Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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May 21, 2019 By Monica Gupta 5 Comments

How to Become a Good Person – अच्छा इंसान कैसे बने – How to Be a Good Person –

How to Become a Good Person

अच्छा इंसान कैसे बने

कैसे बनें अच्छा इंसान… आप सोच रहे होंगे कि ये क्या टॉपिक हुआ?? ये तो सभी को पता है… कैसे बनें अच्छा इंसान… जब मैंने कुछ लोगो से बात की कि आप बताएं तो लगभग सभी ने बोला कि अच्छा इंसान kind, caring होता है, दूसरे का ख्याल रखने वाला होता है… और क्या!! बेशक, पर सिर्फ इतना ही नहीं…. दूसरे के साथ साथ वो अपनी भी केयर करता है अपना भी ख्याल रखता है… जिस हम ज्यादातर ध्यान नहीं देते… कुछ बातें ऐसी हैं जिस पर हम ध्यान नही देते और शायद इसलिए अच्छे इंसान बनने से रह जाते हैं तो आज मैं आपको बता रही हूं 7 बातें..

चलिए अब शुरु करते हैं कि कैसे बनें अच्छा इंसान…

1.सबसे पहले तो ये सोचना है कि आपके विचार से अच्छे इंसान की क्या परिभाषा है ?? अच्छा कौन है ये discover करना है… जैसे मैं किसे पसंद करता हूं, मेरे आईडियल, मेरे रोल मॉडल कौन हैं… उनकी क्या ऐसी बात है जो मुझे अच्छी लगती है…

2. फिर खुद को improve करना है… रिश्ते बनाते में हमें honest और loyal रहना है.

घमंड नहीं करना.. देखिए अगर कोई ये कहे कि मैं श्रेष्ठ हूं तो कोई दिक्कत नहीं पर पर कोई ये कहे कि सिर्फ मैं भी श्रेष्ठ हूं… ये सही नहीं… ये घंमड है… इसी के साथ साथ दिखावा करने की कोई जरुरत नहीं.. जरुरत इस बात की है कि हम जो कहे उस बात पर स्टिक्ट भी रहें…  

जब हम खुद को improve करने की बात करते हैं तो इसका मतलब है हम इस ओर प्रयास कर रहे हैं एक दिन में ही बदलाव नहीं आएगा.. समय लगेगा पर बदलाव आएगा जरुर.. छोटे छोटे कदमों से शुरुआत कीजिए… फिर ये हमारी आदत ही बन जाएगी… एक एक करके सुधार करते जाईए..

3. अपने अंदर अच्छी क्वालिटी devlope करनी हैं कुछ magic words  का खुल कर इस्तेमाल करना है जैसा कि thanks, sorry, please, बडो का आदर करना है छोटों से प्यार से बात करनी है और जो disable हैं proper attention देनी है… जिससे भी बात करे….. बोलने से पहले सोच लें कि क्या बात करनी है…

4.Bad Qualities खत्म करनी हैं… अक्सर हम किसी भी बात को पर्सनली ले लेते हैं तो इसे तो बिल्कुल ही नहीं लेना चाहिए.. जो सामने वाला बोल रहा है ये उसकी अपनी सोच है…

फिर जलन, ईर्ष्या, नफरत, तुलना, भूल कर भी नहीं करनी. मन में भी कोई ग्रजिस नहीं रखनी क्योंकि अगर हम ये बातें मन में रखेंगें तो प्रोब्लम भी हमे ही होगी… सामने वाले को तो कोई फर्क नहीं पडेगा..

कोई गलती करता है तो माफ कर देना चाहिए हमसे गलती हो तो सॉरी बोल देना चाहिए. कोई गलती हुई तो सारा ब्लेम खुद पर नहीं लेना चाहिए और अगर कोई काम अच्छा हुआ तो ये भी नहीं हो कि सारा क्रेडिट खुद ले लिया…

आराम से कूल होकर,  संयम से काम करना है

5. हमेशा हमेशा दूसरे की मदद के लिए आगे आना है… देने की भावना रखनी है.. एक गरीब मंदिर गया और भगवान जी के सामने खड़ा होकर जोर जोर से रोने लगा कि आपने मुझे इतना गरीब किसलिए बनाया…

भगवान जी बोले कि तूने देना नहीं सीखा इसलिए.. वो हैरान.. अरे मैं तो खुद गरीब हू मैं क्या दूंगा… तो वो बोले… तेरे पास दो हाथ हैं तू दूसरों की मदद कर सकता है.. तेरे पास जुबान है दो मीठे बोल बोल सकता है, अपनी स्माईल से दूसरे के दुख दर्द कम कर सकता है…  तो हमें मन में दया भाव और समान अनुभूति रखनी है…

6. और इसके लिए सबसे जरुरी है हमारी पॉजिटिव सोच… नेगेटिव सोच रखेंगे तो कही न कही दूसरे के साथ साथ हम खुद को भी हर्ट कर रहे होते हैं और हमें तो रखना है अपना भी ख्याल… जो अच्छे इंसान होते हैं वो जितना ख्याल दूसरे का रखते हैं उतना ही खुद का भी रखते हैं… इसलिए..

7. हमारा जो भी काम हो एक्शन हो वो समाज और देश की बेहतरी की लिए हो.. बैटरमैंट के लिए हो… जैसा कि मैं ने पौधा लगाया  तो ये अच्छा है ना .. मैं सड़क पर कूडा नहीं फेंकती तो ये भी एक कदम बेहतरी पर है और अगर मैं फालतू की बिजली नहीं जलने देती तो ये भी सार्थक कदम है… बस ऐसी ही पहल होनी चाहिए..

तो देखिए ये हैं कुछ बातें… अब बताईए क्या ये मुश्किल है.. ? कितना आसान है… बस जरुरत है commitment और determination की.. मन में ठान लें कि बस बनना ही है अच्छा इंसान… वो कहते भी है ना

कैसे बनें अच्छा इंसान… माना बुरी है दुनिया हर तरफ धोखा है…

हम तो अच्छे बनें.. हमें किसने रोका है…

अच्छे इंसान सिर्फ और सिर्फ अपने कर्म से पहचाने जाते हैं; क्योंकि अच्छी बातें तो बुरे लोग भी कर लेते हैं।

May 13, 2019 By Monica Gupta 2 Comments

When People Make Fun of You – कोई मजाक उड़ाए तो क्या करे –

When People Make Fun of You

कोई मजाक उड़ाए तो क्या करे – जो लोग हमारा मजाक उड़ाते हैं क्या हमें भी उनकी ही तरह उनका दुगुना मजाक बनाना चाहिए या क्या मजाक और पैसा सोच समझ कर उड़ाना चाहिए…
“उन्हें लगता है कि उनकी चालाकियां मुझे समझ नहीं आती
और मैं बड़ी ख़ामोशी से देखता हूँ उनको अपनी नजरों से गिरते हुए… “


https://www.youtube.com/watch?v=LoYojkYHEak

May 6, 2019 By Monica Gupta 2 Comments

Difficult Spouse – जब पति और पत्नी में न बने – How to Deal with a Difficult Spouse – Monica Gupta

Difficult Spouse

Difficult Spouse से कैसे deal करें… इतना आसान नहीं है जिंदगी का हर किरदार निभाना… इंसान को बिखरना पड़ता है कुछ रिश्ते समेटने के लिए… बहुत सारे कमेंट्स और मैसेज इसी बारे में आते हैं कि क्या करें कई बहुत helpless feel करते हैं हम दोनों ना एक छ्त के नीचे रह सकते हैं ना ही छोड़ सकते है क्या करें… ??

