अफवाहों का शिकार होने से कैसे बचें – अफवाह भूकम्प की – अफवाहों का शिकार होने से बचें ???. अगर सुबह सुबह आपके पास फोन आए कि भूकम्प bhukamp आने वाला है ये जानते समझते कि भूकम्प की कोई भविष्यवाणी नही होती फिर भी एक डर सा दिल में बैठ जाता है … ऐसे मे आप क्या करेंगें .. ???
अफवाहों का शिकार होने से कैसे बचें – अफवाह भूकम्प की
जब अपनी जान बचाने की बात हो तो इस अफवाहो पर ध्यान चला ही जाता है और सब कुछ जांते बूझते हम बुदू बन जाते हैं तो इससे बचे तो बचे कैसे ???
आख़िर क्यों हम ऐसी ऊल-जलूल बातों पर यक़ीन कर लेते हैं? मनोवैज्ञानिक भी कहते हैं कि दिमाग़ के इस्तेमाल में हम अक्सर कंजूसी बरतते हैं. सोच-विचारकर किसी भी बात पर भरोसा करने के बजाय हम बहुत जल्द अटकलों पर यक़ीन कर लेते हैं. इसमें दिमाग़ पर ज़ोर नहीं डालना पड़ता.
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