Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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November 30, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Why People Use You – Mistakes that Make People Use You – How to Stop being Used

Why People Use You

Why People Use You – Mistakes that Make People Use You – How to Stop being Used – बहुत बार ऐसा होता है कि हम अच्छे हैं दूसरे की मदद भी कर रहे हैं, केयरिंग भी हैं, मन में किसी के प्रति कोई नाराजगी भी नहीं रख रहे फिर भी अपसेट रहते हैं, दुखी रहते हैं.. असल में, इसका कारण है हम ही हैं हमारी ही कुछ गलतियां ऐसी हो जाती हैं कि लोग फायदा उठा जाते हैं और हम दुखी रहते हैं तो क्या है ऐसी गलतियां…

लोग कहते हैं कि अपनों के आगे झुक जाओ पर जो अपने होते हैं वो झुकने ही नहीं देते

Why People Use You – Mistakes that Make People Use You – How to Stop being Used

1. हम हर बात पर खुद को ही ब्लेम देने लगते हैं कि ये हुआ तो मेरी वजह से हुआ.. जैसे मान लीजिए एक महिला के घर वाशिंग मशीन है और चलते चलते खराब हो गई तो वो ये कहती है कि मेरी ही वजह से ये खराब हुई होगी.. मैंनें ही शायद ज्यादा कपडे डाल दिए होंगें… कुछ भी इससे क्या होगा कि परिवार के अन्य सदस्य भी यही कहेंगें कि हां तुम्हारी वजह से हुआ ये.. तो बजाय खुद को blame करने के फोकस इस बात पर हो कि ठीक कैसे करवाए तो ज्यादा बेहतर है क्योंकि और लोग तो फिर खुद ही कहेंगें जब हम ही कह रहे हैं कि इसकी वजह मैं ही हूं…

2.खुद को अहमियत ही नहीं देते… खुद की respect  नहीं करते… अपनी value ही नहीं समझते… कोई कुछ भी बोल जाए.. अब देखिए मान लीजिए कि office में एक आदमी दूसरे से बहुत rudly  बात कर रहा है और किए जा रहा है तो बजाय बर्दाशत करने के उसे बोलना चाहिए कि आप कैसे बात कर रहे हैं .. हुआ क्या है ?

फिर इसमे एक बात और हो सकती है कि वो आदमी चुपचाप इसलिए सुन रहा है कुछ नहीं बोल रहा कि respect earn करने के लिए respect करनी जरुरी है तो आप चुप है और वो बोले ही चला जा रहा है.. यानि फायदा उठा रहा है…  इसलिए ऐसे लोगों को बाहर का रास्ता दिखाना बहुत जरुरी है नहीं तो वो पूरी तरह से हावी हो जाएगें

इसमे ना अपनी limit भी सेट करनी पडेगी कि आप कहां तक सहन कर सकते हैं… जितना छूट देंगें उतना ही वो फायदा उठाता जाएगा.. ऐसा न हो को कोई आपको for granted ही लेता जाए…और आप अच्छे बने रहने के चक्कर में कि बुरा न मान जाए… काम करते ही रहें.. आपका को वर्कर कह रहा है ये भी काम कर देना वो भी कर देन और खुद फोन पर बात कर रहा है कभी कैंटीन में बैठा गप्पे मार रहा है… इसलिए एक limit set  करनी जरुरी है कि बस इससे ज्यादा नहीं.. ना कहना सीखना है

3. हर बात में दूसरे की approval लेना.. यानि दूसरे की लाईकिंग का ज्यादा ख्याल रखना… खुद पर विश्वास न होना.. जैसे कि एक लेडी ने प्रेजनेटेशन तैयार की है और वो बॉस के पास जाकर बोलती है कि आप देखिएगा सर आज जो PPT बनाई है आपको जरुर पसंद आएगी.. आपका अपने बारे में opinon important है.. अपने पर विश्वास रखिए.. जैसे मान लीजिए एक lady है खाना बनाया है और उदास हो गई कि खाना बहुत yummy  बना था किसी ने कहा ही नहीं… तो खुद कहिए न कि आज मैनें बहुत टेस्टी राजमा बनाए हैं खाओ और बताओ कि कैसे बनें..

4. एक हमारी गलती ये भी होती है कि हम अपनी इच्छा को दबा लेते हैं… दूसरे के हिसाब से चलते हैं… जैसे मान लीजिए मैं और मेरी सहेली शॉपिंग करने मार्किट गए.. मुझे एक सूट पसंद आया अपने लिए पर जो सहेली मेरे साथ थी उसने दूसरे सूट के बारे में कहा कि ये ले लो.. जबकि उसका colour मुझे पसंद नहीं आया पर क्योकिं वो बुरा न मान जाए मैंनें उसे खरीद लिया… अब क्या होगा कि सूट हमेशा के लिए अलमारी में रखा रह जाएगा.. अगर मैं उस समय ये बोल देती कि चलो और देख लेते है तो हो सकता है कि वो भी मेरी मदद करती और देखने में…

5. हम इस बात से भी डरते हैं कि सामने वाला हमसे नाराज न हो जाए.. इसलिए कहना मान लेते है मना नहीं करते.. मान लीजिए एक दोस्त दूसरे के पास जाता है कि मदद चाहिए पैसे की.. तो ना चाहते हुए भी उसे पैसे देने पडते हैं कि कहीं नाराज न हो जाए… इतना ही नहीं अगर अपने पैसे किसी को दिए हैं तो मांगने में भी झिझक होती है कि वो क्या सोचेगा… उसे बुरा न लग जाए.. तो ये कहां कि समझदारी है… घर परिवार से तो बात करते रहेंगें कि उसने पैसे ले लिए… तनाव में रहेंगें … इस वजह से सब परेशान रहेंगें और फायदा कोई और उठा गया देखिए अगर सच्चे मन, दिल से मदद करना चाहता है फिर तो कोई बात नहीं पर अगर सम्भव नहीं है पैसे कम हैं तो मना कर देना चाहिए..

6.  कई बार हम अच्छे इस चक्कर में भी बन जाते हैं कि हम अकेले न पड जाएं… जैसा कि घर पर पति आराम से लेट कर टीवी देख रहे हैं और कुछ खा रहे हैं और पत्नी काम कर रही है मन कर रहा है कि अगर पति मदद करवा दें तो जल्दी काम हो जाएगा पर बोल नहीं पा रही.. कि कहीं पति नाराज होकर घर से बाहर ही न चले जाएं… ये भी हो सकता है कि वो कहे और वो उनकी मदद के लिए उठ जाएं.. पर वो बोलती नहीं और उसका फायदा उठा रहा है उसका पति

7  बेवजह अपनी एनर्जी वेस्ट करना – हम ऐसा काम करके अपनी एनर्जी वेस्ट किए जा रहे हैं जिसका कोई फायदा नहीं…  जैसा कि घर में चीनी खत्म हो गई और उसके पति आफिस से लौटने वाले हैं तो वो उन्हें बोल सकती है कि आप लेते आईए और उन्हें लाने में कोई दिक्कत भी नहीं पर अच्छा बनने के चक्कर में कि उन्हें बुरा न लग जाए तो वो खुद market जाती है ऑटो करके. परेशानी हुई वो अलग.. अब बताईए क्या होता अगर पति को ही बोल देतीये हैं कुछ बातें जिसकी वजह से हम ज्यादा अच्छा बनने के चक्कर में दुखी रहते हैं…

लोग कहते हैं कि अपनों के आगे झुक जाओ पर जो अपने होते हैं वो झुकने ही नहीं देते

Why People Use You – Mistakes that Make People Use You – How to Stop being Used –

November 28, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Forget Bad Memories – बुरी यादों को कैसे भुलाएं – Forget Bad Memories – Monica Gupta

How to Forget Bad Memories

How to Forget Bad Memories – बुरी यादों को कैसे भुलाएं – Forget Bad Memories – Monica Gupta – कैसे भुलाएं बुरी यादें

हमारे साथ लाईफ में कई बार कुछ ऐसी कुछ बात हो जाती हैं जो हमारा दिल दुखाती है बहुत painful होती है और लगता है कि उन्हें भूल जाना चाहिए पर भूल ही नहीं पाते… जितना भूलना चाहते हैं वो उतना ही आगे आती है… तो ऐसे में क्या करें?

