Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

  • About Me
  • Blog
  • Contact
  • Home
  • Blog
  • Articles
    • Poems
    • Stories
  • Blogging
    • Blogging Tips
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Kids n Teens
  • Contact
You are here: Home / Archives for swachh bharat

September 29, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

जीवन में स्वच्छता का महत्व

जीवन में स्वच्छता का महत्व

जीवन में स्वच्छता का महत्व – Jeevan Mein Swachata Ka Mahatva – हमारे जीवन में स्वच्छता का महत्व कितना है या कौन कितनी सफाई रखता है इसका भी पता नही पर मैने आज स्वच्छता में बहुत बडा योगदान दिया.

जीवन में स्वच्छता का महत्व

अपने पर्स से कागज निकाल कर सडक पर नही फेंंका घर आकर डस्टबीन में ही फेंका. बस .. इतना ही … !! आप भी करके देखिए … स्वच्छता के साथ समाज सेवा भी हो जाएगी और आप दूसरों के लिए प्रेरणा भी बन जाएगें…

sawacchta-book-by-monica-gupta

 

स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत – एक कहानी – ये भी एक पैमाना था स्वच्छता जानने का

हमारे जीवन में स्वच्छता का महत्व कितना है शायद कहानी पढ कर आपको समझ आ जाए. स्वच्छता पर एक कहानी बहुत समय पहले पढी थी. कहानी कुछ ऐसे थी कि एक राजा मुनादी करवाता है कि जो लडकी अपने घर से सबसे ज्यादा कूडा लाएगी  उसकी शादी राजकुमार से करवा दी जाएगी …यकीनन आपको भी मेरी तरह ही अजीब लगा होगा … पूरी तो पढिए ..

तो वो मुनादी करवा देते हैं इस पर राजमहल में कूडे का अम्बार लग लाता है लडकियां भर भर कर कूडा लाती हैं उसी भीड में एक पतली दुबली सी लडकी भी एक मुठ्ठी कूडा लाती है .. जब राजा के सामने उसका नम्बर आता है तो सभी दरबारी हंसनें लगते हैं कि तेरा नम्बर कैसे आएगा जबकि यहां लडकियां भर भर के कूडा ला रही हैं … इस पर लडकी डरते डरते बताती है कि उसका घर हमेशा साफ रहता है जरा भी कूडा नही निकलता. ये कूडा वो पडोस के घर से मांग कर लाई है.. राजा और राजकुमार उससे इतने प्रभावित होते हैं कि उसकी शादी राजकुमार से हो जाती है … ये भी एक पैमाना था स्वच्छता जानने का …

 

cartoon-toilet-by-monica-guptaselfie-with-toilet

कैसे आएगी स्वच्छता ???

जीवन में स्वच्छता का महत्व बहुत है पर अगर आज के सन्दर्भ में बात करें तो हैरानी है कि सडको पर स्वच्छता दिखाई देती नही और टीवी चैनलों सें स्वच्छता जाती नही दिखती. विज्ञापन भरे पडे हैं स्वच्छता पर अमिताभ बच्चन , सचिन तेंदुलकर, कंगना तो कभी ओलम्पिक पदक विजेता खिलाडी बढ चढ कर नजर आते हैं पर क्या वाकई में फायदा हो रहा है.??क्या नरेन्द्र मोदी जी का या हेमा मालिनी का झाडू लागना हमें आहत कर रहा है हमें झकोंर रहा है कि हम आगे बढे और उनके हाथों से झाडू लें और सफाई रखें. शायद नही बिल्कुल नही..

निसंदेह किसी प्रधान मंत्री को स्वच्छता के प्रति इतना खुल कर सामने आते मैने पहली बार देखा और सुना… !!!

आज मैने स्वच्छता अभियान में बहुत बडा योगदान दिया. मार्किट गई हाथ में एक पॉलीथीन था और मैने उसे सडक पर नही फेंका उसे पर्स में रख लिया और घर आकर उसे डस्टबीन में फेंका … और अपनी थीठ थपथपाई …

अगर आज आपने अपने पर्स से या बैग  से कुछ निकाल कर सडक पर नही फेंका तो यकीन मानिए आपने आज स्वच्छता अभियान में बहुत बडा योगदान दिया है…

.मोनिका गुप्ता , स्वच्छता अभियान

कैसे लाए स्वच्छता के प्रति लोगो में जागरुकता ..