जैसे वाईफ लिखती हैं कि घर की मेरी या बच्चों की तरफ ज़रा भी ध्यान नहीं देते, टीवी या दोस्त ही प्रिय हैं कुछ बोलू तो गुस्सा करते हैं चिल्लाने लगते हैं बात बात पर ताना देते हैं.. कुछ का कहना है कि गाली गलौच या हाथ तक भी उठा देते हैं.वही पति बोलते हैं कभी घर में रहती ही नहीं.. सारा दिन शॉपिंग या किट्टी पार्टी या पडोसन के साथ बैठे रहना.. घर की तरफ कोई ध्यान नहीं… मेरे माता पिता को अपना कभी नहीं समझती हमेशा अपने कमरे में ही बैठी रहती है…

अब ऐसे में क्या करें बहुत helpless feel करते हैं ना एक छ्त के नीचे रह सकते हैं ना ही छोड सकते है क्या करें… ??

तो मैं उनसे कुछ बातें शेयर कर रही हूं… आप चाहे पति हैं या पत्नी.. ये बातें आप दोनो पर लागू होती हैं…क्या सबसे पहले शांत रहें.. दिमाग को रिलेक्स करें.. शांत पानी में ठहरे हुए पानी में ही हम अपनी रिफ्लेशन देख पाते हैं.. वही अगर पानी उबल रहा हो तो हम उसमे अपना रिफ्लेशन नहीं देख पाएगें.. इसलिए सबसे जरुरी हैं एक बार शांत रह्ना और शांत होकर सोचना.. बेशक एक दिन एक्ट्रा लग जाए पर खुद को शांत रखना ही होगा..

सोचना ये हैं कि इस तरह से जो ये हो रहा है पति कर रहे हैं या पत्नी कर रही हैं कारण है क्या… जड तक जाना है.. जैसे पति बात बात पर चिडते हैं पहले तो ऐसा नहीं था क्या कोई ऑफिस की दिक्कत है या फाईनेंशली प्रोब्लम है या किसी से कोई बात हुई है… वाईफ को बात बात पर गुस्सा आता है तो हुआ क्या ऐसा पहले तो नहीं था तो… क्या सेहत ठीक है.. बीपी की दिक्कत तो नहीं या खून तो कम नहीं… लेडीज के साथ भी सौ तरह की परेशानी हो सकती हैं तो गहराई से सोचिए और स्पोर्ट बनिए.. उस प्रोब्लम को दूर करना है और उन्हें ये भी बताना है कि कोई बात नहीं ये तो लाईफ का एक हिस्सा है… This Too shall pass.. हम मिलकर सामना करेंगे…

यानि अब माईंड सेट पॉजिटिव रखना है अगर प्रोब्लम पता लग गई तो उसे दूर करने का प्रयास करना है नहीं पता लगी तो बातचीत से पता लगाना है पर माईड सेट पोजिटिव ही रखना है एक बार कोशिश करनी है कि सम्बंध बेहतर बन सकें… क्योंकि हम हमने सोच ही रखा होगा कि मुझे क्या ?? मुझे कोई फर्क नहीं पडता… होने दो जो हो रहा है अच्छा ही है फल मिलना ही चाहिए.. नहीं ये नहीं.. एक बार बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए.. कहानी शुरु होते ही द एंड नहीं कीजिए…कर दिया… लडाई झगडे, टेंशन  तो हर परिवार में होते हैं कोई बात नहीं.. मैं एक ट्राई खुद को देते हैं… रिश्ते को track पर लाने का प्रयास करते हैं और करनी है बातचीत…

अच्छा जब बातचीत करें तो अपना होमवर्क कर ले कि क्या बात करनी है.. प्लान बना लें कि ये ये बातें हैं और मैंने करनी हैं.. कई बार बातचीत शुरु हो गई कि जो जरुरी बात करनी थी वो तो रह ही गई… इसलिए और जब बातचीत करें तो आराम से रिस्पेक्ट से कोई टोंट करके या व्यंग्य करके नहीं… संवाद ही विवाद मिटाने की शक्ति रखता है…

बातचीत तक करें जब पार्टनर भी मैंटली फ्री हों जैसे कि सुबह सुबह ऑफिस जाने की जल्दी है और तब बात शुरु कर दी या दो दिन से बच्चे को बुखार है वाईफ का पूरा ध्यान बच्चे की ओर है और पति ने उस समय बात करने शुरु कर दी.. वो बेचारी पहले ही बहुत परेशान है तो जब मैंटली फ्री हो तब बात कीजिए.. बेशक पहले ही पूछ लीजिए कि आपसे कुछ बात करनी है कब हो सकती है

जब बातचीत के लिए साथ बैठे तो संयम रखते हुए बात शुरु करनी हैं जैसा कि मैं कुछ दिन से देख रही हूं कि आप मुझ से गुस्सा हैं क्या कोई मेरी गलती हुई… किस बात से आप नाराज हैं… और जब लगे कि उधर से सही रिपॉसन मिल रहा है तो अपनी बातें क्लीयर करते जाईए…

एक ना कभी भी दूसरे से तुलना नहीं कीजिए.. मेरी एक जानकार थी वो जब भी घर आती हमेशा अपने पड़ोसी की तारीफ करती कि वो बहुत ही अच्छा कपल है बहुत प्यार से रहते हैं उनकी वाईफ को बच्चा होने वाला था तो 6 महीने पत्नी की छोटी बहन को बुला लिया और बहुत केयर करते.. जब बेबी हुआ और वो उनके घर गई तो क्या देखा पत्नी की जिस बहन को घर बुला लिया था उसी से कोर्ट मैरिज कर ली.. तब उसे लगा कि उसकी सोच बहुत गलत थी…