How to Forget Bad Memories – बुरी यादों को कैसे भुलाएं –

मैं इसे बताने से पहले एक प्रसंग सुनाती हूं.. एक गुरु जी प्रवचन दे रहे थे.. सभी अपनी अपनी बात बता रहे थे तो एक बोला गुरु जी मैं बीती बात को लेकर बहुत परेशान रहता हूं.. ऐसा कुछ हुआ था जो दिमाग से बाहर जा ही नहीं रहा.. तो गुरु जी कहते हैं कि चलो तुम बैठो मैं तुम्हें एक चुटकुला सुनाता हूं… तो वो अपने भक्तों को  चुटकुला सुनाते हैं सब बहुत हंसते हैं… फिर उसी समय उसी चुटकुले को वो दुबारा सुनाते हैं… तो लोग हंसते तो हैं पर कम.. कुछ लोग जो गुरु को खुश करना चाहते थे वो जरुर हंसते हैं फिर तीसरी बार गुरु वही चुटकुला सुनाते हैं अब पहले से कम लोग हंसते हैं और कुछ तो कानाफूसी शुरु कर देते हैं कि अरे ?? ये क्या हो गया… हंसी नहीं आती… सब चुप.. तब गुरु जी पूछ्ते हैं कि क्या हुआ.. जब एक चुटकुला बार बार सुनने पर हंसी नहीं आती तो एक गम को एक दुख को लेकर बार बार दुखी किस लिए होते हो…

अब मैं अपनी बात पर आती हूं कि ये हमारे हाथ में है जब हम हंसना रोक सकते हैं तो बुरी याद को भी तो रोका जा सकता है.. बस जरुरत है मन को पक्का करना पडेगा… मुझे नहीं याद करना उस बारे में मतलब नहीं याद करना… पर ये सोचेगें कि हुंह मतलब ही नहीं कोई नहीं भूल सकता फिर हम वाकई में उसी में उलझे रह जाएगें…

देखिए इससे बाहर निकलना जरुरी किस लिए है? जरुरी इसलिए है ये बात हमें हर्ट करती है दुख पहुँचाती है, हम तनाव में आ जाते हैं और अगर हम ऐसे  हर समय सोचते ही रहेंगे तो आगे कैसे  बढ़ पाएँगें तो आगे बढना है तो इसे भुलाना होगा… पर कैसे.. इस बारे में मैं आपको 7 बातें बता रही हूं…

I. पहली बात तो Identify करना है कि मैं ऐसा किस लिए महसूस कर रहा हूं  ऐसी क्या बात है कब हुई थी, कहां हुई थी और तब मुझे क्या महसूस हुआ था… क्या ऐसी चीज है जो आपको बहुत bother कर रही है… आप लिस्ट भी बना सकते हैं.. कि ये बातें हैं जो मुझे दुखी कर रही हैं ये इसलिए जरुरी है ताकि हम उन बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दें..

2. अब जो बाते, जो चीज आपको ट्रिगर कर रही है… यानि आपको उकसा रही है उसे दूर ही रखिए.. वो कोई चीज भी हो सकती है, कोई फोटो, कोई जगह या कोई व्यक्ति कोई भी हो सकता है तो दूरी बना कर रखिए..

3. हम नई और अच्छी memories बनाएं.. कई बार होता है कि हम बीत बात को भूल नहीं पा रहे हैं या तो हम गुस्से को रो कर, चिल्ला कर बाहर निकालें या फिर लिख कर जैसे बहुत कुछ हुआ पिछ्ले दिनों ..

तो वो सब लिख लीजिए…how to release anger video और लिखने के बाद उसे फाड कर फेंक दीजिए या जला दीजिए… बीती बात भूलने के लिए हम और बातों पर Focus रख सकते हैं जैसाकि  कोई हमारा ऐसा जानकार, दोस्त, जिस पर आप बहुत भरोसा करते है उसे सारी बात बता दीजिए कई बार मन की बात कहने से मन हलका हो जाता है…

नहीं है तो अच्छे दोस्त बनाईए.. जिनकी सोच पॉजिटिव हो.. ऐसे दोस्त खोजिए… दुनिया में अच्छे लोगो की कमी नहीं हैं तो आज में रहते हुए अच्छे दोस्त बनाईए.. मन को Distract करना है

4 बुरी यादें भुलाने का एक तरीका ये भी है कि उन बुरी यादों को improve करने की कोशिश करें जैसा कि मान लीजिए एक कपल पिछ्ले साल जब एक जगह घूमने गए तो बहुत बुरा अनुभव रहा.. वो इसे भूल नहीं पा रहे तो वो फिर उस जगह जाए और किसी अच्छे होटल में ठहरे वहां घूमे और अच्छी यादें ले कर वापिस जाएं तो इससे पहली वाली बात भूलने में मदद मिलेगी…

हम हर बात से कोई न कोई सबक सीखते हैं तो ये मान कर चलिए कि वो अनुभव अच्छा नहीं रहा… हम आगे किसी को गाईड भी कर सकते हैं… ताकि उसके साथ ऐसा न हो… अगर हम पॉजिटिव सोच ले कर चलेंगें तो जरुर मदद मिलेगी…

5. आज में जीने का प्रयास करें.. बीति ताहि बिसार दे… मूव ऑन – आगे बढिए और ये तभी होगा जब बीती बातों को दिमाग से निकाल देंगें..  आप ये सोचिए कि कल को ठीक तो कर नहीं सकते तो उसकी वजह से हम अपना आज भी खराब कर रहे हैं… जबकि आज को बेहतर बना कर हम अपना कल अच्छा बना सकते हैं..हैं.. आज हमारे लिए एक प्रेजेंट है यानि उपहार है.. तो इसको खुल कर जीएं जो भी है बस यही एक पल है..

जो हो गया सो हो गया जो खो गया सो खो गया.. जो खोट थी वो गल गई जो शेष है वो स्वर्ण है वो आप हैं अपनी वेल्यू कीजिए..

6. खुद को बिजी कर लें जब हमारा दिमाग खाली होता है तब मन में विचार आते हैं तो मन को ही बिजी कर लीजिए ताकि उसे कुछ सोचने का समय ही न मिले… अपने फैमली में, दोस्तों में कुछ नया करने में.. अपनी रुटीन में बदलाव लाइए… उसके लिए कोई नई हॉबी में इट्रस्त लीजिए, shopping कीजिए, कुछ ऐसा करना है कि हम उन बातों को याद न करें..

7. सबसे ज्यादा जरुरी है कि अपना ख्याल रखें… अपनी सेहत का ख्याल रखें… उसे प्राथमिकता दें… इसमे आप सैर कीजिए कसरत कीजिए अपने खान पान का ख्याल रखिए अच्छी नींद लीजिए ताकि शरीर एकदम फ़िट रहे.. लिस्ट बना लीजिए कि आपको अपने लिए क्या क्या करना है.. खुद को रिमाईडर भेजते रहिए कि क्या क्या करना है…

पर ये भी न हो कि आप बहुत दुखी और परेशान है तो नशे का सहारा लेना शुरु दो… संयम रखिए… मन को शांत रखिए.. ठंडा रखिए.. और अगर फिर भी नहीहो पा रहा तो किसी अच्छे therapist साईको थैरेपिस्ट की मदद लीजिए… एक दिन में सब नहीं हो जाता अगर मन पक्का हो और हौसला हो तो जरुर ठीक किया जा सकता है  हो कर मायूस ना यू शाम से ढलते रहिए जिंदगी भोर है सूरज सा निकलते रहिए….

 

वो कहते भी है न कि जल को बर्फ़ में बदलने में वक्त लगता है, सूरज को निकलने में वक्त लगता है, किस्मत को तो हम बदल नही सकते,

लेकिन अपने हौसलों से किस्मत बदलने में वक्त लगता है।

दुसरो को समझना बुद्धिमानी है , खुद को समझना असली ज्ञान

दुसरो को काबू करना बल है , और खुद को काबू करना वास्तविक शक्ति है

जिसने संसार को बदलने की कोशिश की वो हार गया

और जिसने खुद को बदल लिया वो जीत गया

जो हो गया सो हो गया जो खो गया सो खो गया.. जो खोट थी वो गल गई जो शेष है वो स्वर्ण है

How to Forget Bad Memories – बुरी यादों को कैसे भुलाएं – Forget Bad Memories – Monica Gupta – कैसे भुलाएं बुरी यादें

 

November 23, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

How to Deal with Selfish People – मतलबी लोग – Dealing with Selfish People –

How to Deal with Selfish People

How to Deal with Selfish People – मतलबी लोग – Dealing with Selfish People – Ways You Can Deal with Selfish People –  स्वार्थी लोगों से कैसे निपटें – मतलबी लोगों की पहचान How to deal with selfish people in your life and the workplace….. कई बार हम किसी की बहुत केयर करते हैं ख्याल रखते हैं पर वो Selfish निकल जाता है तो ऐसे लोगो से कैसे डील करें तो मैं आपको कुछ बातें बता रही हूं..