जीवन में स्वच्छता का महत्व समझते हुए यह जानने का प्रयास करना चाहिए कि कैसे आए स्वच्छता .

वैसे अगर सडकों पर जगह डस्टबीन हों और उसी के सामने खम्भों पर सीसीटीवी कैमरे लगें हों तो  जागरुकता आ सकती है  क्योकि जो सड्क पर कूडा कचरा फेंकें उस पर मोनिटर किया जा सकता है…

या फिर  जगह जगह साईन बोर्ड लगाए जाए कि कचरा कूडे दान में ही डाले अन्यथा 100 रुपये फाईन जुर्माना हो सकता है.

या फिर जो व्यक्ति स्वच्छता अभियान में योगदान दे और बताए भी कि उसके क्या क्या किया और कैसे किया और अगर  प्रधान मंत्री जी की तरफ से प्रशस्ति पत्र मिले तो उनसका मनोबल तो बढेगा ही दूसरे भी उसके देखा देखी आगे आएंगें

स्वच्छता अभियान में आपका जरा सा … जी बिल्कुल जरा सा… योगदान बहुत बदलाव ला सकता है…  फिलहाल तो आज से सडक पर कागज फेंकना बंद कर दीजिए …

 

वैसे स्वच्छता हो या न हो से हमें क्या फर्क पडता है… हमें बहुत फर्क पडता है इसी बात को ध्यान में रखिए …

स्लोगन स्वच्छ भारत अभियान

September 13, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

गंदगी के ढेर

गंदगी के ढेर

cartoon-eco-friendly-by-monica-gupta

Eco Friendly Waste Disposal

गंदगी के ढेर बढते ही जा रहे हैं स्वच्छता से बहुत दूर होते जा रहे हैं हम  लगता है eco friendly मान कर लगता है मुझे भी इससे प्यार कर लेना चाहिए ….. क्योकि हम नही रहना चाहते स्वस्थ सारा इलजाम सरकार पर डाल कर बैठ  जाते हैं  बस अपना कर्तव्य नही समझते…

 

 

September 9, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

स्वच्छता पर सुविचार

स्वच्छता पर सुविचार

 स्वच्छता पर सुविचार

(तस्वीर गूगल से साभार)

स्वच्छता पर सुविचार

भारत को स्वच्छ कैसे बनाए. स्वच्छता के बारे मे सर्वे भले ही कुछ हो पर इस बात में कोई दो राय नही कि स्वच्छता से खुशहाली आती है. स्वच्छता और स्वास्थ्य का एक दूसरे से सीधा सम्बंध है. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री  ने एनएसएसओ यानि नेशनल सैम्पल सर्वे ऑफिस ने एक रिपोर्ट जारी की. यह सर्वे  पिछले साल मई-जून में यह सर्वे किया थाजिसमें देश के 26 राज्यों के 3,788 गांव इसमें शामिल थे।

सर्वे के मुताबिक देश के सबसे स्वच्छ राज्य में सिक्किम नंबर पर है। साफ-सफाई में इस राज्य को सबसे ज्यादा 98.2 का स्कोर मिला। वहीं केरल 96.4 स्कोर के साथ दूसरी पोजिशन पर है। नेशनल सैम्पल सर्वे ऑफिस (एनएसएसओ) की ताजा रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है।

इस लिस्ट में मिजोरम का नंबर तीसरा है। इस राज्य ने 95.8 स्कोर बनाया है। वहीं, सबसे गंदे राज्यों में झारखंड नंबर वन है। एमपी 4th स्थान पर है।

स्वच्छता और सर्वे की रिपोर्ट भले ही कुछ भी कहे पर असल जिंदगी में स्वच्छता बदलाव  तो ला ही रहा है …

स्वच्छता पर सुविचार

स्वच्छता के बारे में लोगो के विचार

“ हमें हमारा गाँव स्वच्छ रखना चाहिए, यही हमारा कर्त्तव्य है।”

“ स्वच्छता हमारे जीवन का बहुत महत्वपूर्ण विषय है। स्वच्छता के बिना स्वच्छ समाज की कल्पना भी नही की जा सकती।”

इस अभियान ने हमारा जीवन ही बदल दिया।

“बेटी वही ब्याहेंगे,

शौचालय जहाँ बनवाऐंगे”

