Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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April 30, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Stop Feeling Worthless – खुद को बेकार ना समझें – How to Stop Feeling Worthless – Monica Gupta

Stop Feeling Worthless

Stop Feeling Worthless – खुद को बेकार ना समझें – How to Stop Feeling Worthless – Monica Gupta – खुद को बेकार समझना बंद करिए… अक्सर हमारे मन में ये feeling आ जाती है कि हम तो बेकार हैं बिल्कुल useless है worthless हैं.. क्या ये सही है ?? नहीं ना तो फिर किसलिए ऐसा सोचना… अब आप ये सोच रहे होंगे तो क्या करे ? आ ही जाते हैं ऐसे विचार मन में… किस तरह से इसे दूर करें?? कैसे करे कि ऐसी सोच न बनें… तो आज इसी बारें में आपको कुछ बातें बता रही हूं कि कैसे खुद को बेकार useless  worthless समझना बंद करें…??

1. जो आप हैं वहीं रहें… होता क्या है कि ये फीलिंग हम में कब आती है…जब हम एक दूसरे से तुलना करने लगते हैं वो देखो कैसा  कितना अच्छा और मैं एकदम यूजलेस.. और इस चक्कर में हम दिखावा करने लगते हैं रियल नहीं रह जाते.. बस यही बंद करना है.. यह सोच रखिए कि हर कोई परफेक्ट नहीं होता.. कोई न कोई कमी हर किसी में होती है एक हीरोईन बेशक मूवी में बहुत  खूबसूरत लग रही है पर ये वजह उसकी मेकअप भी हो सकती है…

हमे कोशिश ये करनी हैं कि हम genuine रहें कोई दिखावा न हो… क्योंकि उस चक्कर में हम अपना confidence loose कर जाएगें… तो जरुरी है कि अपने भीतर के प्लस पोंईट खोजिए और आगे लाई.. अपने माईंस पोईंट खोजना जिंदगी का सबसे बड़ा प्लस पोईंट है..

 2. कई बार हम अपनी ही पहचान खोना शुरु कर देते हैं जैसा कि एक लेडी है वो बेटी भी है पत्नी भी है और मां भी है वो क्या सोच रही है कि मैं बिल्कुल बेकार हूं किसलिए कि मैं बच्चों की सही से देखभाल नहीं कर पा रही.. बच्चे हाथ से निकल गए.. मैं फेल हो गई… अब इससे बाहर निकलने के लिए उसे क्या सोचना चाहिए कि मैं एक बेटी के रुप में बहुत अच्छी हूं एक पत्नी के रुप में बहुत केयरिंग हूं घर के सभी लोग खुश भी रहते हैं पर अच्छी मां नहीं हूं इसकी वजह कुछ और भी तो हो सकती है…जरुरी तो नहीं कि मेरी परवरिश खराब थी इसलिए बच्चे बिगड गए… कारण कुछ और भी हो सकते हैं जब और वजह से अच्छी हूं तो इसलिए सोचना बंद कर देना चाहिए..

3. जो लोग बात बात पर criticize करते हैं उनसे दूर रहें… कई बार हमारा सर्कल ऐसा होता है कि वो हर बात पर criticize  ही करते हैं तो उनसे दूरी बना लेनी चाहिए अच्छा कई बार परिवार में ही कुछ ऐसे difficult लोग होते हैं उनसे कैसे डील करें इस बारे में एक वीडियो बनाई हुई है उससे आपको आईडिया मिल जाएगा पर जरुरत इस बात की है कि ये सोचिए कि गलती तो हर किसी से हो सकती है और कभी भी हो सकती है… जो लोग criticize करते हैं या उनसे कभी कोई गलती हुई ही नहीं… तो किसी ने हमें criticize किया और हम भी सिर पकड कर बैठ गए.. ये नहीं करना

4.अपनी हैल्थ का ख्याल रखें… अक्सर ये विचार मन में तब भी आते हैं जब कोई हैल्थ इशू हो जाए कोई बॉडी की प्रोब्लम हो गई.. या फिर किसी का एक्सीडेंट हो गया बेड रेस्त बता दिया है कि तो मैं तो किसी काम का नहीं रहा… तो ऐसे में खुद को बिजी रखिए मान लीजिए आप बेड पर ही है तो बैठे बैठे कुछ क्रिएटिव काम किया जा सकता है… बजाय ये सोचने की मैं कुछ नहीं कर सकता ये सोच होनी चाहिए कि मैं क्या नहीं कर सकता… बजाय ये सोच सोच के डिप्रेशन में जाने के ये सोचिए कि मैं ऐसा क्या करु जो दूसरे के चेहरे पर स्माईल आए… निराशा से बाहर निकलने का बेस्ट तरीका ही यही है कि दूसरे की हैल्प करनी शुरु कर दीजिए… मैटली स्पोर्ट बन जाईए किसी की.. या as a violetear या social issues पर काम करना शुरु कर दीजिए देखिए कितना अच्छा लगेगा..