How to Deal with Selfish People – मतलबी लोग –

सबसे पहले तो पहचानिए कि कौन है Selfish..

 

वो हमारा दोस्त, पड़ोसी, को वर्कर या घर परिवार का कोई सदस्य हो सकता है.. ऐसे लोगो से Relationship रख कर दुख और निराशा ही होगी.. इसलिए हमारी बेटरमैंट के लिए ही पहचान करनी जरुरी ही है…

और ना assume नहीं करना कई बार हम कल्पना कर लेते हैं या किसी के कहने पर अपनी मन स्थिति वैसी बना लेते हैं तो किसी के बारे में राय बनाने से पहले देख लेना चाहिए.. कहीं हम तो ऐसे नहीं हैं.. अगर हम ऐसे हैं जिस वजह से वो ऐसा  कर रहा है तो हमें भी खुद को बदलने की जरुरत है… पर हम ऐसे नहीं थे.. हम बहुत sincere थे..

अब हम देख लिया और पहचान भी लिया अब हमें सामना करना होगा…

जैसाकि मैं एक उदाहरण बताती हूं.. मैं बहुत परेशान हूं.. मैंने अपनी सहेली को फोन मिलाया उससे बात करना चाह रही हूं और वो कहती है वो बिजी है और उसने एक बार भी पलट कर भी नहीं पूछा कि क्या हुआ.. ?? और अगले ही दिन जब अपना काम हुआ तो तुरंत आ गई.. तो ऐसे में मुझे क्या करना चाहिए.. देखिए अलग अलग सिटयूएशन हैं

या तो मुझे थोडा स्टिक्ट होना पडेगा… या तो मैं सॉरी बोल कर मना कि मैं नहीं कर सकती कर दूं और उसे साफ साफ बोल दूं कि जो कल हुआ वो मुझे अच्छा नहीं लगा.. मैने अपना समझ कर ही फोन किया था पर तुमने पूछा तक नहीं… या ये बोलू कि ठीक है पर पहले तुम मेरा ये काम कर दो… या फिर मैं पर ये बात कोई झगडा करते हुए नहीं कहनी इस तरह से कि उसे जता दिया जाए ताकि वो रिएलाईज करे..

पर इसमें एक बात का ध्यान ये भी देना है कि खुद को blame नहीं देना.. आपने किसी के लिए अच्छा किया और उसने अच्छा नहीं किया तो खुद को कसूरवार नहीं ठहराना कि अरे ये तो मेरी गलती से हुआ.. ये आपका fault नहीं है कि आप समझ ही नहीं पाए.. पर अब आप सर्तक हो जाईए.. पर अपनी नेचर नहीं बदलनी.. कि उसने ऐसा किया तो मैं भी वैसा ही करुंगा.. अगर ऐसी सोच रखेंगें तो क्या फर्क रह जाएगा आप में और उस में

यानि अपने स्तर तक नहीं जाना.. आप जैसे हैं वैसे ही रहिए..

आप ये मान कर चलिए कि वो Selfish है उन्हें बस अपना काम निकलवाना आता है  उनके मन में कोई regard या रिस्पेक्ट नहीं होती तो बात बात पर

उनका फेवर नहीं करना चाहिए..

कि वो बोल रहे हैं मेरा ये काम कर दो तो हां हां क्यों नहीं… अपना आत्म सम्मान बना कर रखना है..

अपनी limits Set कर लीजिए … Boundaries कि कितना साथ रहना है कितना समय एक साथ गुजारना है

Attention ज्यादा मत दीजिए… ज्यादा भाव मत दीजिए कि मान लीजिए एक जानकार कहते है कि मेरा तो मार्किट में बैग छीन कर भाग गया.. तो आमतौर पर यही कहेंगें न कि ओह.. ये कैसे हुआ.. क्या हुआ.. बहुत दुख हुआ… तो ये कहना चाहिए ये तो आजकल आम बात हो गई है… तो वो बगले झांकते नजर आएगें… भागते नजर आएगे… ..  ये भी नहीं कि आप उनके साथ रुड हो जाएं.. पर ज्यादा ध्यान भी नहीं…

इनसे दूरी बनाए रखने के लिए अच्छे दोस्त खोजिए.. और उनके साथ ज्यादा रहिए.. मन के खुश रखने के लिए ये बहुत जरुरी है … और कभी होता है कि साथ बैठना भी पड रहा है बात भी करनी पड रही है तो आप भी अपने interest की बात कीजिए… वो अगर अपने interest की बात कर रहा है तो आप भी कोई ऐसा टॉपिक जो आपको अच्छा लगता है वो बोलिए… बातो बातों में शुरु कर दीजिए..

आप उनको क्या Dose देंगें?? जैसे इग्नोर कीजिए, ज्यादा बात मत कीजिए, फोन आए तो मत उठाईए… ये उनके लिए अच्छा सबक होगा.. not interested

जीवन में कभी मौका मिले तो सारथी बनने की कोशिश करनी चाहिए स्वार्थी नहीं…

मुझको क्या हक, मैं किसी को मतलबी कहूँ..

मैं खुद ही ख़ुदा को, मुसीबत में याद करता हूँ

How to Deal with Selfish People

November 21, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Me Too Movement – महिलाओं में कैसे आए जागरुकता – Me Too Movement in India – #मीटू – Monica Gupta

Me Too Movement

Me Too Movement – महिलाओं में कैसे आए जागरुकता – Me Too Movement in India – #मीटू – Monica Gupta – Me Too यानी मैं भी या मेरे साथ भी  बेशक, यौन उत्पीड़न की शिकार बहुत  सारी महिलाएं सोशल मीडिया पर हैशटैग MeToo के साथ अपने साथ बीते कड़वे अनुभव शेयर कर रही हैं लेकिन इस वीडियो में मैं बात कर रही हूं कि आज की तारीख में हम किस तरह से हम अवेयर रहे कि हमें  हैशटेग मीटू कहने की जरुरत ही न हो..

Me Too Movement

इसी बारे में यू टयूब पर मैंने आपके विचार मांगे थे और बहुत खुशी हुई कि बहुत सारे जवाब आए है… तो मैं पढ़ना शुरु करती हूं सबसे पहले तो मनस्विनी ने अपना अनुभव शेयर किया है

  1. मनस्विनी का कहना है कि मेरे साथ, एक बार किसी ने ऐसा थोडा सा behave किया था और उनकी wife भी इनका साथ दे रही थी तो मैंने boldly handle किया जबकि मैं अंदर से इतनी bold नहीं हू मैं इसलिए बोल्ड बनती हूं अगर मैं बोल्ड नहीं बनूगी तो मेरी बेटी को कैसे बनाऊंगी… thanks mam for the nice idea

Akhi सरस्वती ने लिखा है

सारे राज खुलेंगे धीरे धीरे, कारनामे बाहर आयेंगे धीरे धीरे

जो अच्छाईयो के पुतले बने पङे है सारे चेहरे उतरेंगे धीरे धीरे

  1. Mrs. Manisha लिखती हैं

मेरा मानना है कि महिलाओ को शाररिक रुप से मजबूत होना चाहिए जैसे जूडो ,कराटे आदि सिखने चाहिए ताकि वे अपनी रक्षा खुद कर सके।

Himani कहती हैं I think mam हमें शुरु से अपने बच्चों को especially लडको को  ladies की respect करना सीखाना चाहिए

Ekta Gupta

Most important thing तो ये है कि we as mothers should teach our sons to respect and honour females

3. Devendra Parida मधुस्मिता कहती हैं बिल्कुल ऐसा ही होता है इसलिए हमें strong hona padega और ऐसे लोगो को सबक सीखाना बहुत जरुरी है

Alka Devi मेरा मानना है कि बेटी को जितनी तहजीब हम सीखाते हैं बेटे को भी उतनी तमीज भी सीखानी चाहिए  एक महिला या लड़की को किसी भी डर से पहले अपने आत्मसम्मान के बारे में सोचना चाहिए…

Anjali gera पेरेंटस को बच्चों का विश्वास जीतना चाहिए ताकि बच्चे आराम से अपनी सारी problems easily discuss  कर सकें…

श्रीमा Bhol Excellent idea mam. रोजमर्रा की जिंदगी में,  हर situation में,  महिला को bold होना ही चाहिए

4. I am Meghna pandey मैं  indore mp se हूं मैं सबसे पहले इस सब पर ये कहना चाहूंगी कि उत्पीडन के मामले में जो सबसे पहले कदम उठाना चाहिए वो ये कि आप सीधा जाकर उस व्यक्ति से बात करो जो आपको परेशान कर रहा है.. और उसे इस बात का अंदेशा दें कि आप बर्दाशत करने वाले या डरने और चुप रहने वालो में से नहीं है और उसे इस सम्बंध मे एक चेतावनी भी  दें.. यदि बात करने पर कोई फायदा न हो तो अपने घर के लोगो को साफ साफ इस बारे में बताए ताकि वो आगे उचित रुप में कार्यवाही कर सके

Ruby Mansoori

I’m Ruby from Delhi मेरा मानना है कि  ladies को खुद को weak नहीं समझना चाहिए ऐसे मर्दो का डट कर मुकाबला करना चाहिए

…..अनिता जैन– Ladies ko bold होना ही चाहिए… आपका आईडिया बहुत useful  है

5. Chitra Sharma

hlo mam.. mai chitra sharma Alwar rajsthan se.. इन्होंने  लिखा है 

मुझे लगता है कि हम लोगो को बचपन से ही बच्चों में लड़का और लड़की दोनो की बराबर इज्जत करना का गुण डालना चाहिए और क्योंकि बच्चे की परवरिश मा और पिता करते हैं तो उनका behaviour ही बच्चे के चरित्र का निर्माण करने में अहम होता है इसलिए मा और पिता भी एक दूसरे की इज्जत करे…  

दूसरा लडको को sensitive भी बनाना जरुरी है ताकि वो सही गलत में भेद कर पाए ..