“ हमने समाज की सेवा करने के लिए दिल और दिमाग से गाँव को खुले में शौच से मुक्त्त करवाया है ताकि आने वाले पीढ़ी को सदियों से चली आ रही इस परम्परा की बीमारी न लगे। मेरा समाज साफ-सुथरा, स्वच्छ एवं उच्च शिक्षित समाज हो।”

 

“ ना जिले में, ना स्टेट में

सफाई सारे देश में”

स्वच्छता जिन्दाबाद

अभियान ने नई चेतना जगाई है। भविष्य में भी साफ-सफाई रखेंगें।

स्वच्छता ने हमें जीने का रास्ता दिखाया है।

मैनें ना सिर्फ अपने गाँव में बल्कि दूसरे गाँवों में भी स्वच्छता का महत्व समझते हुए स्वच्छता का संदेश दिया। बोलो, “जय स्वच्छता”

हमारा गाँव खुले में शौच से मुक्त से मुक्त हो गया है। आज सभी गाँव वालें खुशी से नाच-गा रहें हैं। इसमें सभी गाँव वासियों  का सहयोग रहा।

हमने बहुत लोगों को समझाया कि बाहर खेतों में शौच जाना ठीक नही। जब वो नही मानो तो हम उनके शौच पर मिट्टी ड़ालने लगे। आज उन्होनें घर में कुई खुदवा ली है।

सभी गाँव वाले चाहे सरपंच, पंच, स्कूली टीचर, बच्चें, बूढ़े, या फिर  महिलाएँ सभी ने  इस अभियान में योगदान दिया। आज हमारा गाँव सुंदर और पवित्र है।

पहले लोगों को बातों से समझाया। बातों से ना समझने पर हमने लोगों के पैर भी पकड़े। आज हमारा गाँव खुले में शौच से मुक्त्त हैं।

एक महिला ने तो कहा कि मैं तो खुले में शौच जाऊँगी। मैनें उसके आगे झोली फैला दी। इस बात को उसने इतना महसूस किया कि अगले ही उसने घर में कुई खुदवा ली।

नारे सुनकर लोगों में विशेष तरह का उत्साह आता है इसीलिए मैने नारे लगा-लगा कर लोगों को समझाया कि वो बाहर शौच न जाए

जब तक जिन्दगी रहेगी, तब तक हम समर्थन देंगें। हमारे बाद बच्चें भी इस अभियान को समर्थन देंगें।

पहले हम भी शौच के लिए बाहर जाते थे परेशानी भी होती थी। जब हमें इस अभियान का पता चला तो हमने उसी दिन से जाना बंद कर दिया और दूसरों को भी समझाने में जुट गए।

अगर हम सफाई की तरफ ध्यान देंगें तो हमारे बच्चें भी शिक्षा लेंगें। जिससे उनका आनेवाला कल स्वच्छ और उज्जवल होगा।

पहले हमें लगता था कि यह असम्भव है। पर ये तो सम्भव हो गया।

जिसने हमारी बात नहीं मानी और बाहर शौच के लिए गए, हम उन्ही के शौच पर मिट्टी ड़ाल कर आए। शर्म के मारे उनकी शौच ही बदल गई।

दूध में डाले चावल तो खीर बनती है

जो देश की सेवा करें उसकी तकदीर बनती है।

मैं सुबह-शाम निगरानी में जाती और पहरा देती। आज गाँव में पूर्णतया सफाई है क्योंकि लोगों ने हम बच्चों की बात को समझा। मैं चाहती हूँ

अब लौटेगा खोया गौरव, होगी सफाई चारों ओर

लोटा बंद, नाली बंद, कदम बढ़ेगे, प्रगति की ओर

जब मैं जय स्वच्छता के नारे लगाती हूँ तो मुझे बहुत ही  खुशी होती है,

मुझे खुशी है कि गाँव को स्वच्छ बनाने में मैं भी अपना योगदान दे सका और आगे भी ऐसे अभियानों में शामिल होने की इच्छा रखता हूँ।

स्वच्छ शरीर ही सब कामों का आधार हैै।

मेरे विचार से सरकार द्वारा चलाया गया अभियान एकदम सही है।

हमने इन बातों को गम्भीरता से लिया। आज हमारा गाँव निर्मल है।

धीरे-धीरे हमें स्वच्छता का महत्व समझ आ गया है।

 

