Monica Gupta

Writer, Author, Cartoonist, Social Worker, Blogger and a renowned YouTuber

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October 4, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

11 Tips to Stop Negative Thoughts – नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पाएं – Negativity को दूर भगाएं

11 Tips to Stop Negative Thoughts – नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पाएं – Negativity को दूर भगाएं – जिंदगी में कई बार सब अच्छा खासा चल रहा होता है फिर अचानक कुछ ऐसा हो जाता है कि नेगेटिव विचार मन मे आने लगते हैं और वो इस कदर आने लगते हैं हमें पूरी दुनिया से अलग थलग कर देते हैं हमे कुछ अच्छा नही लगता.. सारा दिन कुछ सोचते रहते हैं … तो ऐसे में कैसे बचा जाए … नेगेटिव विचारों से जो कि बार बार भूलने के बाद भी आए चले जाते हैं उससे कैसे डील करें … देखिए ये तो सम्भव ही नही है कुछ नेगेटिव हो ही ना …

11 Tips to Stop Negative Thoughts – नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पाएं -Negativity को दूर भगाएं

अब सोचने वाली बात ये है कि हम उसमे घिरे रहना चाहते हैं या बाहर निकलना चाहते है … यकीनन बाहर निकलना चाहते हैं तो अगर बाहर निकलना चाहते हैं तो क्या करना चाहिए …

1 बी बोल्ड

सबसे पहले मन मजबूत करना होगा… जो बात मुझे परेशान कर रही है मैंनें या तो उसका हल निकालना है और जब तक हल नही निकलता तक तक  उस तरफ ध्यान ही नही देना हटा लेना…  उस तरफ सोचना नही है यानि Stop thinking in extremes असल में बात उतनी बडी नही होती पर हम बना लेते हैं बहुत सोचते हैं जैसे मान लीजिए हम जा रहे हैं तो कहीं एक्सीडेंट न हो जाए.. मैं पेपर देने जा रही हूं कहीं फेल न हो जाऊं. इससे अपने आप को बचाना होगा.

2 Change your body language

अपनी body language को बदलना होगा… कई बार जब हम नेगेटिव हो जाते है तो वो हमारी body language से जाहिर हो जाता है. हमचुप हो जाते हैं सारा दिन लेटे रहते हैं चुप रहते हैं किसी काम को मन नही लगता  तो इससे बाहर निकलना होगा.. क्योकि जितना हम खुद को अंडर एसटीमेट करेंगे लोग तो उतना ही मजा लेंगें …

3  Talk it out

कई बार हमे किसी से नाराजगी है गुस्सा है क्योकि हमें किसी ने हमारे बारे में कुछ कहा.. ये सच है या झूठ है ये पता नही पर हम नेगेटिव हो गए उसके प्रति.. तो कई बार बजाय नेगेटिव होने के पूछ लेना भी सही रहता है बात क्लीयर करने से भी बहुत हल निकल जाते हैं…कई बार हम अपने इमोशन रोक कर रखते हैं तो अगर रोना आ रहा हो तो रो देना चाहिए… कई बार रोने से भी मन बहुत हल्का हो जाता है… कुछ तनाव निकल जाता है.

4 नजरिया बदल लो

कई बार हम कहते हैं कि बडी मुशिकल में हूं कठिन समय से गुजर रहा हूं जबकि ये कहना चाहिए  मैं कुछ challenges फेस कर रहा हूं पर जल्दी solutions निकल जाएगा. यानि जिस बात को हम नेगेटिव लेकर जा रहे हैं उसे पॉजिटिव बना लें .. देखिए जितना स्माईल के साथ मुकाबला करेंगें उतना लोग चुप हो जाएगें. बीमार से मिलने गए और वो पूरे जिंदादिल अरे घबराना किसलिए है जल्दी ठीक हो जाऊंगा और खीर खाने आऊंगा ..

5  Realize that life is a series of ups and downs

जैसा कि मैंनें शुरु मे बताया कि जिंदगी में उतार चढाव आते रहते हैं और हमें नेगेटिव होकर नही बल्कि बोल्ड होकर इसका सामना करना है This too shall pass. हमेशा ये सोचना चाहिए कि ऐसा नही होता कि एक बार प्रोब्लम आई तो हमेशा ही रहेगी यह सोचना चाहिए कि समय सदा एक सा नही रहता ये भी निकल जाएगी पर अगर हम नेगेटिव ही हो जाएगें तो इसका जाना मुश्किल हो जाएगा …

6 Spend more time with positive people

इसके लिए बहुत जरुरी है कि हमारी कम्पनी अच्छी हो. संगत अच्छी हो ऐसी न हो जो हमेशा डराने का काम करते हो… हमें कुछ ऐसा बताए कि हम और नेगेटिव हो जाएं इसलिए जरुरी है कि positive लोगो के साथ रहें