5. अपना माईड सेट चेंज कर लीजिए.. ये बातें कि मैं बेकार हूं किसी काम का नहीं.. कब आती है जब मन में बहुत ज्यादा नेगेटिविटी भर जाती है… और हम दिन रात नेगेटिव ही सोचने लगते हैं… जिंदगी को बेहतर बनाने की कोशिश की नहीं करते तो ऐसे में क्या सोचना चाहिए कि जिंदगी में उतार चढाव आते रहते हैं जिंदगी रोलर कोस्टर की तरह है जैसे वो उपर जाता है फिर नीचे जाता है तो ये हमारे हाथ में है कि हमें चीखना चिल्लाना है या उसे एंज्वाय करना है अगर हम चिल्लाते ही रह जाएगें और जब जिंदगी में पॉजिटिव हुआ तो उसे भी हम एंज्वाय नहीं कर पाएगें…

हम बेशकीमती है, वेल्यूबल हैं ईश्वर ने हमें भेजा है कुछ सोच कर ही भेजा है और हमें बेकार useless, worthless कह कर उनकी संचना का क्रिएशन का अपमान नहीं करना… मजबूत बनिए, खुद पर विश्वास रखिए.. आप कुछ भी कर सकते हैं अपनी वेल्यू बनाईएपर उसके लिए क्या जरुरी है

हर नजर में मुमकिन नहीं बेगुनाह रहना. चलो.. कोशिश करते हैं कि खुद की नज़रों में बेदाग रहें… अपनी वर्थ जानिए…

April 30, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Stop Caring – परवाह करना छोड़ दें – You Need to Stop Caring – Monica Gupta

Stop Caring

Stop Caring – खुश रहना है तो कुछ बातों पर ध्यान देना बंद करना पड़ेगा… कुछ बातें लाईफ में हम खुद ही ऐसी कर जाते हैं जिससे खुशी से कोसो दूर चले जाते हैं.. तो क्या है वो बातें मैं आपको 7 बातें बता रही हूं

1.सबसे पहले तो लोग क्या कहेंगें.. दूसरे क्या सोचेगें.. एक महिला को कार चलानी बहुत अच्छी लगती है वो कैब ड्राईवर बनना चाहती है पर लोग क्या कहेंगे ये सोच कर चुप हो जाती है.. एक लड़का बहुत अच्छा कुक है पर लड़का खाना बनाता है लोग क्या कहेंगें इस वजह से अपनी पसंद का काम नहीं कर पाता और मन मार कर दूसरा काम करता है.


https://www.youtube.com/watch?v=62No_I70v2c&t=100s

मत सोचिए.. आप हर किसी को खुश नहीं रख सकते… ये आपकी लाईफ है आपके डिसीजन हैं दूसरों को तो जज करना अच्छा लगता है पर हमें अपने हिसाब से चलना है..

अच्छा फिर इसी में एक डर होता है रिजेक्शन का एक आफिस में काम कुछ सही नहीं चल रहा पर वो बोल नहीं पा रहा… कि बोला तो कही बॉस मुझे बाहर का रास्ता ही न दिखा दे… तो अगर आप सच्चे है तो मन को मजबूत बनाईए

2.जब हमारे साथ कुछ बुरा होता है… ये अच्छा नहीं हुआ.. वो अच्छा नहीं हुआ.. प्रोब्लम , दुख परेशानी तो हम सभी की जिंदगी का एक हिस्सा है तो बजाय सिर पकड कर बैठने के आगे बढना चाहिए… अच्छा आप ये देखिए किसी भी भगवान का देवी देवता का इअतिहास निकाल कर देख लीजिए.. सभी ने किसी न किसी प्रोब्लम को फेस किया… तो दिमाग से इस बात को निकाल दीजिए और उससे डील कैसे करें इस बात पर ध्यान दीजिए और बाहर निकल जाईए…पर ये सोचिए कि उससे भी ज्यादा बुरा हो सकता था… ये अंत नहीं है… रात हुई है तो सुबह भी हो होगी…