और अगर हमें लग रहा है कि ये सब कर के देख लिया और छोड तो सकते नहीं.. तो खुद को बिजी रखिए किसी ना क्रिएटिव काम में.. कई बार हम बहुत ज्यादा पोजेसिव हो जाते हैं तो ये बात भी कही न कही नुकसान करती है जैसे सारा समय बस उन्ही के बारे में ही सोचेग़ी… वो अपने मम्मी पाप से भी नहीं ज्यादा बात कर सकते बस सारा समय मेरे साथ ही रहे.. तो खुद को बिजी रखिए और ये सोचिए कि किसी के बेटे भी हैं वही पति भी पत्नी को जोब नहीं करने देना चहते तो वो ये सोचे की इसकी भी कोई फीलिंग हैं ये भी कुछ बनना चाहती हैं सपने हैं इसके भी…

तो ऐसे में अगर बाहर जाने की परमिशन नहीं है तो घर पर रह कर ही बहुत कुछ क्रिएटिव किया जा सकता है… खुद को बिजी रखा जा सकता है.मन बिजी रहेगा तो उस तरफ ध्यान कम जाएगा… काम कर लीजिए या बच्चों की देखभाल बहुत अच्छे से कीजिए ताकि जो प्रोब्लम आपने फेस की वो बच्चे न करें.. बच्चों को अच्छे संस्कार दीजिए

और अगर इन सबके बाद लगता है कि नहीं अब कुछ नहीं हो सकता अब साथ रहना सम्भव ही नहीं… फिर आपको आगे बढ जाना चाहिए पर ये भी सोचना चाहिए कि कैसे होगा.. कहां रहेगें, इंकम का क्या सोर्स होगा कहीं किसी पर बोझ तो नहीं बन जाएगें.. बहुत सोच समझ कर कदम उठाना है हो सके तो अपने बहुत अच्छे मित्र से, बडे बुजुर्ग से या काऊंसलर से सलाह लेकर ही कदम उठाए…

रिश्ते निभाना हर किसी के बस की बात नहीं

अपना दिल भी दुखाना पडता है किसी और की खुशी के लिए

इतना आसान नहीं है जिंदगी का हर किरदार निभाना…

इंसान को बिखरना पडता है कुछ रिश्ते समेटने के लिए…

रिश्ते निभना उतना ही आसान है जितना मिट्टे से मिट्टी पर मिट्टी लिखना और निभाना उतना ही मुश्किल है जितना पानी से पानी पर पानी लिखना

May 3, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Raise Kids – बच्चों की परवरिश कैसे करें – Bacho Ki Parvarish Kaise Kare

बच्चों की परवरिश कैसे करें… बहुत सारे parents के comments आते हैं कि बच्चे कहना नहीं मानते, misbehave करते हैं, जिद्दी बहुत हैं, manners ही नहीं हैं… क्या करें, क्या ना करें तो आज इसी बारे में मैं बात कर रही हूं…

देखिए हम जिस समाज में रह रहे हैं यहां शादी के बाद सभी का यही सपना होता है कि जल्दी से जल्दी उनके घर आंगन में नन्हें मुन्ने की किलकारी गूंजे… और कुछ समय बाद सपना सच भी हो जाता है और एंट्री होती है नन्हे मेहमान की… उसके आने पर खूब पार्टी की जाती है.. खुशी भरा माहौल होता है पर जैसे जैसे समय बीतता है बच्चे बडे होने लगते हैं कुछ पेरेंटस के लिए वही बच्चे टेंशन का कारण बन जाते हैं और इस कारण वो अक्सर बच्चों को डांट भी पड जाती है और कई बार पिटाई तक भी हो जाती है…

पिटाई… आज के समय में मार पिटाई बच्चे tolreate नहीं करते.. वजह चाहे कोई भी हो पर इसके नुकसान बहुत है.. वैसे चाहे बच्चों की पिटाई पर हो या स्मार्टparenting पर अलग अलग topics पर बहुत सारी videos बनाई हुई हैं…आप नेट पर सर्च करेंगे तो आपको मिल जाएगी…

तो अब बात आती है कि फिर कैसे करें बच्चों की परवरिश

कैसे आए उन मे अच्छे संस्कार

कैसे डाले उनमे अच्छी आदतें

क्या करें कि वो बडे होकर अच्छे इंसान बनें..

देखिए… इसके लिए उनकी नींव को बचपन से ही मजबूत करना पडेगा और मार पिटाई या डांट के इलावा अलग ढंग से बातें समझानी पडेगी ताकि वो बातें न सिर्फ वो अपनाए बल्कि बल्कि उनके मन में भी घर कर जाए

तो क्या किया जाना चाहिए… यही सोच चल रही थी क्योंकि पेरेंटिंग पर वीडियो बना देना काफी नहीं लग रहा था… तब ये आईडिया आया कि क्यों ना बच्चों से ही डायरेक्ट बात की जाए और उन्ही की बातें उन्हीं के साथ की जाए….. और ये बाते कोई लेक्चर ना हो बल्कि खेल खेल में ही हों, अलग अलग टास्क दिए जाए और बच्चे इसमे पार्टिसेपेट करें इसके लिए उन्हें अलग अलग इनसेंटिव जैसा कि सर्टिफिकेट दिए जाए या जिन बच्चों की बहुत अच्छी परफोरमैंस हो उन्हें गिफ्ट या लाईव बात करने का मौका दिया जाए…

इसी बात को ध्यान में रखते हुए बच्चों के लिए अलग यूटयूब चैनल बनाया है इसमें बच्चों से बात होगी बच्चों के बारे में बात होगी.. घर पर कैसे रहें, स्कूल में कैसे रहें, टाईम कैसे ओर्गेनाईज करें, parents से कैसे behave करें, social skill,life skill से जुडी बातें ढेर सारी बातें होंगी, उन्हें अलग अलग तरीके से चाहे वो कहानी हो या क्विज हो या टास्क हो या अन्य तरीके से अच्छी positive बाते सीखाई जाएगी ताकि इन्हें अपनी daily life में अपनाकर वो बडे होकर अच्छे इंसान बनें…

तो ये है एक प्रयास… और मुझे पूरा विश्वास है कि जो बच्चे इसमे participate करेंगें उनमें जरुर फर्क आएगा…

तो अगर आप parents हैं तो बच्चों को आप जरुर
participate करवाईए अगर parents नहीं परfamily में या आस पड़ोस में हैं तो उनसे इस बारे में जरूर शेयर कीजिए ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को इसका फायदा हो…

क्योंकि ये concept नए तरीके का है तो अगर आपकी कोईidea भी हैं तो उसका भी स्वागत है… तो कल फिर मिलूंगी तब तक

April 30, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Stop Feeling Worthless – खुद को बेकार ना समझें – How to Stop Feeling Worthless – Monica Gupta

Stop Feeling Worthless

Stop Feeling Worthless – खुद को बेकार ना समझें – How to Stop Feeling Worthless – Monica Gupta – खुद को बेकार समझना बंद करिए… अक्सर हमारे मन में ये feeling आ जाती है कि हम तो बेकार हैं बिल्कुल useless है worthless हैं.. क्या ये सही है ?? नहीं ना तो फिर किसलिए ऐसा सोचना… अब आप ये सोच रहे होंगे तो क्या करे ? आ ही जाते हैं ऐसे विचार मन में… किस तरह से इसे दूर करें?? कैसे करे कि ऐसी सोच न बनें… तो आज इसी बारें में आपको कुछ बातें बता रही हूं कि कैसे खुद को बेकार useless  worthless समझना बंद करें…??