इस अभियान के तहत गरीब तबके लोगों को जो आगे आने का मौका मिला है। हमने आगे आकर गाँव को स्वच्छता युक्त्त कर दिया है। यह हमारा आगे बढ़ने का सफलतापूर्ण कदम है।

स्वच्छता हैं जहाँ जिन्दगी है वहाँ।

स्वच्छता ही अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है।

जब मैनें लोगों को बाहर शौच जाने से रोका तो वो मुझसे नाराज हुए पर बाद में वो मेरे साथ ही हो गए। और हमने मिल कर गाँव को स्वच्छ बना दिया।

सभी घरों में शौचालय होना चाहिए ताकि बाहर कोई व्यक्ति शौच के लिए ना जाए।

यह सरकार का अच्छा प्रयास है। गाँव में अनेक किस्म की बीमारियों से बचा जा सकता है। गाँव हरा-भरा और साफ-सुथरा है।

गाँव को पूर्ण रूप से खुले में शौच से मुक्त्त करना, लोगों को इसके लिए जागृत करना और गाँव में सफाई रखना ही अब मेरे जीवन का उदेश्य बन गया है।

सभी गाँव वासी- स्वच्छता हैं जहाँ जिन्दगी है वहाँ ।

मैं खुल्ले जान वालया नूँ समझाया के खुल्ले में जाने से बीमारियाँ लगती है।

मैनें सुबह उठकर निगरानी की और बाहर जाने वाली महिलाओं को समझाया। अपनी इज्जत का ज्ञान करवाया और आने वाली सम्सयाओं के बारे में बताया। आज मेरा गाँव साफ-सुथरा है।

हमें खुशी है कि हमारा गाँव साफ-सुथरा है। कोई भी खुले में शौच नही जाता।

गाँव की सफाई का हमारे स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा असर पड़ेगा। हमं साफ- सुथरे माहौल में रहने की आदत पड़ेगी।

हमारा गाँव एक बार तो स्वच्छ हो गया है लेकिन हमें एक वचन लेना चाहिए कि सभी गाँव वासी भी आगे मिलकर गाँव को साफ-सुथरा रखें।

हमारे गाँव में जब से स्वच्छता कीे लहर चली है तब से हमारा गाँव बहुत स्वच्छ है।

मुझे अपने गाँव पर गर्व है।

हमारा गाँव पूरी तरह से खुल्ले में शौच से मुक्त्त है। चारों तरफ पूरी स्वच्छता हैं।

हमारे गाँव में इस अभियान के शुरू होने से गंदगी कम है। हम बीमारियों से सुरक्षित हैं।

मैं सुबह 5 बजे से 7ः30 बजे तक की फिरनी पर खड़ा हो जाता और गाँव की देख-रख करता। स्कूल की छुट्टी होते ही फिर काम शुरू कर देता।

स्वच्छता ही सबसे बड़ी धरोहर है। इसको हमें सम्भाल कर रखना है।

शीतल मन, नम्रता, सच्चाई व आपसी भाईचारे से कोई भी कार्य कठिन नही है।

“ हर दिल से है दोस्ती, ना किसी से बैर

हर वक्त मैं मांगू सारे जगत की खैर”

वैसे तो हमारा गाँव पहले भी साफ-सुथरा था। पर इस अभियान के बाद हम और ज्यादा जागरूक हो गए और स्वच्छता रखने लगे।

पहले गाँव का बहुत बुरा हाल था। पर आज हमारा गाँव बहुत सुंदर लग रहा है।

मैनें सुबह-शाम पहरा लगा कर गाँव को खुल्ले से शौच मुक्त्त करवाया है।

गाँव की महिलाओं ने मिल-जुल कर काम किया। आज हमने गाँव को चाँदी जैसा बना दिया। जय स्वच्छता।

हमने जिसे भी समझाया वो समझते चले गए। आज हमारा गाँव स्वच्छ है।

फाई की शुरूआत अपने ही घर से होती है। बस हमने वो किया

स्वच्छता अभियान से मेरी एक नई पहचान बनी है। मैने अपने भाई-बहनों के साथ मिलकर स्वच्छता की अलख जगाई है।

“मुझे गर्व है अपने गाँव पर” और चाहती हूँ कि और लोग भी अपना गाँव हमारे जैसा बना लें।