3.जब कोई हमें हर्ट करता है.. तो बजाय मायूस होकर बैठ कर सोचने से ये सोचिए कि उसने मुझे हर्ट करके अपना नुकसान किया है.. इसने मुझे खो दिया.. मैंने इसे नहीं खोया इसने ही मुझे खो दिया.. मैं इसके लिए हैल्पफुल ही होता…

4फिर हमारा फेवरेट – तुलना करना – उसके पास अच्छी नौकरी है वो विदेश में सैटल है वो साल में दो बार विदेश धूमने जाता है मैं तो शहर से बाहर भी नहीं गया.. अरे!! ये क्या?? जो प्राप्त है वो पर्याप्त है ये सोच बनानी चाहिए.. और सच पूछो तो कोई अंत नहीं है इच्छाओ का… बहुत साधारण सा उदाहरण देती हूं.. ये मैंने देखा है एक जानकार की लड़की की शादी नहीं हो रही थी उनके मम्मी पापा क्या सोचते है कि बस एक बार शादी हो जाए हम गंगा नहा जाएगें… शादी हो गई बस बच्चा हो जाए.. बच्चा हो गया बस एक लड़का हो जाए परिवार पूरा हो जाएगा.. लड़का हो गया.. बस पढाई अच्छी कर ले… पोते की शादी हो जाए बस… और कोई इच्छा नहीं…

किंतु,परंतु, काश इन सब से उपर उठिए..

5.हमारे मन में हीन भावना कि मैं अच्छा नहीं… मैं इस काम में अच्छा नहीं.. मैं ऐसा मैं वैसा… अरे तो अगर अच्छे नहीं है तो खुद को सुधारने का प्रयास कीजिए… वैसे कई बार बहुत अच्छा होना भी अच्छा नहीं.. इस बारें में एक वीडियो बनाई हुई है … लिंक नीचे दे रही हूं

6 फिर बात आती है परफेक्श्निस्ट – कोई नहीं परफेक्श्निस्ट… हम सोचते है सारा काम परफेक्ट हो कोई गलती न हो… हम गलती करते है तो कोई नहीं गलती तो होती ही है.. हम कोई काम कर रहे हैं गलती होना उस बात का सबूत है.. हम फेल होने से धबराते हैं और फिर पछतावा होता है तो इन सबसे बाहर निकलिए

7.बेकार की चिंताए जो हमारे कंट्रोल में नहीं है पडोस में एक लड़की ने लव मैरिज कर ली.. उसका क्या होगा… दो साल बाद अगर मेरी ये नौकरी नहीं रही तो क्या होगा… मुझे भी अगर ये बीमारी हो गई तो क्या होगा.. मतलब जो हुआ ही नहीं उसकी चिंता उससे खुद को ही कम बीमार कर रहे हैं क्योंकि सोच नेगेटिव हो गई है..

तो देखिए ये हैं कुछ बातें… जिनकी हमें केयर नहीं करनी चाहिए अगर खुश रहना है तो… कुछ ऐसी भी बातें हैं अगर खुश रहना है तो उनकी केयर करनी चाहिए… कब करनी चाहिए किन circumstances  में करनी चाहिए वो क्या है अगली वीडियो में बताऊंगी..

वैसे कामयाब इंसान खुश रहे या न रहे पर खुश रहने वाला इंसान जरूर कामयाब होता है..

और खुश रहने का मतलब ये नहीं कि सब ठीक है इसका मतलब है कि हमनें अपने दुखों से उपर उठ कर जीना सीख लिया है…

April 19, 2019 By Monica Gupta 1 Comment

My Husband Doesn’t Like Me – मेरे पति मुझे पसंद नहीं करते – Husband Doesn’t Like Me – Monica Gupta