एक मां या  बहन या दोस्त होने के नाते लड़कों को सिखाए कि सम्मान और प्यार पाने के लिए सम्मान और प्यार देना भी पड़ेगा यही मेरे विचार हैं

6. दीप पंजाब से, मैं बताना चाहती हूं कि ज्यादातर सरकारी या गैर सरकारी दफ्तरों या अन्य कार्यक्षेत्रों में महिलाओं की संख्या बहुत कम है। अगर महिलाओं की संख्या पुरुषों के बराबर कर दी जाए तो भी इस तरह की घटनाओं पर लगाम लग सकती है। फिर महिला अकेला महसूस नहीं करेगी।

मैं आगरा यूपी से आलोक दिवाकर

ये बहुत अच्छा है कि महिलाएं अपने कटु अनुभव सांझा कर रही हैं! वो ऐसा करके आज की पीढी में जागरुकता पैदा कर रही हैं कि जो दर्द पहले महिलाओं ने झेला वो उन्हें न सहना पडे और मजबूती से सामना करें. एक तरह से ये पॉजिटिव बदलाव है.. मैं उन महिलाओं को सलाम करता हूं…

7.Ruby Kumari

best यही है कि girls अपने parents को जरुर बताएं क्योंकि parents के पास हर problem का solutions होते हैं। पर  हर वक़्त parent तो साथ होते नही इसलिए bold बन के रहे।

अगर  एक बार bold आवाज़ में विरोध कर दिया ना  तो शायद ही वह दुबारा हिम्मत करेगा।

 वैसे एक suggestions मैं उन parents को देना चाहूंगी जो कुछ भी गलत होने पर लड़कियों को ही दोषी ठहरा देते हैं और लड़कों को कहते है कि वो लड़का है वो तो ऐसा करेगा ही।

तो क्या girls and womens घर से बाहर निकलना छोड़ दें अपना कैरियर बनाना छोड़ दें हमेशा अपने पिता भाई या पति के सहारे ही रहे। नहीं न… तो अगर हम चाहते हैं कि हमारे समाज में ऐसा नहीं हो तो मेरे विचार से लड़कों को भी उतना ही संस्कारी बनाना होगा जितना हम लड़कियों को बनाते हैं। parents अपने लड़कों को लड़कियों की इज्जत करना सिखाएं।

तो ये थे आप सभी के विचार जिसके लिए मैं तहे दिल से आप सभी का धन्यवाद करती हूं

आप सभी के विचारों से यही बात निकल कर आई है कि घर हो या बाहर हम महिलाओं को बोल्ड होना पडेगा… ऐसे न हो कि कोई भी डर दिखा कर कुछ भी करवाता रहे…

गर्ल्ज को भी अगर वो स्कूल या कॉलिज जाती हैं अपना वटस अप पर अपना घर परिवार या सहेलियों के साथ ग्रुप बना लेना चाहिए और लगातार उनके टच में रहना चाहिए..

और जब भी घर से बाहर निकले मोबाइल चार्ज हो ऐसा न हो बैटरी ही डाऊन हो गई बात ही नहीं कर पाए..

स्कूल कॉलिज में इसी विषय की बातें  कॉम्पीटिशन करवाते रहना चाहिए ताकि जागरुकता बनी रहे.. या घर पर भी मदर्स को अपने बच्चो के साथ ऐसा व्यवहार रखना चाहिए कि वो इनसे सारी बात शेयर कर सकें.. छिपाए ना..

और इस तरह की खबरों से खुद को अपडेट रखना चाहिए ताकि पता चले कि आज समाज में क्या हो रहा है.. आखें मूंद कर नहीं चलना चाहिए..

दूसरों को समझना चाहते हैं तो आखें खुली रखिए और खुद को समझने के लिए बंद …!!!

हिम्मत हार के बैठना ये हमें मंजूर नही बेशक मंजिल दूर है हमसे पर हम मंजिल से दूर नही

समस्याएं इतनी ताक़तवर नहीं हो सकती जितना हम इन्हें मान लेते हैं ,कभी सुना है  कि अंधेरों ने सुबह ही ना होने दी हो

 

November 19, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Addiction of Social Media – एक अनुभव

Addiction of Social Media – Social networking addiction usually means excessive use of Facebook, Twitter and other forms of social media – जब हम बात करते हैं सोशल मीडिया और addiction  की…तो अगर अपने पर बात आती है तो हम फटाफट कह देते हैं कि अरे…  मैं तो addict नहीं.. मेरा भी यही कहना है पर आज कुछ ऐसा हुआ और मैं सोचने पर मजबूर हो गई कि नहीं.. मैं भी गलत दिशा में जा रही हूं.. बात आज सुबह  की है..

Addiction of Social Media

Addiction of Social Media

हुआ ये कि घर की दीवार पर एक पानी से भरा बर्तन तो रखती ही हूं ताकि चिड़िया पानी पी ले उसके साथ साथ कुछ दिन पहले एक और छोटा बर्तन भी रखा जिसमें कुछ दाने और खाने की चीजे थीं.. उसे बहुत  बार दिन  में देखती रहती पर कोई चिड़िया खाने नहीं आती.. पानी तो पी लेती थी पर कभी खाया नहीं या जब खाया हो तो मैं वहां नहीं हूं..

आज सुबह जब मैं बाहर अखबार लेने आई तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा कि तीन तीन चिड़िया उस बर्तन में चोंच डाल कर कुछ खा रही थी… मैंने अखबार को वही वापिस रख दिया और फटाफट अंदर मोबाइल लेने भागी कि फोटो लूंगी..

शायद मन में यही विचार था कि फोटो क्लिक करके सोशल मीडिया पर पोस्ट करुंगी तो बहुत सारे कमेंटस मिलेगें.. मैनें जैसे ही फोटो लेनी शुरु की तो पहली क्लीयर नहीं आई तो मैं और पास चली गई पर तब तक चिड़िया भी सर्तक हो गई थीं और वो उड़ गई.. जी हां वो उड़ गई… मुझे बहुत दुख हुआ कि ये सब मेरे फोटो लेने की वजह से हुआ !! सारा दिन मन उदास रहा..

अभी थोड़ी देर पहले  यानि शाम को फिर बाहर देखा तो तीन चार चिड़िया फिर आ गई थी.. अब मैं चुपचाप देख रही हूं और मुस्कुरा रही हूं अब मैं फोटो नहीं लूंगी पर आपको आखों देखा हाल सुना सकती हूं कि एक चिड़िया पानी में डुबकी लगा कर पंख फैला रही है और ची ची बोल रही है बाकि दो खाने की ओर झुकी हुई हैं और पहले अपनी चोंच में कुछ भरती है फिर इधर उधर देखती है.. फिर दाना उठाती हैं और फिर इधर उधर देखती हैं…

कुछ पल से यही चल रहा है.. ये बताने का मेरा एक ही उद्देश्य है कि उनके खाते या पानी पीते समय, मात्र सौ पचास लाईक या कमेंट्स के लिए फोटो मत लीजिए तंग नहीं कीजिए.. बल्कि वो पल enjoy कीजिए.. और उन पलों को आखों में भर लीजिए… !!