7  Try to solve problem & Focus on solutions

हमेशा ये सोच रहनी चाहिए कि हमारा मन हमारा दिमाग इसका हल निकालने पर रहे. जैसे मान लीजिए किसी ने ब्ल्ड टेस्ट करवाया है और यही सोच लगा ले कि मुझें कोई लाईलाज बीमार न निकल आए.. कैंसर न हो जाए … बल्कि मन को मजबूत रखना चाहिए कि अरे कुछ नही होगा और होगा भी तो हर चीज का हल है…

8  Spend your time in creative things

इसके हमें खुद को किसी न किसी क्रिएटिव काम में व्यस्त करना होगा यानि ध्यान हटाना होगा. ताकि उस तरह हमारा ध्यान जाए ही ना

9 . Take a walk

सैर पर निकल जाईए  लॉग ड्राईव पर निकल जाईए.. कुछ भी ऐसा की ध्यान हटाएं

10  डायरी लिखना

कई बार कुछ ऐसी बात हो जाती है जब हम किसी से शेयर नही कर सकते तो ऐसे में डायरी लिख सकते हैं कई बार लिख कर भी मन बहुत हल्का हो जाता है जैसा कि कई बार रो कर मन कलका हो जाता हि किसी से बात करके मन कहला हो जाता है वैसे डायरी लिख कर भी मन को अच्छा महसूस होता है या अपने आप से बात करना .. अच्छी किताबें पढना शुरु करिए ऐसे मैं जहां जरुरी है अच्छे लोगो का साथ वही जरुरी है अच्छा साहित्य . अच्छी कहानिया प्रेरक कहानियां ताकि मन मजबूत बने.

11. Concentrate on today

आज पर ही ध्यान दीजिए न बीता कल न आने वाला कल .. आज पर ध्यान दीजिए और उसी पर Concentrate कीजिए  Let go and move on अब बात आती है कि आगे बढों .. जो हुआ उससे आगे बढो

11 Tips to Stop Negative Thoughts – नकारात्मक विचारों से छुटकारा कैसे पाएं – Negativity को दूर भगाएं

October 3, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

Living in the Present Moment Happily – खुश कैसे रहें वर्तमान में

Monica Gupta

Living in the Present Moment Happily – खुश कैसे रहें वर्तमान में –  जो भी है बस यही एक पल है… गाना बहुत अच्छा लगता है पर इस गाने को हम मानते कितना है… वर्तमान में जीए और जो है उसी में खुश रहें पर हम… बहुत सोचते हैं बहुत चिंता करते है हमारे पास ये नही हमारे पास वो नही सोचते हैं और परेशान और दुखी रहते हैं..

Living in the Present Moment Happily – खुश कैसे रहें वर्तमान में

हमें एक बात कभी नही भूलनी चाहिए कि  भाग्य में लिखा कभी कोई नहीं छीन सकता, जिसके भाग्य में जो लिखा है, समय आने पर वह जरूर मिलेगा पर भाग्य से ज्यादा और समय से पहले न किसी को कुछ मिला है और न मिलेगा …

 

 

भाग्य से ज्यादा और समय से पहले न किसी को कुछ मिला है और न मिलेगा

इसी बात net पर एक कहानी पढी थी .. कहानी है सेठ की एक सेठ जी थे  – जिनके पास बहुत पैसा था और बेटी की शादी बड़े घर में की पर बेटी के भाग्य में सुख नही था उसका पति जुआरी, शराबी निकला और उनका सारा पैसा खत्म हो गया.

बेटी की यह हालत देखकर सेठानी जी रोज सेठ जी से कहती कि आप दुनिया की मदद करते हो मगर अपनी बेटी परेशानी में होते हुए उसकी मदद क्यों नहीं करते हो ?

सेठ जी कहते कि भाग्यवान भाग्य से ज्यादा और समय से पहले न किसी को कुछ मिला है और न मिलेगा ! “जब उनका भाग्य होगा तो अपने सब सही हो जाएगा

एक दिन सेठ जी दूसरे शहर किसी काम से गए हुए थे कि, तभी उनका दामाद घर आ गया. सास ने दामाद का आदर-सत्कार किया और बेटी की मदद करने का विचार उसके मन में आया कि जाते समय मिठाई तो देनी ही है तो क्यू ना लड्डूओं में सोने के सिक्के रख दूं. यह सोचकर सास ने लड्डूओ के बीच में सोने के सिक्के रख दिए और 5 किलो मिठाई देकर विदा किया.

दामाद लड्डू लेकर घर से चला, दामाद ने सोचा कि इतना वजन कौन लेकर जाये क्यों न यहीं मिठाई की दुकान पर बेच दिये जायें और दामाद ने वह लड्डुयों का पैकेट मिठाई वाले को बेच दिया और पैसे जेब में डालकर चला गया.