My Husband Doesn't Like Me

क्या करें जब पति आपको पसंद ना करें – How to Make my Husband Like me Again….   बहुत ladies लिखती है कि क्या करें पति पसंद ही नहीं करते.. जब मैं पूछती हूं कि कैसे लगता है ? क्या लगता है ? तब वो बताती हैं कि बात नहीं करते, ऐसा शो करते हैं जैसा घर रहते हुए बहुत बोर होते हों, बात बात पर झगड़ा करते हैं या जब बात करो को irritated ही रहते हैं या  मोबाइल में लगे रहते है या मुझे तो हमेशा ही for granted ले लेते हैं. मेरी कोई वेल्यू नहीं करते तो क्या करें…

वैसे ये प्रोब्लम पति की भी हो सकती है कि पत्नी पसंद नहीं करती पर क्योंकि लेडीज बहुत ज्यादा भावुक होती हैं हर बात दिल से लगा लेती हैं और सफर करती हैं और दिन रात सहती हैं… और बडी बात ये भी है कि  कि उनके पास कोई ऑप्शन नहीं होता इसलिए आज मैं महिलाओं की ही बात कर रही हूं कि क्या करें जब पति पसंद न करे…

1.वजह जानने की कोशिश करनी है… ऐसी क्या वजह है जिसकी वजह से ये सब बात हो रही है.. अपने अंदर झांक कर देखना होगा… किन बातों में वो लगातर बोलते हैं जैसाकि खाने की बात पर अक्सर गुस्सा आ जाता है कि खाना अच्छा नहीं बनाती या सारा दिन आलसी रहती हैं बच्चों को समय नहीं देते.. ऐसी बहुत सी बातें हो सकती हैं तो सबसे पहले कमी जानकर उसे इम्प्रूव करने की कोशिश करनी है…

2. बिना किसी कंडीशन के एक्सेप्ट कर लेना… बिना किसी उम्मीद के स्वीकार कर लेना, ये नहीं कि बडी कार नहीं है किराए के घर में रहते हैं.. मेरे पास ये नहीं वो नहीं.. ऐसा कुछ नहीं… जो है बस उसी को स्वीकार कर लेना और उनकी केयर करना.. जो हैं जैसे हैं सब ठीक है और मुझे इसी में रहना है… पर अगर कोई बहुत ज्यादा एक्ट्रीम सिटयूएशन है तो अलग बात है कि हाथ उठाते हैं, मारते हैं बात बात पर अपशब्द बोलते हैं..वो अलग बात है उसे अलग तरीके से हैंडल करना है

3. ये देखना है कि हम उनसे कैसे बातचीत करते है कॉम्यूनिकेट करते हैं…जैसे जब वो ऑफिस जाते हैं तो किस तरह से आप सी ऑफ करती हैं या जब आते हैं तो कैसे स्वागत करती हैं..

जब बात करते हो तो क्या किसी दूसरे का उदाहरण दे दे कर तो बात नहीं करती कि मेरे परिवार में तो ऐसा होता है य पडोस के शर्मा जी को देखो.. वो ऐसे हैं या बात बात पर टोंट या ताने दे कर तो बात नहीं करती… इस बात का ख्याल रखिए कि जब आप बात करें तो वो ज्यादा इरिटेट ना हों.. और जो भी उनकी बात अच्छी लगे उसे एप्रीशिएट भी जरुर करें.. पर वो फ्लएटरिंग नहीं हो जैन्युअन हो…

4. फिर बात आती है कि रिस्पेक्ट दीजिए… आप हसबैंड की जब तक रिस्पेक्ट नहीं करेंगे उन्हें लगेगा ही नहीं कि आप उन्हें पसंद करती हैं… उन्हें रिस्पेक्ट दीजिए.. मेल की इगो होती है और वो हर्ट नहीं होनी चाहिए अगर ह्म इस बात का ख्याल रखेंगे तो बहुत हद तक प्रोबल्म हल हो सकते है..

5 फिर आता है अगला पोईंट की ये सब करते हुए संयम रखना है.. एक दिन में सब ठीक नहीं हो जाएगा समय लगता है पर जब लगातर प्रयास करते रहेंगें तो रिजल्ट भी आना शुरु हो जाएगा… ठीक होना शुरु होगा तो आपको ही खुशी होगी..  

6.कुछ करिए… अपनी पहचान बनाईए.. खाली मत रहिए.. जो आपको पसंद है वो कीजिए कुछ क्रिएटिव कीजिए… कुछ अलग हट कर काम करेगी तो उन्हें भी अच्छा लगेगा और उन्हें खुशी होगी और लाईकिंग भी होनी शुरु हो जाएगी..