1. जो आप हैं वहीं रहें… होता क्या है कि ये फीलिंग हम में कब आती है…जब हम एक दूसरे से तुलना करने लगते हैं वो देखो कैसा  कितना अच्छा और मैं एकदम यूजलेस.. और इस चक्कर में हम दिखावा करने लगते हैं रियल नहीं रह जाते.. बस यही बंद करना है.. यह सोच रखिए कि हर कोई परफेक्ट नहीं होता.. कोई न कोई कमी हर किसी में होती है एक हीरोईन बेशक मूवी में बहुत  खूबसूरत लग रही है पर ये वजह उसकी मेकअप भी हो सकती है…

हमे कोशिश ये करनी हैं कि हम genuine रहें कोई दिखावा न हो… क्योंकि उस चक्कर में हम अपना confidence loose कर जाएगें… तो जरुरी है कि अपने भीतर के प्लस पोंईट खोजिए और आगे लाई.. अपने माईंस पोईंट खोजना जिंदगी का सबसे बड़ा प्लस पोईंट है..

 2. कई बार हम अपनी ही पहचान खोना शुरु कर देते हैं जैसा कि एक लेडी है वो बेटी भी है पत्नी भी है और मां भी है वो क्या सोच रही है कि मैं बिल्कुल बेकार हूं किसलिए कि मैं बच्चों की सही से देखभाल नहीं कर पा रही.. बच्चे हाथ से निकल गए.. मैं फेल हो गई… अब इससे बाहर निकलने के लिए उसे क्या सोचना चाहिए कि मैं एक बेटी के रुप में बहुत अच्छी हूं एक पत्नी के रुप में बहुत केयरिंग हूं घर के सभी लोग खुश भी रहते हैं पर अच्छी मां नहीं हूं इसकी वजह कुछ और भी तो हो सकती है…जरुरी तो नहीं कि मेरी परवरिश खराब थी इसलिए बच्चे बिगड गए… कारण कुछ और भी हो सकते हैं जब और वजह से अच्छी हूं तो इसलिए सोचना बंद कर देना चाहिए..

3. जो लोग बात बात पर criticize करते हैं उनसे दूर रहें… कई बार हमारा सर्कल ऐसा होता है कि वो हर बात पर criticize  ही करते हैं तो उनसे दूरी बना लेनी चाहिए अच्छा कई बार परिवार में ही कुछ ऐसे difficult लोग होते हैं उनसे कैसे डील करें इस बारे में एक वीडियो बनाई हुई है उससे आपको आईडिया मिल जाएगा पर जरुरत इस बात की है कि ये सोचिए कि गलती तो हर किसी से हो सकती है और कभी भी हो सकती है… जो लोग criticize करते हैं या उनसे कभी कोई गलती हुई ही नहीं… तो किसी ने हमें criticize किया और हम भी सिर पकड कर बैठ गए.. ये नहीं करना

4.अपनी हैल्थ का ख्याल रखें… अक्सर ये विचार मन में तब भी आते हैं जब कोई हैल्थ इशू हो जाए कोई बॉडी की प्रोब्लम हो गई.. या फिर किसी का एक्सीडेंट हो गया बेड रेस्त बता दिया है कि तो मैं तो किसी काम का नहीं रहा… तो ऐसे में खुद को बिजी रखिए मान लीजिए आप बेड पर ही है तो बैठे बैठे कुछ क्रिएटिव काम किया जा सकता है… बजाय ये सोचने की मैं कुछ नहीं कर सकता ये सोच होनी चाहिए कि मैं क्या नहीं कर सकता… बजाय ये सोच सोच के डिप्रेशन में जाने के ये सोचिए कि मैं ऐसा क्या करु जो दूसरे के चेहरे पर स्माईल आए… निराशा से बाहर निकलने का बेस्ट तरीका ही यही है कि दूसरे की हैल्प करनी शुरु कर दीजिए… मैटली स्पोर्ट बन जाईए किसी की.. या as a violetear या social issues पर काम करना शुरु कर दीजिए देखिए कितना अच्छा लगेगा..

5. अपना माईड सेट चेंज कर लीजिए.. ये बातें कि मैं बेकार हूं किसी काम का नहीं.. कब आती है जब मन में बहुत ज्यादा नेगेटिविटी भर जाती है… और हम दिन रात नेगेटिव ही सोचने लगते हैं… जिंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश की नहीं करते तो ऐसे में क्या सोचना चाहिए कि जिंदगी में उतार चढाव आते रहते हैं जिंदगी रोलर कोस्टर की तरह है जैसे वो उपर जाता है फिर नीचे जाता है तो ये हमारे हाथ में है कि हमें चीखना चिल्लाना है या उसे एंज्वाय करना है अगर हम चिल्लाते ही रह जाएगें और जब जिंदगी में पॉजिटिव हुआ तो उसे भी हम एंज्वाय नहीं कर पाएगें…

हम बेशकीमती है, वेल्यूबल हैं ईश्वर ने हमें भेजा है कुछ सोच कर ही भेजा है और हमें बेकार useless, worthless कह कर उनकी संचना का क्रिएशन का अपमान नहीं करना… मजबूत बनिए, खुद पर विश्वास रखिए.. आप कुछ भी कर सकते हैं अपनी वेल्यू बनाईएपर उसके लिए क्या जरुरी है

हर नजर में मुमकिन नहीं बेगुनाह रहना. चलो.. कोशिश करते हैं कि खुद की नज़रों में बेदाग रहें… अपनी वर्थ जानिए…

April 30, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Stop Caring – परवाह करना छोड़ दें – You Need to Stop Caring – Monica Gupta

Stop Caring

Stop Caring – खुश रहना है तो कुछ बातों पर ध्यान देना बंद करना पड़ेगा… कुछ बातें लाईफ में हम खुद ही ऐसी कर जाते हैं जिससे खुशी से कोसो दूर चले जाते हैं.. तो क्या है वो बातें मैं आपको 7 बातें बता रही हूं

1.सबसे पहले तो लोग क्या कहेंगें.. दूसरे क्या सोचेगें.. एक महिला को कार चलानी बहुत अच्छी लगती है वो कैब ड्राईवर बनना चाहती है पर लोग क्या कहेंगे ये सोच कर चुप हो जाती है.. एक लड़का बहुत अच्छा कुक है पर लड़का खाना बनाता है लोग क्या कहेंगें इस वजह से अपनी पसंद का काम नहीं कर पाता और मन मार कर दूसरा काम करता है.


https://www.youtube.com/watch?v=62No_I70v2c&t=100s

मत सोचिए.. आप हर किसी को खुश नहीं रख सकते… ये आपकी लाईफ है आपके डिसीजन हैं दूसरों को तो जज करना अच्छा लगता है पर हमें अपने हिसाब से चलना है..

