Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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March 21, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Build Trust In A Relationship – Husband Wife Relationship – पति पत्नी के रिश्ते में विश्वास

How to Build Trust in a Relationship

How to Build Trust In A Relationship – Husband Wife Relationship – पति पत्नी के रिश्ते में विश्वास – रिश्तें में विश्वास कैसे बनाएं रखें… .. Relationship ..  अगर पति पत्नी के रिश्तें की बात करें तो सबसे जरुरी होता है विश्वास, भरोसा.. ये Trust  भरोसा कैसे बनाएं रखे… इस रिश्तें में विश्वास कैसे बनाए रखें कि सम्बंध मधुर रहें..

जब तक विश्वास रहे रिश्ते की श्वास चलती रह्ती है और अगर विष घुल गया तो श्वास उखडने लगती है…  तो कैसे बनाएं इस रिश्ते में विश्वास पति पत्नी दोनो के लिए…

How to Build Trust In A Relationship – Husband Wife Relationship

खुद को जानिए Intentions को जानिए

दूसरे को दिखाने की बजाय आप खुद में झाकिंए कि आप कैसे हैं आपकी intention आपकी नीयत कैसी है साफ है या नही.. खुद के प्रति ईमानदारी रहना सबसे ज्यादा जरुरी है…

 

अपने partner पर पूरा विश्वास भरोसा कीजिए…

बात बात पर शक करना रिश्ता खराब ही करता है तो उन कर विश्वास करना सीखिए..

judge मत करिए.. क्यास लगाते हैं

मुझे ऐसा लग रहा है… मुझे ऐसा लगा.. जब तक आप 100% पक्का न हो .. ऐसे आरोप मत लगाईए कि मुझे लगा… आफिस से लेट आए क्या कहे और चले गए थे.. मुझे लगा.. फोन नही उठाया मुझे लगा… अगर उसमे सच्चाई नही होती तो बहुत दिल टूट जाता है और फिर लगने लगता है कि काश कोई दूसरा साथी ही खोज लूं विश्वास तो है ही नही… कितना भी कर लो शक तो रहेगा ही रहेगा,..

अपने Promises निभाएं

जो वादा किया कि समय पर आऊंगा… होटल चलेगें… डिनर.. नही आते फिर फोन भी नही करते और फोन भी नही उठाते… ऐसा न करम्ने पर शक ज्यादा बढ जाता है.

किसी बात को secret  नही बना कर रखिए…

जैसे मान लीजिए एक महिला है वो फोन कर रही है .. जैसे ही पति आए फोन काट दिया.. अरे कोई नही सहेली का फोन था.. या वटसप को डिलीट कर दिया… मैसेज लिख लिख कर बार बार डिलीट कर रहे हैं ये गलत है.. मोबाइल का पासवर्ड कर रोज बदलते हैं ताकि चैक न कर सकें..

Sincere रहिए और अगर कुछ बात है और जिसकी वजह से जिंदगी में तनाव आ गया है तो सच बता दीजिए

आपस मे बैठ कर बातचीत Communicate करना सही है

पहले पहल खुद सारी बात clear कर लेनी चाहिए कि मुझे ऐसा लगा… और कुछ भी पूछ्ना है तो डरना नही चाहिए कि सामने वाला कैसा recat करे.. खुल कर पूछ लेना चाहिए

अपनी खामिया भी बतानी चाहिए.. झूठ नही बोलना चाहिए और अगर गलती हो गई तो मान लेनी चाहिए..

Temptations से दूर रहना चाहिए strong  बने रहना बहुत बार होता है.. कोई बार बार मैसेज कर रहा है तो एकदम साफ साफ न कह दीजिए…ब्लॉक कर दीजिए… फेसबुक हुआ या कोई सोशल नेटवर्किंग साईट हुई कई बार मन करता है किसी से बात कर ले… पर ये सब temporary होता है…

इसके पीछे अपनी लाईफ नही खराब करनी चाहिए… जो हमारा रिश्ता है उसके प्रति बिल्कुल ईमानदार रहना चाहिए

विश्वास एक छोटा शब्द है, इसको पढ़ने में तो एक सेकंड लगता हैं, पर साबित करने में तो “जिन्दगी” लग जाती हैं…

How to Build Trust In A Relationship

March 20, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Make Your Child Strong – बच्चों को strong बनाएं – How to Make Your Child Strong

Make Your Child Strong

Make Your Child Strong – बच्चों को strong बनाएं – How to Make Your Child Strong –  Parenting Videos in Hindi –  Parenting Tips in Hindi – How to Make Your Child Mentally Strong.  बच्चों को फाईटर बनाएं… बच्चे को Strong बनाएं.. जैसे टीवी पर advertisement आती है ना my daddy strongest … Parents  को बोलना चाहिए  my baby strongest.. बचपन से ही बच्चे के मन में को मजबूत बनाना चाहिए… ताकि आने वाली हर problem का वो सामना कर सके… और ये काम कौन कर सकता है… मम्मी पापा ही कर सकते हैं..

Make Your Child Strong – बच्चों को strong बनाएं –

कल घर के सामने एक छोटा बच्चा skates पहन कर चलने की कोशिश कर रहा था पर बार बार गिर रहा था.. उसकी मम्मी उसके साथ थी और वो बार बार यही कह रही थी कि उठो… कर सकते हो..जोर आगे की तरफ लगाओ.. अब खडे हो… पर मम्मी उसे बार बार बोल रहे थे कि करो… उठो.. बैलेंस बनाओ… बच्चा बार बार गिर रहा था और तीसरी बार वो स्केटिंग कर रहा था… चेहरे पर विजयी मुस्कान थी… और मम्मी की आखों में झिलमिल खुशी के आसूं..

 

ऐसा ही होता है… जिंदगी में ऐसे बहुत उदाहरण देखने को मिलते हैं जैसा कि जब बच्चा जब चलना सीखता है तो बार बार गिरता है पर उसे मम्मी बोलती है कि चलो उठो और वो उठता है डगमगाते कदमो से चलता है और एक दिन अपना बैलेंस बना लेता है…

ये क्या चीज है ये है Try Try Again .. कि मेहनत करते रहो… कोशिश करते रहो… और बच्चों को हमें यानि parents को encourage करते रहना चाहिए क्योकि parents  बच्चों की बहुत बडी स्पोर्ट होते हैं उनकी वजह से बच्चों का मनोबल बनता भी है और टूट भी जाता है…

तो कई बार ऐसी situation  आए कि बच्चा पीछे रह गया और उतना अच्छा नही कर पाया तो क्या क्या करना चाहिए ऐसे में..