हमने सभी को प्रेम से समझाया। आज हम बहुत खुश है। यह स्वच्छता अभियान गाँव की भलाई के लिए ही है।

हाथ जोड़कर विनती की कि बाहर शौच नही जाना। घर में ही जाओ। आज हर गाँव साफ है।

गाँव के सभी लोगों ने इस अभियान में हिस्सा लिया और आज साफ, स्वच्छ और निर्मल है।

इस अभियान से लोग जागरूक हो गए हैं। अपने-अपने घरों की सफाई रखने लगें हैं।

हमारा गाँव पूर्ण रूप से खुले में शौच से मुक्त्त है। गाँव की गलियाँ साफ-सुथरी हैं।

मैंने स्वच्छता अभियान में बहुत काम किया और गाँव को स्वच्छ कर दिखाया।

हम सबने मिलकर गाँव सुन्दर बना लिया जी।

आज हमारे गाँव में कोई बाहर शौच के लिए नही जाता। गाँव निर्मल है।

हमारा गाँव  बहुत ही साफ-सुथरा हैं। यहाँ के हर घर में शौचालय है। शौच के लिए कोई बाहर नही जाता।

मैने सुबह 5 बजे उठकर निगरानी की है और लोगों को समझाया है।

हमारा गाँव सबसे पीछे था। हमने कभी सपने मे भी नही सोचा था कि हमारा गाँव तरक्की कर सकता है। आज हमारा गाँव साफ-सुथरा है।

मेरेे पूरे परिवार ने स्वच्छता अभियान में बहुत योगदान दिया। पहले हम गुरूद्वारे जाते तो रास्ते में गंदगी मिलती थी। लेकिन अब सुधार है।

अच्छे विचार ही देश का विकास करते हैं इसीलिए देश के सभी नागरिक स्वस्थ और स्वच्छ बने

व्यवहार परिवर्तन से समाज और समुदाय में कोई भी परिवर्तन सम्भव है।

वैसे स्वच्छ्ता के बारे में आपकी राय क्या है .. जरुर बताईएगा !!!

September 7, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

वॉशरुम और स्वच्छ्ता

रिश्वतखोरी - आईए रिश्वत दें

 

ऑडियो

ऑडियो – वॉशरुम और स्वच्छ्ता

 

https://monicagupta.info/wp-content/uploads/2016/09/audio-wash-room-by-monica-gupta.wav

 शौचालय बनाम शहरी वॉशरुम

वॉशरुम और स्वच्छ्ता. आईए सुनिए 1 मिनट और 49 सैंकिंड की ऑडियो स्वच्छता के बारे में और जानिए कि शौचालय बनाम शहरी वॉशरुम की स्वच्छता कितनी जरुरी है. हम स्वच्छ्ता के प्रति कितने जागरुक हैं!!

सफाई वॉशरुम की – सोच को बदलो भई

मोनिका गुप्ता का नमस्कार !! वॉशरुम और स्वच्छ्ता … मैं अपनी एक जानकार के घर गई हुई थी पता लगा उसके घर मेहमान आने वाले हैं और वो अपना ड्राईंग रुम सजाने में जुटी हुई थी. अलमारी से और बैड के अंदर से डेकोरेटिव सामान निकाल कर सजा रही थी. परदे  बदले रसोई के झाडन और तौलिए बदले और धोने का सामान सारा बाथरुम में फेंक दिया जहां घर को सुगंध से महका दिया वही अपने washroom  को साफ तक करने की जरुरत नही समझी ..

क्या होगा अगर आए हुए guest को wash room  की जरुरत पडेगी तो क्या सोचेगें कि कैसे लोग हैं  घर इतना सुंदर और bathroom  इतना गंदा.

आमतौर पर हम ऐसे ही हैं घर चमका देंगें पर वाश रुम को कमरा नही समझते उसे साफ करने की जरुरत ही नही समझते जबकि ये गलत है हमारे घर का सबसे खास कमरा होता है हमारा वाशरुम. चाहे हमारा bathroom  2 लाख रुपये का बना हो या पचास हजार का बेशक,  उसमे महंगे साबुन, शैम्पू रखे हो पर अगर वो साफ ही नही होगा तो excuse me  अपने घर को महंगे perfume से महकाना बेकार है..