अच्छा फिर इसी में एक डर होता है रिजेक्शन का एक आफिस में काम कुछ सही नहीं चल रहा पर वो बोल नहीं पा रहा… कि बोला तो कही बॉस मुझे बाहर का रास्ता ही न दिखा दे… तो अगर आप सच्चे है तो मन को मजबूत बनाईए

2.जब हमारे साथ कुछ बुरा होता है… ये अच्छा नहीं हुआ.. वो अच्छा नहीं हुआ.. प्रोब्लम , दुख परेशानी तो हम सभी की जिंदगी का एक हिस्सा है तो बजाय सिर पकड कर बैठने के आगे बढना चाहिए… अच्छा आप ये देखिए किसी भी भगवान का देवी देवता का इअतिहास निकाल कर देख लीजिए.. सभी ने किसी न किसी प्रोब्लम को फेस किया… तो दिमाग से इस बात को निकाल दीजिए और उससे डील कैसे करें इस बात पर ध्यान दीजिए और बाहर निकल जाईए…पर ये सोचिए कि उससे भी ज्यादा बुरा हो सकता था… ये अंत नहीं है… रात हुई है तो सुबह भी हो होगी…

3.जब कोई हमें हर्ट करता है.. तो बजाय मायूस होकर बैठ कर सोचने से ये सोचिए कि उसने मुझे हर्ट करके अपना नुकसान किया है.. इसने मुझे खो दिया.. मैंने इसे नहीं खोया इसने ही मुझे खो दिया.. मैं इसके लिए हैल्पफुल ही होता…

4फिर हमारा फेवरेट – तुलना करना – उसके पास अच्छी नौकरी है वो विदेश में सैटल है वो साल में दो बार विदेश धूमने जाता है मैं तो शहर से बाहर भी नहीं गया.. अरे!! ये क्या?? जो प्राप्त है वो पर्याप्त है ये सोच बनानी चाहिए.. और सच पूछो तो कोई अंत नहीं है इच्छाओ का… बहुत साधारण सा उदाहरण देती हूं.. ये मैंने देखा है एक जानकार की लड़की की शादी नहीं हो रही थी उनके मम्मी पापा क्या सोचते है कि बस एक बार शादी हो जाए हम गंगा नहा जाएगें… शादी हो गई बस बच्चा हो जाए.. बच्चा हो गया बस एक लड़का हो जाए परिवार पूरा हो जाएगा.. लड़का हो गया.. बस पढाई अच्छी कर ले… पोते की शादी हो जाए बस… और कोई इच्छा नहीं…

किंतु,परंतु, काश इन सब से उपर उठिए..

5.हमारे मन में हीन भावना कि मैं अच्छा नहीं… मैं इस काम में अच्छा नहीं.. मैं ऐसा मैं वैसा… अरे तो अगर अच्छे नहीं है तो खुद को सुधारने का प्रयास कीजिए… वैसे कई बार बहुत अच्छा होना भी अच्छा नहीं.. इस बारें में एक वीडियो बनाई हुई है … लिंक नीचे दे रही हूं

6 फिर बात आती है परफेक्श्निस्ट – कोई नहीं परफेक्श्निस्ट… हम सोचते है सारा काम परफेक्ट हो कोई गलती न हो… हम गलती करते है तो कोई नहीं गलती तो होती ही है.. हम कोई काम कर रहे हैं गलती होना उस बात का सबूत है.. हम फेल होने से धबराते हैं और फिर पछतावा होता है तो इन सबसे बाहर निकलिए

7.बेकार की चिंताए जो हमारे कंट्रोल में नहीं है पडोस में एक लड़की ने लव मैरिज कर ली.. उसका क्या होगा… दो साल बाद अगर मेरी ये नौकरी नहीं रही तो क्या होगा… मुझे भी अगर ये बीमारी हो गई तो क्या होगा.. मतलब जो हुआ ही नहीं उसकी चिंता उससे खुद को ही कम बीमार कर रहे हैं क्योंकि सोच नेगेटिव हो गई है..

तो देखिए ये हैं कुछ बातें… जिनकी हमें केयर नहीं करनी चाहिए अगर खुश रहना है तो… कुछ ऐसी भी बातें हैं अगर खुश रहना है तो उनकी केयर करनी चाहिए… कब करनी चाहिए किन circumstances  में करनी चाहिए वो क्या है अगली वीडियो में बताऊंगी..

वैसे कामयाब इंसान खुश रहे या न रहे पर खुश रहने वाला इंसान जरूर कामयाब होता है..

और खुश रहने का मतलब ये नहीं कि सब ठीक है इसका मतलब है कि हमनें अपने दुखों से उपर उठ कर जीना सीख लिया है…

April 19, 2019 By Monica Gupta 1 Comment

My Husband Doesn’t Like Me – मेरे पति मुझे पसंद नहीं करते – Husband Doesn’t Like Me – Monica Gupta

My Husband Doesn't Like Me

क्या करें जब पति आपको पसंद ना करें – How to Make my Husband Like me Again….   बहुत ladies लिखती है कि क्या करें पति पसंद ही नहीं करते.. जब मैं पूछती हूं कि कैसे लगता है ? क्या लगता है ? तब वो बताती हैं कि बात नहीं करते, ऐसा शो करते हैं जैसा घर रहते हुए बहुत बोर होते हों, बात बात पर झगड़ा करते हैं या जब बात करो को irritated ही रहते हैं या  मोबाइल में लगे रहते है या मुझे तो हमेशा ही for granted ले लेते हैं. मेरी कोई वेल्यू नहीं करते तो क्या करें…

वैसे ये प्रोब्लम पति की भी हो सकती है कि पत्नी पसंद नहीं करती पर क्योंकि लेडीज बहुत ज्यादा भावुक होती हैं हर बात दिल से लगा लेती हैं और सफर करती हैं और दिन रात सहती हैं… और बडी बात ये भी है कि  कि उनके पास कोई ऑप्शन नहीं होता इसलिए आज मैं महिलाओं की ही बात कर रही हूं कि क्या करें जब पति पसंद न करे…