उधर सेठ जी लौटे तो उन्होंने सोचा घर के लिये मिठाई की दुकान से लड्डू लेता हूं  और सेठ जी ने दुकानदार से लड्डू मांगे…मिठाई वाले ने वही लड्डू का पैकेट सेठ जी को वापिस बेच दिया.

सेठ जी लड्डू लेकर घर आये.. सेठानी ने जब लड्डूओ का वही पैकेट देखा तो सेठानी ने लड्डू को खोला तो वही सोने के सिक्के देखे और बोली हे भगवान !! !! फिर सेठ को सारी बात बताई तो सेठ ने भी यही कहा कि बोला तो था…

अगर भाग्य मे होगा तो जरुर मिलेगा … अगर नही होगा तो कितनी भी कोशिश कर लो वो मिल ही नही सकता..  सेठ जी बोले कि भाग्यवान मैंनें पहले ही समझाया था भाग्य से ज्यादा और समय से पहले न किसी को कुछ मिला है और न मिलेगा …

कि अभी उनका भाग्य नहीं जागा… देखा सोने के सिक्के ना तो  ना तो दामाद के भाग्य में थी और न ही मिठाई वाले के भाग्य में… अब बात आती है कि वर्तमान में खुश रहने के लिए क्या करना चाहिए ..

मैं आपको 7  बातें बताना चाहूंगी कि वर्तमान में खुश कैसे रहें. इसलिये भगवान  जितना दे उसी में संतोष करना चाहिए …  सुख और दुख दोनों ही जीवन में बराबर आते हैं.  अगर कभी जिंदगी का झूला पीछे जाए तो डरो मत  वह आगे भी आएगा…

खुश कैसे रहें वर्तमान में – Tips For Living in the Present Moment Happily

1. अपना टाईम टेबल बना लीजिए कि सारा दिन क्या क्या करना है  और फिर उसके हिसाब से चलिए.

2  टाईम टेबल में अपने लिए समय निकालिए हर रोज पांच से दस मिनट.. अपने आप से बात कीजिए. क्या अच्छा लगा क्या बहुत        अच्छा    लगा … अपने आप को रिलेक्स करने का सब्से अच्छा तरीका है ये… या योगा , कसरत, मैडीटेशन कुछ भी.

3. Avoid multitasking बहुत सारे काम हाथ में लेने से भी कोई फायदा नही … इस चक्कर में कोई पूरा नही हो पाता

4. एक काम करो और वो भी पूरी तसल्ली से हबडा तबडी में कुछ नही होगा

5.  खाना पौष्टिक खाईए और आराम से खाईए.

6.  Burden हटा दीजिए.. बोझ रख कर सिवाय तबियत खराब करने के कुछ नही होगा. याद रखिए कि भाग्य से ज्यादा और समय से पहले कभी नही मिलता

7. बीति ताहि बिसार – जो भी है बस यही एक पल है … जो बीत गया उसकी चिंता करना और जिसका पता नही नही उसके बारे में सोचने का क्या फायदा …

आज मे जीना चाहिए जो शेष है वो विशेष है

जो हो गया , सो हो गया . जो खो गया सो खो गया. जो खोट थी वो गल गई जो शेष है वो स्वर्ण है..

Living in the Present Moment Happily – खुश कैसे रहें वर्तमान में

October 2, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

7 Body Language Tips In Hindi – बॉडी लैंग्वेज की 7 टिप्स

Monica Gupta

7 Body Language Tips In Hindi – बॉडी लैंग्वेज की 7 टिप्स – बॉडी लैंग्वेज कैसी होनी चाहिए… Body Language कुछ दिन पहले एक रिएल्टी शो देख रही थी उसमें जो participant थी वो एंकर से नजरे मिलाकर बात नही कर रही थी. एंकर ने बहुत बार टोका भी आप मेरी तरफ देख कर तो बात कीजिए .. पर उसने नही किया … और कल ही एक मैसेज आया कि Mam मैं देखने में स्मार्ट हूं बस ज्यादा बात नही करता तो लोग समझते हैं कि मुझमें  attitude है… ऐसी हर रोज कितनी बातें देखने सुनने और पढने को मिलती है तो हमारी Body Language बॉडी लैंग्वेज कैसी होनी चाहिए … वैसे तो ये एक बहुत बडा टॉपिक है