स्पोर्ट बनना चाहिए..

पिटाई नही गुस्सा नही.. discourage नही

कोई बात नही.. समझाना चाहिए हमने गलती की.. पढाई नही की या कोई भी activity में सफल नही हुए तो.. पर अब नही करेगें.. अब नियमित पढाई करेंगें टाईम टेबल बनाएंगें.. और हर रोज एक घंटा देगें… जब साल के शुरु से ही पढाई करनी शुरु करेंगें तो प्रैशर भी नही होगा… बच्चे को realize  हुआ… बस समझ लीजिए कि अब सब ठीक हो जाएगा…

हम अपनी असफलता से ही सीखते है…

समाज भरा हुआ है ऐसे उदाहरणो से बच्चों को अलग अलग उदाहरण देने चाहिए कि दुनिया में बहुत लोग ऐसे हुए हैं जो पहले असफल हुए थे पर फिर मेहनत की और किस मुकाम पर हैं…

हर तरीके से motivate करना है

सोच positive रखनी है… कि एक न एक दिन हम कर दिखाएगें.. हम होंगें कामयाब एक दिन…

बच्चे का मनोबल बढाना है पर कभी गलत काम की और नही जाने देना… जैसा कि अगर exams की बात करें तो चीटिंग से या सिफारिश से कि बच्चे को पास करा देना… ये बिल्कुल गलत है इससे अच्छा तो बच्चा फेल ही हो जाए पर… बहुत

Track रखना है progress पर और जब बच्चा कुछ करने लगे… जो भी काम कर रहा है उसमे concentrate करने लगे तो Reward hard work उसकी मेहनत की सराहना कीजिए… शाबाशी दीजिए… देख रहे हो आपने इतनी मेहनत की और इसका रिवार्ड मिल रहा है..

Make Your Child Strong – बच्चों को strong बनाएं – How to Make Your Child Strong

March 19, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Be a Good Mother in Law – एक अच्छी सास कैसे बनें – Good Mother in Law

How to Be a Good Mother in Law

How to Be a Good Mother in Law – एक अच्छी सास कैसे बनें – Good Mother in Law –  Daughter Mother-in-Law Relationship – Tips on How to Be a Good Mother in Law –  How to Be a Good Mother in Law to Your Daughter in Law – कई बार कोई बात जहां मन उदास कर जाती हैं वही कई बार कोई बात खुश भी कर जाती है… कल एक महिला मैसेज आया उन्होने लिखा कि वो एक अच्छी सास बनना चाहती हैं उसके लिए क्या करना चाहिए.. यकीन मानिए बहुत खुशी हुई और मैंने कहा भी कि मैं आपका नाम लेकर जरुर बताऊंगी तो उन्होनें बोला कि नाम मत लीजिएगा.. तो भी कोई बात नही.. खुशी इस बात की हुई कि वो अच्छा बनना चाहती हैं क्योकि कितनी शिकायतें आती हैं कि सास अच्छे से ट्रीट नही करती अगर सोच बद्लनी शुरु हो जाएगी तो फर्क भी आना शुरु हो जाएगा…

How to Be a Good Mother in Law – एक अच्छी सास कैसे बनें –

तो किन किन बातों का ख्याल रखना चाहिए…

पहली बात तो ये मान कर चलिए कि समय बदल रहा है.. जो आपके साथ हुआ… वही आप भी अपनी बहू के साथ करेगी… ऐसी सोच सही नही… आपको बदलते समय के साथ ही बदलना है… आपके साथ जो भी ऐसी बातें हुई थी जो आपको अच्छी नही लगी थी उसे नही दोहराना…

 

बहू को अपनी बेटी समझना है…

अपनी बेटी की तरह नही बल्कि बेटी समझना हैं . सास क्या सोचती हैं कि बहू आ गई अब बेटे का पूरा ध्यान बहू पर ही रहेगा… वो उसे खो देगी पर आप सोचिए कि बेटा हाथ से जाएगा…  नही बेटा गया नही बल्कि एक बेटी भी आ गई है…

स्पेस दीजिए … एक दूसरे समझने का समय दीजिए

एक दूसरे को जानने समझने का स्पेस दीजिए… … कई बार शादी होते ही सास की डिमांड शुरु हो जाती है बस एक बार दादी बन जाती .. बार बार ये कहना भी बहुत कचोटता है… अभी वो शादी होकर आई है जरा स्पेस दीजिए एक बार सेट होने दीजिए… उन्हें ही विचार करने दीजिए… उनका क्या विचार है… एक साल दो साल अभी बच्चा हो सकता है उन्हें नही चाहिए हो तो..  शादी होते सार ही वो एडज्स्ट होती नही फिर वो नौ महीने.. फिर बेबी .. ऐसे में सास बहू के आपसी सम्बध तो बन ही नही पाते… तो थोडा स्पेस दीजिए ..

वैसे बच्चे से एक बात याद आई … एक मैं उदाहरण देना चाहूगी.. बात कहने को बहुत छोटी सी है पर उस वजह से बहू ससुराल छोड कर चली गई थी.. बात थी कि बेटे और बहू ने अपने होने वाले बच्चे का नाम सोच लिया था.. लडकी होगी तो ये और लडका होगा तो ये नाम रखेंगें … फिर जब उनका बेबी हुआ तो सास अड गई और कोई पुराना टाईम का सा नाम रखने की जिद की और मुंह फुला लिया… बहू को भी अच्छा नही लगा पर बान करण उसी नाम का हुआ.. तो इस तरह की जिद नही करनी चाहिए आप सुझाव दे दीजिए पर उन्हें नाम अपनी पसंद का रखने दीजिए..