1.वजह जानने की कोशिश करनी है… ऐसी क्या वजह है जिसकी वजह से ये सब बात हो रही है.. अपने अंदर झांक कर देखना होगा… किन बातों में वो लगातर बोलते हैं जैसाकि खाने की बात पर अक्सर गुस्सा आ जाता है कि खाना अच्छा नहीं बनाती या सारा दिन आलसी रहती हैं बच्चों को समय नहीं देते.. ऐसी बहुत सी बातें हो सकती हैं तो सबसे पहले कमी जानकर उसे इम्प्रूव करने की कोशिश करनी है…

2. बिना किसी कंडीशन के एक्सेप्ट कर लेना… बिना किसी उम्मीद के स्वीकार कर लेना, ये नहीं कि बडी कार नहीं है किराए के घर में रहते हैं.. मेरे पास ये नहीं वो नहीं.. ऐसा कुछ नहीं… जो है बस उसी को स्वीकार कर लेना और उनकी केयर करना.. जो हैं जैसे हैं सब ठीक है और मुझे इसी में रहना है… पर अगर कोई बहुत ज्यादा एक्ट्रीम सिटयूएशन है तो अलग बात है कि हाथ उठाते हैं, मारते हैं बात बात पर अपशब्द बोलते हैं..वो अलग बात है उसे अलग तरीके से हैंडल करना है

3. ये देखना है कि हम उनसे कैसे बातचीत करते है कॉम्यूनिकेट करते हैं…जैसे जब वो ऑफिस जाते हैं तो किस तरह से आप सी ऑफ करती हैं या जब आते हैं तो कैसे स्वागत करती हैं..

जब बात करते हो तो क्या किसी दूसरे का उदाहरण दे दे कर तो बात नहीं करती कि मेरे परिवार में तो ऐसा होता है य पडोस के शर्मा जी को देखो.. वो ऐसे हैं या बात बात पर टोंट या ताने दे कर तो बात नहीं करती… इस बात का ख्याल रखिए कि जब आप बात करें तो वो ज्यादा इरिटेट ना हों.. और जो भी उनकी बात अच्छी लगे उसे एप्रीशिएट भी जरुर करें.. पर वो फ्लएटरिंग नहीं हो जैन्युअन हो…

4. फिर बात आती है कि रिस्पेक्ट दीजिए… आप हसबैंड की जब तक रिस्पेक्ट नहीं करेंगे उन्हें लगेगा ही नहीं कि आप उन्हें पसंद करती हैं… उन्हें रिस्पेक्ट दीजिए.. मेल की इगो होती है और वो हर्ट नहीं होनी चाहिए अगर ह्म इस बात का ख्याल रखेंगे तो बहुत हद तक प्रोबल्म हल हो सकते है..

5 फिर आता है अगला पोईंट की ये सब करते हुए संयम रखना है.. एक दिन में सब ठीक नहीं हो जाएगा समय लगता है पर जब लगातर प्रयास करते रहेंगें तो रिजल्ट भी आना शुरु हो जाएगा… ठीक होना शुरु होगा तो आपको ही खुशी होगी..  

6.कुछ करिए… अपनी पहचान बनाईए.. खाली मत रहिए.. जो आपको पसंद है वो कीजिए कुछ क्रिएटिव कीजिए… कुछ अलग हट कर काम करेगी तो उन्हें भी अच्छा लगेगा और उन्हें खुशी होगी और लाईकिंग भी होनी शुरु हो जाएगी..

7. अपना माईड सेट पॉजिटिव रखिए… अकसर हम ससुराल को लेकर  अक्सर अपनी सोच नेगेटिव बना लेते हैं.. जैसा कि पति पत्नी का तो हमेशा ही झगडा रहता है या सास ससुर से तो कभी बन ही नहीं सकती…तो अच्छे कप्लस से मिले… जो मिलकर प्यार से रहते हैं उन्हें देखें समझने की कोशिश करें… या फिर पॉजिटिव बातें पढे ताकि मन में नेगेटिविटी आए ही नहीं…

बिना उम्मीद किए अच्छा करते रहो.. क्योंकि जो लोग फूल बेचते हैं उनके हाथ में खुश्बू रह ही जाती है… कुछ रिश्तों को ऐसे सम्भाल कीजिए… कुछ मान जाईए कुछ बातों में मना लीजिए…

April 16, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Being Too Nice – Stop Being Too Nice – How to Stop Being Too Nice – Monica Gupta

Being Too Nice

Being Too Nice – क्या आप बहुत Nice हैं ? बहुत सीधे हैं??
Being too nice is our weakness not strength
अच्छे बनिए लेकिन अच्छाई को अपनी कमजोरी मत बनने दीजिए.. आमतौर पर हम यही तो बोलते हैं कि हमे nice होना चाहिए… पर क्या होता है कि बहुत बार बहुत ज्यादा Nice होने से लोग फायदा उठाने लगते हैं हमारे रिश्ते में खटास आनी शुरु हो जाती है.. हमारा नज़रिया जिंदगी के प्रति नेगेटिव होने लगता है… कई बार इस वजह से हम डिप्रेशन में भी चले जाते हैं जिंदगी जिंदगी नहीं रहती.. Life में कोई charm नहीं रहता..

तो क्या करें किन बातों का ख्याल रखें…

1 सबसे पहले तो ना कहना सीखिए.. अगर अपनी रिस्पेक्ट बनाए रखनी है तो ना कहना भी आना चाहिए… आमतौर पर हम हां कब करते हैं जब हमें किसी को खुश करना होता है या कोई चारा नहीं होता तब… अगर इसलिए ही हं कर रहे हैं तो ना कहना ही होगा… आपकी वेल्यू भी तभी होगी नहीं तो लोग तो उम्मीद रखते ही रहेंगें कि वो तो काम कर ही देते हैं  और इस तरह से देखा देखी  मतलबी लोग ज्यादा आने शुरु हो जाएगें

2 अगर हां करनी है तो किसे करनी है… उसी को हां करे जिसे आपको लगता है इसे सही में हैल्प चाहिए.. इसकी प्रोब्लम जैन्युअन है.. ये जरुरत मंद हैं आप कर सकते हो और करना भी चाह्ते हैं… अगर आप किसी का काम मन से कर रहे हैं अपने लिए खड़ा होना सीखना होगा.. अपने लिए स्टेंड लेना सीखना होगा… कई बार क्या होता है कि हमने तो किसी की मदद कर दी पर जब हमें जरुरत पडे तो कोई आगे नहीं आया… और हम किसी के लिए मदद किए ही जा रहे हैं तो ऐसे में लोग हमे डोमीनेट करना शुरु कर देते हैं हमें कमजोर समझना शुरु कर देते हैं… for granted लेते चले जाते हैं…