वाश रुम को साफ सुथरा रखना हमारा पहला कर्तव्य होना चाहिए. मैं आपको एक बात बताऊ मेरी सहेली जब भी फाईव स्टार जाती है तो सबसे पहले अपनी खूबसूरत सी सैल्फी मुझे भेजती है और वो सैल्फी होती है वहां के बाशरुम की.

मैने भी बहुत बार देखा है अकसर गर्ल्ज  वाशरुम इस्तेमाल करने नही बल्कि सैल्फी के लिए जाती है… यकीनन स्वच्छता हमेशा आकर्षित करती है तो क्या सोचा … अरे सैल्फी का नही स्वच्छता का …हे भगवान !!

चलिए सोचिए सोचिए कल फिर मिलूगी एक और स्वच्छता ओह मेरा मतलब एक और टोपिक के साथ तब तक सफाई रखिए और खुश रहिए  बाय

मोटिवेशनल विचार – एक टॉनिक ऐसा भी – Monica Gupta

कुछ देर पहले मेरी सहेली मणि का फोन आया और बोली कि जब तुझे cold, cough  और बुखार  हुआ था तो कौन से ऎंटीबायोटिक ली थी क्योकि उसकी भी वैसी ही तबियत खराब हो गई है … अरे … मैने कहा बिना डाक्टर को दिखाए दवाई नही लेना मैं आती हूं अभी …वैसे हम लोगो में tolerance नाम की चीज बची ही नही जरा भी दर्द हुआ नही कि pain killer या एंटीबायोटिक गटक ली.. read more at monicagupta.info

 

September 6, 2016 By Monica Gupta Leave a Comment

कैसे आएगी स्वच्छता -क्या है स्वच्छता

कैसे आएगी स्वच्छता

कैसे आएगी स्वच्छता -क्या है स्वच्छता – श्रीलंका बना मलेरिया मुक्त – आखिर कैसे आएगी स्वच्छता …swacchata  स्वच्छता का अर्थ आखिर है क्या .. !!! NDTV के प्राईम टाईम में रवीश कुमार बता रहे थे   कि श्रीलंका मलेरिया मुक्त हो गया. जानकर खुशी भी हुई पर दुख भी हुआ कि हमारा देश जोकि पोलियो मुक्त हो चुका है मलेरिया मुक्त क्यो नही हो सकता … इसी मुद्दे पर बहस चल रही थी.

कैसे आएगी स्वच्छता -क्या है स्वच्छता

स्वच्छता का महत्व जानना होगा. मैं सोच रही हूं कि आज ही की बात है घर के सामने से कुछ स्कूली छात्र जा रहे थे और हाथ में नमकीन, चिप्स और चाकलेट के पैकेट और कोई चिंता नही कोई फ्रिक नही. सडक कूडादान है ना खाए जाओ और फेक़ों … किसे चिंता है सफाई की…

टीवी चलाओ तो सारे न्यूज चैनल पर सफाई सफाई सफाई के विज्ञापनों की भरमार रहती है … टीवी पर स्वच्छता अभियान और असल जिंदगी मॆ बुरा हाल …

कैसे आएगी स्वच्छता

कैसे आएगी स्वच्छता -क्या है स्वच्छता

घर से बाहर निकलते ही शर्म आने लगती है इतनी गंदगी देख कर …गांव से भी बदतर हो गया है शहर …

मेरा ये मानना है कि अगर आज हमने अपने बैग से कुछ निकाल कर सडक पर नही फेका या कूडे दान में फेंका तो हमने स्वच्छता अभियान मे जबरदस्त सहयोग दिया है… !! वैसे सरकार को चाहिए कि वो फ्री वाई फाई उसे देगी जो सफाई रखेगा … !! अरे भई दूसरों की ओर मत देखिए खुद सफाई रखिए .. स्वच्छता आ जाएगी .. !!

कैसे आएगी स्वच्छता

वैसे स्वच्छता के बारे में आपके क्या विचार हैं ?? जरुर बताईगा !!