बहुत ज्यादा अपने पोते पोती को प्यार देना …

बच्चे को उनकी शय मिलती है और बहू को बात अच्छी नही लगती…  अगर बहू सास से कह रही है कि उसे चॉकलेट न दें या… या ये मत करें तो नही करिए… जैसे हॉरर सीरियल देख रहे है और बच्चा डरता है.. या स्कूल की छुट्टी करवा देते हैं.. बहुत कारण है लाड प्यार ज्यादा नही …

तुलना नही कीजिए…

हमारे समय मे तो ये नही होता था… पहले समय में तो आदमी लोग कभी रसोई में नही जाते थे और आज समय बदल रहा है मिलकर मदद करवाते हैं रसोई में तो इसे भी इशू न बनाएं कि बेटा रसोई में काम कर रहा है.समय बदल रहा हैऔर समय के साथ बदलना ही समझदारी है…

घर की बात घर में

इधर उधर चुगली चपाटी का शौक भी होता है और आदत भी.. दोनो ही सही नही है… कभी रो कर , छोटी बाते पडोसन से कर ले आना या किटी पार्टी में मेरी बहू ऐसी.. उसने ये किया.. ये कुछ नही… जो बात अच्छी नही लगी… जो भी बात का मनमुटाव है… आपस मे बैठ कर सुलझाना है… बाहर नही…

हमेशा पॉजिटिव सोच रखनी है  99%  situation खराब होती है जब हम  negative comments करते हैं टोका टाकी करते हैं बात बात पर…

बेटा बेटी एक समान

कई बार जिद करती है कि दादी बनना है जब दादी बन गई और लडकी हो गई तो लडका चाहिए… लडकियां भी बहुत प्यारी होती है… बहू के प्रेगनेंट होने पर उसकी चाल ढाल से अंदाजा लगाना कि बेटा ही होगा और बेटे की ही कामना करना सही नही है… और बहुत केयरिंग भी होती है तो ये भेदभाव मन में मत लाईए.. बेटा हो तया बेटी बराबर का प्यार और सम्मान दीजिए…

बेटे बहू को कुछ समय एकांत भी दीजिए..

उन्हें बाहर धूमने भेजिए कि कोई बात घर में देख लूंगी कभी दूसरे शहर कभी सिनेमा.. ताकि इनकी जिंदगी में ताजगी बनी रहे…

और एक बार बहूओ से भी कहना चाहूगी.. शादी से पहले अपनी मम्मी के घर में मम्मी से भी तो लडाई होती थी… गुस्सा भी होती थी तो अब भी थोडा संयम रखिए.. जहां दो बर्तन होते हैं वहां थोडा बहुत शोर तो होता ही है…

मिलकर ही रिश्ता सुधार सकते हैं बाकि देखिए बाते तो बहुत सारी है पर फिलहाल इन पर अमल करेगी तो रिश्तों में सुधार आना शुरु हो जाएगा…

हर रिश्ते में हुआ करते हैं अहसास कुछ ख़ास,
कोई कह नहीं पाता है, तो कोई समझ नहीं पाता…

How to Be a Good Mother in Law – एक अच्छी सास कैसे बनें – Good Mother in Law

March 18, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Is Fasting Healthy – उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे

Is Fasting Healthy

Is Fasting Healthy – उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे – Monica Gupta –  Benefits of Fasting व्रत रखने के फायदे – उपवास करने का तरीका – उपवास करने के फायदे –  उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे – खुद को हैल्दी रखने के लिए कुछ लोग व्रत यानि फास्ट भी रखते हैं.. कल इसी बारे में मैंने सोचा कि चलो कुछ अपने सर्किल में पूछती हूं जब सहेली से फोन पूछा तो वो खुश होकर बोली फास्ट वॉव…. आई लव फास्ट.. व्रत,  अरे मुझे तो बहुत ही पसंद है व्रत रखना.. बहुत खुशी मिलती है..

Is Fasting Healthy – उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे –

मेरा तो आज भी व्रत है.. आ जाओ मिल कर बैठ कर बात करते हैं. मेरा घर उसके घर के पास ही था तो सोचा कि चलो मिल ही आती हूं उससे बात करके मुझे बहुत पोईंटस मिल जाएगें.. वो मैं आप सभी से शेयर करुंगी… तो मैं बोला कि मैं अभी आती हूं और जाते जाते सोच रही थी वाकई कितने फायदे हैं… जैसे मान लीजिए सप्ताह में एक बार रखते हैं तो हमारी पाचन क्रिया सही होती है.. लगातार वो काम ही करती रह्ती है तो उसे आराम मिलता है…

 

शरीर डिटोक्स हो जाता है.. हमारे शरीर में जो टाक्सिन बनते रहते है वो डिटोक्सिफाई हो जाते है.. विषैले तत्व निकल जाते हैं हल्का खाना खाने से या पानी पीने से वो बाहर निकल जाते हैं

शरीर हल्का महसूस होता है… खाने के बाद खासकर ज्यादा खाने के बाद जो भारीपन आ जाता है वो नही लगता

… जब शरीर हल्का महसूस होता है तो हमारा और भी काम करने को मन करता है.. जैसे पढना, धूमना, कसरत करना. हलका महसूस होता है तो दस काम करने को मन करता है.. आत्म ज्ञान बढता है.. जागरुकता आती है.

वजन भी कम होता है.. जो लोग नियमित व्रत रखते हैं उससे कहीं न कहीं वजन में भी फर्क पडता है.. हां वो बात अलग है कि वज्न कम करने के लिए व्रत नही कर रहे बल्कि हैल्दी रहने के लिए व्रत कर रहे हैं..

व्रत रखने से हमें कंट्रोल करना अभी आ जाता है.. नही तो सारा दिन मन ही करता रहता है और जब पता हो कि नही खाना तो will power strong हो जाती है पर मुझे समझ नही आ रहा था कि वो मना किसलिए कर रही थी..

वैसे कुछ लोग ये सोच रखते हैं कि व्रत से एक दिन पहले जैसाकि रात को बहुत खा लो क्योकि अगले दिन तो कुछ खाना नही इसलिए खूब सारा खा लो… ये भी सही नही… हलका ही रखना चाहिए..

Immune system भी सही रखता है यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता… अगर  immune system सही है तो आपको छोटे मोटे रोगी से कोई परेशानी नहीं होती और होती भी है तो एक दो दिन में आप ठीक हो जाते है लेकिन अगर  मौसम के साथ होने वाले जुकाम और मौसम बदलने के साथ health ठीक नहीं रहने तो … सोचने वाली बात है.