3 अपना डर खत्म करके कॉंफिडेंट बनना होगा.. कैसे ?? बहुत बार होता है कोई हमें बोले चला जा रहा है और हम कुछ नहीं बोल रहे यानि एवाईड कर रहे हैं कि चलो छोडो क्या बोलना.. अच्छा बनने की cost पर तो अपनी self respect होनी चाहिए.. गलत बात नहीं सुननी चाहिए… खुद की एक लक्ष्मण रेखा खींच लेनी चाहिए…

या फिर कई बार हम इसलिए भी डरते हैं कि ये हमें छोड न दें… इसलिए कोई गलत काम भी है हम जिसे ना चाहते हुए भी कर रहे हैं… तो मन में ठान लीजिए कि गलत काम तो करना ही नहीं है… बात बात पर सॉरी बोलते रहेंगें कि चलो बात खत्म हो और वो भी बिना गलती के तो अपना डर खत्म कीजिए

4. अपनी राय भी रखिए.. दूसरे की
हां में हां ही मत मिलाते रहिए… जैसे मान लीजिए शॉपिंग करने गए आपकी रिश्तेदार को एक साडी बहुत पसंद आई कि तुम पर बहुत अच्छी लगेगी तो आराम से अपनी राय दीजिए कि मेरे विचार से ये रंग ज्यादा चमकीला है और देख लेते है… इससे आपकी ही वेल्यू बढेगी नहीं तो सब यही सोचेगे कि ये तो कुछ बोलते नही कुछ भी दे दो… हमे बुद्दू नहीं बनना है…

5. Situation diplomatically handle करना है tactfully… कई बार हम अच्छा काम कर रहे होते हैं तो हमें ज्यादा काम दे दिया जाता है कि ये अच्छा कर रहे हैं इसे ये काम भी दे दो… हम मना कर नहीं पा रहे कि बॉस नाराज न हो जाए क्योंकि प्रोमोशन का भी चक्कर है या जो काम दे रहा है उससे रिश्ता ऐसा है कि नाराज नहीं कर सकते तो diplomatically handle करना है.. कभी कभार की बात हो तो दिक्कत नहीं पर वो काम दिए ही जा रहे हैं तो पूरी स्थिति का आंकलन करके ही  tactfully हैंडल करना है. जैसा कि सास बोलती है तुम्हें खीर बनानी है और आपको पता है उसमें समय लगेगा तो आप बोल सकते हैं कि सोच रही हूं आपकी दवाई लानी है मार्किट से.. उसमें समय न लग जाए…

6. अपने लिए टाईम निकालना है… हमारी to do list होती है पर उसमे हमारे नहीं दूसरो के काम ज्यादा होते हैं और इस चक्कर में ओवर बर्डन भी हो जाते हैं तो अपने समय की वेल्यू कीजिए अपने लिए समय निकालिए.

7. अपने प्रति भी nice रहिए.. जैसाकि दूसरो के साथ रहते हैं ऐसा खुद के साथ रहिए… दूसरों को खुश करने में लगे रहते हैं ऐसा खुद को खुश रखिए… अपनी hobby बनाईए… कोई नई activity खुद के लिए शुरु कीजिए… लाईफ को interesting बनाईए…

देखिए सीधी सी बात है अगर सामने वाला भी nice है वो भी उतना ही caring है फिर तो हमें भी अच्छा ही बनना है नहीं तो हर किसी को खुश करना हमारी जिम्मेदारी नहीं हैं..

Being too nice is our weakness not strength

कई बार हमें अच्छा होने के लिए पछताना पडता है…

क्योंकि कई बार हम उन लोगो को अपनी जिंदगी में प्राथमिकता देते हैं जोकि उस लायक नहीं हैं.अच्छे रहिए..

अच्छे बनिए लेकिन अच्छाई को अपनी कमजोरी मत बनने दीजिए..

April 11, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Every Woman should Stop Doing – महिलाएं न करें ये काम – Things Women should never Do – Monica Gupta

Every Woman should Stop Doing

महिलाएँ ना करें ये काम… https://youtu.be/yzb-Fm-XPoc

1. सबसे पहले तो हर किसी को हां कहना बंद करे… कई बार हां कहने के चक्कर में अपनी वेल्यू कम कर देते हैं जैसा कि एक महिला ऑफिस में है और उनके साथ काम करने वाले ऑफिसर बोलते हैं कि प्लीज मेरा ये काम कर देना मुझे घर जल्दी जाना है.. तो हां मैं कर दूंगी… घर पर है दो बच्चे है उन्हें सम्भालना है खुद की भी तबियत ठीक नहीं.. तभी पति का फोन आता है..बताते हैं चार मेहमान घर पर आएगें खाना तैयार रखना.. हां जी मैं कर दूंगी… तो जहां कोई दिक्कत लगे ना कहना सीखिए किसी की हैल्प लेनी है तो बोलना सीखिए..

2.खुद को अंडर एस्टीमेट करना बंद कीजिए.. मैं कुछ नहीं… मैं किसी काम की नहीं… खुद की वेल्यू ही नहीं करती… मान लीजिए घर पर खाना अच्छा बना तो अरे ये तो बाय चांस ही बन गया… ऑफिस में काम अच्छा किया तो अरे ये आपकी वजह से ही हुआ.. खुद को कभी क्रेडिट नहीं देगी… क्यों ?

3.हर बात के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराना बंद कीजिए.. ये हुआ तो मेरी वजह से हुआ.. अच्छे काम का क्रेटिड लेना  नहीं बस ये हुआ तो वजह मैं ही हूं.. बच्चे का स्कूल में एडमिशन नहीं हुआ तो वजह मैं ही हूं.. दिल से लगाना बंद कीजिए… आगे बढिए.. जो हो गया सो हो गया…

4. हर बात के लिए माफी मांगना बंद कीजिए… गलती हो तो माफी मांगना बनता है पर बिना गलती के भी माफी मांगे चली जाती हैं… आई एम सॉरी.. गलती किसी दूसरे की होगी तो भी खुद पर ब्लेम ले लेंगी… बहुत लेडीज कहती भी हैं.. हम तो बिना गलती के भी अपने पति से माफी मांगते रहते हैं पर वो सुनते ही नहीं.. ये नेचर ही होती है…

5. हर काम खुद करने की कोशिश करना.. देखा जाए तो अच्छी बात है पर अक्सर इस चक्कर में बहुत गडबड भी हो जाती है जैसा कि एक महिला है उसने ऑफिस भी जाना है फिर हाफ डे लेकर अभिभावक शिक्षक बैठक में भी जाना है फिर शाम को मार्किट से सामान लेते हुए वापिस भी आना है एक साथ बहुत सारे काम जिम्मे ले लेती हैं सोच यही होती है कि दूसरे को दिक्कत न हो पर उनका खुद का क्या.. कई बार मल्टी टास्किंग के चक्कर में काम बिगड भी जाते हैं