Addiction of Social Media

November 19, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Things to Remember in Life – जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं – How to Make Life Better

Things to Remember in Life

 Things to Remember in Life – जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं – How to Make Life Better – Monica Gupta – जिंदगी को बेहतर हम सभी बनाना चाहते हैं पर कई बार समझ नहीं आता कि क्या करें क्या न करें किन बातों का ख्याल रखें ??  तो आज मैं आपको 9 बातें बता रही हूं

Things to Remember in Life – जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं –

1. सबसे पहले तो जो आप हैं वही रहिए.. अपनी पहचान बनाईए… आप unique हैं कई बार जल्दी बनने के चक्कर में हम अपनी पहचान खो देते हैं तो वो नहीं खोने देनी अपनी अलग पहचान बनानी है.. ईमानदार रहना है ईमानदारी से निभाना है.. morals, your values, को नहीं भूलना  अपनी जड़ से जुडे रहना है,  आप जिंदगी में बहुत उतार चढ़ाव आएगें ये नहीं कि हम हमेशा नम्बर वन ही रहेंगे..आप आप हैं और ये बात आपको accept करनी चाहिए.. ये ऐसे ही होगा.. लोग कई बार आपसे खुश होगें कई बार नाराज भी होंगें disappoint करेंगें,  hurt करेंगें devalue भी करेंगें पर ये सब नार्मल है… लोगो के इस तरह के बर्ताव से आपको टूटना नहीं है… आज में जीना है ना जो चला गया उसकी सोचनी है ना जो आने वाला कल है उसे सोचना है.. आज एक उपहार है इसका पल पल खुशी से जीना है

2.  देना सीखना है.. जो आपके पास है उसे, उससे पहले ये महसूस करना है कि आपने क्या क्या कबिलियत है आप क्या क्या दे सकते है… कई बार हम खुद को underestimate कर जाते हैं कि हममे क्या खास बात है पर वो पहचाननी है और फिर देना है.. जैसा कि एक गरीब आदमी ने भगवान से पूछा: मैं इतना गरीब क्यों हूँ….?भगवान ने कहा: तुम गरीब हो क्योंकि तुमने देना नहीं सीखा….गरीब आदमी ने कहा: परन्तु मेरे पास तो देने के लिए कुछ भी नहीं है…भगवान ने कहा: तुम्हारा चेहरा, एक मुस्कान दे सकता है..तुम्हारा मुँह, किसी की प्रशंसा कर सकता है या दूसरों को सुकून पहुंचाने के लिए दो मीठे बोल बोल सकता है.. तुम्हारे हाथ, किसी ज़रूरतमंद की सहायता कर सकते हैं.. और तुम कहते हो तुम्हारे पास देने के लिए कुछ भी नहीं..!! तो देना सीखना है पर बदले में मुझे क्या मिलेगा ये भावना भी नहीं होनी चाहिए.. कि मैने किया तो मुझे भी मिले.. आप बस अपना करता जाईए… उम्मीद नहीं रखनी..

3 .और जो करना है दिल से करना है, पूरी तरह से honest और genuine रहना है और कुछ एक बहुत छोटे छोटे शब्द है Thank you, सॉरी  जिसे लोग भूलते जा रहे हैं उसे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाना है भूलना नहीं… दिल से धन्यवाद बोलना है और अपने आप को  भी धन्यवाद देना है हमेशा अच्छे बने रहने के लिए खुद भी धन्यवादी होना है और जिंदगी में कई बार हो जाता है कि कोई गलती हो गई तो माफी मांग लेनी चाहिए और अगर किसी दूसरे ने गलती की तो उसे भी माफ कर देना चाहिए…

4. फोकस रखना बहुत जरुरी है…  goals और dreams क्या हैं उन्हें  सेट कर लेने चाहिए… और उन्हें पूरा करने का साहस भी रखना चाहिए.. Have the guts to pursue your dreams कई बार लोग आएगें बोलेगे तुमसे न हो पाएगा भईया रहने दो… तो उस समय खुद पर विश्वास रखना.. उम्मीद कभी नहीं छोडनी.. निराश कभी नहीं होना…  एक बार प्रयास तो करना ही चाहिए… वो कहते भी है ना मंजिल मिले या न मिले ये तो अलग बात है पर हम कोशिश भी न करें ये तो गलत बात है… कोशिश इसलिए करनी है कि बात में मलाल न रहे.. आज से दस साल बाद 20 साल बाद बैठ कर सोचो कि अरे मैने ये कर लिया होता तो आज कहा होता… regrets नहीं रहने चाहिए मन में.. कर रहे हैं सफल नहीं हुए तो एक सबक तो मिला.. ये फीलिंग तो नहीं आएगी कि ट्राई ही नहीं किया था…  असली हार तब है जब मन हार जाए.. मन के हारे हार है मन के जीते जीत – गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में वो तिफ़्ल क्या गिरेगा जो घुटनों के बल चले

5. Mistakes हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है Part of Life हम कुछ भी काम करते हैं तो गलती तो होती ही है तो उससे सबक लेना है गलती से सीखना है पर ये न हो कि गलती हो जाएगी इसलिए काम ही न करें.. कई बार हम सोचते हैं कि जब परफेक्ट हो जाएगें तब करेंगें.. तो PERFECTION हो ये नहीं होता unattainable है कोई न कोई कमी तो रह ही जाती है इसलिए इस चक्कर में तो रुके नहीं रहना चाहिए… और open-minded होना चाहिए… खुले दिमाग का होना चाहिए… नई नई चीज की खोज  करनी चाहिए… नए नए आईडियाज खोजने चाहिए… ये काम इस तरीके से नहीं हो पा रहा चलो ऐसे करके देखते हैं प्रयास करने चाहिए

6. हमेशा याद रखना चाहिए कि हम भी खुशी, प्यार  शांति DESERVE करते हैं.. हम कई बार बहुत नेगेटिव हो जाते हैं खुद को ही कोसने लगते है कि ये हमें कहा मिलेगा पर हम भी DESERVE करते हैं इसे.. इसके लिए हमें अपनी सोच को सही रखना होगा अगर सोच हमारी सकारात्मक है तो सब कुछ पॉजिटिव होगा पर सोच अगर नेगेटिव है तो हम कुछ नहीं कर पाएगें…दुख परेशानी की बारे में सोचेगें तो वही मिलेगा… इसके लिए हमें पॉजिटिव लोगो की संगत में रहना चाहिए.. क्योंकि अगर नेगेटिव लोगो के साथ रहेंगें तो मन में विचार अच्छे आ ही नहीं सकते.. तो अच्छे लोगो का साथ, अच्छी प्रेरक किताबें या वीडियों देखने से हमारा मन पॉजिटिव हो सकता है..

7. समय सदा एक सा नहीं रहता.. बदलाव प्रकृति का नियम है constant है यानि sure है पल पल बदलता रहता है घडी टिक टिक करके चलती ही रहती है… और हम है कि बीती बातों को लेकर बैठे रहेंगें सोचते रहेंगें.. या भविष्य का सोचते रहेगें और उदास रहेंगे, तनाव में चले जाएगें उसका क्या फायदा..

8. हम लोगो के Behavior को कंट्रोल नहीं कर सकते… पर खुद को तो बदल सकते हैं.. जितना हम किसी चीज को रोकने की resist करने की कोशिश करते हैं वो उतनी ही persists यानि बनी रहती है… हावी होती जाती है… अपना फोकस उस पर रखे कि जो हो.. जो न हो उस पर ध्यान नहीं देना.. कभी अपनी पॉवर underestimate मत करो कि आप खुद को नहीं बदल सकते और overestimate मत करो कि अपनी power से दूसरों को बदल दोगे

9. हमारे पास दो बहुत powerful tools है और वो है smile  और silence…

Smile से हम बहुत सारी problems solve कर सकते हैं और  Silence से बहुत सारी  problems avoid कर सकते हैं तो  silence Enjoy कीजिए.. बहुत ज्यादा शोर शराबा है cellphones, televisions,  जिनसे हम लगातार जुडे रहते हैं तो कुछ समय इससे दूर रह कर silence Enjoy करनी चाहिए… इससे हमें खुद को recharge करने में और rediscover करने में बहुत मदद मिलेगी…

जिंदगी जरा मुस्करा एक सेल्फी लेनी है तेरे साथ…

Things to Remember in Life – जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं – How to Make Life Better – Monica Gupta

 

November 17, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Habits that Ruin Relationships – आदतें जो रिश्तों को बिगाड़ती हैं – पति पत्नी सम्बन्ध – Monica Gupta