यही सोचते सोचते फिर मैं उसके घर पहुंची तो वो आराम से टीवी देख रही थी और चिप्स, वैफ्फर, मीठी चाय, और भी दस तरह की नमकीन और मिठाई रखी हुई थी.. और खा रही थी… बोली देखो व्रत में इतनी सारी चीजे होती है खाने को…

मजे की बात तो ये है कि घर पर कोई काम भी नही करने देता कि आज फास्ट है और पूरा आराम मिलता है खाने को भी भरपूर मिलता है… अब मेरे पास कुछ भी नही था कहने को.. वैसे आप व्रत के बारे में क्या सोचते हैं.. कौन से वाला फास्ट आपको ज्यादा अच्छा लगता है… जरुर बताईएगा !!

Is Fasting Healthy – उपवास के फायदे – Is Fasting Healthy or Unhealthy – व्रत के फायदे

March 17, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Significance of Navratri – नवरात्रि का महत्व – Importance of Navratri – Monica Gupta

Significance of Navratri

Significance of Navratri – नवरात्रि का महत्व – Importance of Navratri – Monica Gupta – शुभ नवरात्रि – Shubh Navratri – नवरात्रि का त्योहार देशभर में धूमधाम से मनाया जा जाता है.. जय माता की, का नारा लगा कर मन में अलग सा जोश, ताकत, हिम्मत आ जाती है… वैसे हिम्मत और आत्मविश्वास के साथ साथ हम मां दुर्गा से हम बहुत कुछ सीख सकते है..

Significance of Navratri – नवरात्रि का महत्व

सबसे पहले तो बुराई पर अच्छी की जीत होती है…

 

 

हम सोचते है कि बुराई ही बुराई है और इसका अंत नही होगा.. पर अंत होता है… नवरात्रि हमें यही सीखाता है कि अधर्म पर धर्म की जीत होती है.. इसलिए ये बात तो हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि अगर बुराई पनप रही है तो उसका नाश भी जरुर होता है…

फिर नवरात्रि महिला शक्ति का अहसास करवाता है..

नवरात्रि हमें महसूस करवाता है कि महिला कमजोर नही है… हमारे मन में बहुत बार आता है हम तो महिला है हम क्या कर सकती हैं पर ये त्योहार हमें अहसास करवाता है कि महिला किसी से कम नही.. महिला होते हुए भी मां कैसे असुरों से भिड गई थीं.

अपने अंदर छिपी ताकत को जानना चाहिए.

ये त्योहार हमें मोटिवेट करता है कि हम अपने अंदर की शक्ति को पहचाने… नौ दिन मां के अलग अलग रुप की कहानी हमे में नई उर्जा भरती है… हमें अहसास करवाती है कि हम भी पहचाने अपने भीतर छिपी ताकत को..

डरना नही चाहिए… हिम्मत नही हारनी चाहिए…

किसी भी स्थ्ती का डट कर सामना करना चाहिए. महिलाएं चुपचाप होकर बैठ जाती है. देवी मां कैसे कैसे असुरों से भिड गई डट कर मुकाबला किया.. हमारे सामने भी अगर कोई कठिनाई आए.. तो धबराना नही है… खुद पर विश्वास रखते हुए बोल्ड होकर मुसीबत का सामना  करना चाहिए.

और प्यार फैलाना

दुर्गा को हम मां कहते हैं और मां होती है प्यार और दुलार की प्रतीक.. love and affection. बेशक चारों तरफ बुराई का बोलबाला है… पर हमें अच्छी फैलानी है… घर हो या समाज जितना हो सके हमें दूसरो की मदद करनी चाहिए ताकि दूसरे के चेहरे पर स्माईल आ सके..

नफरत नही प्यार ही फैलाना चाहिए ताकि समाज अच्छा बनें..

हाथ में तलवार भी है और फूल भी, कमंडल भी है और शंख भी अपनी मंद मंद मुस्कान से ये सभी को तुरंत अपना बना लेती है… वैसे देवी मां के अलग अलग दिन की कहानी भी बोली हुई है… जिसके लिंक नीचे दिए गए हैं आप वो सुन भी सकते हैं और अपने सर्किल में शेयर भी कर सकते हैं…

Importance of Navratri Festival – Monica Gupta Videos शुभ नवरात्रि – Shubh Navratri –

– Happy Navratri https://www.youtube.com/watch?v=RAO-Z… नवरात्रों की कहानियाँ – Navratri Stories in Hindi :

https://www.youtube.com/playlist?list… शुभ नवरात्रि – माता के नौ रुप – Maa Durga Ke 9 Roop – दुर्गा माता के नौ रूप

https://www.youtube.com/watch?v=ys5m-… माँ शैलपुत्री – Maa Shailputri – माँ शैलपुत्री की कथा – Maa Shailputri Katha

https://www.youtube.com/watch?v=Ve4rp… माँ ब्रह्मचारिणी – Maa Brahmacharini – माँ ब्रह्मचारिणी की कथा –

Brahmacharini Katha

https://www.youtube.com/watch?v=17_a-… माँ चंद्रघंटा – Maa Chandraghanta – माँ चंद्रघंटा की कथा – Maa Chandraghanta Story

https://www.youtube.com/watch?v=J3IiX… माँ कुष्मांडा – Maa Kushmanda – माँ कुष्मांडा कथा – Maa Kushmanda Ki Katha

https://www.youtube.com/watch?v=zqKqr… माँ स्कंदमाता – Maa Skandmata – माँ स्कंदमाता कथा – Maa Skandmata Katha

https://www.youtube.com/watch?v=odTGW… माँ कात्यायनी – Maa Katyayani – माँ कात्यायनी कथा – Maa Katyayani Katha

https://www.youtube.com/watch?v=As1j4… माँ कालरात्रि – Maa Kalratri – माँ कालरात्रि की कथा – Maa Kalratri ki Katha

https://www.youtube.com/watch?v=yvGHa… माँ महागौरी – Maa Mahagauri – माँ महागौरी की कथा – Maa Mahagauri

Katha

https://www.youtube.com/watch?v=i028w… माँ सिद्धिदात्री – Maa Siddhidatri – माँ सिद्धिदात्री की कथा – Maa Siddhidatri Katha

https://www.youtube.com/watch?v=8rgBt…

 

Significance of Navratri – नवरात्रि का महत्व

March 16, 2018 By Monica Gupta 1 Comment

Signs of Bad Parenting – ऐसे ना करें बच्चों की परवरिश – Examples of Bad Parenting – Monica Gupta