September 4, 2016 By Monica Gupta 2 Comments

सफाई अभियान पर नारे

11 Best Slogan On Cleanliness

11 Best Slogan On Cleanliness

स्वच्छता के प्रति कैसे बदलें लोगो की मानसिकता

बेशक, गली गली में सफाई अभियान पर नारे लगाए जा रहें हैं स्वच्छता की गूंज है. मन की बात में हो ,  देश के मंत्री होंं, फिल्मी सितारे हो या टीवी सितारों का स्वच्छता अभियान में आगे आना  सभी अपनी अपनी तरफ से भरसक प्रयास कर रहे हैंं पर जितनी स्वच्छता होनी चाहिए , आनी चाहिए आ नही पा रही .. !!  जन आंदोलन नही बन  पा रहा रहा.

जब स्वच्छता अभियान का शुभ आरम्भ हुआ

राजपथ पर सफाई अभियान पर नारे लगाते हुए , स्वच्छ भारत अभियान का शुभारंभ करते हुए प्रधान मंत्री  नरेन्द्र मोदी ने कहा, “2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर भारत उन्हें स्वच्छ भारत के रूप में सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि दे सकता है।”2 अक्टूबर 2014 को देश भर में एक राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत हुई।

 11 Best Slogan On Cleanliness

नारे स्वच्छता अभियान के… कुछ गाँव वालों ने तो स्वच्छता  अभियान को नर्इ दिशा देने के लिए ढ़ेरों नारे बना दिए

मिल जुल कर छोडो़ चिंगारी
स्वच्छ हो जाए दुनिया सारी

 

ना जिलें में, न स्टेट में, सफार्इ सारे देश में

 

लोटा बोतल बंद करो, शौचालय का प्रबन्ध करों

 

1-2-3-4, कुर्इ खुदवा लो मेरे यार

 

बच्चें, बूढ़े और जवान
खुले में शौच से सब परेशान

 

हर गाँव में स्वच्छता ज्योति जगाऐंगें
देश को सुंदर बनाऐेंगें

 

मेरी बहना मेरी माँ, खुले में जाना ना ना ना….

 

करें हम ऐसा काम, बनी रहे देश की शान.

 

सभी रोगों की एक दवाई घर मे रखो साफ सफाई

 

हम सब ने अब ये ठाना हैं, भारत स्वच्छ बनाना है

 

स्वच्छता का रखिए ध्यान

तभी बनेगा देश महान

 

सफार्इ है जहाँ, पढ़ार्इ है वहाँ

 

खुले में शौच, जल्दी मौत

स्वच्छ भारत अभियान मे हमारा योगदान

 

वैसे आपका क्या विचार है कि नारा कैसा हो ताकि सम्पूर्ण स्वच्छता आ जाए..

 

 

  • « Previous Page
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • Next Page »

Stay Connected

  • Facebook
  • Instagram
  • Pinterest
  • Twitter
  • YouTube

Categories

छोटे बच्चों की सारी जिद मान लेना सही नही

Blogging Tips in Hindi

Blogging Tips in Hindi Blogging यानि आज के समय में अपनी feeling अपने experience, अपने thoughts को शेयर करने के साथ साथ Source of Income का सबसे सशक्त माध्यम है  जिसे आज लोग अपना करियर बनाने में गर्व का अनुभव करने लगे हैं कि मैं हूं ब्लागर. बहुत लोग ऐसे हैं जो लम्बें समय से […]

GST बोले तो

GST बोले तो

GST बोले तो –  चाहे मीडिया हो या समाचार पत्र जीएसटी की खबरे ही खबरें सुनाई देती हैं पर हर कोई कंफ्यूज है कि आखिर होगा क्या  ?  क्या ये सही कदम है या  देशवासी दुखी ही रहें …  GST बोले तो Goods and Service Tax.  The full form of GST is Goods and Services Tax. […]

डर के आगे ही जीत है - डर दूर करने के तरीका ये भी

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन

सोशल नेटवर्किंग साइट्स और ब्लॉग लेखन – Social Networking Sites aur Blog Writing –  Blog kya hai .कहां लिखें और अपना लिखा publish कैसे करे ? आप जानना चाहते हैं कि लिखने का शौक है लिखतें हैं पर पता नही उसे कहां पब्लिश करें … तो जहां तक पब्लिश करने की बात है तो सोशल मीडिया जिंदाबाद […]

  • Home
  • Blog
  • Articles
  • Cartoons
  • Audios
  • Videos
  • Poems
  • Stories
  • Kids n Teens
  • Contact
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Disclaimer
  • Anti Spam Policy
  • Copyright Act Notice

© Copyright 2024-25 · Monica gupta · All Rights Reserved