7 Body Language Tips In Hindi – बॉडी लैंग्वेज की 7 टिप्स

मैं आपको आज Body Language के जरुरी 7 टिप्स बताऊंगी

1.   ह्मारा पोज 

आप याद कीजिए जब आप फोटो करवाते है तो अपने आप को एक दम से स्मार्ट बना लेते हैं यानि स्माईल भी जाती है अगर कमर झुकी है तो वो सीधी कर लेते हैं गर्दन अकडा लेते हैं और चेहरे पर स्माईल और अगर फोटो क्लिक हो गई और हम नीचे देख रहे हैं तो तुरंत बोल देंगें कि अरे नही एक और बार क्लिक करो मैं नीचे देख रही थी… बस यही पोज हमें हमेशा बना कर रखना है.. तो इसका का मतलब एक दम सीधे, कमर झुकी न हो , सामने देख रहे हों यानि आई कोंटेक्ट हो यानि हमारा पोज सही हो

2.   स्माईल

बॉडी लेगवेज में मैं स्माईल को बहुत जरुरी है अब आप पूछेगें कि स्माईल किसलिए.. स्माईल दूसरे को फील गुड करवाने के लिए .. उन्हें ये लगे कि जो मेरे सामने खडा है वो मुझे देख कर असहज नही है … जैसाकि कि मान लीजिए मैं किसी के सामने खडी हूं और कोई स्माईल नही तो दूसरा यही सोचेगा कि अरे … ये तो मुझे देख कर खुश ही नही मुंह बना हुआ है तो हमें अहसास करवाना है कि हम जिसके सामने खडे हैं हम उसके सामने परेशान नही हैं … पॉजिटिव फीलिंग आनी चाहिए दूसरे को …  दूसरे को जो हमारे सामने खडा हो उसे ये अहसास हो कि मुझे अच्छा माना जा रहा है इसलिए चेहरे पर स्माईल है. स्माईल भी बहुत ज्यादा न हो कि दूसरा प्रोब्लम में आ जाए कि इसे क्या हुआ.. या मेरे चेहरे पर तो कुछ नही लगा ना … एक हलकी सी स्माईल… हमारी स्माईल फेक न लगे यानि दिखावा !!

 

3.  Eye Contact

बहुत Body Language का अहम हिस्सा है देखना. जैसा कि मैंने शुरु में भी एक उदाहरण दिया था और हमारी जिंदगी में भी बहुत बार ऐसा ही देखने को मिलता है… ये अजीब लगता है… अब अगर वीडियो की बात करु और मैं दूसरी तरह देख कर आपसे बात करुं तो कैसा लगेगा … बस ऐसा ही लगता है… पर इसका मतलब ये भी नही होना चाहिए कि धूरना ही शुरु कर दो …  बताया कि जब जो बात कर रहा है उसे देखिए ताकि उसे लगे कि मेरी बात को ध्यान से सुना जा रहा है.. जरुरी ये भी नही कि पूरे समय ही देखते रहो… जब भी मौका मिले कुछ पल के लिए इधर उधर भी देख सकते हैं … जैसे मान लीजिए हम पार्टी में हैं और एक से ही बात किए जा रहे हैं उसे ही देख रहे हैं दूसरा हमारे पास बहुत देर से खडा है और आप उस पर ध्यान ही नही दे रहे …

4.बोलने और सुनने की कला

सब बातों के साथ साथ बोलने और सुनने की कला पर बहुत ध्यान देने की जरुरत है.. आराम से बोले और सोच समझ कर बोले.. ऐसा न हो कि मजाक ही बन जाए और सुनने की कला भी बहुत जरुरी है .. जो सामने वाला बोल रहा है इनकी बात आराम से सुनिए .. कई बार होता है कोई बोल रहा है आप कभी उबासी ले रहे हैं कभी समय देख रहे हैं ऐसे में सामने वाला क्या सोचेगा मुझे बताने की जरुर नही …

5.  हमारे हाथ

कई लोग जेब में हाथ डाल कर खडे रहते हैं और बातें करते रहते हैं या कई लोग दोनो हाथो को क्रास कर लेते है या एक हाथ से दूसरे को पकडे रखते हैं… उन्हें आराम से छोड दीजिए और अगर बातों में उनका इस्तेमाल करने की जरुरत हो तो जरुर कीजिए पर बहुत ज्यादा भी नही कई लोग बात करते बहुत हाथ हिलाते हैं वो भी मजाक का कारण बनते हैं क्रास हाथ करके ऐसा महसूस होता है कि मानों हम डर रहे हैं सिमट रहे हैं इसलिए अपना इजी और रिलेक्स्ड रहें… ओपन बॉडी होनी चाहिए.