Habits that Ruin Relationships

Habits that Ruin Relationships – आदतें जो रिश्तों को बिगाड़ती हैं – पति पत्नी सम्बन्ध – Bad Relationship Habits – Relationship Advice- जिसे चाहो उससे कुछ मत चाहो..  जिंदगी का साधारण सा फंडा –  रिश्ते में अगर में पति पत्नी के रिश्ते की बात करुं तो सभी चाहते हैं कि उनका आपसी रिश्ता, आपसी  सम्बंध हमेशा मधुर बने रहें पर कई बार जाने अंजाने कुछ आदतों की वजह से रिश्ते बिगड जाते हैं… तो क्या हैं वो आदतें.. देखा जाएं तो हैं तो बहुत सारी आदतें पर जो बहुत कॉमन हैं आमतौर पर देखी जाती हैं पर समझी नहीं जाती वो आज मैं शेयर कर रही हूं 9 आदतें…

Habits that Ruin Relationships – आदतें जो रिश्तों को बिगाड़ती हैं

 

1 Taken for granted ले लेना… कैसे ?? आदत क्या होती है कि अपनी feelings को show नहीं करना, कोई बात अच्छी लगी, बुरी लगी, खाने में पसंद न पसंद,,, ये सोचना कि दूसरा समझ ही जाएगा.. हमारी भावनाए इसे समझ आ ही जाएगीं.. और दूसरा समझ नही पाता तो दूरियां बढ जाती हैं… खुल कर बात कीजिए… कल्पना मत कीजिए

2. तुलना करना.. उसकी पत्नी कितनी खूबसूरत है, उसका पति कितना कमाता है, उसका पति उसे बाहर धुमाने ले जाता है, वो अपनी सेहत को लेकर कितने conscious है… इस आदत से शुरु हो जाती है

3. पीठ पीछे बात करने की आदत- एक दूसरे बात करेंगें नही, किसी दूसरे से बात करेंगें या मजाक उडाएगें, हसेंगे.. कमियां निकालेंगें

4. एक दूसरे को criticize करने की आदत… blame  लगाएगे कि ये जो काम गलत हुआ ये सिर्फ तुम्हारी वजह से हुआ… फिर appriceate  तो करेंगे ही नहीं किसी की अच्छी बात पर और अगर सामने वाले से गलती हो गई तो माफ भी नहीं करेंगें मुंह बना कर रखेंगें, तन कर रहेंगें

5. कुछ जलने की smell  आ रही है… फिर बात आती है जैलेस की… जैसे मान लीजिए एक पति ऑफिस में काम करते हैं वहां उनकी co worker हैं.. meeting आदि अकसर एक साह होती है तो पति जलन करेगी.. मान लिजिए पत्नी हैं ऑफिस जाती हैं तो कई बार उनका कुलीग घर तक लिफ्ट दे देता है तो पति को जलन… इस आदत से क्या होगा… ??

6. ज्यादा समय साथ न बिताने की आदत.. या तो ज्यादा समय घर से बाहर रहेंगें दोस्तों के साथ रहेंगें. या फिर घर आएगें तो ऑफिस का काम ले आएगें और उसमे बिजी रहेंगें या सोशल मीडिया.. मोबाइल, मैसेज, वीडियो गेम, टीवी इसमे busy रखते हैं इससे क्या होता है..

7.  बहुत ज्यादा नजर रखना.. शक करना, कहां थे, किसके साथ थे, क्या कर रहे थे, ईमानदार नहीं रहते.. बात बात पर झूठ बोलते हैं… और इसका उदाहरण होता है कि  बात बात गला साफ करके बोलने की आदत.. इससे लग जाता है कि कहीं न कही कुछ गडबड है…

8.  Aggressive रहने की आदत.. बहुत ज्यादा आक्रमक रहना

पहला तो नोर्मल टोन में बात नहीं करना, टोंट करना , तुनक कर बात करना, चिल्लाना फिर हर बात का हिसाब रखना तुमने ये कहा था, दस दिन पहले ये कहा था, ऐसा किया था..

9.  एक आदत कि अगर पति पत्नी में आपस में कोई बात हो गई तो बजाय मिल बैठ कर सुलझाने के किसी तीसरे को ले आना, जैसे कि पति पत्नी में कहा सुनी हुई तो पति अपनी मम्मी को ले आए या पत्नी ने अपनी मम्मी के घर फोन कर दिया और वहां से फोन आ रहा है कि आपके बेटे ने मेरी बेटी को ऐसा कहा..

देखिए बहुत साधारण सी बातें हैं पर हम अपनी आदत से इस खूबसूरत रिश्तें को खराब कर देते हैं.. कहासुनी हर घर में होती है..  हम रिश्तों को ओर अधिक बेहतरीन बना सकते है! अपनी सोच में छोटा सा बदलाव करके! कि सामने वाला गलत नही है! सिर्फ हमारी उम्मीद से थोड़ा अलग हैं…दिल बड़ा होना चाहिए.. बातें तो सभी बडी बडी ही करते हैं .. जिसे चाहो उससे कुछ मत चाहो..  जिंदगी का साधारण सा फंडा

Habits that Ruin Relationships – आदतें जो रिश्तों को बिगाड़ती हैं – पति पत्नी सम्बन्ध – Bad Relationship Habits – Relationship Advice- जिसे चाहो उससे कुछ मत चाहो..

 

 

November 15, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

MeToo Movement – मीटू – Why Me Too – How to Use Me Too – Me Too Movement in India – Monica Gupta

MeToo Movement

MeToo Movement – मीटू – Why Me Too – आज, बेशक, मीटू अभियान ने बहुत जोर पकडा हुआ है और बहुत महिलाएं सामने आ रही हैं #MeToo करके.. सोशल मीडिया के माध्यम से अपने साथ हुई ज्यादती पर, sexual harassment पर आवाज भी उठा रही है पर बहुत महिलाएं या गर्ल्ज आज भी ऐसी हैं जो चुप हैं… बेशक, मन बहुत है उनका आवाज उठाने का पर घर परिवार को देखते हुए वो चुप हैं उनकी हिम्मत नहीं है उसका सामना करने की.. पर कहीं न कहीं चाहती भी हैं.. कि उन्हें इससे छुटकारा मिलें.. आज इसी बारे में है वीडियो… !!. #MeToo Movement – Me Too Movement India – Me Too Movement in Hindi

MeToo Movement – मीटू – Why Me Too – How to Use Me Too –

https://www.youtube.com/watch?v=EeR_Jcw-PfM&feature=youtu.be

 

पर कहीं न कहीं चाहती भी हैं.. कि उन्हें इससे छुटकारा मिलें..

यू टयूब पर आप सभी के अलग अलग problems को लेकर मैसेज आते हैं कुछ समय पहले मीटू को लेकर एक लड़की का मैसेज आया (नाम बताने को उन्होनें मना किया है  इसलिए नाम नहीं बता रही हूं) और उन्होने पूछा कि क्या आप मेरी problem का कोई हल निकालेगी.. जब मैंनें पूछा और फिर जो हमारी बात हुई वो आज मैं आपके साथ share करने जा रही हूं…

हुआ क्या कि लगभग एक महीना पहले एक मैसेज आया और पूछा जब मैंनें पूछा तो उन्होनें बताया.. वो कॉलिज में पढती है.. उनका  साधारण सा परिवार  हैं.. मम्मी पापा दोनों नौकरी करते हैं.. वो इकलौती है घर में.. उसके पापा के एक दोस्त हैं जो नियमित घर आते हैं.. कुछ समय से जब भी आते हैं मुझे आवाज दे लेते हैं और अपने पास बैठा लेते हैं कभी बालों को हाथ लगाते हैं कभी पीठ थपथपाते हैं.. मुझे अच्छा नहीं लगता.. 

 गुसा तो बहुत गुस्सा आता है पर क्या करुं… पापा में गुस्सा बहुत है.. और दूसरा छोटी सी सोसाईटी में रहते हैं जहां बात का बतगड बनते देर नहीं लगती… फिर हमारा रहना मुश्किल हो जाएगा.. सारी बात सोच कर चुप हूं क्या कुछ किया जा सकता है क्या करुं ??

मैंनें बहुत सोचा और एक आईडिया आया जोकि मैंनें उनसे शेयर किया.. कल ही उनका मैसेज आया कि वो 100% सफल रहा… अब क्या था वो आईडिया.. ??

