How to be Happy in Life – खुश कैसे रहें – खुश रहने के लिए क्या करें – How to be Happy – हमेशा खुश रहने के लिए कुछ बातें – हमेशा खुश कैसे रहें… जिंदगी में खुश कैसे रहें – हमेशा खुश कैसे रहें – खुश रहने के तरीके – खुश रहने के टिप्स – कल शाम को मैं पौधो को पानी दे रही थी तभी देखा सामने से दो छोटे बच्चे जा रहे थे. एक के हाथ मे क्रिकेट बैट था और दूसरे के हाथ मे बॉल… एक बोला अरे पता है कल बडी मजेदार बात हुई … और दूसरा बोला अच्छा यार बता न क्या हुआ… और वो कुछ बताने लगा.. और बताते हुए वो हंसी खुशी आगे बढ गए..
How to be Happy in Life – खुश कैसे रहें
मैं सुन तो नही सकी उनकी बात पर मेरे चेहरे पर स्माईल जरुर आ गई.. तब मैं सोचने लगी… कि बच्चे बात बात पर खुशी खोज लेते हैं हम बडे बात बात पर तनाव टेंशन खोज लेते हैं और फिर उसे छोडते नही पकडे ही बैठे रहते हैं… तो है कोई इलाज ?? खुश कैसे रहें??
हां है अगर हम कुछ बातों का ख्याल रखेंगें तो हम खुश रह सकते हैं..
1. सबसे पहले जो हमारे पास है उसी में संतुष्ट रहिए…
हम क्या करते हैं जो हमारे पास है उसकी वेल्यू नही करते जो नही है बस उसी की इच्छा करते हैं… मैंनें इस बात का उदाहरण एक वीडियो में दिया भी था मान लीजिए बहुत गर्मी है और मैं तपती सडक पर जा रही हूं सामने एक घर के आगे शेड दिखता है और मैं धूप से बचने के लिए वहां खडी हो जाती हूं… वो छ्त मुझे स्वर्ग से कम नही लगती पर कुछ पल बाद मैं सोचती हूं काश यहा पंखा लगा होता… वहां पंखा आ गया फिर मैं सोचती हूं कि काश यहा कूलर लगा होता तो कूलर भी आ गया.. फिर सोचती हूं काश एसी लगा होता तो बात ही अलग थी.. एसी भी लग गया.. अब ठंडी हवा है और सोच रही हूं कुछ खाने को मिल जाता तो… बस यही है… इतने मे घर का मालिक आता है और मुझे वो जगह छोडनी पडती है… इच्छा का कोई अंत नही है.. जहां एक इच्छा पूरी हुई वही दूसरी लाईन में लग जाती है… तो इस पर फुल्ल स्टॉप की बस जो है यही है.. देखिए इच्छा रखना गलत नही है पर जो आज है उसे भी नजर अंदाज नही करना चाहिए और जो है मैं इसी में खुश हूं जो है उसी का भगवान को धन्यवाद दीजिए
2. दूसरो को दोष देना बंद कर दीजिए… जो है उसे accept करें
हमारे साथ कुछ अच्छा नही हुआ तो दूसरे को दोष देते हैं कि वो ऐसा है उसने ऐसे बोला… तो दोष ब्लेम लगाना बंद कीजिए और जिस स्थ्ति मे हम हैं उसे स्वीकार कीजिए और उसे बेहतर बनाने की कोशिश कीजिए कि इसमे खुश कैसे रहा जाए… नजरिया बदल लीजिए… हम शिकायत तो करते हैं कि ईश्वर ने फूलो के साथ कांटे बना दिए जबकि ईश्वर का धन्यवाद देना चाहिए कि उसने कांटों के साथ फूल बनाए हैं !!! नजरिया बदल लीजिए.. सब अच्छा लगेगा… आपको खुश रखना आपकी responsibility है… दूसरे से उम्मीद नही रखिए..