Signs of Bad Parenting

Signs of Bad Parenting – ऐसे ना करें बच्चों की परवरिश – Examples of Bad Parenting – Parenting Mistakes – Parenting Tips –  अक्सर पेरेंट्स को बच्चों से शिकायत रहती  है कि बच्चे कहना नही मानते बच्चे पढते नही… पर क्या हो जब बच्चे पेरेंट्स की शिकायत करें कि मम्मी पापा टाईम नही देते, हमारी feelings  को नही समझते… बच्चे ये कहे कि गंदे हैं मम्मी पापा .. तो क्या हो…

Signs of Bad Parenting – ऐसे ना करें बच्चों की परवरिश – Examples of Bad Parenting –

देखिए हर मम्मी पापा अपने बच्चे की परवरिश बहुत अच्छे से करना चाहता है… पर कई बार जाने अंजाने कुछ ऐसा हो जाता है कि वो bad parenting की category में आ जाते हैं..  तो क्या हैं वो बातें जो बच्चों की नजरों में पेरेंटस को bad बनाती हैं.. मैं कुछ Examples दे रही हूं.

पहली बात तो सिर्फ पढाई ही करनी है… सिर्फ और सिर पढाई लिखाई.. स्कूल घर घर स्कूल.. पढाई के साथ साथ कुछ और एकटिविटीज से भी जोडना चाहिए.. इससे तन और मन दोनो हैल्दी रहते हैं. बच्चे की हॉबी या शौक को भी एनकरेज करना चाहिए.

फिर बात आती है तुलना करने की… बच्चे को अच्छा बनाने के लिए उदाहरण देते है दूसरे बच्चों का… चाहे भाई बहन से हो या पडोस के बच्चों से या रिश्तेदारों से.. तुलना नही करनी चाहिए.. हर बच्चे में अलग अलग खूबी होती है…

पेरेंट्स हमेशा सिर्फ  advice ही देते हैं कि ये करो ये मत करो इसे ऐसे करो इसे वैसा मत करो पर encourage कभी नही करते ….कभी शाबश या पीठ नही थपथपाते

बच्चे की भावना को नही समझना… अपनी इच्छा बच्चों पर लादना कि मैं ये बनना चाहता था नही बना पर तुम बनो… अगर बच्चे का शौक है तो जरुर बोलिए पर अगर उस फील्ड में कोई शौक नही है फिर तो ये नाइंसाफी टार्चर ही होगा…

बच्चे की achievement पर proud नही एक तो लादना हुआ और बच्चा अगर कुछ अच्छा करे तो मेरा बच्चा है मैंने इसे पढाया है… खुद क्रेटिड लेना.. और अगर अच्छा नही करे सारा दोष उस पर डाल देना… या आपस में पेरेंटस की तुमने ध्यान नही दिया.. तुम आफिस से देर से आते या तुम सारा दिन मोबाइल मे लगी रहती थी…

Criticiz करना.. बात बात पर बच्चे को गलत टोन मे बोलना… टोन्ट करना…  

.बच्चे की पिटाई बच्चे को सजा देना.. खाना बंद कर देना, बच्चे को बाथरुम में बंद कर देना…  

रोल मॉडल नही बनते… माता पिता सबसे पहले गुरु होते हैं. बच्चा उन्हें से सीखता है … खुद झूठ बोलते हैं गलत काम करते हैं तो बच्चा कैसे सीखेगा.. बच्चे के सामने लडाई झगडा करते हैं… चिल्लाते हैं.. एग्जामपल सेट नही कर पाते

और बच्चे को जरुरत से ज्यादा प्यार और ख्याल रखना..

मेरा बच्चा है.. बच्चे ने जिस चीज पर हाथ रख दिया.. चल उसकी हुई.. बहुत ज्यादा पेम्पर करना… हर गलत बात पर बच्चे की मदद की, पेपर मे चीटिंग के लिए टीचर से सिफारिश करना,

बच्चे को समय नही देना.. वो कुछ कहना चाह रहा है बात करना चाह रहा है पर आपका मोबाइल, फोन, गपशप ही खत्म नही होती…

बच्चे पर विश्वास नही करना… वो जो करेगा सही करेगा… अपनी बात लादना.. नही तुम ये करो. इसे ऐसे करो..

ये कुछ बातें है जो जहन मे आती हैं और बच्चे पर इन बातों का बहुत बुरा असर पडता है… तो जरुर सोचिएगा कि कहीं आप तो ऐसे नही हैं…

Signs of Bad Parenting – ऐसे ना करें बच्चों की परवरिश – Examples of Bad Parenting – Parenting Mistakes Parenting Tips

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March 14, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Share Your Thoughts and Feelings – Be an Inspiration to Others – मुझे कुछ कहना है

Share Your Thoughts and Feelings

Share Your Thoughts and Feelings – Be an Inspiration to Others – मुझे कुछ कहना है – आईए विचार सांझा करें.. सबसे पहले तो मैं आप सभी का दिल से धन्यवाद करती हूं कि आप मेरी वीडियोज न सिर्फ देख रहे हैं बल्कि पसंद भी कर रहे हैं और बहुत सारे कमेंटस भेज रहे है…

 Share Your Thoughts and Feelings – Be an Inspiration to Others – मुझे कुछ कहना है

कुछ कमेंटस तो इतने अच्छे होते हैं कि मन करता है कि आप सभी के साथ शेयर करुं… अब मैंने सोचा है कि जिसके भी विचार बहुत अच्छे होंगे, सकारात्मक होंगें और लोगो के दिल में या समाज में बदलाव ला सकते हैं उन्हें मैं उनका ही नाम लेकर वीडियो में बताऊंगी… तो मुझे है आपके कमेंटस का इंतजार…

 

Share Your Thoughts and Feelings – Be an Inspiration to Others – मुझे कुछ कहना है

March 13, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Not Eating Enough to Lose Weight – ऐसे ना करें वजन कम – Effects of Not Eating Enough – Monica Gupta