7. अपना माईड सेट पॉजिटिव रखिए… अकसर हम ससुराल को लेकर  अक्सर अपनी सोच नेगेटिव बना लेते हैं.. जैसा कि पति पत्नी का तो हमेशा ही झगडा रहता है या सास ससुर से तो कभी बन ही नहीं सकती…तो अच्छे कप्लस से मिले… जो मिलकर प्यार से रहते हैं उन्हें देखें समझने की कोशिश करें… या फिर पॉजिटिव बातें पढे ताकि मन में नेगेटिविटी आए ही नहीं…

बिना उम्मीद किए अच्छा करते रहो.. क्योंकि जो लोग फूल बेचते हैं उनके हाथ में खुश्बू रह ही जाती है… कुछ रिश्तों को ऐसे सम्भाल कीजिए… कुछ मान जाईए कुछ बातों में मना लीजिए…

April 16, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Being Too Nice – Stop Being Too Nice – How to Stop Being Too Nice – Monica Gupta

Being Too Nice

Being Too Nice – क्या आप बहुत Nice हैं ? बहुत सीधे हैं??
Being too nice is our weakness not strength
अच्छे बनिए लेकिन अच्छाई को अपनी कमजोरी मत बनने दीजिए.. आमतौर पर हम यही तो बोलते हैं कि हमे nice होना चाहिए… पर क्या होता है कि बहुत बार बहुत ज्यादा Nice होने से लोग फायदा उठाने लगते हैं हमारे रिश्ते में खटास आनी शुरु हो जाती है.. हमारा नज़रिया जिंदगी के प्रति नेगेटिव होने लगता है… कई बार इस वजह से हम डिप्रेशन में भी चले जाते हैं जिंदगी जिंदगी नहीं रहती.. Life में कोई charm नहीं रहता..

तो क्या करें किन बातों का ख्याल रखें…

1 सबसे पहले तो ना कहना सीखिए.. अगर अपनी रिस्पेक्ट बनाए रखनी है तो ना कहना भी आना चाहिए… आमतौर पर हम हां कब करते हैं जब हमें किसी को खुश करना होता है या कोई चारा नहीं होता तब… अगर इसलिए ही हं कर रहे हैं तो ना कहना ही होगा… आपकी वेल्यू भी तभी होगी नहीं तो लोग तो उम्मीद रखते ही रहेंगें कि वो तो काम कर ही देते हैं  और इस तरह से देखा देखी  मतलबी लोग ज्यादा आने शुरु हो जाएगें

2 अगर हां करनी है तो किसे करनी है… उसी को हां करे जिसे आपको लगता है इसे सही में हैल्प चाहिए.. इसकी प्रोब्लम जैन्युअन है.. ये जरुरत मंद हैं आप कर सकते हो और करना भी चाह्ते हैं… अगर आप किसी का काम मन से कर रहे हैं अपने लिए खड़ा होना सीखना होगा.. अपने लिए स्टेंड लेना सीखना होगा… कई बार क्या होता है कि हमने तो किसी की मदद कर दी पर जब हमें जरुरत पडे तो कोई आगे नहीं आया… और हम किसी के लिए मदद किए ही जा रहे हैं तो ऐसे में लोग हमे डोमीनेट करना शुरु कर देते हैं हमें कमजोर समझना शुरु कर देते हैं… for granted लेते चले जाते हैं…

3 अपना डर खत्म करके कॉंफिडेंट बनना होगा.. कैसे ?? बहुत बार होता है कोई हमें बोले चला जा रहा है और हम कुछ नहीं बोल रहे यानि एवाईड कर रहे हैं कि चलो छोडो क्या बोलना.. अच्छा बनने की cost पर तो अपनी self respect होनी चाहिए.. गलत बात नहीं सुननी चाहिए… खुद की एक लक्ष्मण रेखा खींच लेनी चाहिए…

या फिर कई बार हम इसलिए भी डरते हैं कि ये हमें छोड न दें… इसलिए कोई गलत काम भी है हम जिसे ना चाहते हुए भी कर रहे हैं… तो मन में ठान लीजिए कि गलत काम तो करना ही नहीं है… बात बात पर सॉरी बोलते रहेंगें कि चलो बात खत्म हो और वो भी बिना गलती के तो अपना डर खत्म कीजिए

