे मन में भी प्लानिंग शुरु हो गई कि इससे मेरे साथ ऐसा किया मैं भी ऐसा ही करुंगा… इससे क्या होगा.. हमारी सेहत और खराब हो जाएगी.. क्योंकि नेगेटिव सोचेगें.. बदला लेने की सोचेगें.. गुस्सा मन में भरा रहेगा.. कुछ काम कर नहीं पाएगें… तो शांत शांत
8. Learn जरुरत इस बात की है कि हमें इस बात से सबक लेना है कि आगे से ये गलती दुबारा नहीं होगी… हमे ये भी नहीं करना कि पुरानी बात सोचते ही रहें कि ये क्या हुआ था .. ये कैसे हुआ… ये नहीं इस तरह से तो हम इससे बाहर कभी नहीं निकल पाएगें… क्यों कि हम पास्ट तो बदल नहीं सकते.. हां भविष्य जरुर सही बना सकते हैं इसलिए… बल्कि जो हो गया सो हो गया.. अब ये सोचना है कि करना क्या है… बादाम खाने से उतनी अक्ल नहीं आती जितना धोखा खाने से आती है.
- इन लोगो से दूर रखें जो ऐसी सोच के हैं.. जिन पर विश्वास नहीं किया जा सकता उनसे दूर रहिए.. लोगो को चुनने में थोडा ज्यादा selective होना चाहिए पर ये भी नहीं हो कि सारे ही ऐसे हैं या अब जिंदगी में किसी पर विश्वास ही नहीं करेंगें… बात ठीक है दुख तो होता है पर अच्छे लोग भी है दुनिया में और हम ये सोच सकते हैं कि हमने एक सबक सीखा है.. पर सभी लोग चीटर हैं ऐसा भी नहीं सोचना चाहिए यानो सोच पॉजिटिव रखिए..
10. इस बात का भी बहुत ध्यान रखना है कि हम किसी गलत नशे में न पड जाए कि हम बहुत दुखी हैं और दुख से बाहर निकलने का एक ही रास्ता है.. वो है नशा !! इससे दूरी बना कर रखनी है
11.जिंदगी यही खत्म नहीं हो जाती… मूव ऑन!! आगे बढिए… हमने खुद प्रयास करना है खुद में बदलाव लाने के लिए… और बदलना है… बेशक समय लगता है पर समय के साथ सब ठीक हो अजता है पर ठीक भी तभी होग अजब हम इस दिशा में पॉजिटिव प्रयास करेंगे.
चुप रहना ही बेहतर है, जमाने के हिसाब से !धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले !! धोखा देने वालो के लिए … किसी को धोखा देकर ये मत समझना कि मैं कितना चालाक हू ये देखो कि उसे आप पर विश्वास कितना था…
विश्वास एक छोटा सा शब्द है उसको पढ़ने में तो एक सेकंड लगता है पर सोचो तो मिनट लगता है और समझो तो दिन लगाता है पर साबित करने में तो जिन्दगी गुजर जाती है…
Satendra singh says
Bhut achcha hao lekh
Madhav says
Very good article
Avinash akela says
Bahut achhi article hain.