Not Eating Enough to Lose Weight

Not Eating Enough to Lose Weight – ऐसे ना करें वजन कम – Effects of Not Eating Enough – Symptoms of Not Eating Enough – Signs of Not Eating Enough – Side Effects – हैल्थ से रिलेटिड बहुत सारे टॉपिक्स हैं जिसमे डाईटिंग या वजन कम करना ज्यादातर लोगो  का प्रिय है.. .. ज्यादातर हम सभी छरहरे, स्लिम ट्रीम होना चाहते है और जहां से वेट लॉस की बात सुनते हैं वही लपक जाते हैं कि अच्छा दस किलो वजन कम किया.. ज़ीरो फिगर कर ली.. वाव कैसे.. हमे भी बताओ.. हम भी होंगे छ्हरहरे… और इस देखा देखी चक्कर मे कम से कम खाने लगते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा वजन कम हो…

Not Eating Enough to Lose Weight – ऐसे ना करें वजन कम

पर क्या कभी ये बात भी मन में आई है कि खाना कम खाने के साईड इफेक्ट क्या हो सकते हैं… अंडर इटिंग के Side Effects…

कुछ दिन पहले मुझे पता चला कि मेरी एक जानकर का वजन दस किलो कम हो गया… तो मन मे मेरे भी देखने की इच्छा हुई कि कैसी लग रही है… जब मैं उनके घर गई… तो वो बैठी टीवी देख रही थी… बार बार किसी को काम के लिए आवाज दे रही थी खुद नही उठ रही थी… मेरे पूछ्ने पर बोली कि थोडी कमजोरी सी है… जब मैंने उसका चेहरा ध्यान से देखा तो उसका चेहरा भी बिल्कुल पिचका हुआ सा लग रहा था… ग्लो बिल्कुल भी नही थी… बुझा बुझा सा था…

उसको तो मैंने कुछ नही कहा पर यही बात कहना चाह रही हूं कि जब हम सही डाईट नही लेते तो शरीर पर इसके Side Effects हो जाते हैं जोकि अलग अलग तरीके से नजर आते हैं… जैसा कि एक तो यही हो गया कि

एनर्जी लेवल एकदम कम हो जाता है.. मसल्स कमजोर हो जाते हैं

कुछ काम ही नही होता.. शरीर थका थका fatigue  सा लगता है.. गिरा गिरा सा लगता है.. ये सब नतीजा है सही डाईट न लेने का… कम कैलोरीज ले रहे हैं तो ताकत कैसे आएगी… और भी अलग अलग symptoms होते हैं जैसा कि

भूख बहुत लगना..

हर समय कुछ न कुछ खाने की इच्छा करना… खा लिया फिर भी लगे कि खाना है… कई लोग जिनका वजन बहुत ज्यादा है उन्हें भी ये फीलिंग होती है.. कारण यही होता है कि हमारे अंदर सही डाईट नही जा रही…

नींद का ना आना भी

इसका एक symptom होता है.. नींद ही नही आती… बैचेनी सी रहती है…

ठंड सी महसूस होती रहती है… हरारत सी महसूस होती रहती है हर समय..

मूड स्विंग होता रहा है… कभी चिंता, तनाव और चिडचिडा पन सा बना रहता है… मूड अच्छा सा नही रहता मन में बदलाव से होते रहते हैं…

इसी के साथ साथ कब्ज की दिक्कत भी हो जाती है… डाईट ढंग से जाती नही जिसकी वजह से Digestive Problems से गडबडा जाता है..

इसके इलावा स्किन सूखी और रुखी लगने लगती है बाल भी रुखे लगने लगते हैं और गिरने भी लगते है झडने लगते हैं… अब बताईए कि सही डाईट न लेने के कितने नुकसान है.. इससे अच्छा तो यही है अच्छी डाईट लें ताकि कम से कम शरीर तो स्वस्थ बना रहे…

तो अगर ऐसे  symptom हो तो अच्छे डाक्टर से जरुर सलाह ले लेनी चाहिए और किसी ने किस तरह से वजन कम किया … देखा देखी करने के बजाय प्रोपर डाइटिशियन,  न्यूट्रिशनिस्ट से पूछ कर ही करना चाहिए…

 Not Eating Enough to Lose Weight – ऐसे ना करें वजन कम 

March 12, 2018 By Monica Gupta 1 Comment

My Husband Drinks Too Much – Living with an Alcoholic Husband – Tips for Women – Monica Gupta

My Husband Drinks Too Much

My Husband Drinks Too Much – Living with an Alcoholic Husband – Tips for Women – Monica Gupta –  How to Help an Alcoholic Husband Stop Drinking What can i do if my husband drinks too much… what should i do if my husband drinks too much… should I leave my alcoholic spouse – शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है.. फिर भी हम सचेत ही नही होते… आप सभी के बहुत सारे मैसेज आते रहते हैं पर एक मैसेज सबसे अलग था. मैसेज था एक महिला का

वो वो 38 साल की हैं दो बच्चे हैं एक 6 में दूसरा 8 क्लास में.. उन्होने लिखा कि उनके पति बहुत शराब पीते है लगभग हर रोज घर में लडाई किच किच होती है… दुखी हो गई  हूं सोच रही हूं कि मैं भी शराब पीनी शुरु कर दूं… कम से कम झगडा तो खत्त्म होगा..

इस बात ने मुझे विचार शून्य कर दिया…

वैसे इस बारे में बहुत मैसेज तो आते रहते हैं कि शराब पीते हैं पति.. बहुत दुखी है.. बच्चों पर बुरा असर पड रहा है…

क्या करे ???  कैसे करें… ???

My Husband Drinks Too Much – Living with an Alcoholic Husband

तो आज इसी बारे में बात करती हूं… पति जब बहुत शराब पीते हों तो कैसे डील करें..

 

 

सबसे पहले तो अपने आप का ख्याल रखिए…

ये बात उन सभी महिलाओं के लिए है दिन भर गुस्सा, चिंता तनाव रहेगा तो आपकी सेहत भी खराब होगी तो घर परिवार को कौन देखेगा.. थोडा संयम रखिए… एक दिन में तो ये स्थ्ति आई नही.. तो जाने में भी तो समय लगेगा…

अब बात आती है… क्या करें..

देखिए.. शराब या नशे की आदत छुडवाना इतना आसान नही है… एक दिन में नही हो जाएगा.. समय लगेगा… तो किस बात की जरुरत है.. जरुरत है थोडा संयम रखने की…

कारण जानिए..

अब आपने कारण जानना है कि किसलिए लेते हैं किसी प्रोब्लम को दूर करने के लिए, तनाव दूर करने के लिए या थकावट दूर करने के लिए या अब आदत बन चुकी है… लेनी ही है..