4. अपनी राय भी रखिए.. दूसरे की
हां में हां ही मत मिलाते रहिए… जैसे मान लीजिए शॉपिंग करने गए आपकी रिश्तेदार को एक साडी बहुत पसंद आई कि तुम पर बहुत अच्छी लगेगी तो आराम से अपनी राय दीजिए कि मेरे विचार से ये रंग ज्यादा चमकीला है और देख लेते है… इससे आपकी ही वेल्यू बढेगी नहीं तो सब यही सोचेगे कि ये तो कुछ बोलते नही कुछ भी दे दो… हमे बुद्दू नहीं बनना है…

5. Situation diplomatically handle करना है tactfully… कई बार हम अच्छा काम कर रहे होते हैं तो हमें ज्यादा काम दे दिया जाता है कि ये अच्छा कर रहे हैं इसे ये काम भी दे दो… हम मना कर नहीं पा रहे कि बॉस नाराज न हो जाए क्योंकि प्रोमोशन का भी चक्कर है या जो काम दे रहा है उससे रिश्ता ऐसा है कि नाराज नहीं कर सकते तो diplomatically handle करना है.. कभी कभार की बात हो तो दिक्कत नहीं पर वो काम दिए ही जा रहे हैं तो पूरी स्थिति का आंकलन करके ही  tactfully हैंडल करना है. जैसा कि सास बोलती है तुम्हें खीर बनानी है और आपको पता है उसमें समय लगेगा तो आप बोल सकते हैं कि सोच रही हूं आपकी दवाई लानी है मार्किट से.. उसमें समय न लग जाए…

6. अपने लिए टाईम निकालना है… हमारी to do list होती है पर उसमे हमारे नहीं दूसरो के काम ज्यादा होते हैं और इस चक्कर में ओवर बर्डन भी हो जाते हैं तो अपने समय की वेल्यू कीजिए अपने लिए समय निकालिए.

7. अपने प्रति भी nice रहिए.. जैसाकि दूसरो के साथ रहते हैं ऐसा खुद के साथ रहिए… दूसरों को खुश करने में लगे रहते हैं ऐसा खुद को खुश रखिए… अपनी hobby बनाईए… कोई नई activity खुद के लिए शुरु कीजिए… लाईफ को interesting बनाईए…

देखिए सीधी सी बात है अगर सामने वाला भी nice है वो भी उतना ही caring है फिर तो हमें भी अच्छा ही बनना है नहीं तो हर किसी को खुश करना हमारी जिम्मेदारी नहीं हैं..

Being too nice is our weakness not strength

कई बार हमें अच्छा होने के लिए पछताना पडता है…

क्योंकि कई बार हम उन लोगो को अपनी जिंदगी में प्राथमिकता देते हैं जोकि उस लायक नहीं हैं.अच्छे रहिए..

अच्छे बनिए लेकिन अच्छाई को अपनी कमजोरी मत बनने दीजिए..

April 11, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Every Woman should Stop Doing – महिलाएं न करें ये काम – Things Women should never Do – Monica Gupta

Every Woman should Stop Doing

महिलाएँ ना करें ये काम… https://youtu.be/yzb-Fm-XPoc

1. सबसे पहले तो हर किसी को हां कहना बंद करे… कई बार हां कहने के चक्कर में अपनी वेल्यू कम कर देते हैं जैसा कि एक महिला ऑफिस में है और उनके साथ काम करने वाले ऑफिसर बोलते हैं कि प्लीज मेरा ये काम कर देना मुझे घर जल्दी जाना है.. तो हां मैं कर दूंगी… घर पर है दो बच्चे है उन्हें सम्भालना है खुद की भी तबियत ठीक नहीं.. तभी पति का फोन आता है..बताते हैं चार मेहमान घर पर आएगें खाना तैयार रखना.. हां जी मैं कर दूंगी… तो जहां कोई दिक्कत लगे ना कहना सीखिए किसी की हैल्प लेनी है तो बोलना सीखिए..

2.खुद को अंडर एस्टीमेट करना बंद कीजिए.. मैं कुछ नहीं… मैं किसी काम की नहीं… खुद की वेल्यू ही नहीं करती… मान लीजिए घर पर खाना अच्छा बना तो अरे ये तो बाय चांस ही बन गया… ऑफिस में काम अच्छा किया तो अरे ये आपकी वजह से ही हुआ.. खुद को कभी क्रेडिट नहीं देगी… क्यों ?