6.  हमारे कंधे

जैसा कि मैंने बताया कि जब हमारी फोटो क्लिक हो तो हम एक दम कंधे सीधे कर लेते है और झुकी कमर सीधी .. बस नोर्मली भी हमें ऐसे ही रहना है … कई लोग होते हैं जो बहुत झुक जाते हैं झुके हुए ही खडे होते हैं और झुके हुए ही बैठते हैं ऐसा जरा भी अच्छा नही लगता इसलिए इस पर ध्यान देने की बहुत ज्यादा जरुरत है. . Relax Your Shoulders  न ऊपर न नीचे

7. शरीर का ज्यादा हिलाना 

अकसर हम बाते करते समय कुछ न कुछ करते हैं जैसे कि बैठे हैं तो पैर हिलाते रहेंगें या फिर .. नाखून खाना, कान से मैल निकालना , अपनी ऊंगलियां मटकाएगें ..  बार-बार बाल ठीक करना ,  ज्यादा सिर हिलाना,  सिर खुजलाते रहेंगें या हाथ में पैन होगा तो टक टक करेगें नर्वस लगेंगें

या फिर अगर मान लो छींक आएगी तो और ज्यादा जोर से छीकेंगें ..  ये अच्छी आदतों में नही आता और ऐसा भी लगता है कि हममे कॉफिडेंस ही नही …  इसलिए बॉडी लैंग्वेज मेें इन बातों का ख्याल रखना चाहिए..

 

October 1, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

Discipline में रहना कितना जरुरी है – Importance of Discipline in Student Life – power of discipline

Monica Gupta

Discipline में रहना कितना जरुरी है – Importance of Discipline in Student Life – power of discipline – Discipline में रहने से सफलता ही मिलती है. जहां पैरेंटस को शिकायत रहती है कि उनके बच्चे कहना नही मानते वही teenagers को भी शिकायत रहती है कि पापा मम्मी बहुत ज्यादा अनुशासन में रखते हैं. अगर कमरे का पंख चलता ही छोड गए. लाईट बंद नही की.. Main Gate सही से बंद नही किया तो बहुत नाराज हो जाते हैं. बडे हो गए हैं!! इतना भी क्या है बिजली का बिल कितना ज्यादा आ जाएगा .. ऐसी कंजूसी भी अच्छी नही … मार्डन हैं हम … !!

Discipline में रहना कितना जरुरी है – Importance of Discipline in Student Life

तो मेरी बात उन टीन एजर्स से कि गुस्सा को थूक दीजिए… और चेहरे पर लाईए स्माईल अब सुनिए मेरी बात की पैरेंटस न तो पुराने विचारों के हैं और न ही कंजूस.. वो आपको इसलिए टोकते हैं कि आप एक अच्छे नागरिक बन सकें… वैसे भी discipline में रहने से सफलता ही मिलती है…

इससे पहले आपको मेरी बात भाषण लगे और आप वीडियों बंद करे मैं एक कहानी सुनाती हूं जो मैंने  whatsapp  पर पढी थी.

तो ready …

कहानी कुछ ऐसे हैं कि एक जगह जॉब इंटरव्यू हो रहा था और बहुत सारे उम्मीदवार आए हुए थे… इस इंटरव्यू में एक लडका वो भी था जिसके पापा उसे टोकते थे .. लाईट बंद क्यो नही की … अरे ये पंखा किसलिए चल रहा है… तो वो सुबह सुबह बात से इसी बात से नाराज होकर निकला था कि क्या है आप और आपका अनुशासन … पापा हमेशा समझाते कि बेटा अनुशासन से सफलता मिलती है जिंदगी में पर  वो मुंह बनाता गर्दन झटकता चला गया एक इंटरव्यू के लिए..

वहां गया तो एक बहुत बडा सा गेट था और गेट के पास एक पत्थर रखा हुआ था.. उसे लगा कि अगर किसी का ध्यान न जाए तो वो ठोकर लग कर गिर भी सकता है क्योकि वो भी गिरते गिरते बचा था इसलिए उसने अपने जूते से उस पत्थर को एक किनारे पर धकेल दिया.

फिर वो जब अंदर जा रहा था तो अचानक उसका ध्यान गया कि बाहर जो गार्डन है वहां शायद माली पानी खुला छोड गया और पानी रास्ते में फैले जा रहा था. पहले तो उसने अनदेखा कर दिया पर  फिर उसे पापा की नसीहत याद आई कि पानी वेस्ट नही करना चाहिए और वो मुडा और नलका बंद कर दिया.

जब अंदर गया तो बहुत बडा सा हॉल था पर वो खाली था और वहां सिर्फ एक बोर्ड लगा था कि इंटरव्यू पहली मंजिल पर है.. वो जब ऊपर जाने लगा तो उसने महसूस किया कि उस सीढी पर लाईट जल रही थी.

बाहर दिन निकल चुका था. रात भर से जल रही होगी ये लाईट.. शायद किसी को बंद करना ध्यान न रहा हो तो आदत अनुसार उसने सीढी पर लगी लाईट बंद कर दी और ऊपर जा पहुंचा..