मान लीजिए आदत ही बन चुकी है इसे लिए बिन नींद ही नही आती…

अब बात आती है.. जिस समय ड्रिक की हो तो कैसे डील करें...

बात कैसे करें….. मान लिजिए एक परिवार है और पति बाहर से ड्रिक करके आएं हैं तो उनकी वाईफ ऊंचा उंचा बोलना शुरु कर देगी… सीधा ही झगडा करेगी.. ये नही कीजिए… जिस समय ड्रिक कर रखी हो उस समय बहस करके झगडा करके कोई फायदा नही… अगर वो खुद भी लडने के लिए आगे आए तो बोल दीजिए कल बात करेंगें आज नही.. अगर वो बहुत बोले बोलते रहें तो चुप रहिए… यही बेहतर होगा..

तो बात कब करें…

आप बात तब कीजिए जब वो शांत हो.. आमतौर पर क्या होता है जब पी कर आए तो हम चढ जाते है… और बहुत बोलते हैं उस समय कोई फायदा नही फिर तो बात ही बढती है और कुछ नही होता… आपने बहुत संयम से काम लेना है… आप बात कीजिए कि कुछ बात करनी है कब करें… उस समय या तो बाहर चले जाए या घर पर कोई न हो.. कुछ समय के लिए फोन आदि सब बंद कर दीजिए…

जब हम बात करें तो इस बात का ख्याल रखें कि पति पर नही बल्कि पीने पर Blame लगाएं.

पति की drinking पर कुछ कहने से पहले अपनी feelings पर फोकस रखिए .. कहिए कि मुझे दुख होता है uncomfortable महसूस होता है बहुत.. ऐसा लगता है हमारी बीच दूरिया बढ रही हैं.. बच्चों को भी बार बार समझाना मुश्किल हो जाता है मुझे आपकी मदद चाहिए आपकी सलाह चाहिए कि मुझे क्या करना चाहिए ऐसे में..  उन्हें ही बोलने दो रिएलाईज होने दो… आप कितनी दुखी और निराश हैं इस बाद के प्रति ईमानदार रहिए..

उन्हें जताईए कि drinking सिर्फ आप पर ही affect नही डाल रही हमारे रिश्ते पर बच्चों पर भी असर डाल रही है..

बच्चे भी आपसे डरने लगे हैं.. पढाई में भी कम नम्बर ला रहे हैं

उन्हें बताई कि ये सेहत के लिए अच्छी नही…

बातों बातों में  इसके होने वाले नुकसान बताईए..

कोई उदाहरण दीजिए कोई जानकार के ये तकलीफ हो गई.. डाकटर ने जवाब दे दिया…

या पीकर कार चलाते समय एक्सीडेंट हो गया..

या पार्टी में गए थे… वहां शराब पीकर बहुत लोग गाली देकर बात कर रहे थे… कुछ ऐसा कि वो सोचे…

या कोई किसी पार्टी में गया और पति को होश ही नही था और कोई पत्नी के साथ छेडखानी करने लगा..

एक दम से फैसला भी नही सुना देना कि छोड कर चली जाऊंगी… बंद करो इसे… !!

तीन वजह से छोड सकते हैं शराब

पहला अगर वो खुद मन पक्का कर लें.. कि नही पीनी.. यानि नही पीनी.. मन में आ जाए कि हां छोडनी है

या फिर डाक्टर बोल दे कि अगर अब भी नही छोडी तो…

और तीसरा है कि पत्नी संयम से काम ले इस तरह से माहौल बना दे कि पति कम पीनी शुरु कर दे… और  खुद ही कम कर दें…  और बंद कर दे.

इस सोच में नही रहें कि रातो रात बदलाव आ जाएगा… overnight changes उम्मीद न करें

एकदम से उम्मीद न करें एकदम से अभी छोड दें

कई बार जोर जबरदस्ती में बोल देते हैं पर बाहर से फिर ड्रिंक करके आ जाते हैं… इसका भी क्या फायदा.. ये भी तो गलत है… चोरी चोरी पीए उसका भी क्या फायदा ??

Set limits –  हां पर एक रेखा जरुर खींच दीजिए.. बातचीत के दौरान एक लिमिट जरुर हो… कि इतनी  लिजिए कि बच्चों के साथ बैठ कर डिनर कर सकें.. रात को कहीं अचानक कोई प्रोब्लम हो जाए तो किसी की मदद कर सकें.. नशे में डूबे सोते ही न रह जाएं…

फिर पति पत्नी मिलकर एक प्लान बनाएं.. कि वो कैसे शराब से दूर रह सकते है… जो फैमली फ्रेंड है या परिवार के लोग हैं अगर उनसे सलाह लेनी जरुरी है तो ले सकते हैं…

कई बार ज्यादा पीकर अगर हाथ उठाते हैं तो परिवार से जरुर सलाह लेनी चाहिए और स्टित्कट हो जाना चाहिए…

Be supportive – उनको स्पोर्ट करिए.. और अगर वो सही चल रहे हैं जितना सोचा है उतना ही ले रहे हैं रात को बच्चों को समय भी दे रहे हैं बात भी कर रहे हैं तो उनका मनोबल भी बढाईए.. उनके कोई शौक कोई हॉबी को बाहर निकालिए.. उन्हें एनकरेज कीजिए जिस चीज में वो अच्छे थे और इसकी वजह से वो पीछे हट गए…

बहुत लेडीज के मन मे ये भी आता है कि घर परिवार को चलाने का ठेका क्या सिर्फ महिला का है… क्या पति का कोई फर्ज नही.. बिल्कुल पति का फर्ज भी बराबर का है… पर बार घर को सहेजा नही तो वो बिखर जाएगा..