3.हर बात के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराना बंद कीजिए.. ये हुआ तो मेरी वजह से हुआ.. अच्छे काम का क्रेटिड लेना  नहीं बस ये हुआ तो वजह मैं ही हूं.. बच्चे का स्कूल में एडमिशन नहीं हुआ तो वजह मैं ही हूं.. दिल से लगाना बंद कीजिए… आगे बढिए.. जो हो गया सो हो गया…

4. हर बात के लिए माफी मांगना बंद कीजिए… गलती हो तो माफी मांगना बनता है पर बिना गलती के भी माफी मांगे चली जाती हैं… आई एम सॉरी.. गलती किसी दूसरे की होगी तो भी खुद पर ब्लेम ले लेंगी… बहुत लेडीज कहती भी हैं.. हम तो बिना गलती के भी अपने पति से माफी मांगते रहते हैं पर वो सुनते ही नहीं.. ये नेचर ही होती है…

5. हर काम खुद करने की कोशिश करना.. देखा जाए तो अच्छी बात है पर अक्सर इस चक्कर में बहुत गडबड भी हो जाती है जैसा कि एक महिला है उसने ऑफिस भी जाना है फिर हाफ डे लेकर अभिभावक शिक्षक बैठक में भी जाना है फिर शाम को मार्किट से सामान लेते हुए वापिस भी आना है एक साथ बहुत सारे काम जिम्मे ले लेती हैं सोच यही होती है कि दूसरे को दिक्कत न हो पर उनका खुद का क्या.. कई बार मल्टी टास्किंग के चक्कर में काम बिगड भी जाते हैं

6. हर चीज में परफेक्ट होने की कोशिश करना… जानती हैं कि परफेक्ट कोई नहीं.. फिर भी परफेक्ट बनने की कोशिश करती है… मान लीजिए पांच काम करने है चार बिल्कुल सही हो गए एक नहीं हुआ तो तनाव हो जाएगा ये नहीं हुआ पता नहीं क्या बात हुई…

7. खुद को दूसरी महिला से कम्पेयर करना…  खुद तो कॉम्प्लेक्स में रहती हैं जो है इनके पास उसे तो कुछ समझती नहीं.. दूसरो से तुलना करेंगी और फिर डिप्रेशन में चली जाएगी.. चाहे पडोसन हो, पति के ऑफिस में काम करने वाली कोई महिला हो…

8. 24 बाय 7 सोशल मीडिया पर रहेंगी… बार बार मैसेज चैक करेंगी… स्टेट्स चैक करेगी और इतना ही नहीं कोई छोटी सी बात भी हो गई हो जैसे मान लीजिए सिर दर्द रहता है तो चैक करेंगी.. और अगर ये लिखा हो कि कोई गम्भीर बीमारी हो सकती है तो तनाव बना कर बैठ जाएगी…

9. भविष्य का बहुत सोचती हैं… क्या होगा कैसे होगा… उस चक्कर में अपना आज खराब कर लेती है… आज को बेहतर बनाना चाहिए तभी हमारा कल ठीक होगा https://youtu.be/yzb-Fm-XPoc

April 9, 2019 By Monica Gupta Leave a Comment

Habits to Lose Weight – वजन कम करने के लिए आदतें – Habits that Help You Lose Weight

Habits to Lose Weight

Habits to Lose Weight – वजन कम करने के लिए आदतें – Habits that Help You Lose Weight –

कुछ टॉपिक्स ऐसे होते हैं जो लगभग हम सभी को पसंद होते हैं और जिसे न सिर्फ हम बार बार पढ़ना देखना या सुनना चाहते है बल्कि उस पर अमल भी करना चाहते हैं जैसा कि वजन कैसे कम करें… मोटापा कैसे कम करें? क्या खाए क्या ना खाएं… बातें तो हैं बहुत सारी पर अगर हम कुछ अपनी Habits को सुधार कर लेंगें तो भी वजन कम करने की दिशा में कदम बढा सकते हैं.. हमारी Habits to Lose Weight अब वो क्या हो मैं 7 ऐसी आदतें बता रही हूं…