6. हर चीज में परफेक्ट होने की कोशिश करना… जानती हैं कि परफेक्ट कोई नहीं.. फिर भी परफेक्ट बनने की कोशिश करती है… मान लीजिए पांच काम करने है चार बिल्कुल सही हो गए एक नहीं हुआ तो तनाव हो जाएगा ये नहीं हुआ पता नहीं क्या बात हुई…

7. खुद को दूसरी महिला से कम्पेयर करना…  खुद तो कॉम्प्लेक्स में रहती हैं जो है इनके पास उसे तो कुछ समझती नहीं.. दूसरो से तुलना करेंगी और फिर डिप्रेशन में चली जाएगी.. चाहे पडोसन हो, पति के ऑफिस में काम करने वाली कोई महिला हो…

8. 24 बाय 7 सोशल मीडिया पर रहेंगी… बार बार मैसेज चैक करेंगी… स्टेट्स चैक करेगी और इतना ही नहीं कोई छोटी सी बात भी हो गई हो जैसे मान लीजिए सिर दर्द रहता है तो चैक करेंगी.. और अगर ये लिखा हो कि कोई गम्भीर बीमारी हो सकती है तो तनाव बना कर बैठ जाएगी…

9. भविष्य का बहुत सोचती हैं… क्या होगा कैसे होगा… उस चक्कर में अपना आज खराब कर लेती है… आज को बेहतर बनाना चाहिए तभी हमारा कल ठीक होगा https://youtu.be/yzb-Fm-XPoc

April 9, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Habits to Lose Weight – वजन कम करने के लिए आदतें – Habits that Help You Lose Weight

Habits to Lose Weight

Habits to Lose Weight – वजन कम करने के लिए आदतें – Habits that Help You Lose Weight –

कुछ टॉपिक्स ऐसे होते हैं जो लगभग हम सभी को पसंद होते हैं और जिसे न सिर्फ हम बार बार पढ़ना देखना या सुनना चाहते है बल्कि उस पर अमल भी करना चाहते हैं जैसा कि वजन कैसे कम करें… मोटापा कैसे कम करें? क्या खाए क्या ना खाएं… बातें तो हैं बहुत सारी पर अगर हम कुछ अपनी Habits को सुधार कर लेंगें तो भी वजन कम करने की दिशा में कदम बढा सकते हैं.. हमारी Habits to Lose Weight अब वो क्या हो मैं 7 ऐसी आदतें बता रही हूं…

1. Determine हो जाईए कि हां, मैंने वजन करना ही है.. ये मेरे लिए अच्छा है आमतौर पर हम तभी करते हैं जब कोई प्रोब्लम सामने आती है और हमें डॉक्टर कहते हैं कि आपकी सेहत के लिए इतना वजन सही नहीं.. कम कीजिए.. तब मजबूरी में करते है जबकि अगर हम पहले से ही ध्यान देने लगेग़े तो हमें दिक्कत नहीं आएगी.. तो मन पक्का कर लीजिए…

2. हमे पॉजिटिव रहना है.. संयम बहुत बडी चीज है आमतौर पर हम दो चार दिन एक हफ्ता बहुत जोर शोर से इस पर काम करते है और दस दिन में ही रिजल्ट की उम्मीद रखने लगते हैं तो संयम रखिए और पॉजिटिव रहिए.. और इस पर committed भी रहें कि मैंने हर हालत में weight loss goals को एचिव करना ही है…

3. अपनी डेली रुडीन हैबिटस होनी चाहिए

कुछ बातों का बिल्कुल ही ध्यान रखना चाहिए

एक आदत बना ले कि जब भी फोन पर बात करें बैठे बैठे न करे.. चलना शुरु कर दे

लिफ्ट का कम इस्तेमाल करें सीढिया ज्यादा चले..

मार्किट पास में ही है तो पैदल ही जाए ये नहीं की कार निकाल रहे है..

या फिर अगर पालतू है तो उसे खुद दिन में दो बार धुमाने ले जाएं.. इसी बहाने कसरत हो जाएगी.. बहाने खोजिए कि हम ज्यादा से ज्यादा काम करें..

फिर घर पर भी

घर पर बजाय दूसरे को आवाज लगाने के पानी दे दो, देखो बाहर कौन आया है खुद उठे… उससे हम एक्टिव रहेंगें… आमतौर पर हमारी आदत होती है कि आवाज ही लगाते रह जाते है….और अगर कभी जब कभी

बहुत ज्यादा बैठे नहीं.. जैसे टीवी देखते हुए भी हम बहुत देर बैठे रहते हैं या ऑफिस में भी बैठने का काम होता है तो बीच बीच में चलते रहे.. और अच्छी मात्रा में पानी पीते रहें… जूस शूगर कोटिड ड्रिंक्स को एवाईड करें नारियल पानी नींबू पानी हलका गर्म पानी पीए.

4. अपनी मोर्निंग हैबिट्स पर ध्यान देना चाहिए.. जैसा कि सुबह जल्दी उठना और कसरत योगा करना तो है ही… इस बारे में डिटेल में वीडियो भी बनाई हुई है उसका लिंक नीचे दे रही हूं

5. हैल्दी इटिंग हैबिटस होनी चाहिए.. जैसा कि जंक या बाजार का कम से कम खाने की आदत बना लेनी चाहिए और घर पर जब खाए तो पांच सफेद चीजे जैसे नमक, चीनी, मैदा, चावल, दूध को सही तरीके से लेना चाहिए और कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए जैसा कि दूध फुल क्रीम की जहग डबल टोन लेना चाहिए, नमक सैंधा… चावल उबला हुआ.. आलू को भी उबाल कर सबजी में इस्तेमाल करेंगे तो बहुत फर्क पडेगा..

6. सोशली एक्टिव रहना है जैसा कि हमारे दोस्त ऐसे हो जोकि फिटनेस को पसंद करते हो हैल्थ कोंशियस हों उनसे हम सीखें..

हम किसी को रोल मॉडल चुन लें… कि हमें इस की तरह बनना है

और सोशल मीडिया पर अपने सैर करने की फिटनेस की बातें शेयर करते रहें ताकि दोस्तों से भी मोटिवेशन मिलता रहे कि अरे वाह क्या बात है.. छा रहे हो…

7. मॉनिटर करते रहे… अपनी प्रोगर्स पर मॉनिटर रखें.. और ये नहीं सोचे की एक महीने से कर रहे है6 पर हो नहीं रहा.. दो महीने से खाली पेट नींबू पानी पी रहे है वजन तो कम हुआ नहीं.. हमें बस लगातार इस पर काम करना है और जब रिजल्ट आएगा तो उस खुशी का अंदाजा भी नहीं लगा पाएगें.. जुटे रहिए.. कमी है दूर कीजिए.. 

ये हैं 7 बातें अगर इन्हें हम डेली हैबिट बना लेंगे तो यकीनन बहुत फर्क पड जाएगा

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