हम इंडियन बूमन हमेशा दुखी होकर रह लेगी, पिटाई भी खा लेगी पर फिर भी प्यार करती है… छोडती नही.. कही न कहीं ये अच्छी भी है पर इस अच्छाई का कुछ लोग गलत फायदा उठाते है तो गलत हो जाता है…

बहुत ज्यादा दुखी हो गए या लाख समझाने के बाद भी वो नही छोड रहे और मार पिटाई भी करते हैं फिर आपको लगता है कि आप सेफ नही है जान को भी खतरा हो सकता है फिर जरुर घर के बडे बुजुर्गो से बात करनी चाहिए और सलाह लेनी चाहिए… कि क्या करना चाहिए…

My Husband Drinks Too Much – Living with an Alcoholic Husband – Tips for Women – Monica Gupta

March 10, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Brain Games for Kids – Keep Your Kids Brain Sharp – Brain Games for Kids in Hindi – Monica Gupta

Brain Games for Kids

Brain Games for Kids – Keep Your Kids Brain Sharp – Brain Games for Kids in Hindi – कल मैं अपनी एक जानकार के घर गई हुई थी. कुछ दिन पहले उसकी तबियत खराब हो गई थी तो अस्पताल  भी रहना पडा था.. अब वो वापिस आ गई थी तो जब मैं मिलने गई तो  उनका बेटा 5 साल का होगा .. वो मेरे पास आया और बोला अपनी आखें दिखाओ… अपनी जीभ दिखाओ.. मुझे पहले तो हैरानी हुई पर उसके हाथ में छोटा सा स्ठेतोस्कोप और इंजेक्शन देख कर मैंने उसे दिखा दिया.. बोला आपको आराम करना चाहिए… और झूठ मूठ की दवाई दी… मैंने भी कहा डाक्टर साहब आपकी फीस… और एक चॉकलेट निकाल कर मैंने उसे दे दी… वो भी  खुश होकर चला गया..

Brain Games for Kids – Keep Your Kids Brain Sharp –

तब मेरी जानकार ने बताया कि जिन दिनों वो होस्पिटल में थी… उन दिनों ये भी ज्यादा रहता था… तो वो सब देखता था.. बस तभी इसे डाक्टर डाक्टर सेट खरीद कर दिया…

 

वैसे जब हम बात करते हैं कि बच्चे का ब्रेन कैसे शार्प करें तो अगर कुछ प्रैक्टिकल चीजे की जाए तो बच्चा बहुत जल्दी सीखता है.. चलिए आज बात करते हैं और कैसे शार्प किया जा सकता है छोटे बच्चे के ब्रेन को…

ये तो डाक्टर डाक्टर है टीचर टीचर खेल कर भी बच्चे को पढाया जा सकता है..

कई बार बच्चे को पढाने के लिए खुद स्टूडेंट बन जाते हैं पेरेंटस.. बच्चे सीखाते सीखाते खुद सीख जाते हैं…

घर घर भी खेलते है.. मेहमान बन कर आते हैं बच्चे उन्हे अटेंन्ड करते हैं ऐसे भी बच्चो को प्रैक्टकली सीखा सकते हैं..

फलों को सब्जी फूल पौधो को को बजाय फोटो दिखा कर असल में दिखाएं तो बच्चे जल्दी सीखते हैं. बहुत लोग जू जाकर बच्चों को जानवर दिखाते है..

इसके इलावा ब्रेन गेम खिला कर भी बच्चों के माईंड को शार्प किया जा सकता है.. मैं आपको कुछ बहुत आसान से आईडियाज बताती हूं.. जब बच्चा लिखना सीख जाए तो आप क्या करिए कि एक सेनटेंस कोपी पर लिखिए और उसे हाथ में लेकर शीशे के सामने खडे हो जाईए  बच्चे से पूछिए कि क्या लिखा है… कॉपी का नही दिखाना.. सिर्फ शीशे में देखना है.. कुछ कंटिग काट कर भी रख सकते है.. जोर देगा

वैसे इसके इलावा

आप एक मेज पर दस चीजे रखें बच्चे के खिलौने, कागज, कॉपी , अखबार, फोन , गिलास, चमच्च, बच्चे को कुछ नही बताना… बेशक रख कर आप उसकी एक फोटो भी ले लीजिए.. अब बच्चे को दिखाईए कि ध्यान से देखो…  अब उसे उल्टा पुल्टा कर दो… अब बच्चे को बोलिए कि जैसे लगाया हुआ था वैसे ही लगाओ… फिर देखिए कि कैसे लगाता है…

इसी में दो तीन तरह के खेल खिला सकते हैं कि पहले दस चीजे रख दी… फिर एक गायब कर दी और पूछ्ना है कि क्या मिसिंग है…

 

एक गेम जोकि सदाबहार है शायद आप पेरेंटस भी बचपन में खेलते होंगें नम्बर काटने हैं एक से 10 तक नम्बर लिख लिए अब हम एक एक करके कोई भी नम्बर बताएगे और काटना है इसमे दो बाते ख्याल रखनी है कि पैन नही उठाना जहां से काटा है वही से आगे बढना है और दूसरा घर वापिस जाना है.. अगर एक लाईन दूसरी से मिल गई तो आऊट पर ना तो पैन को उठाना है और ना

ओब्स्टेकल गेम भी बहुत मजेदार रहती है कभी लग़डी टांग से चलना हैं कभी कूद कर चलना है कभी रेंग करना चलना है. ये हम घर पर भी तैयार कर सकते हैं या खुले भी भी.. जैसा मान लिजिए..

चार कुर्सी एक लाईन में रख दी कि ऊपर चढना है फिर नीचे तो तकिए रख दीजिए कि इन पर से उछलना है

आगे पेपर पैंसिल होगी उस पर ए बी सी पूरी लिखनी है या कुछ आपने बात लिखी है पहेली पूछी है टंग टवीस्टर बोलना है…

उसका आंसर देना है और फिर एक और ओब्स्टेकल है कि एक चमम्च है और उसमे अंडा या आलू है बिना गिराए चलना है और फिर जहां आपने एंड लिखा है

वहां रुक जाना है.. इसमे समय होगा… कि कितने समय में किया .. ये सब चीजे बच्चे को मैंटली और फिजिकली एक्टिव बनाती है…

ये ध्यान रखना चाहिए कि शार्प चीज न हो.. इसीलिए अगर घास में खेलेगें या घर पर ऐसी खेली जगह जहां कार्पेट होगा.. वो सही है..

गेम्स तो अंलीमिट्ड है पर समय लिमिटिड.. बाकि अगली बार बताऊंगी… फिलहाल आपके पास कोई ऐसी गेम्स हो जिससे बच्चा मैंटली और फिजिकली एक्टिव रहे जरुर बताईएगा..

Brain Games for Kids – Keep Your Kids Brain Sharp – Brain Games for Kids in Hindi – Monica Gupta

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