वहां देखा बहुत सारे उम्मीदवार एक कमरे में जाते और वापिस आ जाते … जाते और वापिस आ जाते .. जब उसका नम्बर आया तो उससे सारे पेपरज, certificate लिए और उससे पूछा कि आप कब ज्वाईन कर सकते हैं ..

वो हैरान ?? अरे कुछ पूछा नही… कोई certificate नही देखे और … आप ये क्या बात कर रहे हैं कि कब ज्वाईन कर सकते हैं …

तब उन अधिकारी ने बताया कि हमारा टेस्ट था उम्मीदवारों का ऍटिट्यूड् यानि रुख  रवैया  का.. हमने उम्मीदवारों का व्यवाहर परखना था.. और सिर्फ आप उसे क्लीयर कर गए.

फिर वो कमरे में ले गए वहां अलग अलग लोकेशन पर सीसीटीवी लगा हुआ था.. उन्होने बताया कि जब आप गेट के अंदर आए और आपने पत्थर देखा तो आपने हटाया. जब पानी चलता देखा तो उसे बंद किया और जब सीढी की जलती लाईट देखी उसे बंद किया जबकि किसी भी उम्मीदवार ने ये काम नही किया …

वो लडका हैरानी से सारी बात सुने जा रहा था आज उसे लगा कि वाकई discipline से , अनुशासन से मिलती है सफलता… आज वो अपने पापा की बाते याद करके गर्व महसूस कर रहा था और अधिकारी उसकी पीठ थपथपा रहे थे… इसलिए अगर पैरेंटस समझाते हैं कि discipline में रहो.. वाकई discipline में रहने से सफलता मिलती ही मिलती है… अच्छे कामों की कदर जरुर होती है..

Importance of Discipline in Student Life

September 30, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

खुश रहने के लिए क्या करें – खुश रहने की 7 जरुरी बातें

Monica Gupta

खुश रहने के लिए क्या करें – खुश रहने की 7 जरुरी बातें – khush rehne ka tarika –  मुस्कुराहट एक ऐसी वक्र रेखा है जो सभी मुद्दो को सीधा कर देती है… पर बात ये है कि खुश कैसे रहें मान लीजिए मेरे पास दो ऑपशन है खुश या दुख और मैं आपको एक उठाने को बोलू तो आप यकीन खुश की स्लिप ही उठाएगें पर साथ ही साथ ये जरुर बोलेग़े कि कहां रह गई खुशी… बस बुरा हाल है हर जगह… कोई खुश नही आज..

खुश रहने के लिए क्या करें – खुश रहने की 7 जरुरी बातें

बस हमारा खुश न रहने का ये एक सबसे बडा कारण है और वो है दुख के बारे में ज्याद चिंता करना. तनाव को टेंशन को ज्यादा भाव देना.. अब जिसे ज्यादा महत्ता देगें वही तो हमारे पास आएगा…

 

देखिए दुनिया में ऐसा कोई नहीं जिसके जीवन में दुःख या परेशानी न हो… जरुरत इस बात की है कि हम दुख का सामना कैसे करते हैं या तो दुख में डूब जाते है या खुशी तलाश करते हैं … वैसे फायदा खुशी तलाश करने में ही है  दुखी रहने से जीवन में  और दिखना बंद हो जाते हैं जबकि  खुश रहने से दुःख जल्द दूर चले जाता है

वैसे कितनी बार खुशी को याद किया … तो खुशी चाहिए तो क्या करना चाहिए

1. खुद पर विश्वास रखना सीखिए –  सबसे पहले तो खुद पर विश्वास रखना होगा कि हां मैं खुश रहना चाह्ता हूं … क्या लगता है कि हम अगर पहाड पर गए तो खुशी मिल जाएगी या समुद्र के किनारे गए तो खुशी मिल जाएगी … अगर हम अंदर से खुश नही है तो बाहर की खुशी हमें खुश नही कर सकती इसलिए सबसे पहले खुद पर विश्वास की हां मैं खुश रहना चाहता हूं और फिर छोटी छोटी बातों में खुशियां खोजिए… कोई महंगी कार में भी खुश नही है या कोई अपनी टूटी स्कूटी पर बैठा हुआ भी खुश है

2.  नकारात्मक सोच वालो को बाय बाय … खुशी के रास्ते में सबसे बडी रुकावट होते हैं नकारात्मक सोच वाले लोग. जो दोस्त नकारात्मक सोच रखते हैं उन्हें बाय बाय कह दीजिए कोई जरुरत नही है उनकी जो हमें दुखी ही देखना चाहते हैं.. खुशमिजाज लोगों से मिले.