3. अच्छी पॉजिटिव बातें शेयर कीजिए..
बेशक, आपका मन उदास है, बेशक आप खुश नही हैं फिर भी सोशल मीडिया पर अच्छी सकारात्मक बाते शेयर कीजिए.. जैसा मान लीजिए आपने ब्ल्ड डोनेट किया और आपने वो फोटो शेयर की तो बहुत सारे कमेंटस मिले और एक कमेंट ये भी मिला कि मैं भी करुंगी… आपने चिडिया के लिए पानी रखा दाना रखा… और वो फोटो डाली जिसमे चिडिया आपके घर आई पानी पीने … और आपने लिखा कि आप भी अपने अनुभव शेयर कीजिए.. और बहुत सारी फोटो आ जाती हैं… कोई अच्छा विचार लिखा… अच्छी बाते पढे.. उससे कमेंट भी अच्छे आएगें और मन को अच्छा लगेगा…
4. एक हम उस बात से बहुत उदास हो जाते हैं कि हमें कोई प्रोत्साहित नही करता.. हमें इंतजार रहता है कि कोई हमे एनकरेज करे हम तभी आगे बढेगे.. इस बात को मन से निकाल दीजिए कोई नही करता किसी को एनकरेज… आप करिए.. आपको किसी बात अच्छी लगती है आप उसे एनकरेज कीजिए.. नेचर को देख कर उसकी तारीफ कीजिए.. जो खाना खा रहे हैं उसकी ईमानदारी से तारीफ कीजिए कि कितना स्वादिष्ट खाना है. इस तरह से आप ना जाने कितनो को खुश रख सकते हैं..
5. अपने भीतर झांकिए…
अपनी कमिया या अपनी खास बात देखिए… आपमे कोई टेलेंट है उसे बाहर निकालिए … तुलना नही कीजिए.. जो दूसरे हैं वो अच्छे है पर हमारे पास भी कुछ ऐसा है … जो बहुत खास बात है उसे हाई लाईट कीजिए… आप नही करेंगें तो कौन करेगा.. अपनी क्वालिटी खूबी को पहचान कर बाहर लाना आपकी जिम्मेदारी है… मान लीजिए एक महिला है वो पढी लिखी नही है इंगलिश भी नही आती पर अपने परिवार को बहुत अच्छे से मैंनेज करती है… तो उसकी एक खूबी ने बहुत लोगो को आकर्षित कर सकती है… ये बात बहुत कम में होती है… अपने अंदर खोजिए और बाहर निकालिए…
6. कोई भी परफेक्ट नही होता… कोई न कोई कमी हर किसी मे होती है जरुरत है कि हम काम लगातार करते रहे जिससे परफेक्शन आ जाएगी.. पर यही सोच कर कि नही ये परफेक्ट नही है तो मैं करुं ही न ये खुशियों को दूर कर देता है.. तो जरुरत इस बात की है कि आप लगातार करते रहिए कोई भी काम हो चाहे लेखन हो या खाना बनाने की कला हो… अनुभव से ही सीखते हैं…
7. एक ब्रेक लीजिए दिन भर में एक पल ब्रेक लीजिए
अपनी व्यस्त जिंदगी से कुछ पल अपने लिए निकालिए.. लम्बी सांस लीजिए… सैर कीजिए, कसरत कीजिए, खिलखिलाईए, मुस्कुराईए, जो अच्छा लगता है या जो बहुत ही अच्छा लगता है वो करिए… पर करिए… नेगेटिव बाहर पॉजिटिव अंदर, दुख बाहर खुशी अंदर फिर आपको खुशी न मिले ऐसा हो ही नही सकता.. तो ये तो हैं कुछ बातें अपने अनुभव के आधार पर बता रही हूं
जीवन जितना सादा रहेगा तनाव उतना आधा रहेगा…
प्रसन्न रहने का सरल नियम… ना अपेक्षा ना उपेक्षा
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