एक शाम जब वो हमेशा की तरह घर आए.. तो उस लड़की ने ही दरवाजा खोला.. मामी पापा अभी ऑफिस से लौटे नहीं थे.. उसने  अंकल को  ड्राईंग रूम में बैठा दिया और अचानक ऐसे शो किया मानों कोई फोन आया है और वो फोन पर बात करने लगी.. उसने अंकल को इशारे से excuse me बोला और बोली हां बोल disha क्या बात है ?? मैं बाद में बात करुं अभी कोई guest बैठे हैं.. अरे क्या हुआ तो रो क्यू रही है.. क्या वो अभी भी बहुत तंग कर रहे हैं.. फोन करके मैसेज भी भेज रहा है और स्कूल में भी.. अरे सुन.. देख तू चिंता मत कर.. सोशल मीडिया जिंदाबाद.. हम बस उनकी कोई बात रिकार्ड कर लेंगें या मैसेज रिकार्ड कर लेंगें और उसे हर जगह पोस्ट कर देंगें… बिना proof के कोई काम नहीं करेंगें.. फिर देखना क्या हाल होगा उसका.. कही मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेगा और ना ही कहीं नौकरी मिलेगी.. चल मैं आती हूं थोडी देर में…

ये कह कर उसने फोन रख दिया और अंकल से बोली सॉरी.. असल में,  disha बहुत परेशान थी.. इसलिए… आप क्या लेंगें अकंल.. !! अंकल थोडा हैरान परेशान से थे और पसीना पूछ्ते हुए बोले.. नहीं बेटा एक काम याद आ गया.. आता हूं थोडी देर में…  इस बात को हफ्ता हो गया पर वो दुबारा घर नहीं आए…

तो ये था आईडिया कि उन्हें अहसास करवाना है कि हम भी बहुत बोल्ड हैं किसी से नहीं डरती… बस यही अहसास करवाया और अब सब ठीक है.. उनसे कोई झगडा भी नहीं हुआ और उन्हें सबक भी मिल गया..

चाहे घर हो या बाहर… महिलाओं को, गर्ल्ज को अगर इससे बचना है तो bold होना पडेगा नहीं तो कोई भी अनुचित फायदा उठा लेगा… और अपने किसी दोस्त या सहेली या parents को confidence में लेना पडेगा.. और ना कहना आना चाहिए… NO MEANS NO … बहुत बार अपना काम निकलवाने के चक्कर में महिलाएं खुद भी चुप हो जाती हैं और शोषित होती रहती हैं… बाद में जब धोखा मिलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है… इसे नहीं होने देना…

वैसे आप बताईए आप क्या सोचती हैं कि हम इस मीटू का हिस्सा न बनें उसके लिए क्या करना चाहिए.. आपके views  में इसी से related  अगली वीडियो में लूंगी तो आप कमेंट box में लिख दीजिएगा..

MeToo Movement – मीटू – Why Me Too – How to Use Me Too – Me Too Movement in India – Monica Gupta

November 13, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Childrens Day – बाल दिवस विशेष – Children’s Day Special – बच्चों से बातें – Monica Gupta

Childrens Day

Childrens Day – बाल दिवस विशेष – Children’s Day Special – बच्चों से बातें – Monica Gupta – 14th November is celebrated as Children’s Day in India… आज मेरी वीडियो है बच्चों के लिए.. इसलिए बच्चे जल्दी जल्दी से यहाँ आ जाए.. चलिए आ गए.. बैठ भी गए.. गुड, अब बताईए क्या हाल है?? बाल दिवस कैसे मना रहे हैं आप ?? किसी न किसी प्रोग्राम में तो आप जरुर हिस्सा ले रहे होंग़े और लेना भी चाहिए… पढ़ाई के साथ साथ दूसरी Activity भी साथ जरुर होनी चाहिए……

Childrens Day – बाल दिवस विशेष

वैसे इसी बात पर मुझे एक जोक याद आया 2 क्लास में पढने वाली मीना ने सुनाया था.. उनके स्कूल में एक प्रोग्राम था तो वो इसे तैयार करके ले गई थी.. एक घर के सामने एक भिखारी आता है  

भिखारी – भगवान के नाम पे कुछ दे दे बाबा

लड़की – मैं बाबा नहीं बेटी हूँ भिखारी – 

भगवान के नाम पे कुछ दे दे बेटी – लड़की – अरे मेरा नाम मीना है

भिखारी – भगवान के नाम पे कुछ दे दे मीना बेटी लड़की – मेरा पूरा नाम मीना जैन है

भिखारी – भगवान के नाम पे कुछ दे दे बेटी मीना जैन बेटी

लड़की – घर में मुझे प्यार से राजकुमारी कहते हैं

भिखारी – भगवान के नाम पे कुछ दे दे बेटी राजकुमारी मीना बेटी

लड़की हम्म ये हुई ना बात  माफ़ करो बाबा घर पे कोई नहीं है…

आप आगे जाओ.. भिखारी बेहोश  और खुद ही हंसने लगी… स्टाईल बहुत ही अच्छा था उसके सुनाने का बोलती मैं भी टीवी पर होस्ट बनूंगी.. वैसे आज मेरे पास भी कुछ बच्चों के मैसेज आए हुए हैं कि वो क्या बनना चाहते हैं…

ये हैं अमन… लिखते हैं – मेरा नाम अमन है .. मैं west Bengal के jalpaiguri town से हूं मैं क्लास 6 में पढता हूं  My dream is to become a Doctor and help the needy persons . मैंनें बहुत से ऐसे लोग देखे हैं जो सही ईलाज न होने की वजह से मर जाते हैं. तो जिनके पास पैसे नहीं हैं मैं उनका फ्री treatment करुंगा और फ्री दवाई भी provide करवाऊंगा. Society के लिए कुछ अच्छा करुंगा . Thanks 

Hi, मैं अद्विका Angelina साहू… दुर्ग छत्तीसगढ से हूं और viswadeep senior secondary school में पढती हूं…. मैं CBI officer बनाना चाह्ती हूं Bcoz I like to investigate the crime and give criminal proper punishment.. सही सजा देना चाहती हूं…

 

मेरा नाम  hitesh है और मैं ढाका गांव में रहता हूं or 8 क्लास में पढता हूं मैं आर्मी में जाना चाहता हूं देश की सेवा करने के लिए…

बहुत ही अच्छी बात है… हम जिस चीज का मन बना लें तो बस जुट जाना चाहिए… ये सोच नहीं होनी चाहिए कि मेरी सहेली ये कर रही है तो मैं भी यही करुं.. या भाई ये करता है तो मुझे भी यही करना है… सभी में अलग अलग टेलेंट होता है… और होता है इसलिए जरुरत होती है कि उसे खुद पहचनए कि मुझे क्या अच्छा लगता है फिर उसमें मेहनत करते रहनी चाहिए और फिर मतलब ही नहीं कि आप उसे न पा सके.. बस जरुरत है.. सच्चे मन से मेहनत करने की…

मम्मी पापा का कहना मानने की… वो आपकी बहुत केयर करते हैं बहुत प्यार करते हैं तो आपको भी उन्हें रिस्पेक्ट देनी चाहिए… वैसे एक मैसेज एक मम्मी की तरफ से भी आया है 

एक संदेश है मम्मी का… रुबी जी  बिहार से हैं और अपनी दो बेटियां सौम्या सुमन और श्रेया सुमन जोकि 2 क्लास और U.K.G में हैं  लिखती हैं

 

मेरी प्यारी बिटिया रानी , मैं और आप के पापा आपसे बहुत प्यार करते हैं। आपकी हर खुशी के लिए ही इतना भागम-भाग करते मेहनत करते हैं । आपने, आज तक जो भी चीज की इच्छा की वो सब हमने दिया और  आगे भी आपकी हर इच्छा पूरी करने की कोशिश करेंगे। बस आपसे एक ही request है आप खुब मन लगाकर पढ़ाई करें। और अच्छी लड़की बनें । सबकी बात मानिये।

सारे जहां से प्यारी हो आप , मम्मा-पापा की दुलारी हो आप, एक लड्डू तो दूसरी रस मलाई हो एक सोन परी तो दूसरी नन्ही परी हो। love you  mithu & nanhu beta…

अगला मैसेज आया है विदूषी का… इन्होनें मेल किया है…

ये लिखती हैं मेरा नाम विदूषी है और मैं क्लास 8 में हूं…14 नवम्बर को  स्कूल में सुनाने के लिए मेरी मम्मी ने ये प्रसंग  याद करवाया है.. मैं चाहती हूं कि आप इसे जरुर पढे…

14 नवंबर को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म-दिवस होता है। इसे भारत में ‘बाल-दिवस’ के रूप में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। सभी बच्चे नेहरू जी को चाचा कह कर बुलाते हैं क्योंकि उन्हें बच्चों से बहुत प्यार था. उनके जीवन से जुडा एक प्रंसग कुछ ऐसे है।

 बात तब की है जब नेहरूजी स्कूल में पढ़ाई करते थे।

एक दिन सुबह अपने जूतों पर पॉलिश कर रहे थे तब अचानक उनके पिता पं. मोतीलाल नेहरू वहां जा पहुंचे।

जवाहरलाल को जूतों पर पॉलिश करते देख उन्हें अच्छा नहीं लगा। उन्होंने तत्काल नेहरूजी से कहा- क्या यह काम तुम नौकरों से नहीं करा सकते। जवाहरलाल ने उत्तर दिया जो काम मैं खुद कर सकता हूं उसे नौकरों से क्यों कराऊं? नेहरूजी का मानना था कि इन छोटे-छोटे कामों से ही व्यक्ति आत्मनिर्भर होता है।

हम सब को भी सीख लेनी चाहिए और खुद काम करने की आदत होनी चाहिए जोकि होती नहीं..