3.मदद करें

उसमें भी सच्ची खुशी मिलती है.. कोई समाज सेवा स्वैच्छिक रुप से.. मदद किसी की कैसे भी की जा सकती है.. जरुरी नही है कि मदद का मतलब पैसे ही हो .. किसी के साथ दो मीठे बोल बोल कर, और कुछ नही भी समझ आ रहा तो पौधो को पानी दीजिए. ये पौधो की मदद हो जाएगी या चिडिया के लिए पानी रखिए फिर देखिए अगले दिन वो अपनी सहेली को भी लेकर आएगी कि चल अपन यहां चलते हैं यहां खूब सारा पानी मिलेगा.. किसी डोगी के लिए रोटी या दूध रखिए दो तीन दिन भी आप रखेगें तो वो खुद ही आपके गेट पर हर रोज खडा होगा…

4 बीति ताहि बिसार दे …

गडे मुद्रे न उखाड़े  मूव ओन .. आगे बढिए अगर कुछ गलत हुआ या किया और उसी को पकड कर बैठे रहे तो वो सही तो हो नही जाएगा इसलिए अपनी भूल या गलती से सबक लें और आगे बढें..

  1. अच्छा खाएं कहते हैं जैसा अन्‍न वैसा मन… हम कहते हैं जैसा तन वैसा मन… जी हां, अगर आप खुद ही स्‍वस्‍थ नहीं रहेंगे, तो कितने  खुशनुमा माहौल में क्‍यों न रह लें आप खुश नहीं रह पाएंगे इसलिए जरूरी है कि आप अपने स्‍वास्‍थ्‍य का ध्‍यान भी रखें नियमित व्‍यायाम करें और अच्‍छा आहार लें। खुश रहने के लिए आपको सुबह  नाश्ता एक king की तरह करना चाहिए , दोपहर का खाना एक prince की तरह करना चाहिए तथा रात का खाना एक beggar की तरह करना चाहिए.  इस तरह से  health अच्छी होगीी और हम   खुशियों को पाएगें

6 अपने आप को व्यस्त रखे – ना फालतू का सोचें  कुछ क्रिएटिव करें , संगीत सुनें ,  चाहे अच्छी किताब पढे, गार्डनिंग करें, या कई लोग पालतू भी रख लेते हैं अपने काम से काम रखिए और मस्त रहिए

7. ये समय भी बीत जाएगा  कई बार हम किसी तनाव मे होते हैं और यही सोच लेते हैं कि बस अब सब खत्म .. अब कुछ नही बचा.. पर यही सोचिए कि समय सदा एक सा नही रहता … दिस टू शेल पास .. इसलिए खुश हो जाईए अरे वाह !!

और एक बहुत जरुरी बात जो मैं शुरु में बताना भूल ही गई … वो सबसे ज्यादा जरुरी है .. और वो है … आप बेशक नोट कर लीजिएगा .. वो है अपनें दांत साफ रखना … चमचमाते दांत होंगें तो हंसने मुसुकुराने का अलग ही मजा है … फिर आपको मुंह पर हाथ रखना नही पडेगा ..

देखिए खुश रहना है तो ऐसी बातों पर हंसना ही पडेगा .. खुश रहने के बहाने खोजने पडेगें.

100 बात की एक बात…  दुःख में भी जो इन्सान हंसने के बहाने ढूंढ ले, उससे बड़ा इस संसार में कोई और सुखी नहीं है.

वैसे आप क्या सोचते हैं कि कैसे खुश रखें खुद को .. जरुर बातईएगा .. आपके कमेंटस का इंतजार रहेगा …

खुश रहने के लिए क्या करें

 

 

September 29, 2017 By Monica Gupta Leave a Comment

छोटे बच्चों की 11 अच्छी आदतें क्या हो – माता पिता ध्यान दें

Life of a Teenager

छोटे बच्चों की 11 अच्छी आदतें क्या हो – माता पिता ध्यान दें – बच्चों की  डेवलपमेंट जरुरी-  बच्चों को values समझाएं.  बच्चों में डेवलपमेंट   अच्छी आदत सीखाने की जरुरत ही क्या?? बडे होकर सीख जाएगें अभी तो पढ़ाई लिखाई में ध्यान लगा लें वही बहुत है… अगर आपकी भी यही सोच है तो ये वीडियों आपके लिए ही है… तो बच्चा अगर झूठ बोलता है, अपनी चीजे शेयर नही करता , जिद्द करता है बतमीजी से बात करता है तो करने दो ना … अभी पढ़ाई लिखाई की उम्र है … अरे अब क्या हुआ … ??

छोटे बच्चों की 11 अच्छी आदतें क्या हो – माता पिता ध्यान दें

… सीखानी चाहिए?? किसलिए … ताकि आपको तंग न करें..!! अच्छा बच्चा बनना बहुत जरुरी है सिर्फ इसलिए नही कि आप तंग होते हैं बल्कि अगर उसकी डेवलपमेंट सही होगी तो वो और बडा होकर अच्छा एक अच्छा पिता बनें और एक अच्छा  सिटीजन, नागरिक भी बने.