1. Determine हो जाईए कि हां, मैंने वजन करना ही है.. ये मेरे लिए अच्छा है आमतौर पर हम तभी करते हैं जब कोई प्रोब्लम सामने आती है और हमें डॉक्टर कहते हैं कि आपकी सेहत के लिए इतना वजन सही नहीं.. कम कीजिए.. तब मजबूरी में करते है जबकि अगर हम पहले से ही ध्यान देने लगेग़े तो हमें दिक्कत नहीं आएगी.. तो मन पक्का कर लीजिए…

2. हमे पॉजिटिव रहना है.. संयम बहुत बडी चीज है आमतौर पर हम दो चार दिन एक हफ्ता बहुत जोर शोर से इस पर काम करते है और दस दिन में ही रिजल्ट की उम्मीद रखने लगते हैं तो संयम रखिए और पॉजिटिव रहिए.. और इस पर committed भी रहें कि मैंने हर हालत में weight loss goals को एचिव करना ही है…

3. अपनी डेली रुडीन हैबिटस होनी चाहिए

कुछ बातों का बिल्कुल ही ध्यान रखना चाहिए

एक आदत बना ले कि जब भी फोन पर बात करें बैठे बैठे न करे.. चलना शुरु कर दे

लिफ्ट का कम इस्तेमाल करें सीढिया ज्यादा चले..

मार्किट पास में ही है तो पैदल ही जाए ये नहीं की कार निकाल रहे है..

या फिर अगर पालतू है तो उसे खुद दिन में दो बार धुमाने ले जाएं.. इसी बहाने कसरत हो जाएगी.. बहाने खोजिए कि हम ज्यादा से ज्यादा काम करें..

फिर घर पर भी

घर पर बजाय दूसरे को आवाज लगाने के पानी दे दो, देखो बाहर कौन आया है खुद उठे… उससे हम एक्टिव रहेंगें… आमतौर पर हमारी आदत होती है कि आवाज ही लगाते रह जाते है….और अगर कभी जब कभी

बहुत ज्यादा बैठे नहीं.. जैसे टीवी देखते हुए भी हम बहुत देर बैठे रहते हैं या ऑफिस में भी बैठने का काम होता है तो बीच बीच में चलते रहे.. और अच्छी मात्रा में पानी पीते रहें… जूस शूगर कोटिड ड्रिंक्स को एवाईड करें नारियल पानी नींबू पानी हलका गर्म पानी पीए.

4. अपनी मोर्निंग हैबिट्स पर ध्यान देना चाहिए.. जैसा कि सुबह जल्दी उठना और कसरत योगा करना तो है ही… इस बारे में डिटेल में वीडियो भी बनाई हुई है उसका लिंक नीचे दे रही हूं

5. हैल्दी इटिंग हैबिटस होनी चाहिए.. जैसा कि जंक या बाजार का कम से कम खाने की आदत बना लेनी चाहिए और घर पर जब खाए तो पांच सफेद चीजे जैसे नमक, चीनी, मैदा, चावल, दूध को सही तरीके से लेना चाहिए और कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए जैसा कि दूध फुल क्रीम की जहग डबल टोन लेना चाहिए, नमक सैंधा… चावल उबला हुआ.. आलू को भी उबाल कर सबजी में इस्तेमाल करेंगे तो बहुत फर्क पडेगा..

6. सोशली एक्टिव रहना है जैसा कि हमारे दोस्त ऐसे हो जोकि फिटनेस को पसंद करते हो हैल्थ कोंशियस हों उनसे हम सीखें..

हम किसी को रोल मॉडल चुन लें… कि हमें इस की तरह बनना है

और सोशल मीडिया पर अपने सैर करने की फिटनेस की बातें शेयर करते रहें ताकि दोस्तों से भी मोटिवेशन मिलता रहे कि अरे वाह क्या बात है.. छा रहे हो…

7. मॉनिटर करते रहे… अपनी प्रोगर्स पर मॉनिटर रखें.. और ये नहीं सोचे की एक महीने से कर रहे है6 पर हो नहीं रहा.. दो महीने से खाली पेट नींबू पानी पी रहे है वजन तो कम हुआ नहीं.. हमें बस लगातार इस पर काम करना है और जब रिजल्ट आएगा तो उस खुशी का अंदाजा भी नहीं लगा पाएगें.. जुटे रहिए.. कमी है दूर कीजिए.. 

ये हैं 7 बातें अगर इन्हें हम डेली हैबिट बना लेंगे तो यकीनन बहुत फर्क पड जाएगा

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