अगले मैसेज में है पहेलियां

हैलो.. मैं दीपक हूं और मेरे भाई का नाम राजू है… मैं क्लास 6 में और भाई छोटा भाई 3 क्लास में है..  हम दिल्ली में रहते हैं और पहेली पूछ्ना चाहते हैं…

  1. ऐसी क्या चीज है जिसका head भी है tail भी है पर body नहीं है..
  2. ऐसी क्या चीज है जिसका वजन तो कुछ भी नहीं पर ज्यादा देर तक पकड़ भी नहीं सकते…
  3. ऐसी क्या चीज है जिसे काटने पर हम गाने लगते हैं..
  4. ऐसी क्या चीज है बूझो एक पहेली ऐसी क्या चीज है जितना आपके पास होगा उतना कम दिखाई देगा..

 जल्दी जल्दी बताओ  !!

1 Coin, 2. हमारी सांस, 3. BirthDay Cake, 4. अंधेरा

 

Deepika Manjari Kapoor / 9 class / Mumbai…

Mam, I want to ask one Tongue Twister please

A GOOD COOK COULD COOK GOOD

Pl try 5 times Thank You – Happy Children’s Day

 

तो ये थे आपके बहुत प्यारे प्यारे से मैसेज.. आप सभी को बाल दिवस की बहुत सारी बधाई… और हां अगर आप पहेली का सोच रहे हैं तो मैं उसके आंसर बता देती हूं

1 Coin 2 हमारी सांस 3 BirthDay Cake 4. अंधेरा

तो कल फिर मिलूंगी और जब भी कोई नया आईडिया आए तो भेजते रहिएगा..  आप कोई कविता लिखे, कोई कहानी कोई बहुत अच्छी बात हुई हो..कोई पैंटिंग बनाई हो…  कुछ भी जरुर बताईएगा… मैं सबसे साथ जरुर शेयर करुंगी..बाय बाय

Childrens Day – बाल दिवस विशेष – Children’s Day Special – बच्चों से बातें – Monica Gupta – 14th November is celebrated as Children’s Day in India… आज मेरी वीडियो है बच्चों के लिए.. इसलिए बच्चे जल्दी जल्दी से यहाँ आ जाए.. चलिए आ गए.. बैठ भी गए..

November 9, 2018 By Monica Gupta Leave a Comment

Parenting Tips for Mothers – Parenting Mistakes to Avoid – Parenting Advice for Moms

Parenting Tips for Mothers

 Parenting Tips for Mothers – Parenting Mistakes to Avoid – Parenting Advice for Moms – common mistakes mothers make…. Mother’s Role in Effective Parenting – Parenting Mistakes in Hindi मम्मी के लिए बेस्ट टिप्स – पेरेंटिंग टिप्स – क्या mothers भी गलती करती हैं ?? या फिर बच्चे ही हमेशा गलत होते है… मेरा मानना है कि  mothers भी कई बार जाने तो कई बार अंजाने गलती कर देती हैं.. क्या और किस तरह की गलती होती हैं ये मैं आपको इस बारे में 7 बातें बता रही हूं … !!

Parenting Tips for Mothers – Parenting Mistakes to Avoid – Parenting Advice for Moms

 

पहली बात तो बच्चे को लेकर बहुत ज्यादा Possessive होना… मैं कल की ही बात बताती हूं… कल एक जानकार मिली उनका बेटा होस्टल में पढता है छुट्टी के चलते मिलने आया हुआ था.. तो उसी के सामने रोने लगी.. चार दिन के लिए आया है फिर चला जाएगा.. मैं इसके बिना कैसे रहूंगी.. इतना ही नहीं जब बच्चा छोटा होता  है और स्कूल जाना शुरु करता है तो मैं कैसे रहूंगी दो घंटे इसके बिना… और कितनी मदर्स तो बच्चे के सामने ही रोने लगती हैं.. ऐसा नहीं करना.. मुझे मालूम है हमे बहुत प्यार होता है बच्चे से.. नहीं रह सकते पर बच्चे के सामने ही ऐसा करेंगें तो बच्चा मजबूत कैसे बनेगा ? हम तो उसे कमजोर बना रहे हैं और इसका रिज्लट क्या होगा कि बच्चा होस्टल जाना ही नहीं चाहेगा या वहां पढाई में मन नहीं लगाएगा… स्कूल से बार बार शिकायत आएगी.. वही छोटा बच्चा भी स्कूल जाने के समय जोर जोर से रोएगा…

इतना ज्यादा की उसकी गलती को भी छिपा देती हैं…

वैसे ये एक पूरा बड़ा विषय है इस बारे में कभी और विस्तार से बताऊंगी पर फिलहाल तो इतना ध्यान रखिए कि बहुत ज्यादा Possessive नहीं होना… भावनाएं कंट्रोल रखनी हैं..

2 एक बात ये कि मदर चाहती है उनका बच्चा अपनी मां को प्यार करे.. चाहती हैं ना.. नहीं चाहती तभी तो बात बात पर झगडा करती हैं… कैसे ?? मैं बताती हूं… जैसा कि एक परिवार है पति पत्नी सास ससुर और एक बच्चा.. मिलकर रहते हैं पर पत्नी को अच्छा नहीं लगता कि उसका पति अपनी मम्मी की तरफ ज्यादा ध्यान देता है उनकी केयर करता है… और इसे लेकर वो बहुत झगडा भी करती है… अब बताईए… जब उनका बच्चा बड़ा होगा तो क्या नहीं चाहेगी कि बच्चा उनका ख्याल रखे… ये अक्सर मदर्स बहुत बडी गलती कर जाती है… फिर जब बच्चा बड़ा होकर उनकी केयर नहीं करता तब ??

3 फिर बात आती है कि बहुत टोका टाकी करती हैं.. बात बात पर.. ये ऐसे करो.. ये ऐसे नहीं… इस हद तक की बच्चे को इरीटेशन होने लगती है…

4 जाने अंजाने mothers बच्चे को चीटिंग करने या झूठ बोलने के लिए भी प्रेरित करती है… क्लास टेस्ट है तैयारी नहीं है तो कोई न नकल मार लेना… या मैं टीचर को फोन करके बोल दूंगी कि कल उसकी तबियत ठीक नहीं थी वो तैयारी नहीं कर पाया.. या टीचर से सिफारिश करना और उनसे बच्चे को ट्यूशन रखवाना और समय समय पर कोई गिफ्ट भी देना..

5 बच्चे के पीठ पीछे बात करना.. यानि बुराई करना.. तुलना करना.. चाहे अपने परिवार के बच्चों से दोस्तों से… कि वो अच्छा करता है पर तुम नहीं करते.. वो कितना स्मार्ट है पर तुम नहीं.. और कभी प्रशंसा नहीं करना..

6 घर परिवार में कोई न कोई बात हो ही जाती है पर उस का गुस्सा बच्चे पर उतारना… यानि गलती पति से हुई या सास ने कुछ कह दिया तो बच्चे की पिटाई… चीखना, चिल्लाना…अच्छा पिटाई करके फिर रोती भी हैं कि मैं दुनिया की सबसे गंदी मम्मी हूं… बहुत मैसेज आते हैं इस बारे में तो थोडा सा कंट्रोल…

7 रोल मॉडल नहीं बनती.. जो कहती हैं उस पर अमल नहीं करती…  यानि बच्चों को बोलेगी कि ज्यादा टीवी मत देखो और खुद देखती हैं सारा दिन सास बहू मार धाड चलती रहती है… बच्चों को बोलती हैं कि ज्यादा मोबाइल मत करो और खुद सारा दिन उसी में लगी रहती हैं… बच्चे को बोलेगी कि आराम से बात करो.. भाई बहन आपस में झगडा मत किया करो..और खुद सास से ननद से सारा दिन झगडती रहेगी.. कोई घर के नियम कानून नहीं बनाती बस अपने चलाती हैं…

दो ऐसी बेहतर चीजें हैं जो आप अपने बच्चों को दे सकती हैं वो हैंं जड़ें और पंख …

Parenting Tips for Mothers – Parenting Mistakes to Avoid – Parenting Advice for Moms

 

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