और देखिए बच्चा इतना समझदार तो होता नही कि खुद ही सीख जाए उसे सीखानी पडती हैं और वो काम कर सकते है उनके पैरेंटस यानि आप …

 

 

हमेशा भगवान के शुक्रगुजार रहो

चाहे कितनी भी दिक्कत क्यों न आ जाए… हमेशा भगवान के धन्यवादी रहना चाहिए.. आमतौर पर माता पिता खुद ही बात बात पर कोसना शुरु कर देते हैं भगवान को  कि हमारे पास ये नही वो नही जबकि जो है उसके लिए शुक्रगुजार होना चाहिए.. देखिए इच्छाओं का तो कोई अंत है ही नही … इसलिए जो है उसके लिए थैंक फुल

 जो हम सोचते हैं वही बन जाते हैं …

अगर हम अच्छा सोचते हैं तो अच्छा होगा बुरा सोचते हैं तो बुरा होगा.. इसलिए Negativity  पर ध्यान न लगा कर positivity  पर ही ध्यान लगाना सीखाना होगा और इसके लिए खुद को अच्छा उदाहरण बनना पडेगा !! सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते पर चलना सीखाना होगा

सही गलत में अंतर करना सिखाएं

क्या सही है और कैसे सही है बच्चों को विस्तार से बताए चहए किसी कहानी का उदाहरण ही ले कर बताएं अगर बच्चा सही गलत में अंतर करना सीख जाएगा और उसे स्वीकार करना सीख जाएगा तो वह अपना निर्णय सही ले सकेगा..

आगे बढते रहना चाहिए

कई बार कोई प्रोब्लम आई या गलती हुई और बच्चा वही रुक जाता है तो ये सीखाना होगा कि आगे बढो.. अपने डर का सामना करों… पर डर कर या धबरा कर रुकना नही है. अगर आप कदम ही नही बढाओगे तो वही खडे रह जाओगे इसलिए आगे बढना है. बहता पानी हमेशा सही होता है जबकि एक जगह खडा पानी से बदबू आने लगती है…

हमारे शब्दों में बहुत शक्ति होती है इनका इस्तेमाल सोच समझ कर करना है… सबका आदर से बोलना चाहिए

हमारे बोल की वजह से हम किसी के दिल में उतर सकते हैं और दिल से भी उतर सकते हैं इसलिए जब भी किसी से बात करें तो सोच समझ कर बोले कि सुनने के बाद दूसरे पर क्या प्रतिक्रिया होती है.

पैशेंस

कोई बात मानी नही जाती तो गुस्सा आ जाता है बच्चा तोड फोड करने लगता है … सब्र रखना सीखाना चाहिए .. किसी भी काम में समय समय लगता है..  आज हमने पौधा लगाया तो कल ही वो पेड नही बन जाएगा. जल्दबाजी नही होनी चाहिए हर काम सोच समझ कर बहुत अच्छी से करना चाहिए.

 Appreciate करना सीखना चाहिए

अगर किसी की कोई बात अच्छी लगी उसे Appreciate जरुर करना चाहिए. मान लीजिए अगर कोई बच्चा क्लास में बहुत अच्छा कर रहा है या फर्स्ट आता है तो अपने बच्चे को सीखाए कि वो APPRECIATE करे आमतौर पर जैलेस हो जाती है… तो बच्चे को सीखाए कि APPRECIATE  करना चाहिए…

मन लगाकर काम करना – Work with dedication

बच्चे के अंदर यह आदत डालें कि वह अपने काम के प्रति निष्ठावान और एकाग्र हो। कई बार ऐसा होता है कि सही मार्गदर्शन के अभाव में बच्चे के अंदर लापरवाही से काम करने की आदत पड़ जाती है। समय का महत्त्व सिखाते हुए मन लगा कर काम करना सीखाएं

शेयरिंग और केयरिंग

अपने बच्चे को दूसरों की मदद करना अवश्य सिखाएं। न केवल अपने परिचितों के प्रति बल्किहर किसी के प्रति उसके मन में दया का भाव होना चाहिए और मददगार होना चाहिये। दूसरों के प्रति सहयोग की भावना उसके जीवन के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। आप अपने बच्चे में हर चीज़े बाँट कर इस्तेमाल और खाने की आदत डालें। अपनी चीज़े और खिलौनों को बाँट कर खेलें यह आदत बच्चे के आगे के जीवन के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होगा.

स्वच्छता का महत्व …

बच्चों को सीखना चाहिए कि पूरी धरती हमारा घर है और इसे साफ रखना हमारा फर्ज है …

देखिए बातें तो और भी हैं पर अगर हम इन बातों पर एप्लाई करना शुरु कर देंगें तो फर्क दिखना शुरु हो जाएगा …

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